गर्लफ्रेंड को तयार किया और कुतिया बनाया

हेलो दोस्तो मेरा नाम रोहन अरोरा है और ये स्टोरी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड रिया के बारे मे है.

खैर मैने देखा है काई लोगो को स्टोरी लिखते हुए जो की बिल्कुल भी रियल नही लगी. मुझे ऐसा ल्गता है ब्स अपनी हवस उतार दी हो कहानी मे. तो मैं आप लोगो को अपनी लाइफ की एकद्ूम सॅकी कहानी सुनौँगा. तब शायद आप लोगो को वो कहानी काफ़ी पसंद आए.

तो ये कहानी है तो वैसे बहुत लंबी है. पर मैं आपको आराम से बतौँगा और उमीद करता हू आप लोग सबर करके पढ़ेंगे. तो चलिए शुरू करते है.

मेरा नाम रोहन है और मैने बस 12त पास किया ही था और मैं अपने रिज़ल्ट का वेट कर रहा था. तभी मेरी बात रिया से होनी शुरू हुई थी हम रीलेशन मे आए. और देखते देखते कब रिश्ते मे सेक्स जुड़ता चला गया ह्यूम पता ही नही चला.

मैं बता डू रिया फिगर पहले ज़्यादा ख़ास नही था. पर सेक्स करते करते अब उसका फिगर काफ़ी सेक्सी हो गया था 32-28-32. आप समझिए उसकी गांद का जो कर्व का तो उसके हुस्न मे चार चाँद लगता था.

धीरे धीरे मैने नोटीस किया रिया को भी मेरे जैसे ही चुदाई का बहुत शौख है. हम अपनी फॅंटसीस भी शेर करने लगे थे. जैसे मुझे ब्दसम पसन्द था तो उसने मेरे साथ वो भी ट्राइ किया और मेरी एक फॅंटेसी और थी जो थी थ्रीसम.

उसके लिए मैं उसको काफ़ी मानता रहा वीडियोस दिखता, थ्रीसम की बाटीएन करता रहता, धीरे धीरे उसको ये पसन्द आने लगा था. फिर हुमारा ग्रॅजुयेशन कंप्लीट हुआ और उसने म्बा के लिए अप्लाइ किया और वो पुणे चली गयी.

अचानक एक दिन उसका म्स्ग आया-

शी – हे रोहन.

मे – हूज़ तीस?

शी – अरे अपनी चुड़क्कड़ रानी को इतनी जलदी भूल गया? (हम जब मूड मे होते थे तब ऐसे ही बात करते थे).

मे – अरे मेरी रानी तो तू है और बता कैसे है आ गयी मेरे लंड की याद?

शी – हन सोचा तेरा ख़याल नि र्खा बहुत दीनो से तो तुझे एक सर्प्राइज़ ही डेडू.

मे – कैसे सर्प्राइज़?

शी – तुझे थ्रीसम करना था ना, आजा तू पुणे अब ंझसे भी रुका नही जाता है और मैं तयार हू.

मे – सच मे रिया?

शी – हा रोहन आजा और ये बता किसको ले कर आएगा?

मे – तू तो जानती है मेरा एक ही दोस्त है जिससे मैं सब शेर करता हू और मैने उसे अपनी फॅंटेसी के बारे मे भी बताया है और वो ह्यूम इसमे जड्ज भी नही करेगा.

शी – पक्का ना कोई दिक्कत तो नही होगा?

मे – अरे मेरी रानी कोई दिक्क्त नही होगी.

मैं और मेरा दोस्त ऋषभ पुणे के लिए तायारी करते है पर्मिशन लेते है घर से और निकल पड़ते है. पुणे पोोच कर हम एक होटेल लेते है और रिया को कॉल कर देते है की हम आ गये है और अड्रेस दे कर उसको आने को कहते है.

हम दोनो नहाते है और मैं ऋषभ को बियर कॉनडम्स वगेरह लाने को बोलता हू. ऋषभ वो लेने जाता है तब ही रिया आ जाती है. रिया को देख मैं काफ़ी खुश होता हू. रिया पहले से काफ़ी सेक्सी हो गयी थी.

मैं उसे हग करता हू और उसके सेक्सी फिगर का राज़ पूछता हू और वो हास कर ताल देती है. फिर हम ऋषभ का इंतेज़ार करते है और इधर उधर की बाटीएन करते है.

