ही दोस्तो मई फ़ातिमा आपके लिए एक और मा बेटे की कहानी लेकर आई हूँ जो की मेरी एक रीडर की स्टोरी है उम्मीद है आपको पसंद आएगी.
ही मेरा नाम सानिया है और जो मई कहानी सुनने जेया रही हूँ शायद कुछ लोगो को झुत लगे लेकिन ये मेरी लाइफ की एक साची कहानी है जो की मेरे और मेरे बेटे के बीच की है.
मई अपने बारे मे बता डू तो मई टिपिकल मुस्लिम औरत हू मेरा फिगर 36-34-38 है और मेरी उमर 44 साल है. मेरा एक बेटा है जिसका नाम आसिफ़ है और वो 23 साल का है और मेरे सोहर का नाम उस्मान है जिनकी एक सिलाई की दुकान है और वो कपड़े सिलाई का करते हैं और वो 53 साल के हैं.
मेरे बेटे ने अभी अभी स्टडी कंप्लीट की और उसकी जॉब बंगलोरे मे लग गयी, और वो गओन से अब सहेर रहने जेया रहा है.
मेरे बेटा मेरे बहुत ही क्लोज़ था हर वक़्त बसस अम्मी अम्मी करता रहता था. सहेर जेया कर भी वो मुजसे फोन मे ढेर सारी बाते किया करता था.
एक दिन अचानक उसने फोन मे बताया की उसकी तबीयत बहुत कराब है और उधर उसकी देख भाल के लिए भी कोई न्ही था. तो मई और मेरे सोहर घबरा गये, ह्यूम जल्द से जल्द उसके पास जाना था लेकिन इसके अब्बू को जल्द से जल्द कुछ लोगो के कपड़े सील कर देने है तो वो नही जेया सकते थे तो मुझे अकेले ही जाना पड़ा.
मई सहेर के बारे मे ज़्यादा कुछ नही जानती थी पर अपने बेटे के लिए बिना सोचे अकेले चली गयी. जैसे ही सहेर पोंची तो मई वाहा के भीड़ ब्ड़का देख कर घबरा गयी. वाहा औरते भी छोटे छोटे कपड़ो मे घूम रही थी जो मई फ्ली बार देख रही थी.
सहेर पोंछ कर मैने अपने बेटे को कॉल किया.
अम्मी – बेटा अपना अड्रेस भेज दे मई टॅक्सी कर के आ जौगी.
बेटा – अम्मी आप सहेर के बारे मे ज़्यादा न्ही जानते आप वही रूको मई आपको लेने आता हू.
अम्मी – बेटा लेकिन तेरी तो तेज़ तबीयत खराब थी.
बेटा – अरे अम्मी वो ज़्ब छोड़ो मई आता हूँ.
मई थोड़ी देर वाहा बेत कर अपने बेटे का वेट करती रही थोड़ी देर मे मेरा बेटा वाहा पोंचा.
अम्मी – बेटा तूने तो बोला था तेरी तबीयत बहोट खराब है.
बेटा – अरी अम्मी ऐसे नही बोलता तो आप वही गौण मे रहती और मेरे साथ सहेर घूमने कभी न्ही आती तो एक झुत तो चलता है.
अम्मी – बेटा ऐसा कोई झुत होता है टुजे पता भी है हम कितना घबरा गये थे.
बेटा – अरी अम्मी वो ज़्ब चड़ो चलो अब आपको अभी सहेर घूमता हूँ.
इसका मतलब् ये था की मेरे बेटे ने मुझे अपने पास बुलाने के लिए झुत बोला था खेर जो भी हो मुझे सहेर आके अछा लग रहा था, मेरे बेटे ने उस दिन मुझे बहोट जगा घुमाया हुँने बहोट सारी फोटोस क्लिक की और रत को हम उसके कमरे मे चले गये
अम्मी – बेटा आज तो मुझे बहोट मज़ा आया घूमने मे.
बेटा – अम्मी भी तो आपको अपने पास बुलाया मैने. अब आप कुछ दिन यही मेरे साथ रहोगी. आपको नही पता मैने आपको यहा कितना मिस किया.
अम्मी – हाँ बेटा मैने भी टुजे बहोट मिस किया.
