दो भाइयों से चूड़ने के बाद बहन ने फसाया तीसरा

हेलो मेरे प्यारे लंड के सरदारों. कैसे हो आप लोग? मैं आपकी प्रिया हाज़िर हू कहानी का अगला भाग लेकर. उससे पहले आप लोगों ने जो प्यार दिया है मुझे, उसके लिए आपका शुक्रिया. आशा करती हू आपको आयेज की स्टोरी भी पसंद आए. तो सभी लंड अपने हाथ में लेकर रेडी हो जाए. अब तक अपने पढ़ा कैसे मेरे भाई मुझे छोड़ रहे थे. चलिए आयेज-

अब उन दोनो ने अपनी पोज़िशन चेंज की. राज ने अपना लंड मेरे मूह में घुसा दिया, और राहुल अपना लंड लेकर छूट में घुसने गया. मुझे अब बहुत मज़ा आने लगा था. मैने राज के लंड को मूह से आचे से सॉफ किया, और चूसने लगी.

उधर राहुल मेरी छूट को छोड़ने लगा. मैं लंड भी चूस रही थी और सिसकियाँ भी ले रही थी. करीब 5 मिनिट बाद मैं झाड़ गयी. बुत उन दोनो को मज़ा नही आ रहा था, ऐसा लगा मुझे. मैने उनसे पूछा-

मे: क्या हुआ, तुम लोगों को मज़ा नही आया क्या?

राज: दी मज़ा तो बहुत आ रहा है, बुत.

मे: बुत क्या, बोलो ना?

राहुल: दी हमे कुछ और भी करना था, बुत दर्र रहे है.

मे: क्या करना है, करो ना (दोनो को किस की).

राज: पक्का ना दी?

मे: हा बाबा.

मुझे कोई आइडिया नही था वो लोग क्या करने वाले थे. राज लेट गया और मीं उसके उपर बैठ गयी. फिर उसने अपना लंड मेरी छूट में डाला. उसके बाद राहुल मेरे पीछे आया. उसने मेरी नंगी पीठ को चूमा, और मेरी गांद हल्की उठाई.

मैं झुक सी गयी, और तभी उसने फटत से मेरी गांद के च्छेद में अपना लंड घुसा दिया. मैं सिहर गयी. मुझे इस बात की खबर नही थी. मुझे दर्र लगने लगा.

मे: ये क्या कर रहे हो तुम दोनो?

राहुल: दी आपको दोनो एक साथ छोड़ना चाहते है.

मे: पागल हो गये हो? मैं मॅर जौंगी.

राज: कुछ नही होगा दी.

मैं माना करने लगी. तभी राहुल ने मेरे बाल पकड़े, और खींच लिए, और अपना लंड ज़ोर से मेरी गांद में अंदर तक घुसा दिया और बोला-

राहुल: चुप! अब मैं मूड में आ गया समझी.

मे: प्लीज़ ऐसा मत करो.

उन दोनो ने चुदाई शुरू कर दी. वो दोनो एक साथ मेरी छूट और गांद दोनो छोड़ने लगे. मुझे बहुत ज़्यादा पाईं होने लगा. मैं रोने लगी, पर वो दोनो रुक नही रहे थे. राहुल मेरी एक गांद पे ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मार रहा था, तो राज दूसरी पे.

काफ़ी देर ऐसे ही छोड़ने के बाद दोनो ने अपनी पोज़िशन बदली, और फिर छोड़ने लगे. अब मुझे भी मज़ा आने लगा था.

मैं उनका साथ दे रही थी. उन दोनो ने रात भर अलग-अलग पोज़िशन में मुझे छोड़ा, और फिर मैने उनका कॉंडम निकाल दिया, और दोनो के लंड को चूस-चूस कर उनका रस्स पिया. अफ वो रात.

अब हम लगभग हर रोज़ ऐसे ही चुदाई करते थे. मुझे उनसे चूड़ने की आदत हो गयी थी. अब मैं बिना चुदाई के नही रह पा रही थी. फिर शान भी वापस आ गया, और हमारी चुदाई रुक गयी. मुझे ये कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो रहा था. मैं रात में उन दोनो को बातरूम में बुला कर अपनी चुदाई करवाती थी. बुत ये हर रोज़ नही हो पाता था.

शान के बाद उन दोनो का भी रिज़ल्ट आया, और दोनो अड्मिशन के लिए बाहर चले गये. जाते वक़्त मैने उन दोनो को जी भर के चूमा. वो 5 दिन बाद आने वाले थे. मुझे नही समझ आ रहा था की मैं 5 दिन कैसे कंट्रोल करूँगी खुद को. मैने सोचा ब्फ बना लू. बुत बाहर किसी पे भरोसा नही कर सकते.

