दोस्त ने दोस्त को माना कर अपनी गफ़ के साथ थ्रीसम किया

मेरा नाम आदित्या है और मेरी उमर 21 साल है. ये मेरी सॅकी कहानी है. मैं कॉलेज में पढ़ता हू और अपने रूमेट के साथ एक रूम लेके रहता हू. मेरे रूमेट का नाम गौरव है और वो भी 21 साल का है. उसकी एक गफ़ है, जिसकी उमर अभी 20 साल है. उसकी गफ़ बहुत कातिल माल दिखती है. उसका फिगर 32-26-32 है.

उन दोनो का रिलेशन्षिप 2 साल से चल रहा है, और मेरे रूमेट ने अब तक उसको काई बार छोड़ा है. ये बात किसी से च्छूपी नही है. हम फ्रेंड्स अक्सर गौरव से जेलस फील करते है, की उसको इतनी माल लड़की मिली. जिसको वो जब चाहे तब नंगा करके छोड़ सकता था. पर मैं वर्जिन था और शर्मीला भी. मेरी अब तक कोई गफ़ नही थी. एक रात गौरव मेरे पास आया.

गौरव: सुन, कुछ बात करनी थी.

मैं: बोल भाई.

गौरव: प्राइवेट है. किसी को बताएगा तो नही?

मैं: नही बतौँगा. तू सिर्फ़ रूमेट नही, भाई है मेरा.

गौरव: तुझे तो पता है मैं और दिशा पिछले दो सालों से रिलेशन्षिप में है.

मैं: हा.

गौरव: हमने लग-भाग हर तरह से चुदाई की है.

मैं: सेयेल मुझे क्यूँ बता रहा है?

गौरव: सुन तो. अब हम अपनी कुछ फॅंटसीस शादी से पहले पूरी करना चाहते है. तो इसमे तेरी मदद चाहिए.

मैं: कैसी फॅंटेसी?

गौरव: वो दिशा थ्रीसम करना चाहती है दो लड़कों के साथ. एक साथ दोनो से छुड़वाना चाहती है.

मैं: तो क्या लोड. तेरे दिमाग़ में चल क्या रहा है?

गौरव: आबे प्लीज़ सुन तो ले. मैं तुझे जानता हू. तू अछा लड़का है, और मेरी गफ़ पर तू बुरी नज़र नही डालता. इसलिए क्या तू हमारे साथ सेक्स करेगा?

मैं: आबे गान्डू, सोचा भी कैसे तूने लोड के बाल, की मैं तेरी वाली को छोड़ूँगा?

गौरव: प्लीज़ मान जेया ना. उसकी फॅंटेसी है की उसके आयेज पीछे से दो लंड एक साथ चुदाई करे, और एक साथ दो लंड छूट में लेने है उसे.

मैं (गुस्से से): चल मदारचोड़, निकल यहा से. अपनी वाइफ कोई दूसरे से चुड़वता है क्या? वैसे भी मैने अपने आप को अपने बीवी के लिए रिज़र्व रखा है.

गौरव: मैं इस मामले में सिर्फ़ तेरे पर भरोसा कर सकता है हू. और किसी को अपनी गफ़ के सामने खड़ा भी ना होने डू. वैसे भी शादी के बाद ऐसा कुछ नही होगा.

गौरव ने आख़िर मेरा बहुत दिमाग़ खाया, और मुझे फाइनली सेक्स के लिए माना ही लिया. उस रात वो अपनी गफ़ को रूम पर लाया, और रात को उसने एक प्लान बनाया. उसने मुझसे कहा-

गौरव: आदित्या तू बाहर रुक, कुछ वक़्त में इसके साथ चुम्मा-छाती करके इसको गरम करता हू, और कपड़े उतारता हू. तुझे आवाज़ दूँगा तब तू अंदर आ जाना.

प्लान वैसा ही एक्सेक्यूट हुआ. गौरव ने दिशा को किस किया. उसके शरीर पर के कपड़े निकाले और जगह-जगह किस किया. दिशा सिर्फ़ ब्रा और पनटी में थी, और गौरव भी उपर से नंगा हो चुका था. उसने मुझे आवाज़ लगाई. मैं अंदर आया और उन्हे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया.

मैने अभी त-शर्ट और बनियान उतरी. उपर से आधा नंगा हो कर मैने दिशा को पीछे से जाके चिपक गया. दिशा मेरे और गौरव के बीच सॅंडविच बन गयी थी. हम दोनो ने हवस में आके दिशा को धार दबोचा.

