दीपाली मामी की चूत का बजाया बाजा

मामी कहने पर मैने उन्हे छोड़ने का तय किया. मामी मेरे लंड को ऐसे देख रही थी जैसे वो मुझे अभी खा जाएगी. उनके अंदर की हवस उनके चेहरे से ही पता चल रही थी.

मामी स्लॅब से नीचे आई और पहले तो मुझे हर जगह किस करने लगी. कुछ देर मे मैं भी गरम हो गया.

मामी खुद ही स्लॅब की तरफ फेस करके खड़ी हो गयी और सामने लगे हुए मिरर मे मुझे देखकर इशारा कर रही थी. मैं साँझ गया के आज उन्हे पिच्चे से छुड़वाना है.

तभी नीचे से शादी की आवाज़े आने लगी. हम दोनो साँझ गये थे के शादी शुरू हो गयी है. मैं मुस्कुराते हुए मामी के पिच्चे खड़ा हुआ और उनकी गर्दन पर किस करने लगा. थोड़ी देर बाद मामी ने अपने पैरो को फैलाया और मैने अपने लंड को थोड़ी देर हिलने के बाद उसे छूट पर रखा.

मामी मुझे बड़ी खुशी से देख रही थी. मैने पिच्चे से धक्का मारा और मेरा आधे से ज़्यादा लंड उनकी छूट मे चला गया. हम दोनो ने मिरर मे एक दूसरे को देखते हुए साथ मे सिसकारी ली. छूट पूरी तरहा से गरम हो चुकी थी. दीपाली मामी ज़्यादा चुड्ती नही थी इसलिए उनकी छूट काफ़ी टाइट थी. इसलिए मुझे बड़ा मज़ा आने लगा. धीरे धीरे करके मैं धक्के लगाने लगा और देखते ही देखते मेरा पूरा लंड उनकी छूट मे चला गया.

मेरे झड़ने के बाद हम दोनो ने एक दूसरे को ठीक किया. हम फ्रेश हो गये और फिर से कपड़े पहने.

मामी: श नील तुम बस कमाल के हो. तुमने मेरी ये फॅंटेसी भी पूरी कर दी. सच मे मुझे बहुत मज़ा आया.

नील (मिरर मे खुद देखते हुए): मुझे भी. और आपने झाड़ते हुए जो मुझे गर्दन पर बीते किया ना ये देखो उसका निशान. बस ये दुआ करो के इसे कोई ना देखे

मामी: ऑश. सॉरी नील तुम इतना मस्त छोड़ रहे थे के मुझसे कंट्रोल ही नही हुआ. और ये देखो तुमने भी तो मुझे गर्दन पर ही बीते किया है.

नील (शरमाते हुए): हन वो आक्च्युयली जब हम यहाँ आए तो शुरुवत मे मैं बहुत जोश मे था तो बस हो गयामामी कहने पर मैने उन्हे छोड़ने का तय किया. मामी मेरे लंड को ऐसे देख रही थी जैसे वो मुझे अभी खा जाएगी. उनके अंदर की हवस उनके चेहरे से ही पता चल रही थी.

मामी स्लॅब से नीचे आई और पहले तो मुझे हर जगह किस करने लगी. कुछ देर मे मैं भी गरम हो गया.

मामी खुद ही स्लॅब की तरफ फेस करके खड़ी हो गयी और सामने लगे हुए मिरर मे मुझे देखकर इशारा कर रही थी. मैं साँझ गया के आज उन्हे पिच्चे से छुड़वाना है.

तभी नीचे से शादी की आवाज़े आने लगी. हम दोनो साँझ गये थे के शादी शुरू हो गयी है. मैं मुस्कुराते हुए मामी के पिच्चे खड़ा हुआ और उनकी गर्दन पर किस करने लगा. थोड़ी देर बाद मामी ने अपने पैरो को फैलाया और मैने अपने लंड को थोड़ी देर हिलने के बाद उसे छूट पर रखा.

