गर्ल्स कॉलेज की रंडिया चुदाई टीचर से

मेरा नाम राज है फ्रॉम देल्ही, मुझे वो लड़किया पसन्द है जो मस्त रंडी बन के खुल के चुड़वति है. और सेक्सी ड्रेस पहन के छुड़वाने आती है. सो हियर मी स्टोरी.

एक बार गर्ल्स कॉलेज मे एग्ज़ॅम चल रहा था, उस कॉलेज मे 2 लड़कियो (नेहा और कविता) के नाम बहोट खराब था. लीके सिगरेट पीना और दारू पी के क्लास आना. और उन दोनो का रणदीपन पूरा कॉलेज जानता था.

नेहा की हाइट कूम थी बुत बूब्स और गांद बड़े बड़े थे और देखने मे मासूम थी और उतनी ही बड़ी रंडी.

कविता के बूब्स कुछ ज़्यादा ही बड़े थे. और वो एक बिंदास गर्ल थी, नेक पे टॅटू आंड हाफ हेर ब्लू कलर के, मस्त लगती थी वो.

मई टीचर था उस कॉलेज का.

सो एग्ज़ॅम दे आ गया, सारी लड़किया एक एक केरके अंदर गयी. बुत नेहा को देखा तो मेरे होश उड़ गये. उसकी स्कर्ट उसके थाइ तक कवर नही कर रहे थे और शर्ट बहोट टाइट जिससे उसके बूब्स का शेप साफ टा चल रहा था. वो नॉटी स्माइल दी के चली गयी. क्यूकी मई उसके बूब्स ही घुरे जा रहा रहा. फिर बेल बाजी.

मई एग्ज़ॅम ले रहा है और सारी लड़किया एग्ज़ॅम दे रही थी.

तभी अचनाक से देखा लास्ट बँच पे बैठी नेहा मुझे हवस भारी नज़रे से देख रही है. मैने इग्नोर कर दिया. फिर अपनी तिरछी आँखो से देखा तो मई शॉक्ड रह गया.

यार वो साली अपनी शर्ट की बटन्स खोल के बैठी थी. उसके बूब्स 75% बाहर दिख रहे थे वित निपल्स! क्या बूब्स थे रेड डिज़ाइनर ब्रा मे. मेरा तो देखते ही लंड खड़ा हो गया. बुत ये सब अचनाक हुआ तो मई बाकी लड़कियो के तरफ देखने लगा.

फिर अचानक उसी लड़की ने अपना पेन डेस्क के नीचे गिरा दिया आंड आवाज़ दी-

नेहा – एक्सक्यूस मे सिर!

मैने देखा वो अपने बूब्स हाइड करके बैठी थी.

मई – एस वॉट’स युवर प्राब्लम?

नेहा – ई ड्रॉप्ड मी पेन सिर (बहोट ही सेडक्टिव वे से.)

मई – आ, एस.

मई चेर से उठ के उसके तरफ जाने लगा, मई जैसे जैसे उसके पास जाता वो हॉर्नी आइज़ दिखती. और अपना थंब फिंगर्स चुस्ती जैसे मेरा लंड चूस रही हो.

मई उसके पास गया, उसने इसरा किया “नीचे”

तो मई झुका डेस्क के नीचे, मुझे तो टा था ही आज अब मुझे एक जवान छूट के डरसन होने वेल है. और मई नीचे देखा पेन थी. मैने वो पेन लिया और उसकी छूट के तरफ देखा. वो अपनी स्कर्ट से हाइड करके र्खी थी. उसकी स्कर्ट इतनी छोटी थी की उसकी पूरी थाइ दिख रही थी. मेरा तो जैसे लंड अब रोड बन गया था.

मैने जैसे ही उपर उसके तरफ देखा, उसने आँख मारके अपनी स्कर्ट को अपनी छूट से रब करते हुए उपर किया. उसका सेडक्टिव तरीका पुसी दिखाने का ऑम्ग! मुझे ऐसी लड़की छोड़ने मे बहोट मज़ा आता है जो अपनी स्लुत्ी-नेस दिखाए और मज़े से उछाल उछाल कर चुडवाए.

वो नीचे बिना पनटी की शेव्ड की हुई फटी छूट सामने थी जो बहोट ही कमाल लग रही थी. और एक खुसबू उसकी छूट की फेल गयी, ऑम्ग क्या नज़ारा था!

