फ्रेंड के बीवी को गर्भधान दिया-1

मेरा नाम प्रशांत है . आज में आपको एक साची कहानी बता ता हूँ थोड़े साल पहले जिसमे मेरी फ्रेंड के वाइफ को स्पर्म डोनेशन कैसे किए और उसको कैसे छोड़ा आपको सब बताता हूँ.

मैं हयदेराबाद में अकेला रहता था एक आक्ची जॉब आने के बाद और उसके पहले में भाई के साथ रहता था और भाभी के साथ खूब मज़ा बी करता था लेकिन वो चले गये दुबई तो मेरे को अकेला रहना पड़ा.

मेरे ऑफीस कोल्लेओुगे एक पंजाबी जिनका नाम मनीष खुराना था वो मेरे घर के बिल्कुल पास रहता था और उनकी शादी होके 2 साल हो गये थे. उनकी वाइफ गीता बहुत ही खूबसूरत और बहुत ही गोरी गोरी और बड़े बड़े बूब्स रहते थे. मैं उनको बहुत ही पसंद करता था.

वो कभी स्लीव्ले तो कभी जीन्स में या तो फिर टॉप स्कर्ट पहन थी थी. उनकी टाँग, उनके बाहें (आर्म्स) और उनकी सब कुछ बहुत ही खूबसूरत और बहुत ही गोरा गोरा और स्मूद रहता था. में और मनीष बहुत ही क्लोज़ फ्रेंड्स थे और में ऑलमोस्ट डेली शाम को उनके घर डिन्नर करता था और बहुत बार उदार ही रुक जत्था था.

में गीता को बहुत ही ज़्यादा पसंद करता था और हम हसीन मज़ाक बहुत करते थे. वो मेरे को भाई के जैसे मानती थी लेकिन में तो उनको भाभी बुलाता था लेकिन मॅन ही मॅन अपनी पत्नी बनाने का ख्वाइश थी क्यूंकी वो बहुत ही खूबसूरत थी. हाइट 5’4” 34-22-35 वाइटल स्टॅटिस्टिक्स थे उनके.

उनका घर में एक हॉल एक बेडरूम, किचन और अटॅच्ड बातरूम था. जबी बी लाते होती थी तो मैं हॉल में सो जाता था और सबेरे चले जाता था. एक बार जबही में रात को रुका तो गीता एक दम सेक्सी पिंक स्लिप्स पहने हुई थी और उनकी वाइट ब्रा और पनटी दिख रही थी क्यूंकी वो ट्रांसपेरांत था. मेरा तो लंड एक दम से खड़ा ही था और में बहुत ही गरम हो गया था और कंट्रोल नही कर पा रहा था.

तो में अपने हॉल में आ गया और देर रात तक नींद बी नही आ रही थी क्यूंकी में गीता के बूब्स और पनटी को इमॅजिन करते करते मूठ मार रहा था. इतने में भाभी बेडरूम से आ गयी और मेरे लंड को और मेरा मूठ मारना उसने देख लिया. वो बहुत ही शर्मा गयी और चली गयी अपने रूम शर्मा के.

में भी बहुत ही शरमाया हुआ था और दर्र बी रहा था. फिर मैने तबीयत ठीक नहीं के आक्टिंग करके सो गया उनके ही हॉल में देर तक. मनीष भोला ऑफीस मत आओ छूती लेलो और इडार ही रुक जाओ और दवाई लेके सो जाओ.

में और भाबी अपनी नज़र ही नही मिला पा रहे थे शरम के मारे. फिर मैने छाई और नास्था करके सो गया. एक घंटे के बाद उठा और बाथरूम जो की बेडरूम की अंदर है उसमे गया. ऊवूप्स तो में क्या देखों..

भाभी क्यूंकी अखेले रहती है तो बातरूम को अंदर से लॉक करने की आदत ही नही थी. तो में जब बातरूम खोला तो देखा भाभी पूरी नंगी…..एकदम चिकना बदन गोरे गोरे बूब्स गोरे गोरे झांगे और एकदम गोरा बदन और लंबे काले बाल. वो नहा रही थी और साबों में लिपटी हुई थी.

मेरे तो दिमाग़ ही खराब हो गया और एक दम से लंड बढ़ा हो गया. उसने एकदम बातरूम दरवाज़ा बंद कर दिया. मेरा लंड एकदम बड़ा होगआया तो में हॉल में आके गीता को इमॅजिन करते करते मूठ मार ली

भाभी और में फिर नज़रें नहीं मिला नही पा रहे थे. वो नहा करके आई और मेरे से बहुत ही शर्मिंदा थी. में भी उनके बारे में कुछ नहीं कहा और खाना ख़ाके सो गया दो पहेर को.