जब ऋषभ आता है, वो सोफे पर दूसरी तरफ बैठता है. आप ये समझिए, मैं फिर बीच मे रिया फिर ऋषभ. मैं धीरे से रिया की जंघे सहलाना शुरू करता हू और मुझे देख ऋषभ भी हाथ र्खहता है.

फिर शुरू होता है खेल. जंघीएं सहलाते सहलाते मैने धीरे से उसकी नेक पर किस करता हू और ऋषभ के उसके दूध दबाने लगता है. वो गरम होने ल्गती है.

धीरे धीरे ऋषभ उसका टॉप उतार देता है और पिंक ब्रा मे वो किसी हुस्न की पारी से कम नही ल्गती है. उसने नीचे मिनी स्कर्ट पहनी थी जो की मैने धीरे से उतरने की कोशिश करी.

तो रिया ने रोकते हुए कहा पहले मुझे मेरा काम करने दो. और उसने हम दोनो को खड़ा होने का इशारा किया. हम खड़े हुए और उसने हुमारे लंड निकाल के मूह मे भर लिए. वो एक का लंड चुस्ती और दूसरे का हिलती.

वो पहले भी लंड अकचे से चुस्ती थी, पर अब कुछ ज़्यादा ही अकचे से चूस र्ही थी. मैं मज़े ले रहा था तो इस पर मैने सवाल नही उठाए
और मज़े लेता रहा.

पिछले कुछ सालो मे मैने उसको अपना माल पीना सीखा दिया था. तो उसने बिना झिझक मेरे और ऋषभ के लंड से निकला माल बिना शिकायत पी लिया.

अब बारी हमारी थी, जेसा की मुझे पता था उसको छूट चटवाना बहुत पसन्द है. तो मैने उसको धक्का देखर लिटाया और छूट पर टूट पड़ा. ऋषभ को दूध चूसने का इशारा किया और करीब 45 मिनिट्स तक बिना रुके चूसने के बाद रिया एकद्ूम तयार थी.

मैने हेस्ट हुए बोला रानी एक लंड तो छूट मे जाएगा दूसरा कहा लॉगी? क्यूकी रिया कभी गांद नही मरवती थी उसको दर्द बहुत होता था.
तब रिया ने झट से बोला दूसरा गांद मे जाएगा और कहा जाएगा.

ये सुन मैं हैरान रह गया और पूछ ही बैठ की अब तू पहले से ज़्यादा चुड़क्कड़ हो गयी है, राज़ बता इसका मुझे. तब उसने चिढ़ते हुए बोला माद्रचोड़ यहा छूट मे आग लगी है तुझे राज़ जानना है.

मैने उसे चिढ़ते हुए कहा आग तभी बुझेगी जब तू बताएगी. तब वो बोली की पुणे आने के बाद उसकी छूट की प्यास नही बुझती थी. तो उसने दो टीन लड़को से छुड़वाना शुरू किया. और उन सबको पता चल गया था की मैं तीनो से अलग अलग चुड्ती हू. तब उन्होने इसे एक साथ छोड़ना शुरू कर दिया था.

ये सुन मैं गुस्से मे अगया की इसने थ्रीसम मेरे बिना कैसे करवाया. और मैने बिना ही तेल लगाए इसकी छूट मे लंड पेल दिया और इसको छोड़ने लगा.

करीब 10 मिनिट्स की चुदाई के बाद मेरी नज़र ऋषभ पर पड़ी. जो कुछ बोल तो नही रहा था पर नज़रो से साँझ आ रा था वो तड़प रहा है.

मैं लेट गया और रिया को अपने उप्र बिताया और ऋषभ को गांद मे लंड पेलने का इशारा किया. ऋषभ ने झट से गांद मे लंड घुसना शुरू कर दिया.

मुझे लगा था मद्रचोड़ को दर्द होगा पर इसने तो मज़े से ह आह करते हुए उसका पूरा लंड आंद्र तक ले लिया.

तब मुझे समझ आया यहा आकर ये वाकाई रंडी हो गयी है. तकरीबन एक घंटा की चुदाई के बाद हम झार गये. पहले ऋषभ का माल निकला फिर मेरा और चुदाई के बीच रिया दो बार झार चुकी थी.

तभी मेरे दिमाग़ मे खुराफात सूझी और मैने रूम सर्विस से कॉल किया. और एक माले वेटर को रूम मे आने को कहा. रिया को लगा शायद कुछ काम होगा. पर यहा तो कुछ और ही होने वाला था.