मैने ज्लडी से अपना मूह उसके पुसी के उप्र रहा और चाटने लगा. ये सब कुछ बहोट ज्लडी हो रहा था. क्यूकी मई भी बहोट बड़ा रंडी बाज और हरामी था.

वो अपनी आवाज़ दबा रही थी .मैने जैसे ही अपने जीभ से उसके क्लिट को रब किया उसकी आहह निकल गयी. मुझे लगा की अब उसके आयेज वाली लड़की को शक हुआ, वो पीछे मुड़ने ही वाली थी की मई बोल पड़ा-

मई – फेस तो थे फ्रंट!

वो दर गयी और तुरंत आयेज मूड गयी.

फिर से मैने उसकी गीली छूट को अपनी जीभ से साफ किया और उठ के अपने सीट पे बेत गया. वो मुझे देखते हुए, नासीली नज़रो से अपनी गीली छूट मे मिड्ल फिंगर घुसाई और चूसने लगी. तब तक टाइम हो गया था सो बेल बाजी.

मई – ड्रॉप युवर पेन आंड वन बाइ वन सब्मिट युवर पेपर आंड लीव.

एक एक सारी लड़कियो ने पेपर दे दिया. जब पूरा का खाली हो गया कुछ देर बाद पूरा फ्लोर खाली हो गया. मुझे टा था आअज एक जवान छूट मिलने वाली है फ्री मे, मई तैयार था.

फिर नेहा आई, जब जो चल रही थी यार क्या बोलू, स्लुत्ी आइज़, लिप्स को कट कर रही थी, बूब्स 20% क्लीवेज देख रही थी. उसकी टीए उसकी क्लीवेज मे घुसी हुई थी. जब जो चल रही थी तो बूब्स बाउन्स कर रहे थे. और नीचे उसकी शर्ट जो की बस 2 इंच उसकी मोटी गांद के नीचे थी. उफ़फ्फ़ उसकी पतली कमर और मोटी सी गांद!

वो आई और बोली-

नेहा – मी पेपर सिर (हसके)

मैने उसकी गर्दन पकड़ी और लिप्स को लिप्स पे र्ख के चूमने लगा वाइल्ड होके उसके लिप्स बीते करने लगा. वो पग्लो के तरह मुझे चूम रही थी. मेरे दोनो हाथ उसकी मोटी गांद के उप्र गये. अफ क्या मोटी गांद थी उसकी और उतनी ही सॉफ्ट. मैने उसकी गांद पे दोनो हाथ र्खा और ज़ोर से दबोचा.

नेहा – आहह!

दबोच के उसकी स्कर्ट उठाई उसने तो पनटी पहनी ही नही थी. मैने उसका शर्ट खोल के फेक दिया. क्या कयामत लग रही थी. बड़े बड़े बूब्स सेक्सी बेबी डॉल ब्रा के अंदर. और टीए उसकी बूब्स के बीच मे घुस रही थी.

मैने उसके ब्रा को खोल कर फेका और दोनो बूब्स को ज़ोर से मसालने लगा. फिर तुरंत ही अपने मूह मे उसके निपल लेके चुस्के लगा. अब वो भी फुल जानवर की तरह मचल रही थी.

नेहा – आहह उउफफफफ्फ़ म्‍म्म्माआआ आहमम्म्म

उसने मेरी पंत कब खोल दी थी मुझे टा तो नही च्ला. वो बहोट वाइल्ड और खुश लग रही थी. वो तुरंत नीचे बैठी और मेरा अंडरवेर को नीचे किया. मेरा गोरा 7.5 इंच का लंड उछाल कर उसके आँखो के सामने आ गया. और वो खिल्किला के हेस्ट हुए मेरे लंड को पॅशनेट तरीके से चूसे लगी. और मई उसके बाल पकड़ कर सहला रहा था.

फिर उसके मासूम फेस को छोड़ने लगा और उसके बाल पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से मूह मे लंड डालने लगा. कुछ देर उसको ब्लोवजोब देने के बाद उसको उठा के टेबल पे बेताया. वो तुरंत टाँगे उपर करके लेट गयी.

मैने उसकी फटी छूट को देखा. साली की छूट से पानी नाड़ी जैसे बह रही थी. और उसकी झांग से होते हुए पैरो मे जेया रही थी. मैने उसके थाइ से उसकी छूट की नमकीन रस को चलते हुए उसके गीली फटी हुई छूट के पास गया. और जाँओोरो के तरह चूसने और खाने लगा उसकी सेक्सी जवान छूट को.

