दोस्त की मा के रंडी बनके चुदने की कहानी

मेरे दोस्त मोहित की मम्मी सुमन को मैने किस किया, तो वो नाराज़ हो गयी. 3 दिन बाद उसने मुझे रात को अपने घर बुलाया, तो मैं काफ़ी दर्रा हुआ था. मैं घर गया तो वो किचन में थी.

सुमन: कैसे हो? एक काम था तो बुला लिया.

मैं: ठीक है.

सुमन: दूध गरम हो रहा है. तुम भी पी लेना. उस दिन जो किया था, वो अब मत करना. तुमने बिना पूछे ही मुझे किस किया था.

मैं: अब नही करूँगा. मुझे लगा की तुम मुझे पसंद करती हो.

सुमन: कोई बात नही. किसी को मत बताना. वैसे मैने सोचा नही था की तुम मुझे ऐसे किस कर लोगे.

मैं: वो तो अपने आप ही हो गया था.

सुमन: अपनी बात किसी को मत बताना. चलो तुम से एक बात करनी है.

मैं: अब क्या बाकी रह गया?

हम दोनो बेडरूम में चले गये. वाहा एक-दूं अंधेरा था. सुमन मेरा हाथ पकड़ कर आयेज ले गयी. मैं बेड पर बैठा तभी सुमन ने मेरा सिर पकड़ा और मेरे होंठो पर होंठ रख कर किस करने लगी. मैं अचानक से कुछ समझ नही पाया. सुमन ने एक मिनिट तक चूसने के बाद छ्चोढ़ दिया.

मैं: अर्रे ये क्या कर रही हो?

सुमन: उस दिन तुमने किया और आज मैने. अब ज़्यादा डरो मत. आज की रात तुम मेरे साथ ही सोगे इसी बेड पर.

मैं: मोहित और मोनिका?

सुमन: वो अपने ननिहाल गये है 2-3 दिन के लिए. तूने जो किस किया था, बस तब से आग लगी हुई है.

मैं: तो तुम तैयार हो?

सुमन: हा मेरे राजा. मुझे पता नही था की तुम मुझे चाहते हो. कब से चल रहा है ये सब?

मैं: 2 महीने से.

सुमन: दोस्त की मम्मी पर दिल कैसे आ गया?

मैं: वो एक दिन तुम ड्रेस बदल रही थी, तब पीछे से नंगी देख कर.

सुमन: ऑश, कब देख लिया. श तुम इस राज़ को राज़ ही रहने देना. मैं तुम को इसी बेड पर खूब प्यार से दूँगी.

मैं: श रियली?

सुमन: मुझे भी प्यार चाहिए. बहुत दिन से प्यासी हू. काफ़ी सोचने के बाद मैने तुमको यहा बुलाया है. उन दोनो को ननिहाल भेज दिया ताकि जी भर कर मज़े ले सके.

सुमन मेरी गोद में बैठ गयी.

सुमन: तुम ये सब मोहित को मत बोल देना.

मैने एक हाथ सुमन के बूब पर रखा और दबाने लगा. उसकी आ निकल गयी. उसके गाल चूसने शुरू कर दिए. मुझे बहुत मज़ा आने लगा. सुमन आ आ कर रही थी.

सुमन: ऑश राजा, बहुत मस्त चूस्टा है तू. ऑश सारी रात तेरे लिए ही है सब कुछ.

मैं: ऑश सुमन, बहुत मस्त माल है तू. तुझे आज बहुत मज़ा दूँगा. बहुत दिन से तुझे छोड़ने की मॅन में थी.

सुमन: ऑश बहुत खुल के बोल रहा है तू. मैने सोचा नही था की तुम मेरे साथ ये सब करोगे. ऑश मस्त चूस रहे हो. श इतना तो मोहित के पापा भी गाल नही चूस्टे. राज ये कपड़े खोल लो. बदन को बदन से मिलने दो.

मैने सुमन को खड़ा किया, और उसका कुर्ता खोल दिया, और फिर सलवार भी खोल दी. सुमन ने मेरी शर्ट और पेंट खोल दी. मैने उसको अपनी तरफ खींच लिया, और उसकी ब्रा खोल कर सीने से लगा लिया.

सुमन: ऑश राज, बहुत मज़ा आएगा आज तो.

सुमन के बूब्स मेरे मेरे सीने से लग रहे थे.

राज: तेरे बूब्स बहुत मस्त है मेरी जान.

सुमन: तेरे लिए ही है राज. मॅन जितना करे उतना चूसो.

राज: तेरा पति तुझे छोड़ता नही क्या?

