रिश्तों में चुदाई की कहानी में आपका फिरसे वेलकम. आपने लास्ट पार्ट में पढ़ा मैने और मेरे भाई ने मेरी देवरानी रूपाली को वीडियो कॉल पर गरम किया. फिर मैने उसके सामने मेरे भाई संग चुदाई करी. उसके बाद मैं और विजय मेरे कज़िन ब्रदर आंड सिस्टर मोहित और शालिनी के पास आ गये. हम जब वाहा गये, तब शालिनी ब्रा पनटी में थी, और मोहित सिर्फ़ शॉर्ट्स पहने बैठा था. शालिनी बहुत ही शर्मा रही थी.
मैं: क्या बात है गाइस, आप लोग तो अभी तक सेक्स कर रहे थे? और शालिनी मोहित ब्रो का लंड कैसा लगा?
शालिनी: एक-दूं मस्त. पहले पता होता तो इसके साथ बहुत बार चुड चुकी होती.
मोहित: अभी भी कहाँ देरी हुई है. आप जब बोलॉगे आपको सॅटिस्फाइ कर दूँगा.
शालिनी: शीला यार मैं कितनी लकी हू, जो मुझे ऐसे बड़े लंड वाले भाई मिले है. सच काहु तो दोनो बहुत मस्त चुदाई करते है.
मैं (हेस्ट हुए): तो एक बार दोनो को एक साथ ट्राइ क्यूँ नही करती?
शालिनी: पागल हो गयी है क्या? ये दोनो एक साथ. चल ऐसा है तो तू भी आजा. मेरे साथ तेरी भी ये दोनो एक साथ चुदाई कर देंगे.
विजय: वैसे देखा जाए तो आइडिया बुरा नही है. क्या कहते हो मोहित?
मोहित: मैं तो रेडी हू. बड़ा मज़ा आएगा. सॅंडविच बना कर छोड़ेंगे. चलो शुरू हो जाओ.
मैं: अर्रे ओह हवस के पुजारी. तोड़ा आराम तो कर. कल रात से लगातार चुदाई कर रहा है. मेरी तो छूट सूजा दिया था. शालिनी के साथ मज़ा आया ना?
मोहित ( शालिनी को पीछे से पकड़ कर उसके बूब्स दबा कर): हा ये तो बहुत मस्त माल है. इसके बूब्स तो दोनो हाथो में नही समाते. छूट भी मक्खन की तरह चिकनी है.
मैं (उसको चिढ़ते हुए): कल तो मेरी बहुत तारीफ कर रहा था. एक ही चुदाई में शालिनी का हो गया?
मोहित: अर्रे आप भी बहुत सेक्सी हो. आपका फिगर एक-दूं फिट है. (वो मेरे पास आया, और मेरी पूरी बॉडी पर हाथ घुमा कर बोला) विजय, शीला दीदी का कुवर्व्स तो कितने मस्त है.
विजय: हा, मेरी बेहन बहुत मस्त है. मेरे जाने के बाद तुम्हे ही इसका ख़याल रखना है.
शालिनी: मोहित मेरा भी ख़याल रखना तुम?
मैं: तेरा ख़याल रखने वाले तो बहुत होंगे. तुझे क्या ज़रूरत है?
शालिनी: क्या तुम भी कुछ भी बोल रही हो!
मैं: चल ना, अब च्छूपा क्यूँ रही है. अब तो हम सब इतना खुल गये है. हमसे क्यूँ च्छूपा रही हो?
मोहित: हा दीदी, बताओ ना आपने जीजू के अलावा किसके साथ किया है?
मैं: यार कम ओं, अब हमसे क्यूँ शर्मा रही हो?
शालिनी: आप सब को पता है ना आपके जीजू कैसे है? वो मुझे सॅटिस्फाइ नही कर पाते. तो जब मेरा बहुत मॅन करता है तो मैं कल्लबोय अरेंज करके चुड़वति हू.
मैं: श रियली! ( मैं तो ये सुन कर ही डांग रह गयी)
शालिनी: हा अभी तक बहुत बार कर चुकी हू.
मोहित: श मी गोद. दीदी आप तो बहुत बड़ी चुड़क्कड़ निकली. मैं तो आपको भोली समझ रहा था.
मैं: मोहित सब की अपनी-अपनी ज़रूरतें होती है.
विजय: चलो यहा कोई दूध का धुला नही है. मोहित अब हम ही हमारी बहनो के कल्लबोय है.
