कॉलेज गर्ल्स ने लेज़्बीयन सेक्स करके प्यास बुझाई

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम निशा है, और मैं देल्ही में रहती हू. ये मेरी रियल सेक्स स्टोरी है. मेरी उमर 31 साल है, और मैं एक शादी-शुदा औरत हू. हाइट मेरी 5’6″ है, और रंग गोरा है. फिगर मेरा 34-30-36 है. चलिए अब मैं सीधे अपनी सेक्स कहानी पर आती हू.

ये कहानी 12 साल पुरानी है. उस वक़्त मैं कॉलेज में थी, और गर्ल्स हॉस्टिल में रहती थी. उस वक़्त मेरा फिगर 32-28-34 था. मेरे साथ मेरी फ्रेंड प्रिया रूम शेर करती थी. उन दीनो हम पर नयी-नयी जवानी चढ़ि थी, और क्यूंकी हम पर लगाम लगाने के लिए घर वाले नही थे, तो हम आज़ाद पंछी थे.

हुआ यू की हमारी क्लास में कुछ लड़कियाँ थी जिनके बाय्फरेंड्स थे. हम लोगों का भी दिल करता था की हमारा भी कोई बाय्फ्रेंड हो. लेकिन कोई ढंग का लड़का मिलता नही था. फिर एक दिन हमे पता चला, की हमारी क्लासमेट रागिनी अपने बाय्फ्रेंड को चुपके से होटेल में बुलाने वाली थी.

जब हमने रागिनी से पूछा तो उसने भी हा बोला. वो हा बोलती भी क्यूँ ना, लड़कियों को तो बस एक-दूसरे को जलाने का मौका चाहिए होता है. और वो हमको जलाने में सफल भी रही. फिर हम अपने रूम में आ गये. रूम में आते ही प्रिया बोली-

प्रिया: क्या यार, साली अपनी किस्मत ही गान्डू है. पता नही इस छूट को लंड कब नसीब होगा (उसने अपनी छूट की तरफ इशारा करते हुए कहा).

मैं: हा यार, मैं भी अब तक गयी हू उंगली कर-कर के.

प्रिया: वैसे यार मेरे दिमाग़ में एक बात बार-बार आती है.

मैं: क्या बात?

प्रिया: तुमने कभी लेज़्बीयन पॉर्न देखा है?

मैं: हा एक-दो बार वीडियो तो देखी थी, लेकिन कोई इंटेरेस्ट नही बना. अब लड़की होके लड़कियों का सेक्स वीडियो क्यूँ देखूँगी?

प्रिया: पर यार अगर वो सेक्स कर रही है आपस में, तो कुछ तो मज़ा आता होगा?

मैं: अब मुझे क्या पता.

प्रिया: हम दोनो ट्राइ करे?

मैं: ची-ची! पागल है क्या तू?

प्रिया: अर्रे ट्राइ करने में क्या जाता है? नही अछा लगा तो कोई ज़बरदस्ती थोड़ी करेगा.

मैं: पता नही यार.

प्रिया: अर्रे मैं भी तो पहली बार करूँगी. देखे तो सही क्या होता है.

मैं: चल ठीक है. लेकिन अगर अछा नही लगा तो रुक जाएँगे.

प्रिया: हा बिल्कुल.

हम दोनो ने उस वक़्त त-शर्ट और पाजामा पहना हुआ था. फिर हमने रूम का दरवाज़ा अंदर से बंद किया, और खड़े होके एक-दूसरे के करीब आ गये. हम दोनो हस्स रहे थे, की क्या पागलपन करने जेया रहे थे.

अब हम दोनो एक-दूसरे के बिल्कुल करीब आ गये, और हमारे होंठ भी करीब थे. हम दोनो एक-दूसरे की सांसो को महसूस कर पा रहे थे. फिर हमने अपने होंठ एक-दूसरे से चिपका दिए, और किस करने लगे.

हमने धीरे-धीरे किस्सिंग करनी शुरू की, और हमे मज़ा आने लगा. लगभग 30 सेकेंड की किस के बाद हम दोनो अलग हुए. हम दोनो की साँसे थोड़ी तेज़ हो चुकी थी, और छूट में खलबली सी मच गयी थी. हम दोनो एक-दूसरे को देख कर मुस्कुरा रहे थे.