मैने अपने बेटे को हग कर दिया. फिर रात को हुँने खाना खाया और सोने की त्यर करने ल्गे उसके रूम मे एक छोटा सा बेड था तो दोनो उसी बेड मे लेट गये.
अम्मी – बेटा तेरी व्जा से मैने चेंज करने को कोई क्पडे भी न्ही लाए और इसी मे आ गयी.
बेटा – कोई बात न्ही अम्मी कल ऑफीस से आते हुए आपके लिए लेकर आ जौंगा.
फिर हम सोने लगे बेड छोटा होने से मेरा बेटा मुजसे चिपक के सो रहा है उसने हाथ मेरी कमर मे र्खा हुआ था और मेरी मोटी गांद मेरे बेटे से टच हो रही ही और ऐसे ही सो गये.
अगली सुबा हम उठे मैने उसे नाश्ता दिया और वो ऑफीस के लिए च्ला गया. दिन भर मई घर मे अकेले बोए हो रही थी शाम को वो घर आया और मेरे लिए कुछ क्पडे लेकर आया.
बेटा – अम्मी ये कुछ आपके घूमने के लिए और ये इसमे आपको रात को सोने वेल कपड़े.
अम्मी – ठीक है बेटा मई चेंज कर के आती हू.
मई चेंज करने जाती हू तो देखती हू मेरा बेटा एक छोटी सी निघट्य लाया था.
अम्मी – बेटा ये तो बहोट छोटी ड्रेस है ऐसे क्पडे मई नही पहनती.
बेटा – अम्मी छोटा नही है यहा सहेर मे सारी लॅडीस यही पहनती है और वैसे भी घर मे हम ही दोनो तो हैं.
अम्मी – बेटा लेकिन मुझे आदत नही है.
बेटा – अम्मी धीरे धीरे आपको सहेर की आदत प्ड जाएगी.
माईओ छोटी सी निघट्य पहें के आती हू जिसमे मेरे मोटे मोटे बूब्स सॉफ नज़र आ रहे थे और उमे मेरी गांद भी काफ़ी बाहर के तरफ नज़र आ रही थी मई श्रमते हुए बाहर आती हूँ.
बेटा – देखा अम्मी आप इसमे कितनी सुंदर ल्ग रही हो चलो आपकी फोटोस क्लिक करता हू.
अम्मी – न्हीई बेटा मई मोटी ल्ग रही हू.
बेटा – अरी अम्मी आप ऐसे ही रो रूको.
और मेरे बेटा मेरी बहोट सी फोटोस क्लिक करने लगता है फिर रात को हम खाना खा कर सोने लगते हैं बेड मे.
अम्मी – बेटा टुजे पता है दिन भर मई कितनी बोर हुई.
बेटा – अम्मी तो लॅपटॉप मे मूवीस देख लेती ना.
अम्मी – अरी बाबा मुझे खोलना ही कहा आता है.
बेटा – रूको अभी आपको सिखाता हू.
फिर रात को वो मुझे लॅपटॉप चलना सिखाता है और हम सोने लगते है. तो वो मुजसे चिपक के सोने लगता है और मुजसे चिपक जाता है मुझे पीछे से मेरी गांद मे उसका खड़ा लंड फीलोने लगता है और उसका हाथ मेरी पेर मे र्खा होता है
मेरे बेटे का अपनी अम्मी से चिपक कर लंड खड़ा हो रहा था जिससे मुझे तोड़ा अजीब लग रहा था. लेकिन मुझे लगा वो सो गया है नींद मे ऐसा हो गया होगा.
नेक्स्ट दे वो ऑफीस गया तो मई उसका लॅपटॉप च्लने ल्गी. मुझे कोई मूवीस समझ न्ही आ रही थी तो मई ऐसे ही सारे फोल्डर्स चेक करने लगी उसमे एक फोल्डर मिला जो की होमे स्क्रें पर ही था और जिसमे लिखा था मी लोवे. मुझे लगा मेरे बेटे की कोई गफ़ है जो इसने हुंसे छुपा रखी है तो मैने फोल्डर खोला.
तो उसमे साअरी मेरी फोटोस थी बहोट सारी. मुझे ख़ुसी हुई की मेरा बेटा मुजसे कितना प्यार करता है तो धीरे धीरे मैने और फोटोस देखी तो मेरी आँखे फटी की फटी रह गयी.
