फिर उसने मेरा तौलिया हटा दिया और मेरी टांगों के बीच में बैठकर मेरे लौड़े को हिलाने लगी।
शेर फिर से दहाड़ उठा और वो उसे मुँह में लेकर चूसने लगी।
फिर मैंने भी उसका तौलिया निकाल दिया।
एकदम मस्त बदन था यारो… शकीरा के बोबे एकदम टाईट और चुचूक टाईट हो गए थे।
हम लोग बेड पर आकर 69 की पोजीशन में आ गए।
मुझे चूत चाटना बिल्कुल भी पसंद नहीं है, मैं उसकी चूत में अपनी 2 अंगुलियाँ कर रहा था और शकीरा मेरे लौड़े कि मस्त चुसाई कर रही थी।
मुझे लग रहा था कि जैसे मेरा सारा रस निकाल कर ही छोड़ेगी।
तभी मैंने कहा कि मैं आने वाला हूँ और उसने मेरा सारा माल गटक लिया।
मेरी ऊँगली करने और चूची की चुसाई करने से वो भी अपना रज छोड़ चुकी थी।
हमने एक एक पैग और लगाया और वो मेरे लौड़े को फिर से खड़ा करने लगी।
5 मिनट में ही शेर शिकार के लिए तैयार था।
शकीरा बेड पर लेट गई और इशारे से मुझे ऊपर आने के लिए कहने लगी।
मैंने उसकी टांगें थोड़ी फैलाई और बीच में आकर अपने लंड को उसकी चूत के मुँह पर लगाया और थोड़ा अंदर डाला तो उसकी सिसकारी निकल गई और उसने अपनी गांड उचका कर आधे लंड को गटक लिया।
फिर मैंने उसका हाथ पकड़ कर जोर से धक्का मारा और लौड़ा पूरा अंदर चला गया।
मुझे उसकी बच्चेदानी महसूस हो रही थी।
धीरे से उसकी चीख निकल गई और उसने मुझे कर कर पकड़ लिया।
फिर मैं उसके चूचे चूसने लगा और दूसरे हाथ से जोर जोर से दूसरा बोबा मसल रहा था।
धीरे धीरे में उसकी चूत में लंड को आगे पीछे करने लगा, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी।
ए.सी. में भी हम लोग पसीना पसीना हो गए थे।
फिर मैंने पोजीशन बदली और उसे घोड़ी बना कर अबकी बार एक बार में ही पूरा लंड उसकी चूत में पेल दिया।
वो चिल्ला उठी, बोली- भोसड़ी के, धीरे से नहीं डाल सकता? फाड़ डाली मेरे चूत को!
मैंने कहा- मैं क्या करूँ… आज तक तुझे कोई सही लंड ही नहीं मिला जो तेरी चूत को भोसड़ा बना सके!
और मैं उसे जोर जोर से चोदने लगा।
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15 मिनट तक चोदने में वो 2 बार झड़ चुकी थी।
अब मेरा भी होने वाला था तो मैंने कहा- मैं आने वाला हूँ।
तो शकीरा ने कहा- मेरे मुँह में देना!
और उसने झट से लंड को मुंह में लिया, चूसने लगी और तब तक नहीं छोड़ा जब तक एक एक बूंद नहीं गटक ली।
एक मस्त राउंड के बाद हमने एक एक पैग और लगाया फिर सारी रात उसको बजाया, सुबह 4 बजे तक 3 बार उसको चोदा।
और फिर डिस्को में मिलने का वादा कर के शकीरा 500 दिरहम लेकर चली गई।
अगले दिन मैं बीच पर घूमने गया तब मैंने वह एक रशियन से दोस्ती की और उसे हिन्दुस्तानी लंड का सुख दिया।
वो कहानी अगली बार!
तब तक मुझे इजाजत दीजिए।
मेरी कहानी कैसी लगी, मुझे ईमेल करके जरूर बताइएगा, आपके मेल मुझे मेरी अगली कहानी लिखने के लिए प्रेरित करेंगे।
आपका राजवीर