हेलो एवेरिवन, मेरा नाम प्रिया है (चेंज नामे). मेरी उमर 21 साल है. मैं बा 2न्ड एअर की स्टूडेंट हू. ये कहानी मेरी और मेरे ड्राइवर की है.मैं प्रिया इस देसीकाहानी वेबसाइट की पुरानी रीडर हू. आपका टाइम ज़्यादा ना वेस्ट करते हुए मैं कहानी पर आती हू.
मैं अपने बारे में बता डू. मैं दुबली-पतली, और छ्होटे बूब्स वाली लड़की हू. देखने में 21 की नही लगती हू. ये कहानी आज से 2 साल पहले की है जब मैं 1स्ट्रीट एअर में हुई थी.
मेरा एक बाय्फ्रेंड था, जिसका नाम अरुण था. मैं उसके साथ पार्क में बैठी बातें कर रही थी. इसी बीच हमने किस किया और वो मेरे बूब्स दबाने लगा. पर पता नही कहा से मेरे ड्राइवर ने मुझे उसके साथ देख लिया और हमारी पिक खींच ली.
कुछ दिन बाद मेरे मों दाद बाहर गये 3 दिन के लिए, और घर पर मैं अकेली थी. ड्राइवर हमारे घर के पुराने ड्राइवर है. उनकी आगे लगभग 45 की होगी. उन्ही को दाद ने ज़िम्मेदारी दी थी की घर की, और मेरी देख-भाल करे.
रात को 8 बजे ड्राइवर अंकल (उनका नाम रमेश था), वो आए और बोले: बेटा कुछ बाहर से खाना ले अओ, की कुछ बनाओगी?
मैने कहा: रोटी-सब्ज़ी बना देती हू.
तभी कुछ देर बाद वो किचन में आए और बोले: बेटा ये पिक में तुम हो ना?
मैं दर्र गयी, और मैने कहा: हा.
तो वो बोले: दाद को बता डू की ये सब करती हो तुम?
मैने कहा: नही अंकल, अब नही करूँगी. दाद बहुत मारेंगे.
तो वो बोले: ठीक है, नही बतौँगा. चलो खाना खाते है.
मैने कहा: ठीक
है.
तभी खाने के बीच में बोले: वैसे मुझे ना बताने का क्या मिलेगा?
मैने उनसे पूछा: क्या मतलब अंकल?
तो वो बोले: जो तुम इस लड़के के साथ कर रही थी, एक बार मेरे साथ भी कर लो.
मैं ये सुन कर चिल्ला उठी.
तो वो बोले: चुप हो जाओ, नही तो अभी ये पिक भेजता हू.
मैं चुप हो गयी.
फिर मैने कहा: मैं आपकी बेटी जैसे हू.
वो बोले: जो मैं कहता हू करो, नही तो बता दूँगा तुम्हारे पापा को.
अब मैं क्या करती?
मैने कहा: आज नही कल बताती हू.
तो वो बोले: बस कल का समय है. नही तो दाद को बता दूँगा.
मैं रात भर सोचती रही, और दूसरे दिन वो मॉर्निंग में पूछे-
ड्राइवर: क्या सोचा?
मैने हा में उत्तर दिया. मेरी हा सुन कर वो खुश हो गये.
फिर वो बोले: मैं कुछ नाश्ता लेके आता हू. फिर मज़े करेंगे दिन भर.
मैं दर्र भी रही थी, और तोड़ा मज़ा भी आ रहा था. 1 घंटे बाद वो आए और बोले-
ड्राइवर: ये लो नाश्ता कर लो. मैं मेडिकल से आता हू.
कुछ देर बाद वो कुछ दवाई, लूबे, और कॉंडम लेके आए. और टेबल पर रखा और बोले-
ड्राइवर: रेडी हो?
मैं चुप रही.
फिर वो बोले: चलो रूम में. और मैं उनके साथ चल दी. रूम में जाते ही उन्होने कमर में हाथ डाला, और किस करने लगे, और बोले-
ड्राइवर: प्रिया, बहुत सालों बाद आज सेक्स करूँगा.
क्यूंकी उनकी वाइफ की डेत हो गयी थी. मैं चुप रही, और वो मुझे किस करते रहे. फिर उन्होने एक डॉवा खाई और बोले- ड्राइवर: आज तुझे रानी बना दूँगा.
फिर उन्होने मेरे त-शर्ट उतरी, और फिर शॉर्ट्स. अब मैं ब्रा और पनटी में थी उनके सामने.
