घर की रंडीया – परिवार मे सेक्स कहानी

तो अब आते है में स्टोरी पर. दोस्तो हुमारा परिवार बोहुत ही चुड़क्कड़ हैं. यहा कोई भी मर्द किसी को भी जब मॅन करे तब छोड़ सकता है. दीदी या मम्मी कभी भी माना नही करती. हम एक ही हॉल में सभी लोग एक साथ सोते है.

एक दिन ऐसा हुआ की मैं जब सुबा उठा तो देखा सब लोग उठ सुके है. तो मैं भी किचन की तरफ जाने लगा तो देखा मम्मी पनटी और ब्रा में छाई बना रही थी.
मैने मम्मी को देखते ही लंड खड़ा हो गया और पीछे से जाकर मम्मी की चुतताड पे एक थप्पड़ लगा दिया.

मों: अया क्या हुआ बेटा सुबह उठ के ही अपनी इश्स रंडी की गांद के पीछे पद गया? दिन रात छूट मार कर मॅन नही भरता?

मैं: अरे मम्मी जब आप जैसे रंडी हॉट मम्मी चुतताड दिखा कर खड़ी होगी तो छोड़ने का मॅन तो करेगा ही ना.

मों: अक्चा ठीक है, मैने तुमको कभी माना किया है क्या. जब चाहे जैसे और जहा चाहे छोड़ तू मुझे. मैं तो तेरी रंडी ही हूँ ना.

तो मैने दोस्तो झतसे मम्मी की पनटी को नीचे किया और मम्मी की छूट में लौदा डाल दिया और पेलने लगा. मम्मी की मोनिंग पूरे घर में गुजरने लगी.

मों: आ मेरा राजा बेटा छोड़ इश्स रंडी को. रखैल हूँ में तेरी. फाड़ डाल मेरी छूट को छोड़ छोड़ के.

20 मिंट ऐसे ही छोड़ने के बाद मैने छूट में पानी निकल दिया और स्पर्म मम्मी की छूट से निकल ना आए इसलिए मैने पनटी को मम्मी की छूट में घुसा दिया. और बातरूम में नहाने के लिए चल दिया.

नहाने के बाद जब मई हॉल में आया तब देखा पापा सोफे पर बैठे है. तो मैने पापा से पूछा-

मे: पापा सुबह सी आपको और दीदी को देखा नही, कहा गये थे और दीदी को कहा छोड़ के आई?

पापा: अर्रे बेटा सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए गये थे मैं और तेरी दीदी. और रेशू (दीदी) का तो तुझे पता ही है. रंडी साली कपड़े पहेन्ने का ढंग नही. पंत ऐसी छोटी की छूट के बाल तक देखने को मिले और शर्ट ऐसी की आधे बूब्स देखने को मिले. तो वही कुछ लोगो की लंड खड़ा हो गया और उसको छोड़ने के लिए घर लेके गया है.

तभी मों छाई लेकर हॉल में आ जाती है.

मों: अर्रे आपने अपनी बेटी को तो सस्ती रंडी बनके रख दिया है. कोई भी छोड़ने का मॅन करे तो बेच आते है. आज कितनी रुपये में बेचा मेरी बेटी को?

पापा: अर्रे मंजू तू वैसे ही फिकर कर रही है. एक दिन के लिए 30क का रते मिला है, रात को आ जाएगी.

तभी पापा की नज़र मम्मी की छूट पर पार्टी हेई.

पापा: अर्रे मंजू तू पनटी ऐसे छूट में क्यू डाल कर रखा है?

मम्मी: आरे सुबह मोहित ने छोड़कर अपना माल छूट में ही गिरदिया. और माल बाहर ना आस सके इसीलिए पनटी को ऐसे रख दिया है.

पापा: हाहाहा क्या रे मोहित मम्मी को अपनी माल से प्रेग्नेंट करने का इरादा है क्या?

मैं: अब मैं क्या बतौ पापा. घर मैं ऐसे रंडी अपने चुतताड और गांद दिखके रहेगी तो छोड़ने का मॅन तो करेगा ही ना.

ये बात सुनकर सभी हासणे लगे.

