दिल्ली की मच्योर लेडी मीनल की चुदाई

दोस्तों मेरी उम्र 30 साल हे और मैं चेन्नई से हूँ. लेकिन अभी मैं दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद में काम करता हूँ. आज मैं आप को एक मच्योर लेडी को चोदने की कहानी बताने आया हूँ जो मुझे सोशल नेटवर्क पर मिली थी और मैंने उसे मस्त चोदा था.

ये बात आज से करीब एक साल पहले की हे. इस लेडी को मैं ऐसे ही ब्राउज कर रहा था तो मिला था. दरअसल मेरे कुछ लोकल दोस्त इस लेडी के ऍफ़बी फ्रेंड्स थे. और मैं जब एफबी के ऊपर स्क्रोल कर रहा था तो उसका नाम सजेशन में दिखा. पहले तो मैंने सोचा की ये कोई भडवा ही होगा एंजल प्रिया के जैसा. लेकिन फिर जब मैंने उसका प्रोफाइल देखा तो मुझे रियल पर्सनल का प्रोफाइल लगा. मैंने उसे रिक्वेस्ट भेजी और उसने एड भी कर लिया. उसका नाम मीनल था और उसकी एज करीब 30-31 साल की थी. उसका रंग स्लाईट गोरा था और फिगर करीब 34-32-36 का लग रहा था उसके पिक्स में.

उसने रिक्वेस्ट एड कर ली. और फिर कुछ दिन ऐसे ही बातचित हुई हम दोनों के बिच में. वो भी मेरे में इंटरेस्टेड लग रही थी. मैंने एक दिन चेटिंग करते वकत उस से मिलने की पेशकश की. वो फट से मान गई. हमने अपने नम्बर एक्सचेंज कर लिए और फिर मैंने उसके साथ फोन पर भी बात की. उसका आवाज एकदम पतला और सेक्सी था.

दो दिन के बाद मैं जब अपनी ऑफिस में था तो करीब एक बजे उसका कॉल आया. उसने बताया की मैं अभी फ्री हूँ. और उसने कहा की अगर अभी मिलने आना चाहो तो आ सकते हो. मैंने जल्दी से अपने बॉस को कॉल किया और लूजमोशन का बहाना बता के ऑफिस से कल्टी मारी. मैं भी हाथ में आये हुए इस चांस को मिस करना नहीं चाहता था आज. मैंने जब से मिनल के पिक्स देखे थे तो उस से रूबरू होने को और उसको चोदने को जैसे मचल सा गया था दिल मेरा.

मैं गाडी निकाली उसको कन्फर्म किया की मैं पांच मिनिट में उसके घर पर पहुँच रहा हूँ. वो भी बेताब ही लग रही थी जैसे उसकी चूत को भी चूल्हे पर रखा गया हो. लेकिन उसने कहा की मेरे घर पर नहीं. तुम बहार रुकना और मैं आ जाउंगी. मैंने उसे अपनी कार का नम्बर दिया. उसके घर के सामने की गली में पार्क की और मैंने उसे बुला लिया. वो चुपचाप से आ के मेरी गाडी में बैठ गई. जब वो कार में बैठी तो मैंने उसकी सेक्सी बदन की तारीफ़ की. उसे अच्छा लगा अपनी तारीफ़ सुन के लेकिन उसने कहा, चलो जल्दी से यहाँ से निकलते हे किसी ने पहचान लिया तो मुश्किल होगी मेरे लिए.

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दोपहर का वक्त था और गर्मी भी काफी थी. मेरे दिमाग में उसे ऐसी जगह पर ले के जाने के थे जहा पर कम से कम डिस्टर्बन्स हो और चोदने का प्लान किया जा सके. तभी उसने नेशनल पार्क के लिए कहा तो मैं भी अग्री हो गया और हम उधर निकल पड़े.

वहां पर हम दोनों ने कुछ देर बातें की. फिर मैंने उसे कहा की होटल पर चलेंगे? उसने नोटी स्माइल बना के कहा, जाना ही हे? मैंने कहा हां. वो बोली कार में ही बैठते हे यहाँ कोई अच्छी होटल नहीं हे इतने में. मैं उसकी बात मान गया क्यूंकि बात सही थी उसकी. हम दोनों कार में बैठे. मुझे लगा की आज अपने लंड का दिन नहीं हे.