प्रिया: अछा लगा ना?

मैं: हा.

प्रिया: मुझे भी अछा लगा.

मैं: फिरसे करे?

प्रिया: हा बिल्कुल.

और हम दोनो ने फिरसे एक-दूसरे के होंठ चूसने शुरू कर दिए. इस बार वाली किस पहले से ज़्यादा पॅशनेट थी. मैं किस करते हुए उसकी पीठ पर हाथ फेर रही थी, और वो अपने हाथ मेरी गांद पर ले-जेया कर उसको दबाने लग गयी. इससे हम दोनो और गरम हो गयी.

लगभग 5 मिनिट हमारी किस चलती रही. फिर हमारे होंठ अलग हुए, और मैं उसकी गर्दन चूमने लगी. वो कामुक सिसकियाँ भर रही थी. फिर मैने उसकी त-शर्ट उतार दी, और अब वो उपर से सिर्फ़ ब्रा में थी. ऐसा नही था की मैने उसको कभी ब्रा में देखा नही था, लेकिन आज वो बहुत सेक्सी लग रही थी मुझे.

फिर उसने भी मेरी त-शर्ट उतार दी, और हम दोनो ने अपनी-अपनी ब्रा उतार दी. अब हम दोनो उपर से नंगी थी. उसके बाद हम दोनो गले लगी. एक-दूसरे के नंगे बदन को फील करके बहुत मज़ा आ रहा था. वो मेरे और मैं उसके बूब्स दबा रही थी. हम दोनो एक-दूसरे के निपल्स चूस रही थी.

ऐसे ही 5 मिनिट हमने एक दूसरे के बूब्स को खूब चूसा-छाता. फिर हम दोनो बेड पर आ गये. मैं उसके उपर थी, और वो मेरे नीचे मैं उसके बूब्स पर किस करती हुई नीचे आई, और उसके पेट पर किस करते हुए उसका पाजामा निकाल दिया.

अब वो सिर्फ़ पनटी में थी. उसकी पनटी छूट के उपर से गीली हुई पड़ी थी. मैने उसकी पनटी निकली, और अब उसकी चिकनी गीली छूट मेरे सामने थी. मैने देखते ही उसकी छूट पर मूह लगा दिया, और उसको चाटने लगी. वो आ आ करके मेरा मूह अपनी छूट में दबाने लग गयी.

कुछ देर में वो बोली: तू भी मुझे अपने छूट चखा दे.

ये सुन कर मैं खड़ी हुई, और अपना पाजामा और पनटी निकाल कर नंगी हो गयी. फिर मैं उल्टी होके, उसके मूह पर छूट रख कर लेट गयी. अब हम दोनो 69 पोज़िशन पर थे. उसने जैसे ही मेरी छूट पर अपनी जीभ लगाई, मैं तो मज़े से पागल हो गयी.

अब हम दोनो एक-दूसरे की छूट चूस रही थी, और आहें भर रही थी. फिर मैने उसकी छूट के अंदर अपनी उंगली डाल दी. इससे उसको और मज़ा आने लगा, और वो गांद हिला-हिला कर उंगली अंदर बाहर करवाने लगी. वो भी मेरी छूट को उंगली डाल कर छोड़ रही थी.

कुछ देर ऐसे करने पर उसकी छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया, और वो शांत हो गयी. लेकिन मेरी छूट पानी नही छ्चोढ़ रही थी. फिर उसने मुझे सीधा लिटाया, और साइड टेबल में रखा डिल्डो ले आई. उसने एक ही बार में 6 इंच का डिल्डो मेरी छूट में घुसा दिया.

छूट गीली थी, तो डिल्डो पूरा अंदर चला गया, और मेरी चीख निकल गयी. फिर वो डिल्डो अंदर-बाहर करके मुझे छोड़ने लगी. बहुत मज़ा आ रहा था. अगले 5 मिनिट में मेरी छूट ने पानी की पिचकारी छ्चोड़ी, जो उसने चाट कर सॉफ कर दी.

हम दोनो को लेज़्बीयन सेक्स करके बहुत मज़ा आया. फिर जब तक हम दोनो के बाय्फ्रेंड नही बने, हम ऐसे ही सेक्स करते रहे.

थे एंड.

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