तो स्टोरी कुछ इस तरह है दोस्तो. मेरा एक बचपन का फ्रेंड है जो मेरे साथ स्कूल पढ़ा है. मेरा उसके साथ और उसकी फॅमिली के साथ बहोट प्यार था. और मेरा उनके घर आना जाना लगा रहता है.
दोस्त की फैमली मे उसकी मा, 1 बड़ा भाई है और वो खुद है और एक उसकी बेहन है, असमा. असमा की आगे करीब 18 साल की है. वो दिखने मे सवली रंग की है पर फिगर बड़ी मस्त है उसकी.
मई जब भी उनके घर जाता तो उसका भाई और मा काम पर गये होते और वो घर पर अकेली होती. कभी झाड़ू लगा रही होती कभी कपड़े धो रही होती कभी बर्तन धो रही होती. मई अक्सर उसके सामने खड़ा होके उसके बूब्स देखने की कोशिश किया करता था.
एक दिन की बात है मई उनके घर गया तो वो झाड़ू लगा रही थी तो. मई उसके पास जाके खड़ा हो गया. तो वो बोली की आप अंदर रूम मे जा कर बैठ जाओ, मई झाड़ू लगा के आती हू.
मई रूम मे जा कर बैठ गया और मेरे दिमाग़ मे उसको लेकर अजीब से विचार आने ल्गे. तो वो अपना काम निपटा कर पानी का गिलास ले कर आई और मुझे देने लगी.
मैने मोका देखते ही उसका हाथ गिलास के साथ ही पकड़ लिया. वो एक पल को शॉक्ड हो गयी और बोली की क्या हुआ, छोड़ो मेरा हाथ. तो मैने भी मोका देख कर बोला की असमा मई तुम्हे लीके करता हू.
वो अपना हाथ चूड्डा कर हेस्ट हुए रूम के बाहर आ गयी और बोली छाई पीओगे? तो मैने हन बोलते हुए इशारा किया और वो मुस्कुराते हुए छाई बनाने चले गयी.
थोड़ी देर बाद वो छाई बना कर लाई. फिर हम दोनो ने छाई पे फिर छाई पीने के बाद मई चला गया.
शाम को उसका म्स्ग आया की मुझे आपसे एक बात कहनी है.
तो मैने भी जल्दी से रिप्लाइ किया की हंजी बोलो.
उसने म्स्ग किया की मई भी आपको बहोट लीके करती हू. और फिर बोली की कल आप 11 भजे दुबारा आना.
तो मेरे मॅन मे लादू फुटटने ल्गे. मई रात भर ये ही सोचता रहा की मई कल उससे क्या बोलूँगा, केसे करूँगा सब.
फिर अगली सूभ मई जल्दी से उठ कर फ्रेश हुआ, ब्रेकफास्ट किया और फिर मई 11 भजने का वेट करने लगा. जैसे ही 11 भजने वेल थे मई तुरंत उसके घ्र पहुँच गया.
वो मुझे देख कर मुस्कुरा कर बोली अरे वाह आप टाइम के बहोट पक्के हो, बिल्कुल टाइम पर पहुँच गये.
तो मैने भी मुस्कुराते हुए बोला की आपके लिए तो रात 12 भजे भी आ जाए.
वो मुस्कुराने लगी और बोली छाई पीओगे? तो मैने हन मे सिर हिलाया.
वो छाई बनके लाई हम दोनो साथ बैठ कर छाई पीने लगे. छाई पीने के बाद हम बाते करते करते एक दूसरे के इतने करीब आ गये की मैने उसके हाथ पकड़ कर चूम लिए.
उसने कुछ नि कहा फिर मेरी हिम्मत बड़ी और मई उसके लिप्स की तरफ बढ़ा. पहले वो तोड़ा पीछे हटी और फिर एकद्ूम से मेरे लिप्स से अपने लिप्स चिपका लिए और किस करने ल्गी.
फिर 5 मीं बाद हम दोनो इतने डीप्ली चले गये किस मे की हमारा लीप किस अब स्मूच किस मे बदल गया. वो मेरी तौँगे को चूस र्ही थी और मई उसके उसके लिप्स खा रहा था.
