एक छोटी सी फ़क स्टोरी

तब मामी ने कहा अभी क्या मुझपर कम मुसीबत आई है क्या? मेरा तो हाल बहुत बुरा हो गया है फ़िर भी तुम करो मगर धीरे धीरे करो न! फिर मैने मामी से कहा कि मामी आपकी चूत तो बहुत ही टाइट है इसलिये आपको इतना दर्द हो रहा है और मुझको आप के चूत में मेरा लंड डालने में दिक्कत आ रही है। तो मामी बोली मेरी चूत टाइट नहीं बल्कि तेरा लंड ही बहुत बड़ा है। क्या मैं इस से पहले अपने पति से नहीं चुदवाती थी क्या? तब तो मुझे इतना दर्द नहीं हो पाया था। फिर मैने मामी से कहा अच्छा ठीक है अब आप कुछ देर तक ऐसे धक्के सहन कर लीजियेगा बाद में आपको कोई परेशानी या दर्द नहीं महसूस होगा। तो मामी बोली तू तो मेरे चूत के आर पार लंड डाल के पीछे से ही बाहर निकालेगा।

और जब मैं पेशाब करने लगूंगी तो मेरे आगे से और पीछे से भी फ़ौव्वारे निकालेगा तू। तब मैने मामी से कहा मामी अगर ऐसा हुआ तो आप जब भी पेशाब के लिये जायेंगी तो मुझे बुला लीजियेगा मैं आप के पीछे मेरा लंड डालूँगा फिर आप सही तरह से पेशाब कर सकेंगी। ऐसे कहते ही मैने मामी को और एक झटका लगाया तो मेरा लंड ५ इंच उनकी चूत में चले जाते ही मामी दर्द के मारे चिल्ला उठी। और मुझे अपने शरीर से दूर ढकलने लगी तो मैने मामी को जोर से मेरे सीने से दबोच के रखा और फिर मेरा बैक साइड पीछे लेकर और एक धक्का लगाया तो मेरा लंड ५ इंच अंदर चले जाते ही मामी ने मेरे बाल खीच कर मेरा विरोध करने लगी तो मैने अपने लिप्स उनके लिप्स पे रख कर किस करना शुरु कर दिया और साथ में ही चूचियों को मसलने लगा तो मामी उत्तेजित हो गयी और मेरे बालो को छोड़कर किस करने में मेरा साथ देने लगी तो मैने और एक झटका लगाया तो मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर चले जाते ही मामी ने मेरे लिप्स को काटा।

यह कहानी भी पड़े  चाचा ने जन्नत दिखाई

फिर थोड़ी देर के बाद मैने अपना लंड अंदर बाहर करना शुरु किया कुछ ही देर में मामी मुझे साथ देने लगी वो अपना चूतड़ उपर नीचे उठा कर साथ देने लगी। और कुछ ही देर के बाद मामी ने अपना सरा कम निकाल दिया मामी दो-तीन बार झड़ गयी फ़िर बाद में मैं भी झड़ गया कुछ देर तक हम वैसे ही पड़े रहे। फिर आधे घंटे के बाद मैने मामी को उल्टा लिटाके उनके पिछवाड़े पे लंड रखकर रगड़ने लगा फिर बाद में मैने मामी के चूतड़ के गैप में मेरा लंड रखकर एक जोरदार धक्का लगाया तो मेरा २ इंच लंड अंदर चले जाते ही मामी दर्द के मारे चिल्लाने लगी तो मैने मामी का मुंह दबाके रखा तो मेरे हाथ को काटा।

और फिर मुझे बड़बड़ाने लगी कि क्या आदमी है या जानवर ऐसा हाल करते है क्या कोई औरत के साथ। अब फ़ौरन तुम्हारा लंड बाहर निकालो वरना अच्छा नहीं होगा। तो मैं मामी से बोला मामी मुझे माफ कर दीजिये आइंदा मैं ऐसे बेरहमी से आपको नहीं चोदुंगा आपको धीरे धीरे चोदुंगा सिर्फ़ एक मौका और प्लीज। तो मामी तैयार हो गयी फिर मैं मामी को धीरे धीरे धक्के लगाता रहा लेकिन फिर भी मामी को दर्द हो रहा था। परन्तु मामी वो दर्द सहन कर रही थी जब मेरा पूरा लंड उनके चूतड़ के छेद में चला गया तो मामी के छेद में से खून बाहर आने लगा फिर मैं थोड़ी देर तक धीरे धीरे धक्के लगाता रहा। कुछ ही देर में मामी के छेद में से रेड कम (खून कि वजह से) बाहर आने लगा तो मैने थोड़ी सी स्पीड बढ़ा दी और मामी भी मुझे साथ देने लगी इस तरह हमने उस रात को फुक्किंग ( चूदायी) का मजा लिया और उसके बाद मैने मामी को २ बार चोदा फिर मुझे पुणे में ही जोब लग गयी

यह कहानी भी पड़े  पॉर्न मूवीस के जैसी चुदाई आंटी के साथ

Pages: 1 2 3 4 5 6



error: Content is protected !!