 

फिर मुझे लगा की आज कुछ नहीं होगा तो मैंने उसे कहा की हम निकले अब. तो वो बोली हां. मैंने कार उसके घर की तरफ ली उतने में वो थोड़ी खुली और बोली, वापस जाने का मन ही नहीं हो रहा हे.

ये सुन के मेरे अंदर के शैतान ने भी जोर किया. मैंने कार को साइड में कर के उसे अपनी बाहों से लपेट लिया और उसके होंठो के ऊपर चूमने लगा. मेरा हाथ जैसे अपने आप ही उसके बूब्स के ऊपर चला गया. टॉप के ऊपर से हिया मैं मीनल के बड़े बूब्स को मसल रहा था और हम दोनों एक दुसरे को एकदम पेशन से भरा हुआ किस कर रहे थे. 10 मिनिट तक बूब्स प्रेस और किसिंग चलता रहा.

उसके अन्दर की आग को देख के मैंने अपने हाथ को उसके ड्रेस में डाल दिया और उसकी ब्रा के हुक्स को खोला. वो बड़ी बेताब लग रही थी लंड लेने के लिए. मैंने टाइम वेस्ट नहीं किया और उसको कहा यहाँ बगल में एक रेस्टोरेंट हे जिसमे कमरे मिलते हे. वो तो रेडी ही थी मेरे साथ चलने के लिए. हम दोनों उस  जगह पर गए और एक कमरा ले लिया.

जैसे ही हम दोनों कमरे में घुसे हमारे बदन एक दुसरे से चिपक गए. मैंने जल्दी से उसके कपडे उतार दिए. उसने रेड साटिन की ब्रा और पेंटी पहनी हुई थी. वो ब्रा पेंटी में एकदम सेक्स की देवी ही लग ताहि थी. उसने ब्रा पेंटी अपने हाथ से उतारी और फिर मेरे से लिपट के मुझे चूमने लगी. हम दोनों की किस करीब 12-13 मिनिट तक चली और उसने मेरे लंड को भी काफी हिलाया उतनी देर तक. हम दोनों एक दुसरे की सलाइवा को चख रहे थे. फिर मैं निचे हुआ और उसके बूब्स को अपने मुहं में भर लिए.

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वो बड़े आम को चूसने का अपना अलग ही मजा था दोस्तों. उसके बूब्स पर से लेडीज़ परफ्यूम की हलकी हलकी स्मेल आ रही थी. मैं दोनों बूब्स को एक एक कर के मस्त चूस रहा था.

वो अब एकदम जोर जोर से मोअन कर रही थी. और उसको अब जल्दी से मेरा लंड ले लेना था. मैंने मिनल को निचे लिटा के अपने लंड को उसकी चूत में धकेला. पहले धक्का फिसल गया तो मैंने फिर से लंड को वहां पर रखा और एक सटीक धक्का लगाया. मेरा पूरा साड़े 6 इंच का लंड इस मच्योर लेडी की चूत में चला गया. मैं अपनी कमर को आगे पीछे कर के उसकी चूत को चोदने लगा. और वो आहें भर रही थी, कराह रही थी और मुझे पूरा सपोर्ट दे रही थी.

मैं 10 मिनट तक उसे ऐसे ही मस्ती से चोदता रहा. और फिर मुझे अपने लंड के ऊपर उसकी चूत का प्रेशर लगा. मैंने उसको पकड़ा और कहा, मेरा निकल रहा हे. वो बोली अंदर ही निकाल दो. मैंने अब जोर कर धक्के दिये और लंड को पकड़ के एक एक बूंद को उसकी मखमली चूत में ही निकाल दिया. मिनल को भी वीर्य की गर्मी अपनी चूत में ले के खूब मजा आया. इस सेक्स का मजा हम दोनों को बराबर आया था.

कुछ पलों के बाद मैं खड़ा हुआ और अपने लंड को टिश्यू से साफ़ किया. मैंने देखा की उसने चुदाई के वक्त मेरे बदन के ऊपर काफी खरोंच मारी थी.

मैंने बहार जा के रेस्टोरेंट से हम दोनों के लिए लिए कोल्ड कोफ़ी और बर्गर लिए. मैं वापस आया तो वो कपडे पहन के बैठी हुई थी. कोफ़ी पिने के बाद मैंने उसके कपडे एक बार फिर से निकलवा दिए क्यूंकि मेरे लंड ने खड़े हो के वापस मिनल की चूत चोदने की इच्छा दिखाई थी!



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