फिर मैं लेट गया और मेरे लण्ड पर वो बैठ गई.. और उछल-उछल कर मेरा लौड़ा ले रही थी।
उस दौरान वो फिर झड़ गई.. थोड़ी देर बाद मैं भी निकल गया।
फिर वो उठकर बाथरूम की ओर गई.. उससे चला भी नहीं जा रहा था।
मैं भी उसके पीछे गया और हम दोनों साथ में नहाए। फिर हम वापस बिस्तर पर गए और एक-दूसरे से लिपट गए।
तनु- जयदीप, आज तुमने मुझे पति का सुख दिया है। दो साल में पहली बार मेरी ऐसी चुदाई हुई है। मुझे बहुत ही संतोष हुआ.. राजेश के साथ आज तक कभी भी मैं चरम सीमा तक नहीं पहुँची थी।
यह कहते हुए उसने मुझे चुम्बन किया।
मैंने भी जवाब में चुम्बन किया और चूचे दबाए।
हम मस्ती करते हुए सो गए.. तब रात के 3 बज गए थे।
सुबह जब मैं उठा तो तनु उठ गई थी और राजेश अभी तक सो रहा था।
मैं फ्रेश हो गया.. चाय लेकर तनु आई।
इतनी देर में राजेश भी जाग गया।
राजेश ने मुझे देखा तो उसके पूछने से पहले ही मैंने उससे कहा- रात में बहुत देर हो गई इसलिए मैं यहीं सो गया था।
उसने कहा- ठीक किया तुमने।
तनु के मुँह पर खुशी साफ दिखाई दे रही थी।
उसके बाद मैं वहाँ से चला गया। फिर तनु की चुदाई वापस की.. वो मैं अगले भाग में बताऊँगा।
आपको मेरी सेक्स कहानी कैसी लगी, नीचे कमेंट्स में और ईमेल में अपने विचार दीजियेगा।