एक सेक्सी भाभी एक जवान लड़के से चुदी

हेलो दोस्तों,

मैं हू अद्वितीया. मेरी आगे है 26 यियर्ज़, और मैं जाईपुर का रहने वाला हू. देखने में मैं अछा हू. फुटबलर हू, तो मेरी बॉडी भी अची ख़ासी मेंटेंड है. मेरा लंड 6 इंच का है, जिसने आज तक 3 भाभियों और बहुत सारी लड़कियों की सेवा करी है.

मैं 2011 से डीयेसेस की स्टोरीस पढ़ रहा हू, और मूठ मार रहा हू. आज सोचा की मैं भी अपनी एक स्टोरी आप लोगों को सुनौउ, ताकि आप भी अपना लोड्‍ा हिलाए और छूट में उंगली करे. आज मैं आपको जो स्टोरी बताने जेया रहा हू, वो है ऑगस्ट 2021 की.

तो दोस्तों बात कुछ ऐसे स्टार्ट हुई की एक दिन मुझे इंस्था पे एक लड़की की फॉलो रिक्वेस्ट आई. लड़की का नाम था अनुष्का. जैसे ही नोटिफिकेशन आया, मैने तुरंत इंस्टाग्राम चलाया आंड प्रोफाइल स्टॉक करने लगा. वो एक लड़की नही बल्कि एक मॅरीड भाभी थी. मेरे मॅन में तो फोटोस देखते ही लड्डू फूटने लगे.

भाभी का नाम अनुष्का था, और देखने में एक-दूं माल थी. आगे कुछ 27-28 के आस-पास होगी, और भाभी का फिगर भी मस्त था. मोटे-मोटे बूब्स, बड़ी सी गांद थी उनकी. मैने तुरंत भाभी की रिक्वेस्ट आक्सेप्ट करी, और उन्हे ‘हे’ मेसेज किया. उधर भाभी ने भी फटाफट से रिप्लाइ भेजा और हमारी बातें शुरू हो गयी.

धीरे-धीरे पता चला की भाभी भी जाईपुर से ही थी. उनकी शादी को 4 साल हो चुके थे, और उनकी मॅरीड लाइफ भी अची चल रही थी. पहले तो मुझे लगा की भाभी शायद ऐसे ही टाइम पास करने के लिए मेसेजस कर रही थी. लेकिन मैने भी सोचा की इतनी माल औरत को जाने देना भी छूतियापा होगा. और मैं भी लग गया भाभी से बात करने.

शुरू में हमारी नॉर्मल बातें हुई, और मैं बस वेट कर रहा था की कब भाभी से सेक्स के टॉपिक पे बात शुरू हो.

जितना मुश्किल लग रहा था, उतना मुश्किल नही था सेक्स की बातें स्टार्ट करना. धीरे-धीरे भाभी ने मेरी गफ़ के बारे में पूछा तो मैने बता दिया भाभी मैं एक-दूं सिंगल हू.

भाभी के अगले मेसेज ने मुझे तोड़ा ग्रीन सिग्नल दिया. जब भाभी ने मुझसे बोला की “मतलब अभी भी अपने हाथ को दर्द दे रहे हो”. फिर मैने भाभी से कहा-

मैं: नही भाभी, ऐसा नही है. कोई ना कोई मिल ही जाती है हूकुप करने के लिए.

फिर हमारी सेक्स रिलेटेड बातें होने लगी, और भाभी ने बताया की उनकी सेक्स लाइफ बहुत ही मस्त चल रही थी. उनके पति का लंड भी अछा था, और वो डेली रात को सोने से पहले और सुबा उठते ही चुदाई करते थे.

भाभी से बात करके मुझे रीयलाइज़ हुआ, की भाभी पूरी चुड़क्कड़ थी, आंड भाभी ने खुद ही बोला की उन्हे बहुत सेक्स पसंद था, और वो बस पुर टाइम चूड़ना चाहती थी.