मोहित: सच कहा यार. सब की अपनी ज़रुलूरत होती है. हम तो लकी है की हमारे घर में ही हॉट आंड सेक्सी सिस्टर्स है. हमे कही बाहर जाना भी नही पड़ेगा, और सेक्यूर सेक्स एंजाय कर पाएगे.
माहौल तोड़ा रोमॅंटिक हो गया था, तो मैने मोहित के गले में मेरी दोनो बाहें डाली, और स्माइल किया. उसने मुझे अपनी और खींच लिया, और मुझे किस करने लगा. मैं भी उसको किस में रेस्पॉन्स देने लगी. हमे देख कर विजय और शालिनी भी किस करने लगे.
शालिनी पहले से ब्रा पनटी में थी, तो मोहित ने उसकी ब्रा का स्ट्रॅप खोल दिया, और उसके बूब्स चूसने लगा. मोहित मेरी नेक पर किस कर रहा था. मैं मोन कर रही थी. अचानक मुझे होश आया, और मैने मोहित तो धक्का दिया.
मैं: अर्रे यार चलो जल्दी रेडी हो जाओ. हम सब को लंच के लिए जाना है.
शालिनी: मुझे भी बहुत भूख लगी है. कब से बस लंड से काम चला रही हू (वो हासणे लगी).
विजय: हा, आज तो आप दोनो को आचे से छोड़ना है. तो एनर्जी के लिए आचे से खाना खाना पड़ेगा.
उसके बाद हम सब खाना खाने गये, और दोपहर को सोते रहे. जब से आए थे तब से बस सेक्स ही कर रहे थे. तो हम सब गहरी नींद में सो गये थे. शाम को जब मुझे भूख लगी तो नींद खुली. 6 बाज गये थे. हम सब रेडी हुए और डिन्नर करने चले गये. वाहा कुछ 7-8 लड़कों का ग्रूप आया था जो मुझे और शालिनी को घूर रहे थे. फिर हम वापस विला पर आ गये.
मैं: विजय तुम और मोहित हमारा वेट करो. आज हम दोनो आपको सर्प्राइज़ देंगे.
सर्प्राइज़ का सुन कर दोनो की आँखों में चमक आ गयी. मैं और शालिनी ने साथ में शवर लिया, और वाहा भी हमने एक-दूसरे को किस किया.
शालिनी: शीला तुम बहुत अची किस करती हो. विजय भी तुम पर गया है.
मैं: आख़िर भाई किसका है (हम हासणे लगे).
शालिनी: यार अब मुझे भी बता क्या सर्प्राइज़ प्लान किया है? वैसे तेरे आइडिया बहुत डेंजर होते है.
मैं: हा, और सबसे ज़्यादा मज़ा तुम ही लेती हो. चल अब मुझे तेरी स्पेशल नाइटी दिखा.
शालिनी (शॉकिंग फेस): तुम्हे कैसे पता चला की मेरे बाग में मैने नाइटी रखी है? तुमने मेरी बाग को चेक किया क्या?
मैं: चल अब भोली मत बन. मुझे सब पता है तुमने विजय से चूड़ने के लिए ट्रिप का प्लान बनाया था. उस दिन मेरे घर पर पार्टी थी, तब से तुम दोनो को नोटीस कर रही थी.
शालिनी: मेरी बेहन बहुत स्मार्ट है. पहले मुझे चुडवाया, और फिर खुद चुड गयी.
मैं: हा विजय इतना हॉट है की मैं भी अपने आप को रोक नही पाई (मैने उसको नही बताया की विजय और मैने उसको ट्रॅप किया था).
उसके बाद शालिनी और मैं रेडी हो गये. मैने पर्पल बाबयडॉल्ल ड्रेस पहना था. मेरी चोकॉलते स्किन पर वो बहुत सेडक्टिव लग रहा था. शालिनी ने पिंक कलर का बाबयडॉल्ल पहना था. हम दोनो ने हल्का मेकप भी किया. हम दोनो नीचे गये, तब विजय और मोहित टीवी देख रहे थे.
जब उन्होने हमे देखा तो दोनो देखते रह गये. मैने देखा की दोनो ने बातरोब पहना हुआ था, और दोनो के हेर गीले थे. हम दोनो सेक्सी अंदाज़ में उन दोनो के सामने चली गयी. हम दोनो बहने हमारे भाइयों को सिड्यूस कर रही थी.
