गंगबांग की प्यासी औरत के गंगबांग प्लान की

मयंक के साथ गंगबांग करने के बाद हम दोनो ने एक-दूसरे को फिर कभी डिस्त्रूब नही किया. मुझे लगा था, की एक बार गंगबांग सेक्स कर लूँगी तो मेरी प्यास बुझ जाएगी. लेकिन ऐसा नही हुआ.

मेरे हज़्बेंड भी घर वापस आ चुके थे, और उनके साथ सेक्स करने के बाद भी मुझे मज़ा नही आ रहा था. मुझे अब फिरसे गंगबांग सेक्स करने का मॅन कर रहा था. लेकिन अब तो मेरे पति भी घर पर थे. वो मॉर्निंग में ऑफीस जाते थे, और शाम को घर आते थे. बस उसी बीच मुझे अपना दूसरा गंगबांग सेक्स प्लान करना था.

मैं चाहती थी की इस बार थोड़े ज़्यादा आदमी हो. तो मैं फिरसे अपने गंगबांग के लिए आदमी ढूँढने लगी. मैं माल गयी, कॉलेज के बाहर गयी, रेस्टोरेंट में गयी, पार्क में गयी, लेकिन मुझे ऐसे आदमी नही मिले जो मयंक को टक्कर दे पाते.

मुझे लंबे, मोटे, काले और गंदे लंड पसंद है, जो की मुझे नही मिल रहे थे.

फिर मैं ढूँढते-ढूँढते एक इंडस्ट्रियल एरिया में पहुँच गयी. वाहा बहुत सारे ट्रक खड़े थे, और वाहा सब ट्रक ड्राइवर मुझे घूर-घूर कर देख रहे थे, की जैसे मुझे अभी छोड़ देंगे.

मैने उस टाइम ब्लॅक कलर का टाइट जिम वाला लोवर पहना था, और रेड कलर का शर्ट पहना था, जिसमे मेरा फिगर और भी अछा दिख रहा था. तभी मुझे आइडिया आया की क्यूँ ना इस बार ट्रक ड्राइवर्स के साथ मज़े किए जाए. उनके पास भी गंदा लंड होता है और दारू भी पीते है वो लोग. तो मुझे और भी मज़ा आएगा.

लेकिन मैं उनसे बात कैसे करती मुझे समझ नही आ रहा था. फिर मैने एक ट्रक ड्राइवर को देखा जो की अपने ट्रक में बैठा था, और बस निकालने वाला था. पास में एक पेट्रोल पंप था, जहा पर सब ट्रक ड्राइवर्स डीसल भर्वाते थे. तो मुझे पक्का पता था की ये भी पहले वही जाएगा. तो मैं उससे पहले पेट्रोल पंप पहुँच गयी.

ट्रक ड्राइवर का नाम आफताब था, और आगे 29 साल थी. वो अपने ट्रक को पेट्रोल पंप पर लाया, और तभी मैने उससे बात स्टार्ट की “आप कहा जाओगे, और कितने टाइम में निकलोगे”?

मेरे पूछते ही आफताब समझ चुका था की मैं उसके पास क्यूँ आई थी.

उसने कहा: आप ट्रक में बैठ जाओ, पेट्रोल पंप से निकलते ही हम बात करते है.

पेट्रोल पंप से निकालने के बाद मैने आफताब से डाइरेक्ट कह दिया की, “मुझे गंगबांग सेक्स करना है, और मैं उसके लिए आदमी ढूढ़ रही हू. क्या तुम मेरी हेल्प करोगे”?

आफताब तोड़ा चौंक गया और बोला: इससे पहले कभी किया है?

फिर मैने उसे अपना पहला गंगबांग सुनाया, जिसको सुन कर आफताब का लंड खड़ा हो गया, जिसे देख कर मेरा मॅन करने लगा की एक बार लंड का जूस पीते है.

तो मैने आफताब से कहा: मुझे तुम्हारा लंड देखना है.

आफताब मान गया, और ट्रक की पीछे वाली सीट पर लेट गया. वो 12 दीनो से नाहया नही था, और उसके लंड में से बहुत गंदी स्मेल आ रही थी. जो की मेरी पहली कमज़ोरी है. उसका लंड भी 8″ का था, और मोटा भी था. बिल्कुल वैसा जैसा मुझे चाहिए था. फिर मैने उसका लंड चूसा और उसके लंड का जूस पिया जिसको देख कर आफताब बोलता है की-

आफताब: तुम तो बहुत बड़ी खिलाड़ी लगती हो.

और फिर मैने उसका फोन नंबर लिया और अपनी डिमॅंड बताई की मुझे लंबे, मोटे काले, और गंदे लंड ही पसंद है, और कम से कम 10 आदमी होने चाहिए. अपनी डिमॅंड बता कर मैं अपने घर आ गयी.

आफताब ने मुझे बोला था: 6 दिन का वेट कर लो, मैं जब तक गंगबांग के लिए आदमी रेडी करता हू.

वो उस टाइम बेंगल साइड जेया रहा था, इसलिए उसे वापस आने में टाइम लगना था. 6 दिन मेरे 6 साल जीतने निकले. फिर एक दिन आफताब का कॉल आया और बोला-

आफताब: सब कुछ रेडी हो गया है. लेकिन आपको अलीगार्ह की साइड आना पड़ेगा, और फिर आगरा की साइड आना पड़ेगा. वाहा पर एक ढाबा है. वाहा पर मैने अरेंज किया है.