मामी मुझे बड़ी खुशी से देख रही थी. मैने पिच्चे से धक्का मारा और मेरा आधे से ज़्यादा लंड उनकी छूट मे चला गया. हम दोनो ने मिरर मे एक दूसरे को देखते हुए साथ मे सिसकारी ली. छूट पूरी तरहा से गरम हो चुकी थी. दीपाली मामी ज़्यादा चुड्ती नही थी इसलिए उनकी छूट काफ़ी टाइट थी. इसलिए मुझे बड़ा मज़ा आने लगा. धीरे धीरे करके मैं धक्के लगाने लगा और देखते ही देखते मेरा पूरा लंड उनकी छूट मे चला गया.मामी सिसकारियाँ लेते हुए मेरे हर धक्के के साथ अपनी कमर हिलाते हुए लंड को छूट की गहरियों मे लेने लगी. धीरे धीरे हम दोनो जोश मे आ रहे थे और हुमारे धक्के भी तेज हो रहे थे. उस पल की बात ही कुछ और थी. नीचे एक कपल की शादी हो रही थी और उसके उपर वेल फ्लोर पर मैं अपनी मामी को छोड़ रहा था. एक अजीब थ्रिल थी जो हम दोनो बहुत पसंद कर रहे थे.

कुछ देर मे मैं तोड़ा वाइल्ड फील करने लगा इसलिए मैने मामी का लेफ्ट वाला पैर उस स्लॅब पर रखा. मैने उनकी थाइ को पकड़ा और ज़ोर ज़ोर से लंड को अंदर बाहर करने लगा. मेरा 8 इंच का लंड पूरी तरहा से बाहर आता और फिर से उनकी छूट मे चला जाता. मैं अपने एक हाथ से मामी के बूब्स को दबाते हुए उन्हे छोड़ रहा था.

मामी: आहह आहह आहह एसस्स एस्स ऑश एस्स बाबयययी आहह एस्स और छोड़ो मुझे आहह बहुत मज़ा आ रहा है निईल्ल्ल्ल आहह तुम्हारा यह लुंदड़ड़ ह कितना मस्त हाईईइ आहह मेरी हवस को सिर्फ़ यही मिटा सकता हाईईईई आहह और ज़ोर से छोड़ो मुझे आहह और ऐसे ही रोज छोड़ते रहना ई लॉवी ौउू बाबयययी आहह कम ओन्न फुक्ककक मी हर्दर्ररर

मामी मुझे जोश दिला रही थी और मैं उन्हे अपनी पूरी ताक़त से छोड़ रहा था. मेरा लंड इतना सख़्त हो चुका था जैसे कोई गरम लोहे का रोड हो. मामी की छूट इतना पानी छ्चोड़ रही थी के उसने मेरे लंड को पूरी तरहा से नहला दिया था. मैं कभी उनकी कमर मे हाथ डालकर उन्हे छोड़ रहा था तो कभी उनकी गांद को सहलाता या छाता मार के. हम दोनो को ऐसी वाइल्ड चुदाई अक्सर पसंद आती थी.

मैने दीपाली मामी को लगभग 35 मीं तक अलग अलग पोज़िशन मे छोड़ा. वॉशरूम मे होने के कारण मैं खुल के नही छोड़ पाया. चुदाई के 15 मीं बाद मामी झाड़ गयी थी. हवस को मैने पूरी तरहा से बुझा दिया था. उसके बाद वो मेरा साथ देते हुए मुझसे छुड़वा रही थी. उन्होने मुझे किस करते हुए या अपनी जीभ से चाट चाट के और जोश दिलाया. जब वो झाड़ रही थी तो उन्हे इतना मज़ा आया के उन्होने बहुत ज़ोर से मेरी गर्दन पर बीते किया. जिससे मुझे बहुत दर्द मिला, लेकिन वो दर्द सुकून भरा था.

मेरे झड़ने के बाद हम दोनो ने एक दूसरे को ठीक किया. हम फ्रेश हो गये और फिर से कपड़े पहने.

मामी: श नील तुम बस कमाल के हो. तुमने मेरी ये फॅंटेसी भी पूरी कर दी. सच मे मुझे बहुत मज़ा आया.