सुमन: नही छोड़ता. वो तो दुबई में किसी को छोड़ रहा होगा. बस मुझे छोड़ने की आज से तेरी ही ड्यूटी है. जवान लड़का मिल गया है. ऑश लगता है तू बहुत मज़े देगा.

मैं सुमन की पीठ पर हाथ फेरते हुए उसकी गांद दबाने लगा. उसकी गांद काफ़ी मस्त थी. हाथ में नही आ रही थी. कोई पीछे से पकड़ कर छोड़े तो बहुत मज़ा आएगा.

सुमन ने अपनी गोरी बाहों से मुझे पकड़ रखा था. सुमन की हाइट लगभग मेरे जितनी ही थी. उसके लिप्स चूस्टे हुए मुझे कोई दिक्कत नही हो रही थी. सुमन के बूब्स काफ़ी मस्त थे. गोरे बूब्स और बीच की दरार देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता है. आज वो मेरे सामने नंगी खड़ी थी.

सुमन: लाइट जला लू क्या? तुमको देखना भी है.

राज: यार मुझे शरम आ रही है. कोई दिक्कत तो नही होगी क्या?

सुमन ने बिना कुछ बोले ही लाइट ओं कर दी और गाते बंद कर दिया. सुमन को नंगी देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. वो वापस मूडी, तो उसके हिलते हुए बूब्स और छूट की तरफ मेरा ध्यान गया. वो स्माइल दे रही थी, और छूट को च्चिपते हुए मेरी तरफ आ गयी.

उसने आते ही अपना हाथ अंडरवेर में डाल कर लंड को पकड़ कर बाहर निकाल लिया. फिर अंडरवेर उतार दिया. लंड के हाथ लगते ही लंड खड़ा हो गया.

सुमन: ऑश अछा है.

मैं: तुम बहुत मस्त हो. तुम्हारे बूब का तो जवाब नही. इतने बड़े कैसे है?

सुमन: शुरू से ही ऐसे है. चलो अब मुझे मज़ा दो.

सुमन झट से बेड पर लेट गयी. मैं सुमन के बूब्स चूसने लगा.

सुमन: आअहह राजा आराम से करो, गुदगुदी हो रही है. बहुत दीनो से प्यासी हू. आज सारी रात तुम्हारी वाइफ बन कर रहूंगी.

मैं: बिल्कुल, आज से तू मेरी घरवाली है. घरवाली को जितना मर्ज़ी छोड़ सकते है. घरवाली तो छोड़ने के लिए ही रखी होती है.

सुमन: तेरा तो लंड भी मस्त है. श यार बहुत प्यासी हू. बहुत दिन से तलाश थी वो आज मिल गया.

सुमन के बूब्स मेरे सीने से लग गये. उसके बूब एक-दूं गोरे थे, और निपल हल्की ब्राउन थी. सुमन का नाक तीखा था और मनीषा कोइराला जैसी शकल थी. उतनी ही हाइट थी. थोड़ी सी गड्राई हुई थी. जिसको देखते ही लंड खड़ा हो जाए.

सुमन: ऑश यार बेटे का फ्रेंड भी काम बना देगा आज पता चला. मुझे पता है तुम मेरे बूब्स बहुत देखते हो.

वो मेरी पीठ पर हाथ फेरने लगी, और किस कर रही थी. उसके बूब मेरे लंड को खड़ा कर दिया. साली के बूब्स मेरी छाती से भीड़ रहे थे. वो मुझसे छ्होटी थी, तो तोड़ा उपर हो कर किस करने लगी.

मुझे थोड़ी हाइट वाली लेडी अची लगती है. उनको आराम से छोड़ सकते है. सुमन के बूब्स बड़े थे. एक-दूं गोल बूब पहली बार देखे थे, नही तो बूब्स लटके हुए होते है. सुमन थोड़ी गड्राई हुई थी, तो उसके बूब्स भी आचे थे.

मैने उसके बूब्स पकड़े तो मुझे झटका सा लगा. मैं बूब्स पकड़ कर निपल्स चूसने लगा. सुमन आ आ करने लगी. मुझे तो बूब्स मूह में लेते ही मज़ा आने लगा. मैने सुमन को दीवार से लगा लिया, और बूब चूसने शुरू कर दिए.

सुमन: श यार, बहुत आचे से चूस रहा है. ऑश आअहह राज मारी जेया रही थी इस दिन के लिए तो. ऑश आराम से चूस ले. सारी रात तेरे नीचे रहूंगी. आअहह ऑश यार.

राज: ऑश साली, तेरे बूब्स बहुत मस्त है. कैसे पाला है इनको. ऑश, क्या संतरे है तेरे. ऑश साली क्या खाती है तू? तेरे बूब्स देख कर रहा नही जेया रहा. तेरे बूब्स दबाने में भी बहुत मज़ा आ रहा है.

