एक लड़के और दो बहनो में सेक्स होने वाला है

हेलो दोस्तों, मेरा नाम शॉमे है. मैने रीसेंट्ली मेरी डिग्री कंप्लीट की है. मेरी एक गफ़ है, जिसका नाम सुरभि है. वो दिखने में बहुत खूबसूरत है. गोरा फेस है उसका, और रसीले लिप्स. अब मैं क्या बोलू, दिखने में पूरी बिपसा बसु की तरह लगती है.

हमारा रिलेशन्षिप बहुत अछा है. अभी भी हम एक साथ है. तो आप लोगों को और बोर ना करते हुआ अब स्टोरी पे आता हू. या बात 2 साल पुरानी है, जब मेरी गफ़ की बड़ी बेहन की नयी-नयी शादी हुई थी.

उसका नाम सालू है, वो भी दिखने में बहुत मस्त है. फिगर तो कमाल का है उसका जिसको देखते ही लंड खड़ा हो जाए. उसका पति बहुत किस्मत वाला है, जो ऐसी बीवी मिली उसको.

तो उनकी शादी का बाद वो लोग हनिमून पे गये थे. उनके साथ में सुरभि और मैं भी डार्जीलिंग चले गये. वाहा जाने का बाद हम लोगों ने होटेल में 2 रूम लिए. एक में वो दोनो थे, और एक में सुरभि और मैं.

रात हो गयी थी, तो हम लोग टाइयर्ड थे बहुत. तो हम डाइरेक्ट सोने चले गये. सोने सा पहले मैने और सुरभि ने फोरप्ले किया. मुझे उसके लिप्स बहुत पसंद थे, तो मैं किस्सिंग करना लगा. बुत हम दोनो बहुत तक चुके थे, तो किस्सिंग करते-करते कब सो गये पता ही नही चला.

जब आँख खुली, तो सुबा हो चुकी थी. मेरी आँख खुली तो देखा मेरा लंड खड़ा था, और सुरभि मेरा लंड पकड़ कर हिला रही थी. तो मैने उसका सर पकड़ कर लंड उसके मूह में घुसा दिया. बहुत मज़ा आ रहा था.

तभी अचानक सालू की आवाज़ सुनाई दी. तो हमारा मज़ा आधा रह गया. उसके बाद हम नहा धो कर ब्रेकफास्ट करने गये. तो सालू के पति (राघव) ना कहा-

राघव: आज ट्रेकिंग पे चलते है जंगल में.

तो मैने और सब ने बोला: ठीक है.

मुझे ट्रेकिंग करना बहुत अछा लगता है. मैं काई बार गया हू ट्रेकिंग पर, और बीटीयौ हम सब चत्तीसगर्ह के रहने वाले है. सो ब्रेकफास्ट करके हम सब ट्रेकिंग पे निकल पड़े.

सालू आज बहुत ही हॉट लग रही थी. मेरा तो उसको देख कर लंड खड़ा हो गया. सुरभि ने मेरा 7 इंच का खड़ा लंड देख लिया था. वो समझी उसके लिए खड़ा हुआ था लंड, लेकिन वो तो सालू के लिए था.

मैं बार-बार सालू की तरफ देख रहा था, तो सुरभि मेरी तरफ तिरछी नज़र सा देख रही थी. मैने तुरंत आँख हटा ली, और सुरभि की तरफ देखने लगा. उसके बाद हम सब जंगल के लिए जाने लगे तो हम लोगों ने टॅक्सी ली.

राघव को उल्टी की प्राब्लम थी, तो वो टॅक्सी की विंडो सीट के सामने बैठ गया. मैं उसकी साइड में सालू उसके बाद में, और दूसरी साइड की विंडो के सामने सुरभि बैठी. क्यूंकी उसको भी उल्टी की प्राब्लम थी.

फिर टॅक्सी स्टार्ट हुई और हम जाने लगे. मेरी एक साइड में सुरभि और दूसरी साइड में सालू बैठी हुई थी. मैं अब ऐसी ही बातें कर रहा था की मेरा हाथ तोड़ा हिला, और मेरी कोहनी सालू के बूब्स पा अचानक टच हो गयी. मैने उसको सॉरी बोला तो उसना बोला-

सालू: अर्रे कोई बात नही.

सुरभि: क्या हुआ?

मैं: कुछ नही, वो ग़लती सा हाथ लग गया था.

सुरभि: कहा हाथ लग गया?

मैं: कही पे नही, बस ऐसे ही.