उसमे मेरी अजीब अजीब फोटोस थी जो मेरे बेटे ने चुपके से क्लिक की थी. मेरे क्पडे चेंज करते हुए चुपके से क्लिक की हुई फोटोस जिसमे मई सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे थी.
ये ज़्ब देख कर मैने और चेक किया तो उसमे एक फोल्डर था मी ड्रीम. वो खोलते ही देख कर मेरी पारीओ तले जेमीन खिसक गयी.
उसमे मेरे बेटे ने नंगी फोटोस मे मेरे चेहरा लगा र्खा था. जिसमे मोटी मोटी ओरते नंगी अपनी छूट खोल कर लेती हैं और उसमे इसने मेरा चेहरा लगा रखा था. एक फोटो तो ऐसी थी जिसमे एक लड़के का लंड लड़की की छूट मे था और उसमे चेरा मेरा और मेरे बेटे का लगा था एडिट करके.
मई सोच मे पद गयी की मेरा बेटा मेरे बारे मे ये ज़्ब सोचता है. फिर मैने वीडियोस देखी जिसमे मा बेटे की चुदाई की वीडियोस थी एक लड़का अपनी मा की चुदाई कर रहा था, ये ज़्ब देख कर मई हैरान रह गयी.
दिन भर इसी सोच मे बीट गया रात को मेरे बेटा मेरे लिए गिफ्ट्स लेकर आया और बोला-
बेटा – अम्मी देखो मई आपके लिए क्या लेकर आया हूँ.
अम्मी – (मई उसी सोच मे थी) क्या?
बेटा – चलो आप आँख ब्न्ड करो फ्ले और यहा पर बेतो (उसने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे बेड मे बिताया और मेरे पैरो मे पायल पहना दी) देखो अम्मी है ना सुंदर.
वो पायल सच मे बहुत सुंद्र थी थी मई बोली.
अम्मी – न बेटा सच मे बहुत सुंद्र है लेकिन इसकी क्या जरूर्त थी.
बेटा – अपनी अम्मी को खुस देखने के लिए मई कुछ भी कर सकता हू.
ऐसे ही फिर कुछ देर बाद हुँने खाया खाया और हम बेड मे लेट गये. मेरे अंदर वोई बात चल रही थी की कैसे अपने बेटे से बात करू की ये सब क्या है तो अंधेरे मे तोड़ा हिम्मत करके मैने बात करने की सोची.
अम्मी – बेटा आज मैने तेरे लॅपटॉप मे कुछ देखा.
बेटा – क्या अम्मी?
अम्मी – बेटा वो. . बेटा देख मई तेरी अम्मी हूँ और जो तूने किया है वो बहोट ग़लत है.
बेटा – [ पेट मे हाथ फेरते हुए ] क्या हुआ अम्मी सॉफ सॉफ बोलो ना.
अम्मी – बेटा तूने मेरी गंदी गंदी फोटोस क्यू र्खी है?
बेटा – अम्मी ज्ब आपको मिस करता हू तो रात भर उन्ही फोटोस को देखता हू.
अम्मी – बेटा और ज़्ब ठीक है लेकिन तूने मेरी चुपके से क्पडे चेंज वाली फोटोस क्यू खींची.
बेटा – अम्मी क्यूकी आप बहोट सुंदर हो, आप बहोट ही खूबसूरत ल्गती हो वैसे मे.
थोड़ी देर हम दोनो चुप हो गये रूम मे सन्नाटा था.
अम्मी – बेटा तूने नंगी फोटोस मे मेरा चेहरा क्यू ल्गया है?
बेटा – अम्मी क्यूकी मुझे पता है आप भी उतनी ही सुंदर दिखती होगी.
अम्मी – बेटा लेकिन ये ज़्ब ग़लत है.
बेटा – अम्मी मई बचपन से आज ट्के बसस आपको ही देखता आया हू , मुझे आपको देखना बहोट अक्चा ल्गता है.
धीरे धीरे मेरा बेटा मेरे पेर मे हाथ फेरने लगा, और फिर उसमे मेरे बूब्स दबाने सुरू कर दिए.
अम्मी – आह बेटा ये क्या कर रहा है.
मैने उसका हाथ हटा कर फेस उसकी तरफ कर दिया, ज्ब ट्के मई कुउच बोलती वो मेरे होंठ चूसने लगा. वो पागलो की तरफ मेरे होंठ चूमे जेया रहा था.