छाई पीना ख़तम करके मई रूम में जाकर चेंज किया और बाहर दोस्तो के साथ खेलने के लिए निकल गया. मम्मी दिन भर घर में पनटी को छूट में घुसकर ही रही और पापा भी ऑफीस चले गये.

4 बजे मैं घर आया तो मम्मी बातरूम में थी. तो मैं भी बातरूम में गया और मम्मी के मूह पर मूट दिया. और उसको वो सब पीने के लिए बोला. तो मम्मी भी बिना देर किए सब पी गयी.

5 बजे दीदी भी घर आ चुकी थी और टीवी रूम में नंगी बेतकर ही टीवी देख रही थी. मैने जब दीदी को देखा तो उसके पास गया और दोनो चुचि में जोरदार थप्पड़ लगा दिया. तो उसने गेस हो कर बोली-

दीदी: क्या रे भड़वेल दिन भर एक रंडी से पेट नही भरता जो यहा अपनी दीदी के पास आया है??!

मैं: रंडी दिन भर चुदके चुचि बड़ा कर के लाई है. अब अपनी भाई से चूड़ने के लिए नाटक कर रही है!

दीदी: देख अभी तू मम्मी से आग बुझा ले, रात को मुझे छोड़ लेना, अभी मुझे बोहुत थकान हो रही है.

ये बात सुनकर मैं मान गया लेकिन फिर दीदी की मूह पे थूक कर चला आया.

अब मैं हॉल में जाकर कुछ पड़ाई की और सो गया. रात में जब दीदी सोने के लिए आई तो मैं जाग गया और उसको रात भर मैं और पापा मिलके छोड़ते रहे.

आज हुँने मम्मी को नही छोड़ा क्यूकी कल मम्मी को पापा के बॉस के पास भेजना है. और वो बोहुत ही रफ चुदाई करता है. पिछली बार दीदी को भेजा था तो वो 3 दिन के लिए उठ नही पाई थी.

दोस्तो रात मे 3 बजे तक चुदाई करने के वजह से मैं 10 बजे तक सोया रहा. और उठ के किचन की तरफ चल दिया. क्यूकी मुझे मम्मी से मॉर्निंग सेक्स करना था.

मम्मी आज नंगी ही ब्रेकफास्ट बना रही थी और उसे देखके ही मेरा लंड खड़ा हो गया. और पीछे से जाके मम्मी की गांद में डाल दिया.

मों: मेरा राजा बेटा उत्टते ही अपनी मम्मी की गांद मारने चला आया. रात को दीदी अकचे से माल नही निकली क्या?

मैं: अर्रे मा दीदी से ज़्यादा मुझे आप पसंद हो.

मों: मेरा प्यारा बेटा, मुझे सब पता है. इसीलिए तो नंगी ही खड़ी हू यहा पर.

मैं: हहा मैं जानता हूँ तुझे अपने बेटे का लंड कितना पसंद है. इसलिए सुबह से लेके शाम तक आज कल नंगी ही रहने लगी है.

ऐसे बोल के मैने मा की गांद मारने की स्पीड भाड़ा दी और उसके बूब्स पर भी हमला कर दिया. बूब्स को मार मारके मैने लाल कर दिया और मा की गांद पर ही झाड़ गया. और उसको वही छोड़कर बातरूम की तरफ गया. तो वाहा जाके देखा पापा दीदी की छूट में एक बड़ा सा बेलन घुसके उसकी गांद मार रहे है.

दीदी: आ आ आ हः हः…

दीदी तो दर्द मे मारे चिल्ला रही थी.

पापा: मेरी रंडी बेटी आज तुझको मैं छोड़ छोड़कर छूट और गांद दोनो फाड़ डालूँगा तेरी!

दीदी: आ आ हाः और तेज करो पापा अपनी बेटी को छोड़ो अया आ बेटीचोड़ आअहह हाआहह… मेरी चुट्त तो आज फर ही जाएगी अया हाः…

पापा: कोई बात नही बेटी, तेरी ये छूट इतनी आसानी सी नही फटेगी. अब इस छूट में तो घोड़े का लंड भी चला जाएगा. बेलन और मेरा लंड तो कुछ भी नही है इसके लिए.