तभी मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया. उस दिन शान ने भी मुझे बिना कपड़ों के देखा था, तो क्यूँ ना उसी से चुड लू. बुत शान बहुत इनोसेंट लड़का था. उसे मानना आसान नही था. बहुत सोचने के बाद मुझे मस्त सा आइडिया आया (आक्च्युयली ये आइडिया मैने यही से पढ़ा था). मैं रात होने का वेट करने लगी. रात में जब हम सोने आए, तो मैने उसे बुलाया-

मे: शान मुझे नींद नही आ रही.

शान: हा दी, मुझे भी.

मे: टीवी ओं कर दे, और रिमोट मुझे दे.

शान: ओक.

टीवी ओं करके उसने मुझे रिमोट दिया. मैने फोन से एक मोविए लगाई जिसमे बहुत सारे किस्सिंग और सेक्स सीन्स थे, और लाइट्स ऑफ कर दी, ताकि वो शरमाये नही. मोविए शुरू हुई, और जैसे ही पहला किस्सिंग सीन आया, मैं भी शुरू हो गयी.

मैने गर्मी के बहाने अपनी टॉप शान की आँखों के सामने उतार दी. उसकी आँखें फटी रह गयी थी. अगले सीन में हीरो हेरोयिन के बीच सेक्स होता है जिसमे हीरो लड़की के सारे कपड़े खोल कर उसे छोड़ता है. ये देख कर वो चौंक गया.

मेरी नज़र उसके पंत पे गयी जो तंबू बना हुआ था. मैं सोने का नाटक करके उसकी गोद में सिर रख कर लेट गयी. मेरे सिर के पीछे ही उसका लंड उफान मार रहा था. मैने अपना फेस उसके लंड की तरफ किया, और सोने का नाटक करने लगी.

उसका लंड अब मेरे फेस से टकरा रहा था. वो बेचारा अपने लंड को दबाने की कोशिश कर रहा था. मैने सोते हुए उसके हाथ पकड़ लिए और हटा दिए. हाथ हटते ही उसका लंड ठप से मेरे सिर से टकराया. बहुत हार्ड लंड था.

अब मुझसे नही रहा जेया रहा था. मैं जानती थी शान कुछ नही करेगा, और जो भी करना होगा मुझे ही करना होगा. मैने सपने देखने का नाटक किया और बोली-

मे: मा मुझे केला (बनाना) खाने दो.

बोल कर मैने उसका लंड बाहर निकाला. उसे लगा मैं सपने में केला खा रही थी. इससे पहले वो कुछ करता, मैने उसका लंड मूह में ले लिया. लंड अंदर जाते ही वो रुक गया. उसकी साँसे तेज़ हो गयी. मैने उसके लंड को थूक से गीला किया, और चूसना शुरू कर दी.

शान अब तक शॉक्ड था, और मज़े भी ले रहा था. मैं भी मस्त रंडी की तरह उसका लंड चूस रही थी. थोड़ी देर बाद उसने मेरा सिर ज़ोर से पकड़ लिया. मैं समझ गयी ये झड़ने वाला था. मुझे पता था झड़ने के बाद उसका मूड चेंज हो जाएगा. इसलिए मुझे उससे पहले कुछ करना होगा. मैं उठी, और उसका लंड मूह से निकाल कर बोली-

मे: शान ये तू क्या कर रहा है?

शान: वो दी (डरने लगा).

मे: ची, तू ये सब क्या कर रहा है? मैं तुझे क्या समझती थी, और तू.

शान: सॉरी दी, मुझे पता नही क्या हुआ.

मे: तू सोते हुए मेरा फ़ायदा उठा रहा था?

शान: नही दी, ऐसा नही है.

बेचारे का लंड जो झड़ने वाला था अब सिकुड़ने लगा. मैं दर्र गयी अगर इसका मूड बदल गया तो. मैने सिचुयेशन संभालने की कोशिश की.

मे: अब तू बहुत आयेज निकल आया है. तेरी फीलिंग नही दबेगी अब.

शान: सॉरी दी.

मैने उसके लंड को हाथ में लिया और बोली-

मे: अब आज इस रूम में जो भी होगा, वो किसी को पता नही चलना चाहिए.

शान: ओक दी (शॉक में).

मैं उसके लंड को हिलाई, और फिर उसे अपने मूह में लेकर चूसने लगी. वो मदहोश सा हो गया और आहें भरने लगा. उसने फिरसे मेरे सिर को ज़ोर से पकड़ा. मैं समझ गयी, और मैने उसके लंड को अपने मूह में भर लिया, और वो मूह में ही झाड़ गया.

आयेज की कहानी अगले भाग में पढ़िए. आंड थॅंक योउ फॉर युवर लोवे फ्रेंड्स. आप इसी तरह अपना लोवे मुझे भेजते रहे ओं (प्के9435856@गमाल.कॉम). इसी ईद पे आप मुझे गूगले छत में ड्म भी कर सकते है. थॅंक योउ.

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