अम्मी – बेटा मई तेरी अम्मी हूँ ये ग़लत है.
बेटा – अम्मी दरवाजे की कुण्डी लगने के बाद आप एक खूबसूरत ओरात हो बसस जिससे मई सॅचा प्यार करता हू.
अम्मी – बेटा तेरे अब्बू को धोखा न्ही दे सकते हम.
बेटा – अम्मी आप इतनी हसीन हो अब्बू तो बूढ़े हो गये हैं, और आप अभी भी जवान हो, और वैसे भी अब्बू की हर चीज़ मे बेटे का हक़ होता है.
और मेरे बेटा मुजसे चिपक गया और मेरे मोटे मोटे बूब्स जोरो से निचोड़ने लगा.
बेटा – आहह अम्म्मी क्या बूब्स हैं आपके, कितना तासरा हूँ इनको ऐसे निचोड़ने के लिए.
अम्मी – आहह बेटा धीरे कर डरड हो रहा है.
बेटा – अम्म्मी इतने मोटे मोटे दूध हैं आपके आआहह कितने मुलायम हैं अमििइ…
फिर मेरा बेटा मेरे उप्र आ गया और मेरे बूब्स चूसने लगा और मेरे निपल काटने लगा.
अम्मी – आहह बेटा ह काट मिस्टर डरड हो रहा है.
पर वो कहा मेरी सुनने वाला था उसने जल्दी जल्दी मे मेरी निघट्य उतार कर फेंक दी और अपने क्पडे भी उतार दिए और मुजसे लिपट गया
बेटा – अम्मी आप बहोट प्यारी हो आप से सुंदर कोई नही है दुनिया मे..
अम्मी – बेटा मैने कभी सोचा भी न्ही था मई अपने बेटे के साथ कभी नंगी सौगी.
बेटा – अम्मी मई हर रात आपको नंगा करने के ख्वाब देखता था. आप मेरे ख्वाब से भी ज़्यादा हसीन हो.
और मेरा बेटा मेरी मोटी मोटी टांगे खोल कर मेरी छूट मे मूह लगा देता है और मेरी छूट चाटने लगता है.
अम्मी – आअहह अहह एम्म्म बेटा आआहह..
बेटा – अम्म्मी ह कितनी टेस्टी छूट है अम्मि आपकी आआहह..
अम्मी – आअहह बेटा अहह आअहह म्म्म्ममम…
बेटा – आपकी मोटी मोटी टाँगो के बीच कितनी प्यारी सी फुददी है अम्मिईिइ आपकी..
मेरा बेटा मेरी छूट पागलो के ट्रे चाट रहा था मई भी बिस्तर मे मछली के जैसे तड़प रही थी. फिर मेरे बेटा मेरे उप्र आया और मेरे बूब्स चूसने लगा और उसने अपनी 2 उंगली मेरी छूट मे डाल दी और तेज़ तेज़ आंद्र बाहर करने ल्गा.
अम्मी – आअहह आअहह आहह बएटाा धीरीए आअहह बेटाअ..
बेटा – अम्म्मी कितनी टाइट छूट है यी आहह लंड डालने से फ्ले इसको सही से खोल देता हू.
अम्मी – आअहह बेटाअ आअहह आआहह आऐईईई..
बेटा – अम्मी प्लीज़ अपने बेटे का लंड चूसो नाअ..
फिर मैने अपने हाथ से अपने बेटे का लंड पकड़ा और मूह मे डाल के प्यार से चूसने लगी.
बेटा – आअहह अम्म्मी आअहह मजा आरा है कितना मस्त चूस रही हो आप्प्प आअहह..
फिर मैने बेटे ने मुझे ज़ोर से धक्का दिया मई बेड मे गिर गयी और वो मेरे उप्र चाड गया. और मेरी टांगे खोलने लगा और लंड मेरी छूट से रगड़ने लगा.
बेटा – अम्मी जिस चीज़ के लिए आपको बुलाया यहा वो अब सच होरा है अम्मी आअहह अम्म्मि मेरा सपना था ये
अम्मी – आअहह बेटा तू पागल है आअहह..
बेटा – आन अम्मी आपकी इस छूट के लिए मई बहोट पागल हूँ.