फिर मेरी और भाभी की सेक्स चट्स होने लगी. भाभी पहले रात को अपने पति से चुड़वति थी, और फिर पति के सो जाने के बाद मेरे साथ सेक्स छत करके अपनी छूट में उंगली करती थी. मैं दूसरी तरफ मस्त मूठ मारता. ये हमारा डेली का रुटीन हो गया था.

भाभी बहुत ही बड़ी वाली चुड़क्कड़ औरत थी. उनकी सेक्स छत से मुझे इतना तो पता चल गया था, की उन्हे छोड़ने में बहुत मज़ा आएगा. भाभी ने बताया की शादी से पहले उनका एक बाय्फ्रेंड था जिसके साथ उन्होने खूब सेक्स किया था.

लेकिन शादी के बाद वो पहली बार मेरे साथ ऐसी बातें कर रही थी. फिर हम दोनो बस मिलने को तड़प रहे थे, आंड भाभी ने बोला की वो मुझसे जाईपुर में तो नही मिलेगी, जब कभी बाहर जाएगी तो मुझे उनसे मिलने बाहर आना पड़ेगा. खैर मैने भी सोचा की अगर किस्मत में हुआ तो अनुष्का की छूट भी मिल जाएगी.

और वो कहते है ना, की जो किस्मत में लिखा होता है वो होके ही रहता है. एक दिन भाभी ने बताया की वो नेक्स्ट वीकेंड पे आगरा जाएगी अपनी दीदी के घर, आंड हम चाहे तो वाहा मिल सकते है. मैं तो खुशी से पागल हो गया, और मैने भाभी को कन्फर्मेशन दे दिया की मैं उनसे मिलने आगरा आ जौंगा.

फिर मैं लग गया आगरा की प्लॅनिंग करने में. भाभी ने बताया की वो अकेले नही आ सकती और उनके साथ उनकी एक फ्रेंड होगी. उनकी फ्रेंड का नाम था वँया. भाभी ने मुझसे कहा की मैं भी अपना कोई फ्रेंड साथ में लेके अओ. क्यूंकी वँया भी एक नंबर की चुड़क्कड़ लड़की थी, और मेरे दोस्त को वो वँया के साथ चिपका देंगी.

मैने भाभी से प्रॉमिस किया की मैं अपना कोई फ्रेंड ले अवँगा क्यूंकी मुझे पता था जिससे भी चलने को कहूँगा वो भोंसड़ी का फ्री की छूट के लिए रेडी रहेगा. मैने अपने एक स्कूल फ्रेंड को पूरी कहानी समझाई, और वो तुरंत चलने को रेडी हो गया.

फिर मैने भाभी से वँया की फोटो माँगी, और जैसे ही भाभी ने फोटो भेजी, मेरा लोड्‍ा खड़ा हो गया. बहनचोड़ वँया तो भाभी से भी ज़्यादा माल निकली. खैर मैने भाभी पे अपना फोकस किया, और फाइनली मैं और मेरा दोस्त मयंक मेरी कार से निकल पड़े आगरा के लिए.

मैने एक 4 स्तर होटेल में 2 रूम्स बुक करा लिए थे. हम होटेल में जाके फ्रेशन उप हुए और भाभी आंड वँया का वेट करने लगे. करीब एक घंटे बाद भाभी का मेसेज आया की वो लोग होटेल के नीचे आ गये थे. तब तक मैं और मयंक भी रेडी हो गये थे, आंड हम उन्हे लेने नीचे गये.

नीचे जाते ही हमने देखा 2 बहुत ही भयंकर माल लड़कियाँ खड़ी हुई थी. दोनो वन पीस पहन कर आई थी, और दोनो की थाइस देख कर मॅन किया की अभी पकड़ के सोफे पे छोड़ डू.

मैं तो वँया को देखते ही पागल हो गया. वँया का बूब्स और गांद तो भाभी से छ्होटे थे, लेकिन फिर भी वो ग़ज़ब माल लग रही थी. मैने अपना ध्यान भाभी पे शिफ्ट किया, और सोचा की पहले भाभी को पेल लेते है, इसको बाद में देखेंगे.