सुमन: सब आराम से करो. मुझे भी तू बहुत पसंद है यार. तू ही मेरी प्यास बुझा सकता है.

मैने सुमन को गांद पर हाथ फेरा तो लंड खड़ा हो गया.

राज: चल मेरी रानी, तेरी छूट छोड़नी पड़ेगी.

मैने सुमन को अपने आयेज खड़ा किया, और लंड उसकी गांद पर रगड़ने लगा. दोनो हाथ से मैं उसके बूब्स पकड़ कर ड़बने लगा.

सुमन: ऑश आ, अछा लग रहा है. आहह, लगता है बहुत मस्ती से करोगे.

राज: ऑश साली, इतना मस्त माल है की छोड़ने में मज़ा आ जाएगा. श, क्या चिकनी गांद है तेरी. तेरी मोटी गांद से लंड एक-दूं टाइट हो गया है. ऑश उपर से तेरे ये बूब्स. ऑश, चल बेड पर तेरी छूट भी चेक कर लेता हू.

सुमन: चलो यार ऑश तेरा लंड तो काफ़ी बड़ा है. ऑश पिंक लंड मुझे पसंद है. मेरे राजा चल अपनी रानी की छूट तेरे लंड की प्यासी है.

सुमन स्माइल देती हुई लेट गयी. मैं उस पर झुक गया, और उसके लिप्स चूसने लगा. एक हाथ से बूब्स दबाए और बूब्स चूस्टे टाइम छूट सहलाई. फिर लंड को छूट पर रखा, और शॉट मारने लगा. थोड़ी ही देर में पूरा लंड छूट में चला गया. सुमन की चीख निकल गयी.

सुमन: ऑश यार, मॅर गयी श आहह आउच. ऑश आराम से करो यार. मज़ा आएगा मेरी जान. ऑश इस लंड के लिए तड़प रही थी मैं.

राज: ऑश मेरी जान मुझे भी मज़ा आ रहा है. ऑश तेरी छूट चुड रही है, और मज़ा मुझे आ रहा है.

सुमन: ऑश अब तो रोज़ तेरे से मार्व्ौनगी यार. छोड़ते रहो अपने दोस्त की मों की छूट.

राज: ऑश सुमन, तू तो एक नंबर माल है है. मेरी वाइफ बनोगी क्या? तेरा घर वाला तो आता नही. मैं ही अब तेरी छूट मारूँगा. ऑश मज़ा आ रहा है मेरी जान.

सुमन नीचे लेती हुई मज़े ले रही थी. मैं शॉट पर शॉट मारे जेया रहा था. वो मेरी पीठ पर अपने गोरे हाथ फेर रही थी.

सुमन: ऑश राज तू तो बहुत अछा छोड़ता है आअहह. छोड़ो मेरी छूट राजा. ऑश इतने दिन पहले गौर कर लेती तो प्यासा नही रहना पड़ता. आज से तू ही मेरा घरवाला है मेरे राजा. ऑश बता नही सकती कितना मज़ा दे रहा है तू. तेरा लंड तो बहुत मस्त है.

राज: साली तेरी छूट भी मस्त है बहुत. मेरी रानी तू मेरी रखैल बनेगी आज से?

सुमन: जो बोलॉगे वो बन जौंगी यार. तुम बस मेरी ठुकाई करते रहो. मोहित को कुछ मत बोलना. ये राज़ ही रहना चाहिए. बस उसके बहाने मुझसे मिल लिया करो. वो घर ना हो तब भी मुझे छोड़ सकते हो. उनको पता ना लगे बस.

राज: तू टेन्षन मत ले. किसी को कुछ पता नही लगेगा. मुझे तू और तेरी छूट चाहिए. मोहित को भी नही पता होगा की उसकी मों मुझसे छुड़वा रही है.

सुमन के बड़े-बड़े बूब्स मेरे सीने से लगे हुए थे. मैं उसको पकड़ना चाहता था, तो सुमन को डॉगी स्टाइल में किया, और वो बेड पर झुकी हुई थी. मैने उसकी मस्त गांद पर थप्पड़ मारे, और छूट में लोड्‍ा रख कर चुदाई जारी रखी.

एक ही झटके में सुमन की छूट चीरता हुआ लंड अंदर चला गया. सुमन काफ़ी खुश लग रही थी.

सुमन: हाए यार श आअनंह आओउूउ राज आअहह मेरे बूब्स पकड़ कर छोड़ो मेरे राजा. बूब्स बहुत हिल रहे है. तुमको भी मज़ा आएगा.