फिर धीरे धीर मेरे बेटे ने अपना लंड मेरी छूट मे अड्जस्ट किया और एक झटके मे आंद्र डाल के मुझसे चिपक गया.
अम्मी – आअहह बेटाअ ये ग़लत कर्रे हैं हम.
बेटा – आअहह अम्म्मि कितनी मस्त छूट है ये अपकीिई आअहह अंदर डालते ही मज़ा आ गया.
फिर मेरे बेटे ने मेरी ज़ोर दार चुदाई सुरू करदी तेज़ तेज़ धक्के मारके.
अम्मी – आहह आआआहह बेतताआआ आअहह अम्म्म्मम…
बेटा – अम्मिईिइ मजाअ आरा है अम्मी आअहह कितनी मस्त छूट है आपकी!
अम्मी – आआअहह बेटाअ आराम से कर आअहह…
बेटा – आअहह अम्म्मि ये छूट तो तेज़ पेलने के लिए है अम्म्म्ममम आहह..
अम्मी – बेटाअ आअहह आईईए आआहह बेटाअ धीरी..
बेटा – अम्म्मि इतना मज़ा कभी न्ही आया जितना आपकी छूट मे आरा है आअहह ह अम्म्म..
अम्मी – बएटााआ तेरी अम्मी हूँ रंडी न्ही प्यार से कर ब्चाअ आहह…
बेटा – अम्म्मी रंडी भी इतना मज़ा न्ही देगी जितना आप दरि हो आहह ह..
पूरे रूम मे ह्मारे चुदाई की आवाज़ गूँज रही थी.
बेटा – अम्मी उल्टी होके घोड़ी बन जाओ अपनी मोटी गांद उप्र करो.
मई घोड़ी बन जाती हूँ मेरा बेटा लंड मेरी छूट मे डालता है और मेरे बाल खींच कर धक्के मारना सुरू कर देता है.
अम्मी – आआहह बेटाअ आआहह डरड हो रहा है धीरे कर अहह..
बेटा – आहह क्या मोटी गाअंड है अम्मि (छाँटा मारके) हाअई ऐसी गांद तो मैने सपने मे भी नही सोची थी.
अम्मी – बेटा आहह आहह जल्दी कर मई तक गयी बएटाा…
बेटा – अम्मी अब तो रोज आपको ऐसी पेलुगा रात भर आहह अम्मी क्या छूट आयी आपकी.
अम्मी – बेटा इसी छूट से बाहर आया है आआहह…
बेटा – हन अम्मि तभी तो इसको इतना छोड़ रहा हूँ.. अम्मी अब आप मेरे उप्र आ जाओ.
मई मेरे बेटे के उप्र आई और लंड को छूट मे डाला.
बेटा – आहह अम्मी कितना मस्त चुड़वति हो आअप आअहह मेरे ख्वाबो से भी ज़्यादा मज़ा देरी हो आप आअहह अम्मि आहह अम्मी निकालने वाला है अम्मी..
अम्मी – आआहह बएटाा म्म्म्मम निकाल दे आंद्र ही आअहह..
बेटा – अम्मी अहहह आमम्म्मी अम्म्मिईिइ अम्म्मि आहह अहह अम्म्मिईीई…
मेरे बेटे ने कस के मुझे पकड़ दिया और ऐसे ही हम नंगे सो गये एक दूसरे से चिपक कर.
अगली सुबा फोन बजता है इसके अब्बू का फोन होता है.
अब्बू – बेटा कैसा है तू अब थी है तबीयत?
बेटा – हन अब्बू अब अम्मी ने आते ही मेरी तबीयत ठीक करदी पूरी.
अब्बू – चलो अछा है बात करा तो अपनी अम्मी से.
अम्मी – जी.
अब्बू – सानिया तू घर कब आ रही है?
अम्मी – अभी ये बोल रहा है की एक महीने रुक जाओ फिर साथ मे घर चलते हैं.
अब्बू – ठीक है आराम से आना.
और फोन कट कर देते हैं. हम दोनो नंगे बिस्तर मे होते हैं अब उजाले मे मुझे शरम आ रही होती है मई फेस आंद्र करती हू.
बेटा – अम्मी रात को इतना मज़ा देके अब शर्मा रही हो.
और फिरसे वो लंड मेरी छूट मे डालने लगता है और सुबा सुबा भी मेरी चुदाई करता है
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