मोहित: श मी गोद. तुम दोनो कितनी सेक्सी लग रही हो. शीला दी आप तो पोर्नस्तर लग रही हो. अगर आपका पॉर्न बने तो आप इंडिया की नंबर वन पोर्नस्तर बन जाओ.
विजय: सच कहा दोनो इतनी सेक्सी है की किसी का भी लंड खड़ा कर दे. शालिनी दीदी भी इस निघट्य में बहुत सेक्सी दिख रही है. आज रात दोनो की सारी गर्मी निकाल देंगे.
मोहित: हा, साला घर की औरतों को छोड़ने का मज़ा ही कुछ अलग है. कभी सोचा नही था हमारी बहने इतनी बड़ी चुड़क्कड़ है.
विजय और मोहित की बातें सुन कर मैं और शालिनी एक-दूसरे को देख कर हस्स रही थी. अब विजय और मोहित ने एक-दूसरे की और देखा, और दोनो ने अपना बातरोब खोल दिया. दोनो के लंड सख़्त हो गये थे, और हमारी छूट का भोंसड़ा बनाने को तैयार थे.
मैं तो कन्फ्यूज़ हो रही थी की किसका लंड पकड़ लू. दोनो के लंड मेरी प्यास बढ़ा रहे थे. शालिनी विजय के पास चली गयी, और उसको लिप्स किस करने लगी. मैने भी झुक कर मोहित का लंड पकड़ लिया, और उसको स्मूच करने लगी. उसके बाद मैं मोहित के गले और चेस्ट पर किस करते हुए घुटनो पर बैठ गयी.
मैने देखा तो शालिनी विजय का लंड चूस रही थी. मैं भी बिना टाइम वेस्ट किए मोहित का लंड चूसने लगी. अब हम चारों में कोई शरम या रिश्तों की मर्यादा नही रही थी. हम सब भाई-बेहन बस एक-दूसरे के जिस्म की भूख को मिटा रहे थे.
अब मोहित ने मुझे खड़ा किया, और मुझे सोफे पर बिता दिया. उसने मेरे पैर उपर किए, और मेरी पनटी निकाल दी. अब मोहित मेरी छूट चाट रहा था. यहा मैने देखा तो विजय भी शालिनी की छूट को चाट रहा था. साथ में मैं शालिनी को किस कर रही थी. हम दोनो को किस करता देख कर.
विजय: वाह आप दोनो बाइसेक्षुयल हो गयी हो? अब तो आप एक-दूसरे की प्यास बुझा सकती हो.
मैं: तू चुप-छाप हम दोनो की प्यास बुझा. सेयेल तेरी वजह से हम इतनी हॉर्नी हो गयी है.
शालिनी: सच बात है. विजय को देख कर ही मैं अपने आप को रोक नही पाई.
मोहित: विजय मुझे भी अब जिम जेया कर बॉडी बनानी पड़ेगी.
शालिनी: मोहित तेरा तो लंड देख कर ही कोई भी चूड़ने चली आएगी. गढ़े जैसा लंड है तेरा, चीखें निकाल देता है (शालिनी की बात सुन कर मोहित उसको नॉटी स्माइल देने लगा).
अब मोहित और विजय ने पोज़िशन बदल ली. फिर शालिनी मोहित का लंड पकड़ कर उसकी आँखों में देखने लगी. मोहित ने उसके बाल पकड़ लिए और बोला-
मोहित तो शालिनी: चल अब इस गढ़े जैसे लंड को चूस मेरी रंडी.
शालिनी ने मुस्कुरा कर उसके लंड को मूह में ले लिया. यहा मैने भी विजय का लंड चूसने लगी. अब विजय ने मेरे पैर कंधे पर रख कर लंड सेट किया और एक झटके में पूरा लंड डाल दिया. मेरी चीख निकल गयी.
मैं: अर्रे शांति से डाल ना.
विजय: आज आप दोनो रंडियों की बहुत ही रफ चुदाई होगी (ये सुन कर मैने विजय को नॉटी स्माइल दी).
यहा विजय मेरी चीखें निकाल रहा था, और वाहा मोहित शालिनी की. उसके बाद दोनो ने हमे स्वाप करके छोड़ा. मोहित ने मुझे खड़ा किया, और मेरी बाबयडॉल्ल निघट्य निकाल दी, और मुझे पूरा नंगा कर दिया. विजय भी मेरे पास आ गया. अब दोनो के मूह में मेरा एक-एक बूब था. मैने तो मोन कर रही थी. मुझे देख कर शालिनी भी पूरी नंगी हो गयी.