हम दोनो ने एक-दूसरे को हग किया, और रिसेप्षन पे जाके फॉरमॅलिटीस पूरी करी. वँया और मयंक काफ़ी अनकंफर्टबल फील कर रहे थे, क्यूंकी दोनो ने मिलने से पहले ज़्यादा बातें भी नही करी थी.

पहले तो हम चारो लोग एक ही रूम में गये और बातें करने लगे. मैं बस वेट कर रहा था की कब वँया और मयंक उठ कर अपने रूम में जाए, और मैं अनुष्का भाभी की छूट का भोसड़ा बनौ.

भाभी को समझ आ गया था की मेरी हवस कंट्रोल के बाहर हो रही थी, तो उन्होने खुद की वँया को दूसरे रूम में जाने के लिए बोला. वो दोनो फाइनली उठे, और मैं खुशी-खुशी रूम लॉक करके आया और आते ही भाभी पे टूट पड़ा.

भाभी को मैं ज़ोर से किस करने लगा, और उनकी गांद दबाने लगा. भाभी भी जैसे इसी का वेट कर रही थी, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी, और हम एक-दूसरे की जीभ से खेलने लगे.

भाभी-बहुत ही ज़्यादा हॉर्नी लड़की थी, और वो मुझे भूखी शेरनी की तरह किस कर रही थी. 5 मिनिट में ही मैं समझ गया था, की ये सेक्स मुझे पूरी लाइफ याद रहेगा.

किस करते करते हम बेड पे गिरे और भाभी इतनी वाइल्ड हो गयी थी, की उन्होने मेरी त-शर्ट उतार दी, और मेरे निपल्स को काटने लगी. मैने भी भाभी का वन पीस उतरा, और भाभी ब्लॅक ब्रा और पनटी में मेरे सामने थी.

दूध जैसी गोरी भाभी और उस पर ब्लॅक ब्रा और पनटी देख कर मैं पागल हो गया. मैने भाभी की ब्रा उतरी, और भाभी के बूब्स उछाल के बाहर आ गये. बहेनचोड़ कितने मस्त बूब्स थे भाभी के.

ऐसा नही है की मैने इससे पहले इतने बड़े बूब्स नही देखे थे. एक लड़की को मैने छोड़ा था, जिसका ब्रा साइज़ 38ड्ड था. लेकिन फिर भी भाभी के फिगर के हिसाब से भाभी के बूब्स पर्फेक्ट थे, 34सी.

मैने एक हाथ से भाभी के लेफ्ट बूब को दबाना स्टार्ट किया, और रिघ्त बूब्स को चूसना स्टार्ट किया. भाभी बहुत ज़ोर से मोन कर रही थी. भाभी अपना हाथ मेरी जीन्स पेर के गयी और उपर से मेरा लंड दबाने लग गये.

वो बहुत ज़्यादा एक्सपीरियेन्स्ड थी, और उनका एक-एक टच मुझे पागल कर रहा था. फिर भाभी ने मेरी जीन्स और मेरी अंडरवेर एक साथ उतार दी, और मेरा लंड आज़ाद हो गया. भाभी मेरा लंड देख कर खुश हो गयी, और बोली-

भाभी: यार आदि, तेरा तो मस्त मोटा है.

मैने बोला: भाभी आपका ही है, लेलो.

भाभी ने बोला: देख सेक्स के टाइम पे मुझे आप करके मत बुला, फुल गालियाँ दे. मुझे गंदा सेक्स पसंद है. एक-दूं वाइल्ड.

ये सुनते ही मैं तो खुश हो गया, क्यूंकी मुझे भी सेक्स के टाइम गालियाँ देना और सुनना बहुत पसंद है.

मैं: हा तो चूस ले अब इसे, निकाल इसका पानी.

भाभी: इतनी क्या जल्दी है तुझे पानी निकलवाने की कुत्ते? ऐसे मेरी प्यास कैसे बुझाएगा तू हरामी?

मैं: अर्रे तू चूस तो सही बेहन की लोदी, तेरी छूट का भोंसड़ा बनेगा आज. देखती जेया तू.

