हेलो, कैसे है आप सब? उमीद करता हो आप सब लोग ठीक होंगे. मेरा नामे अफ़ज़ाल ख़ान है. मैं पुंजब से हू. आगे 22 साल है, और मैं किसान हू. ये मेरी पहली स्टोरी है. उमीद करता हू आप सब को पसंद आएगी.
ये स्टोरी 6 मंत पहले की है. दोस्तों मैं एक विलेज से हू. मेरा एक दोस्त अमित है. उसकी 2 साल पहले शादी हुई थी. उसकी वाइफ का नामे प्रिया है, जो बहुत खूबसूरत जिस्म की मालकिन है. प्रिया के आगे 25 साल है. फिगर 36-32-38 है. उसकी गांद बाहर को निकली हुई है, और बूब्स बड़े है. मैं जब भी उसको देखता हू, तो मेरा 9.5 इंच का लंड खड़ा हो जाता है फुल.
मेरा दोस्त आउट ऑफ सिटी जॉब करता है. पीछे उसकी वाइफ सास-सुसर के साथ रहती है. जब भी प्रिया भाभी को कोई काम होता है, तो वो मुझे बुला लेती है. फिर कुछ टाइम बाद हमारे Wहत्साप्प पर थोड़ी-थोड़ी बात होने लगी.
हम कुछ ही टाइम में आचे फ्रेंड्स बन गये. प्रिया भाभी अभी मेरे साथ बहुत ज़्यादा ओपन माइंडेड हो गयी थी. फिर एक दिन प्रिया भाभी की कॉल आई. मैं खेतों में काम कर रहा था.
भाभी बोली: कहा हो? आज हमारी याद नही आई क्या? मेसेज ही नही किया कोई?
मे: कुछ नही यार, बस खेतों में काम कर रहा हू. आ जाओ आप भी, यहा कोई नही है.
भाभी: अछा जी, मैं क्यूँ अओ?
मे: आप मेरी प्यारी भाभी हो ना? आ जाओ अपने देवेर के पास. क्यूँ दर्र लगता है?
भाभी: हॅट बदमाश! कोई गर्लफ्रेंड नही है क्या तुम्हारी? अपनी गर्लफ्रेंड को बुलाओ.
मे: भाभी आपके होते हुए मुझे गर्लफ्रेंड की क्या ज़रूरत? आप हो ना मेरे लिए.
भाभी: अछा, मैं तुमको इतनी ही पसंद हू क्या?
मे: एस, आप बहुत खूबसूरत हो. पता नही कहा से आप मेरे दोस्त को मिल गयी.
भाभी: अछा लेकिन तेरे दोस्त को मेरी कदर नही. देखो मुझे यहा छ्चोढ़ कर खुद दूसरी सिटी में रहते है.
मे: भाभी जान, टेन्षन क्यूँ लेती हो? मैं हू ना.
भाभी: तुम क्या कर लॉगी?
मे: आप एक मौका तो दो, जान भी कुर्बान कर देंगे आप पर मेरी रानी.
भाभी हासणे लगी.
भाभी: अछा जी सुनो, मैं कुछ देर तक आती हू तुम्हारे पास. कही भी नही जाना. आज तुम्हारी ये शिकायत भी डोर कर देती हू.
मैं बहुत ज़्यादा खुश हो गया. ये सुन कर मेरा दिल कर रहा था, की मैं डॅन्स करने लग जौ. फिर भाभी ने फोन रख दिया. फिर दोस्तों भाभी कुछ टाइम बाद हमारे खेतों में आ गयी. अफ क्या पटाखा लग रही थी. पूरा आटम बॉम्ब लग रही थी. वो रेड सारी पहन कर आई थी.
फिर मैं उसके पास गया. दोपहर का टाइम था. बहुत गर्मी थी. कोई भी आस-पास नही था. मैं उसके पास जाते ही बोला-
मे: आ गयी हो भाभी जान, बोलो कैसे खुश होगी आप?
भाभी आँख मार के बोली: आपको नही पता कैसे एक भाभी को खुश किया जाता है?
हमारे खेतों में एक रूम बना है. मैं भाभी को वाहा पर ले गया, और डोर बंद कर दिया. फिर मैने प्रिया को ज़ोर से हग किया. दोस्तों उफफफ्फ़, उसके मोटे-मोटे बूब्स मेरे जिस्म से डब रहे थे, और मेरा पूरा लंड उसकी टाँगो में घुस रहा था. फिर मैने उसको किस करना स्टार्ट कर दिया. हम दोनो पागलों की तरह किस कर रहे थे.
फिर प्रिया अपना एक हाथ मेरे सलवार में डाली, और मेरा लंड हिलने लगी. अफ, बहुत मज़ा आ रहा था. मैं उसकी मोटी गांद दबा रहा था. फिर 10 मिनिट बाद वो नीचे बैठ गयी, और मेरा मोटा लंबा लंड बाहर निकाला. मेरा लंड देख कर उसकी आँखों में चमक आ गयी.
भाभी: उफ़फ्फ़, ऐसा मोटा और लंबा लंड काफ़ी टाइम बाद मेरे नसीब में हुआ.
ये बोलते हुए उसने मेरा लंड मूह में भर लिया.