दीदी: हा पापा आपकी बेटी तो एक नंबर की रंडी है. इसको बस छूट और गांद में कुछ चाहिए. कल दिन भर उनलोगो ने मेरी गांद और छूट खूब मारी. लेकिन उनलोगो के छोटे लंड से मेरे छूट का कुछ होने वाला है नही आहह… हन छोड़ मुझे बेटीचोड़… आहह…

पापा: तू ही तो मेरी प्यारी बाकची है, तुझको ख़ुसी देना ही मेरा काम है.

पापा और दीदी की चुदाई देख कर मेरा लंड फिर सी खड़ा हो गया. और दीदी की छूट सी बेलन हटा कर मैने अपना लंड डाल दिया. फिर बाप बेटे दोनो मिल कर छोड़ने लगे.

दीदी: आ अब तो बहेनचोड़ भाई भी आ गया. दोनो बाप बेटे मिल कर मुझे छोड़ो आअहह.. छोड़ कर अपनी रंडी बनलो अपना आ.. तुम लोगो के सारे दोस्तो से भी छोड़वाव मुझे आआअहह… मैं ख़ुसी ख़ुसी छुड़वा लूँगी सबसे अया हाः आहह…

मैं: तोड़ा सबर रख बुरछूड़ी. कल मेरे एक दोस्त की बर्तडे है. उसको गिफ्ट के रूप में तुझे और मम्मी को देने की सोच रहा हूँ. कल एक गंगबांग के लिए तैयार रहना रंडी!

दीदी: मुझे तो ख़ुसी है की मुझे तेरे जैसा बहेनचोड़ भाई मिला है. मैं ख़ुसी ख़ुसी सबकी रंडी बन जौंगी.

पापा: अरे मोहित तू कल दोनो को ले जाएगा तो मैं किसे छोड़ूँगा? अपनी बाप के लिए तो कुछ छोड़.

दीदी: आप भी ना पापा छोटी छोटी बात पर चिंता मत किया कीजिए. आपके लिए तो मैं हुमेशा हाजिर हूँ. आपकी बेटी होने का सौभाग्या जो मिला है मुझे.

मैं: तो पापा कल आप भी जाय्न कर लेना ह्यूम. वैसे भी इन दोनो रंडी के लिए हम कम पद जाएँगे.

दीदी: हा पापा आप भी जाय्न कर लेना ह्यूम. आपके बिना कुछ मज़ा नही आएगा हाआह अया अया…

ऐसे ही छोड़ते छोड़ते मैने दीदी की छूट में ही पानी छोड़ दिया. और पापा भी लंड निकाल कर दीदी के मूह में झाड़ गये. तो दीदी ने सारा माल स्वॉलो नही करके नंगी ही किचन की तरफ भागी.

वाहा मम्मी भी नंगी ही ब्रेकफास्ट बना रही थी. उसने मा को मूह खोलने को बोला और सारा रस उसके मूह पर थूक दिया. और मा ने फिर सी वो रस दीदी की मूह में ठुका. ऐसे ही दोनो एक दूसरे की मूह में ठुकती रही.

मुझे और पापा को ज़ोर्से सस्यू आ रहा था. तो हुँने भी मम्मी और दीदी के उपर ही मुतना स्टार्ट कर दिया. जिससे वो दोनो भीग गये और एक दूसरे किस करने लगे और कम स्वापिंग करने लगे.

पापा और मैने जाके ब्रेकफास्ट किया और मम्मी और दीदी के पास फिर आया. तो देखा की वो दोनो तक गयी और फ्लोर में ही एक दूसरे से लिपटकर पड़ी थी. तो हुँने जाके दोनो के बॉडी पर थूकना स्टार्ट कर दिया.

पापा: अरीय मेरी रंडी बीवी मंजू, भूल गयी क्या आज बॉस से चूड़ने जाना है?

मम्मी: हा याद है ना, मेरी जैसे रंडी को तो ख़ुसी मिलती है.

ये बोल कर मम्मी फ्रेश होने के लिए चली गयी और दीदी वैसे ही कम और मूट के साथ किचन के फ्लोर पर नंगी पड़ी रही.

तो दोस्तो ये थी आज की स्टोरी. अब जल्द मैं आयेज की स्टोरी भी उपलोआड करूँगा जो इस स्टोरी के अगला पार्ट होगा, बाइ बाइ. [email protected]

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