मैने उसके बूब पकड़ लिए. कुटिया बनी हुई सुमन के बूब्स अब और भी मस्त लग रहे थे. मेरे हाथो में आए तो दोनो बूब्स को ज़ोर से दबाया. लंड उसकी छूट से अंदर-बाहर हो रहा था.

सुमन मेरे आयेज छूट मरवाने के लिए कुटिया बनी हुई थी. मैं उसको पीछे से पेल रहा था. वो छुड़वा कर बहुत हॅपी दिख रही थी. उसकी आवाज़ से लग रहा था की वो बहुत मज़े ले रही थी.

राज: ऑश साली रंडी, अब ज़्यादा तो नही हिल रहे बूब्स तेरे. ऑश बहुत हिला रही थी बूबा. क्या खाती है तू? तेरे बूब्स तो बहुत मस्त है.

सुमन: श यार, बहुत मस्ती चढ़ गयी है. तेरी वाइफ हू मैं अब. अपनी घरवाली को मॅन करे उतना छोड़. कुछ भी नही बोलूँगी मैं. छोड़, छोड़ मेरे राजा, छोड़ मेरी छूट, छोड़-छोड़ कर मज़े लूट ले मेरी छूट के. चुड रही हू मैं तेरे से.

मैं ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारने लगा. लंड पूरी छूट में जेया रहा था. थोड़ी देर बाद सुमन झाड़ गयी थी. मैने भी ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारे तो मैं भी जल्दी ही झाड़ गया.

सुमन खड़ी हुई, और मेरे लिए पानी लाई. वो रूम में नंगी घूम रही थी. उसकी गांद और बूब्स देख कर मुझे बहुत अछा लग रहा था.

सुमन: ऑश मुझे नही पता था की तुम मुझे इतने आचे तरीके से छोड़ लोगे. यार इतना तो हब्बी भी नही छोड़ता मुझे. तूने तो उपर से नीचे तक सब और से मुझे चूसा और चोदा है.

राज: तू सच में माल है. तुझे छोड़ने में मज़ा बहुत आया. तेरे बूब्स और गांद का तो जवाब नही. तेरा गड्राया बदन देखते ही लंड खड़ा हो जाता है. तेरे उपर चढ़ कर कूदने में बहुत मज़ा आया.

सुमन: बस फिर ठीक है. तुम्हारे आयेज मैं ऐसे ही झुकी रहूंगी, और तुम मेरे उपर चढ़ कर मेरी छूट को पेलते जाओ. तुम बूब्स बहुत मस्त चूस्टे हो. बूबा चुस्वा रही थी, तब बहुत मज़ा ले रही थी.

राज: ह्म.

सुमन: ये बूब्स अब तुम्हारे है. बूब्स के साथ खेलो, चूसो, चतो, निपल चूसो. लास्ट में डॉगी बना कर बूबा पकड़े, तब तो कितना मज़ा दिया तुमने. ये मैं बोल कर नही बता सकती. बस मोहित को मत बताना, बाकी जितना मॅन करे उतना छोड़ सकते हो.

मैने सुमन को पास बुलाया और उसकी गांद पर लंड रख कर उसके बूब्स पकड़ लिए. उसके बूब लाल हो गये थे. वो मेरे आयेज सो कर बहुत हॅपी लग रही थी.

मुझे तो उसकी मोटी गांद और बूब्स देख कर ही नशा हो गया था. उसको रूम में नंगी देखा तो लंड एक-दूं से खड़ा हो गया था.

कुछ भी हो सुमन को जो एक बार नंगी देख ले, तो उसको कोई भी नही भूल सकता.

सुमन: मोहित को पता ना चले बस बाकी जितना मॅन करे छोड़ सकते हो. अगर किसी को पता चल गया तो फिर हम दोनो का मिलना बंद. इसलिए जो भी करो पूरी प्राइवसी और साफ़्ती के साथ. बाहर से परदा ज़रूरी है. रूम में तो एक-दूं नंगी करके जितनी चाहे उल्टी-सीधी कर सकते हो.

राज: ह्म्‍म्म्म. तुमको तो बस घोड़ी बना कर छोड़ना है. वैसे मज़ा ज़्यादा आता है.

सुमन: ह्म, मैं भी चाहती हू की मेरे दोनो बूब्स पकड़ कर पीछे से उपर चढ़ जाए. मेरी फॅवुरेट पोज़िशन है. अब तेरे जैसा घोड़ा पीछे कूदने वाला है, तो घोड़ी बनने में मुझे कोई दिक्कत नही.

राज: चल फिर उल्टी लेट जेया. तेरी मस्त गांद में डाल कर उपर लेटुंगा.

मैने उसको उल्टा लिटाया, और उसकी मस्त गांद पर लंड रखा, और लेट गया. आपको स्टोरी कैसी लगी

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