गौरव आयेज से, और मैने पीछे से उसे किस और स्मूच कर रहे थे. फिर गौरव ने दिशा को मुझे सौंप दिया. मैने दिशा को बूब्स उपर से नीचे तक किस किया. तब तक यहा पीछे गौरव ने अपनी जीन्स और चड्डी उतरी. गौरव नंगा हो गया. दिशा को पकड़ कर उसने उसकी ब्रा को निकाला, और उसके बूब्स मूह में लेके चूसने लगा. मैने भी मौके का फ़ायदा उठाया.

मैने भी अपनी जीन्स और चड्डी उतार फेंकी, और नीचे घुटनो के बाल बैठ गया. पीछे से दिशा की पनटी उतरी, और दोनो गांद के गोलो के बीच अपना मूह घुसेध दिया. आहह, क्या मस्त सॉफ्ट गांद थी, और उसमे मेरा मूह.

मैने पीछे से दिशा की गांद को छाता, काटा, और चूसा. दिशा को नंगा देख मेरा लंड सख़्त हो चुका था. गौरव के इशारे पर हमने दिशा को डॉगी बनाया.

गौरव ने दिशा के मूह में लंड डाल दिया, और मैने यहा पीछे उसकी छूट में लंड घुसेधा. हम दोनो ने घपा-घाप घपा-घाप दिशा को आयेज-पीछे से छोड़ा. दिशा हम दोनो को एक साथ से नही पा रही थी. पर आज बेचारी हम दोनो की रंडी बन चुकी थी. दोनो ने बेरेहमी से उसको पेला.

फिर कुछ वक़्त बाद गौरव ने उसे अपने उपर लिटाया और नीचे से गौरव ने छूट ने लंड डाला. फिर मैने उसके उपर चढ़ कर उसकी गांद में मेरा डंडा दिया.

दिशा (रोते हुए): हाए मॅर गयी. दर्द हो रहा है.

गौरव (हेस्ट हुए): दर्द तो अभी शुरू हुआ है. लोदी, मेरी गफ़ नही रंडी है तू.

मैं (आग में गीयी डालते हुए): और उस रंडी को आज पेल के रहेंगे.

दिशा की चीख निकल गयी. हम दोनो ने मिल कर दिशा की चुदाई की. नीचे दोनो च्छेद में एक साथ लंड घुसा कर ज़ोर-ज़ोर से छोड़ा. दिशा की आज खैर नही थी.

गौरव: इसकी गांद कब तक मारेगा. चल छूट में तू अपना लंड डाल दे. साथ में छोड़ेंगे दोनो दोस्त आज.

दिशा: प्लीज़ नही, प्लीज़ नही. रहम करो यार, मुझे और मत छोड़ो. मैं ले नही पौँगी.

मैं: आज तो तेरी कुछ नही चलेगी. चल तेरी छूट को दो लोडो का मज़ा दिलवाता हू.

ये कह के मैने उसके छूट में मेरा लंड भी डाल दिया. दोनो ने करीब 10-15 मिनिट तक उसकी छूट छोड़ी. दोनो लोडो से एक साथ चुदाई का मज़ा आज दिशा को मिला. उसके बाद अलग-अलग करके मैने और गौरव ने दिशा की चुदाई जारी रखी.

हम दोनो की हवस ज़ोरो पर थी. 2-3 बार तो हम दोनो झाड़ चुके थे. पर दिशा को पेलने में बहुत मज़ा आया. रात भर दिशा की चुदाई चली. सुबा-सुबा 5 बजे गौरव और मैने बाल्कनी में सुत्ता पीने चले गे.

गौरव और मैं यूयेसेस वक़्त नंगे थे. हम दोनो ने काश लगाए हुए एक-दूसरे के लंड को देखा. फिर पीछे पलट कर दिशा को नंगा दर्द ने बिलकते देखा. हम दोनो ने एक-दूसरे को देखा और हस्स दिए, की कैसे दोनो ने मिल कर आज चुदाई का मज़ा लिया था. आख़िर हम बेस्ट फ्रेंड जो थे. मैने प्रॉमिस किया की मेरी गफ़ की चुदाई भी हम दोनो मिल कर ऐसे ही करेंगे.

सुबा दिशा चलने की हालत में भी नही थी. पर एक्सपीरियेन्स बहुत बढ़िया था. ऐसे ही एक बार हमने मेरी गफ़ बनने के बाद उसे छोड़ा. ड्के साथ हम दोनो ने एक कमरे में अपनी गर्लफ्रेंड्स को एक-दूसरे के सामने छोड़ा और गफ़ स्वापिंग भी की.

साथ ही साथ मैने और गौरव ने अकेले-अकेले में दो लड़कियों को एक साथ छोड़ा. ऐसे ही एक्सपीरियेन्स स्टोरी में आयेज शेर करू, इसीलिए आप अपनी प्रतिक्रिया [email protected] पर भेजे.

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