मनीष को बचे नहीं हो रहे थे. वो 2 साल से ट्राइ कर रहा था और मुझे सब कुछ बता था. उनका बहुत ही लो स्पर्म काउंट था उसने टेस्ट करवाया. उसके वजह से बचा नही हो रहा था कोशिश करने के बाद भी.

उसको और गीता को बचे चाहिए थे ज़ल्दी से तो फिर बहुत डॉक्टर को देखने के बाद यह डिसाइड हुआ की वो भाभी को आइव्फ करवा जाए. लेकिन बहुत ही कॉस्ट्ली था और सेफ बी नहीं और स्पर्म किसका होगा वो किसको मालूम?? ये सोच कर वे परेशन थे…

बहुत सोचने के बाद यह टाई हुआ की मेरा स्पर्म डोनेट किया जाए गीता भाभी की लिए लेकिन आइव्फ के द्वारा. वो बहुत ही कॉस्ट्ली हो रहा था और गॅरेंटी भी नहीं. मैने टेस्ट बी करवाए थे और सब अग्रीमेंट साइन कर ली. फिर ये डिसाइड हुआ की नॅचुरल प्रोसेस से में गीता भाभी के अंदर स्पर्म डालूं बाहर से मास्टरबेट करके लेकिन इश्स से बे गुरनटी नहीं.

फाइनली डिसाइड हुआ की में सिर्फ़ अपना लंड डालूँगा लास्ट में गीता भाभी के छूत के अंदर. लेकिन मनीष सब कुछ करेगा किस्सिंग वगेरा और हम तीनो यह प्रोसेस में रहेंगे में सिर्फ़ लास्ट में अवँगा डालके चला जौंगा. क्यूंकी भाभी बहुत ही शर्मा रही थी और मान नही रही थी.

में मॅन ही मॅन बहुत एकदम कुश हो रहा था और मेरा तो लंड एकदम से इतने दिन का बूखा गीता भाभी के छूत का.. एकदम बड़ा ही रहता था ये सब सोच सोच के और नींद बी नहीं आती थी भाभी के छूत के इंतेज़ार में.

मैने सॉफ बोल दिया की में अकेला ही करना चाहता हूँ भाभी के साथ और कोई नहीं. जान बुज के बोला की में शरम के वज़ह से नही कर पौँगा कोई रहेगा साथ में तो. और बोला की कोई बी रूम में ना आना हम दोनो अकेले रहेंगे में और भाभी बस.

वो फिर दिन आया अछा महुरत निकाला. में उनके घर गया. मनीष को घर से बाहर जाने के लिए बोला 2-3 घंटो के लिए. गीता भाभी और में दोनो अकेले थे. वो सेम सिल्की पिंक स्लिप में थी और बहुत ही शर्मा रही थी. उसने बहुत ही खूब पर्फ्यूम लगाई थी.

मैने गीता को बोला की मेरी बहुत टाइम की तमन्ना पूरी हो रही है आज़. में तुमको बहुत पसंद करता हूँ. अब थोड़ी देर के लिए ही सही अब हम पति पत्नी बनेंगे यह सोचके में बहुत खुश हूँ. वो बहुत शरमाई और बोली बेशरम..

में फिर उसके गालों को टच किया… वो शरमाई और बोली सिर्फ़ तुम अपना समान मेरे अंदर डाल कर चले जाओ बस.. यह सब मत करो, मेरे को बहुत शरम आ रही है क्यूंकी में तुमको भाई के जैसे मानती हूँ.

मैने बोला जब से तुमको देखा हूँ में तुमको पत्नी की जैसे ही सोचा है और अब मौका बी है दस्तूर बी है और जब से तुमको नंगी देखा तब से तो में बहुत ही एग्ज़ाइटेड हूँ. और बोला तुमने भी तो मेरा सब कुछ देख लिया है… तो शरम किस बात की, आओ चलो सुहाग रात बनाते हैं.

वो फिर बी शर्मा रही थी…तो मैने हिम्मत करके उसको ज़ोर से.. ह्म्‍म्म्म ऊवूप्स किस किया आवाज़ आई मेरे फर्स्ट किस की गीता को फिर लीक किया गालों में. ज़ोर से चूसा उनके गोरे गालों को और लिप्स को.

गीता को लेता दिया और उसके उपर चाड गया. फिर उसके बूब्स को किस किया और अपने आप को उनकी पूरी बॉडी को रगड़ा. गीता बोली यह ग़लत है तुम सिर्फ़ मेरे अंदर अपना लंड का पानी डाल दो और चले जाओ और आँखें बंद कर ली.

आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में जारी रहेगी.

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