सालू: मेरी चूची पर कोहनी लग गयी थी उसकी ग़लती से. इतना भी शक मत कर उसके उपर.

तो सुरभि को शरम आ गयी और उसना कहा-

सुरभि: अर्रे नही, मैं तो ऐसे ही कह रही थी.

तो मैने कहा-

मैं: देखिए ना दीदी, हर टाइम मुझपे शक करती रहती है.

सालू: इतना हॅंडसम बाय्फ्रेंड मिला है, शक तो करेगी ही.

ये सुन कर मेरा मॅन तो मानो की आसमान में चला गया. मैने सालू की तरफ देखा तो वो मुझे आँख मार कर हस्स रही थी. उसके बाद सुरभि ना कहा-

सुरभि: हॅंडसम! अर्रे दीदी, आपकी आँखें तो खराब नही हुई?

तो मैने उसकी कमर पर पिंच किया और कहा-

मैं: तो क्या मैं हॅंडसम नही हू? दीदी आप बोलिए.

तो राघव बोला-

राघव: तेरी आँखें खराब है. शॉमे बहुत क्यूट है दिखने में. तू कितनी लकी है.

मैं तो मानो पूरा हवा में था. मेरा लंड पूरा तन्ना हुआ था, जिसको मैने हाथ से च्छूपा रखा था. तो फिर सुरभि बोली

सुरभि: उससे आचे तो जीजू है, कितने हॉट है देखु मेरे जीजू.

मुझे एक-दूं से गुस्सा आ गया, जिसको मैने ज़ाहिर नही किया. उधर जीजू बोले-

राघव: क्या बात है सुरभि, आज मेरे उपर बहुत तरस आ रहा है. पहले तो ऐसे कभी नही बोली तुम?

सुरभि: हा जीजू, ठीक बोल रही हू. काश आप मुझे दीदी से पहले मिले होते.

सुरभि ये सब मुझे जेलस फील कराने के लिए बोल रही थी. तो मैने सुरभि कमर में एक ज़ोरदार चींटी काटी. इससे वो चीख उठी तो राघव बोला-

राघव: क्या हुआ?

सुरभि: कुछ नही जीजू, जलने की बू आ रही है.

और उसने राघव की तरफ देख कर आँख मारी. फिर सालू ने कहा-

सालू: क्यू बेचारे को तंग कर रही है तू?

और उसने मेरे गालो को सहलाया, जो मुझे बहुत अछा लगा. राघव वो देख कर जल रहा था, तो सुरभि भी मेरे गालो को सहला कर बोली-

सुरभि: अले मेरे बाबू को गुस्सा आया.

और फिर उसने मुझे सबके सामने गालो पर किस किया. फिर राघव बोला-

राघव: अर्रे हम भी है यहा पर!

सुरभि: तो क्या हुआ जीजू, आप भी दीदी डेडॉ किस इनको.

तो राघव सालू को किस करने जेया रहा था, की सालू ने उसकी तरफ फेस किया तो गाल का बजाए लिप्स पर किस हो गयी. फिर सुरभि ना कहा

सुरभि: वाह जीजू, मैने तो गाल पर किया था. बुत आपने तो लिप्स पे कर दिया.

तो मैने मेरा फेस सुरभि की तरफ किया और एक ज़ोरदार डीप लीप-लॉक किया. सुरभि शॉक्ड हो गयी और बोली-

सुरभि: वाह मेरे शेर इसको कहते है हिम्मत.

और हम सब हासणे लगे. तभी जंगल आ गया था, तो हम सब टॅक्सी से उतार गया. मैने मेरे लंड को तोड़ा अड्जस्ट किया. तभी सालू की नज़र पड़ी मेरे लंड के उपर, और वो देख कर तोड़ा मुस्कुराइ.

मुझे शरम आ गयी तो मैने नज़र चुरा ली. फिर हम जंगल की तरफ जाने लगे तो रास्ते में देखा की और भी बहुत लोग जेया रहे थे ट्रेकिंग के लिए. हम चारो चल रहे थे. तिफ्फ़िं का बाग राघव का पास था. मैने टेंट का बाग लिया था, और दोनो लड़कियों ने कुछ भी नही लिया था.

करीब 2 घंटे चलने के बाद हम एक जगह पर आके रुक गये रेस्ट करने का लिए.

तो बाकी की कहानी मैं नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा, की क्या हुआ जंगल में, और कैसे मैने मेरी गफ़ और उसकी बेहन दोनो को छोड़ा. 

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