फिर भाभी ने मेरा लंड मूह में लिया, और पूरा गीला करने के बाद भाभी एक पोर्नस्तर की तरह मेरा लंड चूसने लग गयी. भाभी के ब्लोवजोब स्किल्स से पता चल रहा था, की भाभी पूरी प्रोफेशनल थी, और मस्त डीप थ्रोट दे रही थी.

मैने भी भाभी की पनटी के उपर से उनकी छूट को रब करना स्टार्ट किया. भाभी की पनटी पूरी गीली हो रखी थी, मेरा हाथ लगते ही भाभी मछली की तरह काँप गयी. फिर मैने भाभी की पनटी उतरी और भाभी की क्लीन शेव्ड छूट मेरे सामने थी.

पता चल रहा था की भाभी ने आज ही अपनी झाँते सॉफ करी थी. भाभी अपनी टांगे खोल के पीठ के सहारे बेड पे लेट गयी, और मुझे अपनी छूट चाटने के लिए इशारा करने लगी. छूट चाटना मुझे सेक्स में सबसे ज़्यादा पसंद है, और अभी तक मैने जिसको भी छोड़ा है, उन सब ने मेरी टंग स्किल्स की बहुत तारीफ करी है.

मैं धीरे-धीरे भाभी की थाइस को किस करते हुए उपर गया, और इन्नर थाइस को चाटने लगा. भाभी अब ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रही थी ‘छत मेरी छूट कमीने, तडपा मत अपनी जीभ डाल दे अंदर.’

लेकिन मैने अपना टीज़िंग ग़मे चालू रखा, और भाभी की इन्नर थाइस को किस करता रहा, और एक हाथ से भाभी के ग-स्पॉट के चारो तरफ रब करता रहा. और फिर मैने भाभी की छूट के लिप्स खोले, और अपनी जीभ से चाटना स्टार्ट किया. मैने सीधे भाभी के ग-स्पॉट को लीक किया, और भाभी पागल सी हो गयी.

भाभी: आआआः बेबी, लीक मे हार्ड बेबी. योउ अरे सो गुड बेबी. एस रिघ्त तेरे, रिघ्त देर. आदि तू कितना अछा चाट रहा है यार, प्लीज़ ज़ोर से चाट आदि.

भाभी की छूट से बहुत सारा पानी निकल रहा था, आंड फिर मैने अपनी एक उंगली भी भाभी की छूट में डाली, और छूट के उपर वाले पार्ट को लीक करता रहा.

भाभी एक-दूं पागल सी हो गयी, और ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रही थी. शायद ये भाभी का पहला एक्सपीरियेन्स था. 5 मिनिट की लिकिंग में भाभी ने एक बार कम कर दिया था, आंड फिर भाभी मुझे छोड़ने के लिए बोलने लगी.

भाभी: अब छोड़ दे मुझे आदि प्लीज़, लंड डाल दे अपना प्लीज़.

मैने अपना लंड भाभी की छूट पे रब किया. छूट के पानी से भाभी की छूट पूरी चिकनी हो रखी थी, और भाभी ने मुझे कॉंडम के लिए माना कर दिया. फिर मैने भाभी की छूट में लंड डाला. वैसे तो भाभी बहुत बार चुड चुकी थी, लेकिन फिर भी भाभी की छूट ढीली नही थी.

तो 2-3 झटको में लंड अंदर चला गया. छूट गीली होने की वजह से काफ़ी आसानी से लंड चला गया, और भाभी की छूट किसी भट्टी की तरह गरम थी. फिर मैने स्ट्रोक्स लगाने शुरू किए, और पुर रूम में ठप-ठप की आवाज़े आने लगी. भाभी इतना जोश में थी, की वो भूल गयी की हम एक होटेल में चुदाई कर रहे थे, और वो ज़ोर-ज़ोर से मुझे गालियाँ देने लगी.

भाभी: छोड़ हरामी मुझे, भोंसड़ा बना दे मेरी छूट का. बहुत बार चूड़ी हू मैं, लेकिन इतना मोटा लंड कभी नही लिया. छोड़ बेहन के लोड, ज़ोर से छोड़.