किस करते करते मेरा हाथ उसके बूब्स पर चला गया. वो और गरम हो गयी. उसका एक हाथ मेरा बालो मे था और दूसरा हाथ उसका मेरे लोवर के उपर से मेरे लंड को सहला रहा था.
मई भी पूरा गरम हो गया था. मेरा लंड भी अब पूरा सलामी दे रहा था. फिर ढेरे से मैने उसके त-शर्ट के अंदर हाथ डाला और अप्पर की तरफ ले गया.
उसने ब्लॅक कलर की ब्रा पहनी थी, मैने उसकी ब्रा हटा के एक बूब बाहर निकाला. और उसका रिघ्त ब्लॅक निपल मूह मे लेकर चूसने लगा. वो भी सिसकारिया ले रही थी.
फिर थोड़ी देर बाद मे उठ कर उसकी त-शर्ट उतार दी और वो सिर्फ़ ब्रा मे मेरे सामने खड़ी थी. मैने ढेरे से उसकी ब्रा उतार दी और उसे बिस्तर पर लिटा दिया और चूसने लगा उसके दोनो निपल्स.
थोड़ी देर बाद मेरा लंड अब और बंदिश सहन नही कर पा रा था. मई उठा और उसके फेस के पास जा कर अपना लंड निकल कर उसके लिप्स के पास रख दिया.
लंड को देख के उसकी आँखे चमक उठी और बिना देरी के एकद्ूम से मूह मे लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. मई भी अपना लंड उसके मूह मे पेलता रहा.
करीब 5 मीं बाद मेरा लंड झड़ने वाला हो गया. तो मैने उसे बोला की मई झड़ने वाला हू तो उसने इशारा किया की मूह मे ही झाड़ दो. मई और तेज़ हो गया और उसके मूह मे ही अपना माल भर दिया, वो भी उसे मॅजी की सुडूप करके निगल गयी.
फिर मई लेट गया, अब वो उठी और उसने अपनी जीन्स निकाल दी. अब वो सिर्फ़ पनटी मे मेरे सामने खड़ी थी. फिर उसने ढेरे से अपनी पनटी उतारी तो मेरी नज़र उसकी गिल्ली हुई छूट पर पड़ी. जो की हल्के हल्के बालो से ढाकी हुई थी.
अब वो मेरे उपर आ गयी और उसने अपनी छूट मे मूह पर तिक्का दी और अपनी छूट मेरे मूह पर रगड़ने लगी. मई भी अपनी जीभ उसकी छूट मे डाल कर उसे चाटने लगा.
वाह यारो क्या स्वाद था उसकी छूट मे, एकडम रसीली छूट थी.
ऐसा करीब 5 मीं करने के बाद वो मेरे मूह पर ही झाड़ गयी. अब मेरा लंड फिर से टन के टॉप बन गया था. मैने भी ज़्यादा टाइम ना लगते हुए उठा और उसे सीधा लिटा के उसकी दोनो टाँगे फैला कर कर अपने लंड का टोपा उसकी छूट पर रखते हुए ढेरे से अंदर डालने की कोशिश करने लगा.
पर छूट टाइट होने की वजह से लंड अंदर नही जेया पा रहा था. मैने फिर एक बार कोशिश की तोड़ा तेज़ धक्का मारा. तो तोड़ा सा लंड उसके अंदर चला गया और असमा की आँखे बाहर आ गयी. और उसके मुहह से अओुच्च की आवाज़ निकली.
मैने फिर एक बार धक्का मारा, अब आधा लंड उसकी छूट मे समा गया. उसकी आँखो मे आँसू आ गये. मई फिर उसे प्यार से चूमा और ढेरे ढेरे अंदर बाहर करने लगा.
वो भी अब तोड़ा मज़े मे आने ल्ग गयी. अब वो भी मेरा साथ देने लग गयी थी और बोल र्ही थी तेज़ मारो तोड़ा और तेज़ करो. फिर मई जोश मे आ गया और थोड़ी देर बाद मैने 3 धक्का मारा तो सारा का सारा लॅंड अंदर चला गया.