मैं आपको बता दो की मैं देल्ही में रहती हू. आफताब ने 2 जगहो पर मेरा गंगबांग सेक्स अरेंज करवाया था. दोनो जगह 10 आदमी थे, जैसी मेरी डिमॅंड थी वैसे किया उसने. लेकिन एक प्राब्लम थी. मुझे घर से कम से कम 6 दीनो के लिए जाना पड़ना था, और मैं अपने पति को क्या बोल कर घर से निकलती, ये सोच कर मुझे टेन्षन हो रही थी. फिर मैने आफताब से बात की.

उसने बोला: अभी तुम्हारे पास 15 दिन का टाइम है. आराम से सोच लो.

15 दीनो में मेरी और आफताब की बहुत अची दोस्ती हो गयी थी. मैं डेली उसके कमरे में जाती थी, और उसने मुझे दारू और सिगरेट पीना सीखा दिया था.

हमारे प्लान के अनुसार मुझे आफताब के साथ ट्रक में जाना था पहले अलीगार्ह, फिर उसके बाद आगरा. मुझे 2 जगहो के हिसाब से अपने कपड़े सेलेक्ट करने थे.

तभी मेरे पास मेरे माइके से कॉल आया की मेरी मम्मी की तबीयत खराब हो गये थी, और वो मुझे घर बुला रही थी कुछ दीनो के लिए. बस फिर मुझे तो घर से निकालने का एक बहाना मिल गया था. मैने आफताब को कॉल किया और बताया की घर से निकालने का इंतेज़ां हो गया था. पर अभी भी 2 दिन बचे थे, तो आफताब ने बोला-

आफताब: तुम मेरे कमरे में आ जाओ, हम दोनो यही से साथ में चल देंगे.

2 दीनो तक मैं आफताब के कमरे में रही थी, और आफताब अपने आपको गंदा करने के लिए 15 दीनो से अपना लंड सॉफ नही किया था. उसने बाकी सब को भी बोल रखा था की कोई अपना लंड सॉफ नही करेगा.

हम दोनो दारू पीते थे, सिगरेट पीते थे, लेकिन पता नही आफताब ने उस टाइम सेक्स करने से माना कर दिया था. बोलता था की एक साथ गंगबांग करेंगे.

फिर वो दिन आ गया था जिसका मुझे वेट था. मैं घर से सेक्सी कपड़े और मेकप का समान लाई थी. मेरे पास 2 टाइट सूट थे, एक ग्रीन कलर का, और एक पिंक कलर का. बाकी डेली उसे वाले कपड़े थे और आफताब ने बहुत सारे कॉनडम्स के पॅकेट लिए थे.

आफताब ने अपने ट्रक के पीछे एक छ्होटा सा रूम बना दिया था, जहा पर सेक्स करने से पहले कपड़े चेंज कर सको, और मेकप कर सको. हम सूभ 3 बजे देल्ही से निकले और देल्ही बॉर्डर क्रॉस करने के बाद सो गये. फिर हम सुबा 9 बजे अलीगार्ह के लिए निकल गये, और अंदाज़े से हमे करीब दोपहर के 2 बजे तक उस ढाबे पर पहुँच जाना चाहिए था, जहा पर मेरा गंगबांग सेक्स होना था.

2 बजे तक हम उस ढाबे पर पहुँच चुके थे. वो ढाबा एक-दूं सुनसान था. वाहा पर डोर-डोर तक कोई नही था. बस एक ढाबा था. लेकिन मैं बहुत तक गयी थी, तो मैने आफताब से बोला की मुझे सोना था. तो आफताब ने कहा सो जाओ तुम्हारी गंगबांग तो रात में होगी.

मैं रात में 8 बजे सोक उठी. तब तक सब आ चुके थे. आफताब ने बोला की सब आ गये थे, और मेरा वेट कर रहे थे. तो मैं रेडी हो जौ.

मैं आफताब के ट्रक के पीछे वाले रूम में चली गयी, जहा पर मैने ग्रीन कलर का टाइट सूट पहना और फुल मेकप किया.

ढाबे के पीछे एक छ्होटा सा कमरा था 10×10 का, जिसमे आफताब को मिला कर 11 आदमी थे. उस कमरे में फन (पंखा) भी नही था, और कोई खिड़की भी नही थी. बस

एक दरवाज़ा था, जो मेरे अंदर जाते ही बंद हो गया. सब आदमी मेरा वेट करते-करते पसीने में भीग चुके थे.

जब मैं उस कमरे में गयी, तो एक साथ 11 आदमियों को देख कर मैं अंदर से दर्र गयी थी. लेकिन मुझे एक तरफ ये सोच के मज़ा आ रहा था की ये सब मुझे छोड़ने वाले थे.

वाहा कमरे के बीच में एक कुर्सी रखी थी जिस पर जेया कर मैं बैठ गयी. और फिर कमरे का दरवाज़ा बंद हो गया. कमरे में बहुत स्मेल आ रही थी, और बहुत गर्मी भी थी. कमरा बहुत गंदा हो रखा था. सब ने दारू पी रखी थी. ये बात आफताब ने मुझे बताई, और

मैने भी दारू पी और सिगरेट भी पी, जिसको देख कर सब बोलने लगे की देल्ही वाली रंडी तो मॉडर्न है एक-दूं.

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