वो बोले: तेरे बूब्स तो छ्होटे है.
और फिर उन्हे मसालने लगे. मुझे दर्द हो रहा था. मैने उनसे कहा-
मैं: अंकल दर्द हो रहा है.
फिर उन्होने मेरी ब्रा और पनटी भी उतार दी, और मुझे बेड पर लिटा दिया. मैं नंगी बेड पर थी. अब उन्होने अपने कपड़े उतारे. उनके शरीर पर बहुत बाल थे. फिर उन्होने अपना अंडरवेर उतरा तो मैं दर्र गयी.
उनका लंड 7.5 इंच लंबा और लगभग 3 इंच मोटा होगा. पर अब कर भी क्या सकती थी. फिर वो मेरे बूब्स चाटने लगे धीरे-धीरे, और फिर नीचे छूट चाटने लगे.
फिर उन्होने कहा: तू अभी तक चूड़ी नही है ना?
मैने कहा: नही.
तो वो बोले: तब तो तोड़ा दर्द होगा तुझे. बुत मैं पाईं किल्लर लाया हू. बाद में खा लेना.
मैने कहा: ठीक है अंकल.
फिर वो मेरी छूट चाटने लगे, और मैं मोन करने लगी. तभी कुछ देर में मेरी छूट से पानी निकला, और मेरी बॉडी थोड़ी शांत हुई. लेकिन वो चाट-ते रहे. मैं फिरसे गरम हो गयी.
अब वो बोले: ये लो मेरा लंड. इसको चूसो.
मैने माना किया तो बोले: कुटिया इसको चूस, नही तो भेजू फोटो तेरे बाप को.
ये सुन कर मैं लंड चूसने लगी. अब मेरी आँखों में आसू आ गये थे. फिर उन्होने अपने लंड पर लूबे लगाया, और मेरी छूट में भी लगाया.
मैने कहा: अंकल कॉंडम?
तो वो बोले: पहले सील तो तोड़ डू.
फिर वो कोशिश करने लगे, बुत लंड अंदर जेया ही नही रहा था. अंकल फिर किचन से तेल लाए, और लगाया. फिर एक झटका मारा, और टोपा अंदर गया. ऐसे लगा किसी गरम चीज़ ने च्छेद किया हो.
मैं चिल्लाई, और वो उतने पर ही रुके रहे. मेरी आँखों से आसू आ गये, और मैने बोला-
मैं: निकालो बाहर.
तो वो कहे: कुछ देर रूको.
फिर उन्होने तोड़ा लूबे लगाया, और एक झटका मारा. अब की बार आधा गया, और दर्द बहुत ज़्यादा हुआ. फिर उन्होने मूह पर हाथ रख के एक और झटका मारा, और पूरा लंड अंदर. मेरी छूट से खून निकालने लगा.
वो 2 मिनिट रुके और फिर लगातार झटके मारने लगे. लगभग 45 मिनिट बाद उन्होने अपना लंड निकाला, और उसका पानी मेरे मूह पर गिराया. इतनी देर में मैं 4 बार झड़ी.
मुझसे चला नही जेया रहा था. बुत बाद में मज़ा आया. उन्होने मुझे डॉवा दी, और मेरे साथ ही रूम में सोए. लगभग दोपहर में 2 बजे वो फिर मेरे बूब्स दबाने लगे और बोले-
ड्राइवर: प्रिया, एक बार फिरसे करे?
मैं कुछ नही बोली. उन्होने लंड पर तोड़ा तेल लगाया, और फिर किया. इस तरह मैं उस दिन अपने ड्राइवर से चूड़ी.
अपनी अगली स्टोरी में फिरसे बतौँगी की कैसे मेरे ड्राइवर ने मेरा बहुत उसे किया उसी पिक के कारण.
मैं आपकी दोस्त प्रिया इसी के साथ आपसे शुक्रिया कहती हू. ये मेरी पहली स्टोरी है. कुछ ग़लती हो तो मुझे माफ़ करे, और कॉमेंट करके बताए कैसी लगी ये स्टोरी. आपके कॉमेंट पर ही मैं नेक्स्ट पार्ट लिखूँगी.
तब तक के लिए धन्यवाद. और हा, इसमे सिर्फ़ पात्रा काल्पनिक है, स्टोरी एक-दूं सही है. थॅंक योउ ऑल थे रीडर्स ऑफ देसीकाहानी. कीप सजेस्टिंग आइडियास अबौट वॉट इस रॉंग.