अब वो भी पूरे मज़े लेने ल्ग गयी थी और मेरा साथ दे रही थी. फिर हुँने पोज़िशन चेंज करते हुए डोग्ग्स्त्यले मे चुदाई की. ये मेरी फेव पोज़िशन है. मैने इस पोज़िशन मे उसे करीब 10 मीं तक लगातार छोड़ा.
वो भी मुझे उछाल उछाल कर छूट दे रही थी. उसके बाद मैने उसे उल्टा लिटा कर उपर से उसकी छूट मारी. करीब 15-20 मीं बाद मई झड़ने वाला था. तो मैने उसे बोला की मई झड़ने वाला हू.
तो वो बोली की बाहर मत निकालो, अंदर ही डाल दो. मई तेज़ तेज़ छोड़ते हुए उसकी छूट मे ही झाड़ गया. झड़ने के बाद हम दोनो एक साथ लेट गये और फिर आधे घंटे बाद हम दोनो उठे और थोड़ी बाते करने ल्गे.
फिर अबेट करते करते मई उसके बूब्स दबाने लगा और ढेरे ढेरे उसके नंगे जिस्म पर हाथ फेरने लगा. अब वो फिर से गरम होने लगी. उसकी छूट ने फिर से पानी छोड़ना शुरू कर दिया.
मेरा भी लंड अब दुबारा खड़ा होने लगा. फिर मई अपने लिप्स से उसकी पूरी बॉडी को चूमने लगा. अब वो फिर से सिसकारियो से भरने लगी. उसने फिर मुझे अपनी तरफ खिच लिया और बहो मे भर कर पागलो की तरह चूमने लगी.
मेरा एक हाथ उसकी छूट पर था और एक उंगली छूट के अंदर डाल दी. थोड़ी देर बाद मैने दूसरी उंगली भी उसकी छूट मे डाल दी. अब उसके मूह से आ आहह की आवाज़े आने लगी.
उसने मुझे कस्स के पकड़ लिया और लिपट गयी मेरे पूरे बॉडी से. फिर मैने उसकी टाँगे उठा कर रूफ की तरफ कर दी और नीचे से उसकी गांद का होल चाटने लगा.
तो वो तुरंत बोली की ये क्या कर रहे हो?
तो मैने उसे बोला की चुप रे रंडी, मुझे करने दे जो मई कर रहा हू.
वो भी वासना मे इतनी खोई हुई थी की बोली करो जो करना है जल्दी करो.
मैने थोड़ी देर उसकी गांद का होल चाटने के बाद अपने लंड पर थूक लगा कर उसके गांद के होल पर रख दिया और अंदर डालने लगा.
वो दर्द के मारे कार्ाआह उठी. मैने तोड़ा थूक और फेका गांद के होल मे और फिर डालने लगा. पर होल इतना टाइट था की लंड अंदर जाने का नाम ही ना ले.
मई उठा और क्रीम की डिब्बी मे से क्रीम निकल कर उसके गांद के होल और अपने लंड के टोपे मे लगा दिया. फिर एक ज़ोर से झटका मारा और मेरा पूरा लंड एक ही झटके मे अंदर चला गया.
वो बहोट ज़ोर से चिल्लाई और उसने मुझे थप्पड़ मार दिया. मेरे को गुस्सा आया और मैने भी एक जद्द दिया उसके. और फिर ज़ोर ज़ोर से पेलने लगा. अब वो रो भी रही थी और गांद भी मरवा रही थी.
फिर थोड़ी देर चुदाई चलने के बाद हम दोनो फिर एक दूसरे को चूमने ल्गे. अब वो गांद भी बहोट मज़े से मरवा रही थी. फिर मैने थोड़ी देर मे उसकी गांद मे झाड़ गया.
मैने उसे उस दिन काई अलग अलग पोज़िशन मे छोड़ा. फिर उस दिन के बाद से हम दोनो जब भी मिलते चुदाई करते.
दोस्तो आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी प्लीज़ कॉमेंट्स करके ज़रूर बताइए.
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