फेसबुक वाली कुंवारी दोस्त को पार्क में चोदा

तभी मैंने अपना लण्ड निकाला क्योंकि जीन्स के अन्दर बहुत टाइट हो रहा था।
मैं आपको बता दूँ.. मेरा लण्ड काफी लम्बा और मोटा है।

मैंने लण्ड को उसके हाथ में दिया तो उसने लेने से मना कर दिया.. पर फिर मान गई।
मैंने उसे मुँह में लेने को कहा.. तो उसने ले लिया.. पर मेरा पूरा लण्ड मुँह में लेना ज़रा मुश्किल है.. क्योंकि मेरा लण्ड बड़ा है।

वो पहली बार कर रही थी.. पर मुझे मज़ा पूरा दे रही थी।
मैंने उसे वहीं लिटा दिया और उसकी जीन्स भी उतार दी.. तो वो ज़रा सी डर गई.. पर मेरे समझाने पर मान गई।

मैंने लण्ड उसकी चूत पर लगाया और अन्दर को सरकाया.. पर बात नहीं बनी। वो अब तक कुंवारी चूत थी.. तो मैंने ज़रा सा थूक उसकी चूत पर डाला और फिर से लण्ड उसकी चूत पर लगा दिया।

अब मैंने अन्दर डाला.. तो वो दर्द से चिल्ला पड़ी।
मैंने उसके होंठों पर होंठ रख दिए और किस करने लगा।

जब वो नॉर्मल हुई तो मैंने एक ज़ोर से धक्का लगाया.. तो मेरा आधा लण्ड उसकी चूत में घुस गया। मैंने उसकी चूत की तरफ देखा तो उसमें से खून भी निकल रहा था.. पर मैं रुका नहीं और लगा रहा।

तभी मैंने एक बार और ज़ोर से धक्का मार दिया.. वो दर्द से कंपकंपा रही थी।
मैं उसके मम्मों को दबाने लगा, अब उसे ज़रा आराम महसूस हो रहा था।

कुछ पलों के बाद मैंने धक्के लगाना चालू किए। अब उसे अब दर्द के साथ साथ मज़ा आने लगा था और वो ‘आहह.. ओहह..’ कर रही थी।

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मैं बीच-बीच में उसके चूचुकों को अपने दाँतों से काट रहा थान उसे भी मज़ा आ रहा था।

करीब 5 मिनट बाद उसने कहा- मेरी चूत से कुछ गिर रहा है।
मैं समझ गया कि उसका पानी निकल गया है। फिर कुछ देर बाद जब मेरा पानी निकलने वाला था.. तो मैंने एकदम से लौड़ा निकाल कर उसके पेट पर मेरा रस गिरा दिया।

इसके बाद हम दोनों उठे और खुद को ठीक किया। फिर उसे घर जाना था.. तो मैंने उसे उसके घर ड्रॉप कर दिया।

उम्मीद करता हूँ.. आप सबको मेरी यह कहानी पसंद आई होगी। दोस्तों अगर पसंद आई तो मेल कीजिए। मुझे और कहानी लिखने का प्रोत्साहन मिलेगा।

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