मे: उफ़फ्फ़ आह प्रिया, रंडी, कुटिया, मदारचोड़, तुम तो बहुत अछा लंड चूस्टी हो. लगता है तुम पहले भी काई मर्दों का बिस्तेर गरम कर चुकी हो रंडी.
मैने प्रिया रंडी के बाल पकड़ पूरा लंड डाल दिया मूह में.
प्रिया भाभी: उम्म्म आहह.
उसने लंड बाहर निकाला और बोली: आराम से, अफ मॅर जौंगी. शादी के पहले मेरे 4 ब्फ थे, जो मुझे वीक में 3 या 4 बार लाज़मी छोड़ते थे.
फिर से वो मेरे लंड के टोपे को अपनी ज़ुबान से चाटने लगी.
मे: मेरा लंड कैसा लगा आपको?
भाभी: बहुत मस्त.
फिर मैने प्रिया के सारे कपड़े उतार दिए. मैं खुद भी पूरा नंगा हो गया. फिर भाभी को नीचे लिटा दिया, और उसकी टांगे खोल कर छूट को मूह में भर लिया. भाभी तड़पने लगी. वो छूट को हिल-हिल कर मेरे मूह पर रगड़ने लगी
10-15 छूट चाटने के बाद मैने भाभी को अपनी गोद में उठाया. उसकी मोटी गांद पर हाथ रख कर अपने लंड के उपर लेकर आया. फिर उसने मेरा लंड अपनी छूट में सेट किया. मैं आराम-आराम से उसको अपने लंड पर बिताने लगा.
जब मेरा लंड पूरा उसकी छूट में गया, तो उसने मुझे कस्स कर पकड़ लिया, और अपनी गांद हिलने लगी. फिर मैने स्पीड पकड़ ली, और उसकी ठुकाई शुरू कर दी. वो बहुत उछाल रही थी. मैने उसको अपनी गोद में उठाया हुआ था
भाभी: अफ मॅर गयी, बहुत नज़ा आ रहा है. मैने कभी भी इस पोज़िशन में सेक्स नही किया. उफ़फ्फ़ तुम बहुत पवरफुल हो बेबी आह.
फिर मैं उसको दीवार के साथ लगा कर पुर ज़ोर से छोड़ने लगा. उसकी छूट से गॅप-गॅप की आवाज़े आ रही थी. मैने एक हाथ से उसका मूह बंद किया ताकि कोई उसकी आवाज़े सुन ना ले. फिर 20 मिनिट बाद उसकी हालत खराब हो गयी. फिर नैने उसको लिटा दिया, और टांगे उठा कर लंड उसकी छूट में डाल दिया.
मैं उसकी छूट को 10 मिनिट तक छोड़ता रहा. इस बीच भाभी का 3 बार पानी निकल गया. दोस्तों अब मुझे भाभी की गांद मारने का सपना भी पूरा करना था. फिर मैने अपना लंड बाहर निकाला. पुर ज़ोर से भाभी को उल्टा दिया, और उसकी गांद उपर की.
प्रिया: ये क्या कर रहे हो? अफ आराम से.
मैं प्रिया की गांद खोल कर उसका होल देखने लगा. फिर मैने अपनी एक फिंगर उसमे डाली. बहुत टाइट गांद थी.
प्रिया: ये क्या कर रहे हो? वाहा पर नही. मैने कभी गांद में नही लिया. प्लीज़ नही.
फिर मैने गांद पर ज़ोर से थप्पड़ मारा और बोला: चुप रंडी साली.
मैने फिर अपने लंड पर थूक लगाई, और गांद पर सेट किया, तो प्रिया हिलने लगी. वो मुझे गांद में डालने नही दे रही थी.
प्रिया: तूने मेरी छूट का बहुत बुरा हाल कर दिया. प्लीज़ अब छोढ़ दो, जाने दो मुझे.
मैने उसको बालों से पकड़ा. फिर पूरा लंड उसके मूह में तूस दिया उफफफ्फ़.
प्रिया: उफफफफफफफ्फ़.
मैं पूरा लंड उसके मूह में डाल रहा था, और वो तड़पने लगी. अब उसमे इतनी पवर नही थी की मुझे रोक सके. मैने फिर कुछ देर में उसको घोड़ी बनाया, और लंड गांद पर सेट किया.
प्रिया: नही प्लीज़ आ.
फिर मैने पहले लंड का टोपा गांद में घुसाया, और वो चिल्लाने लगी. जल्दी ही मैने पूरा लंड उसकी गांद में डाल दिया. उसकी जान निकल रही थी.
प्रिया: आह प्लीज़ बाहर निकालो ह.
मे: बस तोड़ा सा वेट कर लो.
प्रिया: मॅर जौंगी मैं.
3 मिनिट बाद प्रिया को मज़ा आने लगा. फिर वो खुद लंड अंदर-बाहर करने लग गयी. आहह उफफफफ्फ़ बहुत मज़ा आ रहा है, ऐसी आवाज़े निकाल रही थी. फिर मैं भी उसकी गांद छोड़ने लग गया.
प्रिया: उफफफ्फ़ आहह अफ़ज़ाल, आज तक मुझे किसी भी लंड पर इतना मज़ा नही आया.
फिर मैने उसकी गांद 30 मिनिट तक मारी, और फिर उसके मूह में फारिघ् हो गया.
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पर एमाइल लाज़मी करना. थॅंक्स.