नेहा – आअहह सिर वओोऊऊओिईई अहह बससस्स रुकूऊऊ प्लेआस्ीईए…

मई उसकी क्लिट को जोरो से रब कर रहा था और वो अपनी बूब्स मसल रही थी.

नेहा – ऊऊओ मयी गोदडड़… ऊओ मी गोदडड़ नूओ स्टॉप्प्प प्लेआस्ीई ऊऊओ ऊऊ मयययययययी गूऊऊद्द्द्द्द्द्द्दद्ड

वो गांद उछाल उछाल कर अपना पानी मेरे मूह से झार गयी. और मई था हरामी, साली का पूरा पानी पी गया और फिर भी चाटने लगा. 3 मीं मे वो फिर से वाइल्ड हो गयी और मेरे बाल को ज़ोर से नोच के बोली-

नेहा – मधर्चूऊऊओद्दद्ड माअर गाइ माइ चूओद्दद्ड ना साले लंड नही है क्या!!

मई शॉक्ड हो गया गली सुनके और गुस्सा भी आया बाल नोचने से. फिर मई खड़ा हुआ और कुछ नही देखा, बस अपने खड़े मोटे लंड को उसकी गीली छूट पे सेट किया और जोर्र का धक्का लगाया.

मई – म्‍म्माआहह…

एक ही बाअर मे साली की फटी छूट मे आधा लंड घुस गायाअ. वो चिलाआआईय..

नेहा – आरइस्सस्स साआलीईई आआआआआअ इथनाआआअ मज़ाआअ आज तक किसी के लुंदड़ड़ से नहियिइ आय्ाआआआआअ आहह छोड़ूओ मुझीए…

मई – आआआअहह भेंचूऊद्ददड माअस्स्टटत् रसीली चुट्त्त मिली हाऐईयईईई!!

नेहा – चूड़दूव नाअ सिर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर आअहह हं आआआअ

वो अपनी नासीली आखो से मुझे देखते हुए बोली-

नेहा – अया सिर फुक्ककक मे… छोड़ड़ो और ज़ोर से छोड़ो… फाड़ दो इस रंडी की छुउट आहह एसस्स…

मैने उसका गार्डेन पकड़ा और डॉगी पोज़िशन मे आने बोला. वो समझ गयी और फाटक से कुटिया की तरह अपनी मोटी गांद उपर उठा ली. मैने अपना लंड उसकी गीली छूट मे सेट किया और ज़ोर ज़ोर से उसकी छूट मे अपना लंड पेल रहा था.

मज़ा तो आना स्टार्ट ही हुआ था की तभी किसी ने ज़ोर से दरवाजा खोला. मेरी तो जैसे गांद ही फट गयी थी. वो कोई नही बल्कि नेहा की बेस्ट फ्रेंड कविता थी.

मेरा लंड अभी भी नेहा की छूट मे था, मई जैसे स्टॅच्यू बन गया था.

कविता – ब्लू हेर, लोंग क्लीवेज, बूब्स 36 के, गाणन्द मोटी बड़ी सी.

नेहा – (हेस्ट हुए और मिड्ल फिंगर दिखाते हुए बोली) क्या कर रही है बेबी यहा??

और अपनी गांद हिला हिला कर मेरा लंड लेने गयी.

कविता – (गुस्से मे) सालीइी कुट्टी… क्यू किया तूने मेरे साथ! मई सिर से प्यार करती हू और तू रंडी छुड़वा ली इनसे!!

नेहा – उसी तरह जैसे तूने मेरे ब्फ से चुडवाया था.

मई तो टोटली शॉक्ड था और अब मई वाहा से हट के अपना लंड छिपा के खड़ा था. नेहा टेबल पे लेते लेते अपने एक हाथ बूब्स दबा रही थी और एक अपनी छूट से मेरे लंड का माल फिंगर से लेके चूस्ते हुए बोली-

नेहा – माल तो बड़ा मस्त है इसका.

कविता – रंडी की औलाद!

और कविता उसके उपर चढ़ कर उसके बूब्स पे थप्पड़ मारा ज़ोर ज़ोर से.

नेहा – (मज़े लेते हुए) आहह और ज़ोर से मार ना बाबययी…

और कविता को दिखाते हुए फिर से उंगलिया चूसने और चाटने लगी. पूरा मोमेंट स्लुत्ी-नेस से भरा हुआ था उफफफफफफ्फ़ मई अपना लंड अब धीरे धीरे मसल रहा था.