मैं: हा बहनचोड़, मैने भी बहुत छूट छोड़ी है आज तक. लेकिन इतना मज़ा कभी नही आया कुटिया. पूरी रांड़ है तू बेहन की लोदी.

भाभी: तेरी रंडी हू मदारचोड़ मैं. मेरी हवस मिटा भोंसड़ी के. मार मेरी छूट ज़ोर-ज़ोर से.

ऐसे करते-करते हमने 15 मिनिट तक मिशनरी में चुदाई करी, और फिर भाभी ने बोला की उन्हे मेरे उपर आना था. फिर हम कॉवगिरल पोज़िशन में आए, तो भाभी ने मेरा लंड पकड़ के अपनी छूट पर रखा, और फिर उपर-नीचे होने लगी.

भाभी उपर-नीचे होती तो उनके बूब्स उछाल रहे थे. क्या मस्त सीन था बहनचोड़. भाभी की मोटी गांद, मोटे बूब्स ज़बरदस्त थे. हाए! अभी लंड खड़ा हो गया सोच-सोच के. ऐसे 6-7 मिनिट बाद जब मेरा होने लगा, तो मैने भाभी से बोला मेरा निकालने वाला था.

तो भाभी मेरे लंड से उठी, और अपने हाथ में लंड लेके हिलने लगी. 10-15 सेकेंड्स बाद मेरा मूठ निकला, और भाभी के फेस और बूब्स पे गिर गया. भाभी के मूह पे गिरा हुआ मूठ देख कर वो एक हाइ लेवेल पोर्नस्तर लग रही थी.

हमारा पहला रौंद करीब 40 मिनिट चला, और हम दोनो पसीने में भीग गये. भाभी वॉशरूम से जेया कर टिश्यू पेपर लेके आई, और अपने मूह से मेरा मूठ सॉफ किया. फिर उसने मेरे लंड को सॉफ किया, और लंड पे एक किस करी. भाभी पूरी तरह से खुश और सॅटिस्फाइड थी.

भाभी: बहुत साल हो गये चुदाई करते हुए. लेकिन जो मज़ा आज आया है, वो कभी नही आया.

मैं: अभी तो शुरुआत है भाभी, अभी तो आपका भोंसड़ा फाड़ुँगा मैं आज.

हम दोनो हासणे लगे, और कपड़े पहन कर मयंक और वँया के रूम में गये. वो दोनो अभी तक बातें ही कर रहे थे, और हमारी हालत देख कर उन्हे समझ आ गया की हमने एक बार ताबड़तोड़ चुदाई कर ली थी.

वँया ने बोला: अनुष्का इतना ज़ोर से तो मत चिल्ला. यहा तक आवाज़ आ रही थी.

भाभी: बेटा जब तू इसका लंड देखेगी ना, तो तुझे पता चलेगा.

और फिर हम हासणे लग गये.

थोड़ी देर बात करने के बाद मैं और भाभी फिरसे अपने रूम में आए, और हमने फिर एक रौंद किया. उस दिन हमने टोटल 5 बार चुदाई करी, और रूम के हर कोने में मैने भाभी की छूट का भोंसड़ा बनाया.

उसके बाद भाभी और वँया दोनो अपने घर चले गये, और मैं और मयंक नेक्स्ट दे जाईपुर आ गये. मैं और अनुष्का भाभी आज भी कॉंटॅक्ट में है. हम बहुत बार सेक्स छत भी कर चुके है. लेकिन अभी तक चुदाई का मौका नही मिला है. होप्फुली फिरसे हम मिलेंगे और ताबड़तोड़ चुदाई होगी.

तो दोस्तों ये थी मेरे और अनु भाभी के चुदाई की कहानी. ऐसी और भी कहानियाँ लेकर मैं फिरसे जल्द होऊँगा. कहानी कैसी लगी आप मुझे ज़रूर बताए. कोई भी लड़की, भाभी या आंटी मुझसे बात करना चाहती है, तो प्लीज़ मुझे मैल करे.

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