वेटर के आने पर मैने गाते के पास गया और उसको आंद्र ही बुला लिया. रिया ये देख घबरा गयी और अपने बदन को ढकने लगी. और गुस्से मे बोली ये क्या बात है रोहन ये त्म क्या कर र्हे हो?!

तभी मैने उसके बाल पकड़ते हुए कहा यहा तो बहुत छुड़वा र्ही है मेरे बिना और अब नखरे कर र्ही है. मैने वेटर से कहा की ले तू भी छोड़ इस रंडी को बिल्कुल शरमाना म्ट.

अब इतनी मस्त माल देख कर कों पीछे र्हेगा. वेटर पहले तोड़ा हिचकिचाया लेकिन फिर उसने भी इसको रगड़ना शुरू किया. रिया को भी आदत हो गयी थी. उसने भी ज़्यादा माना नि किया क्यूकी अंजान सहेर मे कों किसी से कहने आ रा था.

अब रिया जे फिरसे घुटने पर आकर सब के लंड चूसे और माल पी लिए. ये देख कर वेटर बहुत खुश हो गया. और पकड़ क रिया के भोस्डे मे लंड पेल दिया और बहुत तेज़ तेज़ झटके देने लगा.

ये देख मैं ऋषभ किनारे बैठ गये और सिगरेतटे पीने लगे और हेस्ट हुए देखने लगे. कैसे एक वेटर रिया को कुटिया बना कर छोड़ रहा था. फिर एक रौंद के बाद हम सब मिल कर नहाए.

वेटर ने हुमारे लिए स्पेशल खाना मनगवाया जो भी हुँने खाया. तब रिया ने ब्टाया की उसने यहा बहुत छुड़ाया है. वो लड़के इसको रोज़ दो दो बार छोड़ते है और चोर्ते ही नही है. जेसे तेसे बहाना बना कर यहा आई है. क्यूकी इस सुख की प्राप्ति उसे सिर्फ़ मेरी वजह से हो री है.

फिर टा नि कब मेरी आँख ल्ग गयी. और आँख खुलते ही मैने देखा ऋषभ और वो वेटर रिया को घोड़ी बना कर एक उसकी गांद छोड़ रहा था और एक उसको लंड चुस्वा रहा था.

मैं सिगरेतटे जला कर देखने लगा की कैसे रिया उनको पुर मज़े दे री थी. उसको देख कर लग ही नही रहा था की वो कुछ वक़्त पहले लंड देखने मे डरती थी.

जब ऋषभ की नज़र मुझ पर पड़ी तब उसने हेस्ट हुए कहा आजा भाई तू क्यू इतनी दूर बैठा है.

फिर मैं भी हेस्ट हुए गया और रिया के गले मे वेटर की टीए को पत्ते की तरह डाल कर बोला की – तू आज से ले कर दो दिन तक हमारी कुटिया है और कुतिया तरह ही रहेगी. तुझे खाने मे लंड मिलेगा और पीने मे हमरा माल. और तू सिर्फ़ भौख कर ही जो माँगेगी वही मिलेगा तुझे.

मई और रिया अकेले मे ये रोल काई बार कर चुके थे. तो रिया समझ गयी अब क्या होना है और वो अग्री कर गयी.

फिर हुँने उसे दो दिन तक बहुत छोड़ता. एक गांद मारता एक छूट मरता और वो वेटर भी आ जाया करता था. जो की साथ मे उसे लंड चुस्वता. पता ही नही चला कब दो दिन पुर हो गये.

जाते जाते रिया काफ़ी खुश लग री थी और उसने मुझसे थॅंकआइयू बोला. और बोला की उसे ऐसी चुदाई की अब लत्ट लग गयी है. वो अब यहा के लड़को की कुटिया बन कर ही रहेगी.

मैने भी हेस्ट हुए फिरसे आने का वाडा किया और उसने फिरसे छुड़वाने का वादा किया.

आयेज फिर नेक्स्ट टाइम जब हम गये थे तब 3 से भी ज़्यादा लोग थे वो एक अलग कहानी है. वो मैं आपको तब बतौँगा जब मुझे इस स्टोरी पर ढेर सारा प्यार मिलेगा, बाइ दोस्तो.

थॅंक्स फ्रेंड्स. ओर भी जवान भाभी लड़किया ओर आंटी को हॉट बाते करना ही तो आप मैल करे [email protected] आप की सारी डीटेल्स एक दम सीक्रेट रहेंगी उससे आप लोग बेफ़िक्र रहे.

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