दोस्ती से चूत चुदाई तक

फिर धीरे से मैं अपना हाथ उसकी पीठ पर फेर रहा था तभी उसकी ब्रा का स्ट्रेप मेरे हाथों में आ गया और मैंने उसे खोल दिया।
अब मेरे सामने आजाद चूचे सिर उठा कर खड़े थे।

मैंने आव देखा ना ताव, उन चूचों को मुँह में भरकर चूसने लगा।
मुझे सर्दी के मौसम में मस्त मीठे-मीठे आम चूसने को मिल रहे थे।

मैं बहुत खुश हो गया अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसकी जींस और पैन्टी एक-एक कर उतार दी।

चूत में उंगली
उसकी सुन्दर चूत को देखकर मैंने एक उंगली उसकी चूत के छोटे से छेद पर लगा दी। उंगली चूत में पेलने की कोशिश की.. पर इतनी कसी हुई चूत थी उसकी.. कि मेरी उंगली पहली बार में अन्दर नहीं गई।

फिर धीरे-धीरे उंगली को अन्दर-बाहर करता रहा।
अब उसकी चूत पहले से ज्यादा खुली हुई लग रही थी, मैंने एक और उंगली से उसको चोदना शुरू किया.. वो दर्द से उछल गई.. पर अगले ही पल शान्त हो गई और मजे से दोनों उंगलियों से चुदने लगी।

इसी क्रिया के दौरान मैं एक हाथ से उसके चूचे चूस रहा था और वो मेरे लंड से खेल रही थी मेरा लंड पूरे जोश के साथ अकड़ कर खड़ा था और चुम्बनों का आदान-प्रदान जारी था।

इसी बीच नेहा ने मुझे कस कर पकड़ा और जोर-जोर से सिसकारी लेते हुए अपने नाखून मुझ पर गड़ाते हुए झड़ गई।
मेरा लंड अभी भी अपना सर उठा कर खड़ा था।

मैंने नेहा को बोला- यार तुम तो झड़ गईं.. अब मेरा भी कुछ करो।
तब उसने एक कटीली सी मुस्कान देकर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और मजे से चूसने लगी।

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अचानक मुझे याद आया कि नेहा को चॅाकलेट बहुत पसंद है और मैंने जल्दी से चॅाकलेट लाकर अपने लंड पर लगा दिया।
अब नेहा को कंट्रोल करना मुश्किल था, वो बस मेरे लंड को खा जाना चाहती थी, उसके चूसने की रफ्तार भी दुगुनी हो गई थी।
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नेहा की पाँच मिनट की धमाकेदार चुसाई के बाद मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.. वह माल पीने के बाद मेरे लंड में लगे वीर्य के हर एक कतरे को चाट गई।

हम दोनों फ्रेश होने बाथरूम गए, वहाँ पर एक दूसरे के अंगों को साफ किया और वापस बेडरूम में आ गए।

नेहा ने बिना ब्रा-पैन्टी के एक झीनी सी नाइटी पहन ली.. जिसमें से उसके उभार मुझे और ज्यादा आकर्षित कर रहे थे।

अब हम दोनों को भूख लग रही थी तो कुछ नमकीन मिक्सचर और चिप्स निकाल लिए.. साथ में व्हिस्की की बोतल से दो पैग बनाकर एक उसको दे दिया।

हम दोनों ने साथ में मिलकर दारू पी और फिर चिकन के साथ व्हिस्की का मजा लेना शुरू किया।

इसी बीच नेहा ने नशे में चूर हो कर अपने बायफ्रेंड को फोन लगा दिया और उससे झगड़ा करने लगी।
उसने शराब के नशे में अपने एक्स को बहुत गन्दी-गन्दी गालियाँ दीं, फिर वो मुझसे लिपटकर रोने लगी।

आधा-पौने घण्टे में हम दोनों डिनर के लिए रेडी हो गए।

व्हिस्की का नशा माहौल को और भी रोमांटिक बना रहा था।
डिनर करने के बाद हम दोनों जल्दी से बेड पर आ गए, मैंने उसकी नाइटी निकाल दी।

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अब हम दोनों बिल्कुल नंगे एक-दूसरे के सामने उत्तेजित होकर एक-दूसरे को किस करने लगे।
वो मेरे लंड से खेलने लगी।

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