कविता – (गुस्सा मे) साली कुटियाआआ रंडी मधर्चूऊद्द्दद्ड बहोट माल चाटना है ना ले चाट मेरी छूट साली!!

वो नेहा के मूह पर बैठ गयी. ई वाज़ टोटली शॉक्ड! उसने भी पनटी नही पहनी थी. मतलब साली दोनो बहोट बड़ी वाली रंडिया है. बुत यार साली दोनो की दोनो मस्त माल थी. मेरा लंड उनकी चुचिया, गांद और उनका रणदीपन देख के मज़ा ले के हिला रहा था उफफफफफ्फ़…

कविता अपनी गांद हिला हिला कर नेहा के मूह मे अपनी छूट रग़ाद रही थी. और नेहा को साँस लेने मे दिक्कत सी हो रही थी. तभी कविता मेरे और देखी और बोली-

कविता – सेयेल लंड क्या हिला रहा है, छोड़ इस रंडी को!

ई वाज़ की वो मुझे गली दे रही है बुत अंदर से सेक्सी भी लग रहा था.

फिर कविता ने मेरा शर्ट पकड़ा और खीच के अपने पास लाया और लंड नेहा की फटी छूट पे सेट किया. साली नेहा की छूट जैसे पानी का समुंदर बन गया हो, बहोट गीली हो गयी थी.

मैने अपने हाथ से उसका रस्स अपने लंड पे लगाया और बाकी का रस अपने मूह से चाट लिया. उफफफफफ्फ़ क्या मस्त स्वाद था इस की रंडी छूट का. जैसे ही कविता ने मुझे ये करते देखा, वो फाटक से मुझे वाइल्ड किस करने लगी. और नेहा की फटी छूट का रस्स चाटने लगी और मज़े मे किस करने लगी. और मई नीचे से जूओर्रर्र जोर्र्र्र से धक्का लगा रहा था.

नेहा – आअहह आह और छोड़दड़ मुझीए इसीई त्राहह…

नेहा के सामने कविता की गांद थी, उसने फाटक से अपनी उंगली को चूस कर गीला किया. और स्कर्ट उठा के कविता की मस्त मोटी गांद मे घुसा दिया.

कविता – आआहह साआलिइीइ हराम जाडीइई आहह…

और मई उसकी छूट मे जोरो से फिंगरिंग कर रहा था.

कविता – आअहह उफफफ्फ़ इश्स इस इस इस इफ़ उफ़ उफ़ आहहाअ हााआआ…

नेहा – (हास्यए हुए) आहह हहीई ह उफफफफफफ्फ़ और ज़ोर से कविता की गांद मे थप्पड़ मारने लगी.

कविता – आहह रनडिीई कुटियाअ टीचर से छुड़ा रही है साली शरम कर छिनाल!

नेहा – आअहह बाबययी रनडिीई तो मई हू ही बुत तू तो मेरे से बड़ी रांड़ है! साली मेरे बाय्फ्रेंड से छुड़वा लिया था कामिनी. अब बोल मज़ा रहा है! चाट चाट थप्पड़ मारने लगी.

मई – आहह कितनी बाड़िइई रंडी हो तुम दोनो मेरा कम आने वाला है.

ये सुनते ही दोनो नीचे बैठ गयी और मेरे दोनो टटटे चाटने लगी, मेरे लंड से कम आया वो भी बहोट सारा.

मई – आहह हह हह हन्‍ंनननननननननणन्नुफफफफफफफफ्फ़

बस नेहा के फेस पे मैने गिराया. कविता नेहा के उपर खुद गयी और उसे ज़मीन पे लेता के उसका फेस चाटने लगी और चाट चाट कर साफ किया. और फिर उसने मेरा लंड सॉफ किया.

कविता – सिर ई’म डिर्त्ययी, मुझे भी सॉफ कर दो ना प्लेआसीए…

नेहा – एस सिर, अपनी रंडी स्टूडेंट्स की छूट सॉफ कर दो प्लेआसी..

सो गाइस होप योउ लोवे मी स्टोरी फुल ऑफ स्लुत्ी-नेस. अगर अपने एंजाय किया तो प्लीज़ ड्म मे, सॉरी फॉर मिस्टेक्स, मी एमाइल – @राजबही20@याहू.कॉम

फॉर सेक्स छत और रॉल्प्ले प्लीज़ ड्म मे. मेरा खड़ा लंड आपकी गीली छूट का वेट कर रहा है.

फीडबॅक ज़रूर देना दोस्तो.

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