अब मेरी हालत तो ऐसी थी की ये सब बारी-बारी से मेरे जिस्म से खेल रहे थे. ऐसा हमने शालिनी के साथ भी किया. अब विजय ने मुझे झुका दिया, और उसका लंड मेरी गांद पर सेट किया. मुझे अब गांद में लंड लेने की आदत हो गयी थी, तो विजय ने मेरी गांद मारना चालू कर दिया.
यहा मोहित शालिनी की छूट मार रहा था. उसके बाद विजय सोफे पर बैठ गया, और मुझे उसके लंड पर बैठने को कहा. उसने मेरी बॅक को उसके मूह की साइड रखने को कहा. अब मैं ऐसे ही उसके लंड पर उछाल कर गांद मरवा रही थी.
मोहित शालिनी की चुदाई छ्चोढ़ कर उसका बड़ा लंड हाथ में पकड़ कर मेरे सामने आ गया. मोहित ने मेरी टांगे खोल दी, और मेरी छूट में लंड डाल दिया. अब वो दोनो एक साथ मेरी छूट और गांद मार रहे थे. शालिनी ने सोफा के पीछे जेया कर मेरे बूब्स पकड़ लिए, और उसको रफ्ली दबाने लगी.
मेरी तो चीख निकल रही थी. बहुत दर्द हो रहा था, पर साला मज़ा भी बहुत आ रहा था. जब मैं बेहोश होने लगी, तब शालिनी की भी ऐसे ही तडपा कर छोड़ा. शालिनी तो मेरे से भी ज़्यादा चीख रही थी.
मैं (बेहोशी जैसी हालत में): सेयेल कुत्तों, आज आप दोनो तक क्यूँ नही रहे?
मोहित: हम दोनो ने वियाग्रा खाया हुआ है. आज पूरी रात आपकी छूट का भोंसड़ा बना देंगे.
दोनो ने मिल कर मेरी और शालिनी की छूट और गांद का बाजा बजा दिया. मोहित और विजय के लंड भी दर्द करने लगे थे. कुछ 2 घंटे की चुदाई के बाद उसका पानी निकला. उसके बाद मुझे और शालिनी को आराम मिला. मेरी थकान से आँख लग गयी. उसके बाद कुछ 2-3 घंटे बाद अर्ली मॉर्निंग मुझे कुछ फील हुआ.
मैने देखा की मोहित मेरी छूट चाट रहा था, और विजय मेरे बूब्स चूस रहा था. मैने देखा तो शालिनी वाहा नही थी. मैं पूछा शालिनी कहा है, तो दोनो हासणे लगे.
विजय: उसकी छूट में छ्चाले पद गये, और ब्लीडिंग हो रही है.
मैं: तुम सेयेल उसको मार डालोगे क्या. हम दोनो यही है आपके पास. कही भागी नही जेया रही है.
मोहित और विजय ने अब मेरी भी छूट और गांद मारनी शुरू कर दी. मेरी छूट तो पानी छ्चोढ़ रही थी, तो वाहा तो राहत मिल रही थी. पर गंद में बहुत दर्द हो रहा था. मैं दोनो से कहती रही की प्लीज़ मेरी गांद को रहने दो, पर दोनो मेरी गांद के पीछे पड़े थे. मेरी गांद में से अब ब्लड निकल रहा था. गांद फटत गयी थी. गांद की अंदर की दीवारों में छ्चाले पद गये थे.
पर वो दोनो ने मेरी एक नही सुनी, और मेरी गनाद मारते रहे. मैं बेहोश होती तो मुझे जगा कर फिर से छोड़ते. मुझे पता नही था की दोनो के दिमाग़ में क्या चल रहा था. पर दोनो बहुत मज़ा ले रहे थे. दोनो मेरी गांद में पानी निकाल कर मेरे साथ सो गये.
सुबह 10 बजे मेरी नींद खुली. मैने देखा की वो दोनो मेरे पास में नंगे सोए हुए थे. मैं जैसे-तैसे उठ कर शालिनी को ढूँढने गयी. मेरी चाल बदल गयी थी. शालिनी मुझे दूसरे बेडरूम में मिली. वो अभी तक सो रही थी, और उसके चेहरे पर उसके आँसू सूख गये थे. मैं समझ गयी की उसकी भी बहुत बुरी तरह चुदाई हुई थी. अब उसके आयेज क्या हुआ नेक्स्ट पार्ट में बतौँगी.