नील (मिरर मे खुद देखते हुए): मुझे भी. और आपने झाड़ते हुए जो मुझे गर्दन पर बीते किया ना ये देखो उसका निशान. बस ये दुआ करो के इसे कोई ना देखे

मामी: ऑश. सॉरी नील तुम इतना मस्त छोड़ रहे थे के मुझसे कंट्रोल ही नही हुआ. और ये देखो तुमने भी तो मुझे गर्दन पर ही बीते किया है.

नील (शरमाते हुए): हन वो आक्च्युयली जब हम यहाँ आए तो शुरुवत मे मैं बहुत जोश मे था तो बस हो गया

मामी: कोई बात नही हो जाता है. चलो अब ह्यूम जल्दी से नीचे जाना पड़ेगा. तुम्हारी सोनाली नीचे वेट कर रही होगी.

सोनाली का नाम लेकर दीपाली मामी मुझे च्छेदने लगी.

मामी: और इस शादी के बाद तुम्हे मेरे साथ मेरे घर चलना है ओके?

नील: हन मैं आने वाहा हूँ

हम दोनो वॉशरूम से निकालकर नीचे जाने लगे.

मामी: सोनाली को भी साथ मे ले चलते है

नील: ठीक है… जैसा आपको ठीक लगे

हम नीचे फंक्षन हॉल मे आ गये तो देखा शादी हो चुकी थी. हॉल मे बहुत कम लोग थे. हम दोनो एक दूसरे को देखकर मुस्कुराते हुए बातें करने लगे.

मामी: यहाँ नीचे शादी हो रही थी और उपर तुम मुझे छोड़ रहे थे. अफ क्या एक्सपीरियेन्स था! मैं इसे ज़िंदगी भर नही भूलना चाहती.

नील: आप भूलॉगी भी नही. अगर भूल गयी तो मुझे बता देना फिर से ऐसा ट्राइ करेंगे

हम दोनो हासणे लगे. फिर हम जाकर मॅरीड कपल और रिश्तेदारो से मिले, उनसे थोड़ी देर बातें की.

जब हम दोनो अकेले मे खड़े होकर बातें कर रहे थे तभी सोनाली मामी हुमारे पास आई.

सोनाली मामी: अरे कहाँ थे आप दोनो? यहाँ शादी हो गयी और आप दोनो आए ही नही

नील: हन मामी आक्च्युयली बहुत इंपॉर्टेंट काम था.

सोनाली मामी: अरे लेकिन तुम दोनो यहाँ शादी मे आए हो और शादी छ्चोड़कर कही और चले गये. और दीदी आप भी इसके साथ चली गयी. आपको तो यहाँ रहना चाहिए ना मेरे साथ.

दीपाली मामी ने मुझे देखकर स्माइल देते हुए कहा

दीपाली: आक्च्युयली वो कम मेरा ही था इसलिए मुझे जाना पड़ा. तोड़ा दूर जाना था इसलिए नील को लेकर गयी थी बुत रास्ते मे इतना ट्रॅफिक था के ह्यूम लाते हो गया.

तभी मैने देखा के सोनाली मामी ने दीपाली मामी की गर्दन का निशान देख लिया और उसके बाद उन्होने मेरी गर्दन का निशान भी देख लिया.

सोनाली मामी (नॉटी स्माइल के साथ): हन हन मैं साँझ गयी आप दोनो की बात

मुझे दर लग रहा था के ये बात कही वो मेरे पेरेंट्स को ना बता दे. फिर हम तीनो साथ मे बैठे और यहाँ वहाँ की बातें करने लगे. मैं तोड़ा कम ही बातें कर रहा था सोनाली से. लेकिन वो मेरे साथ अभी भी फ्लर्ट कर रही थी वो देखकर मुझे ऐसा लगा जैसे उन्हे इस बात का बुरा नही लगा. फिर मुझे तोड़ा कॉन्फिडेन्स आने लगा और मैं नॉर्मल बिहेव करने लगा.

दीपाली मामी ने सोनाली से अपने घर चलने के लिए कहा पहले तो उन्होने माना किया, लेकिन जब उन्हे पता चला के मैं भी आ रहा हूँ तो उन्होने झट से हन बोल दिया. मैने तोड़ा नोटीस किया तो जब से सोनाली ने हम दोनो की गर्दन के निशान देखे उसके बाद से वो मुझे बहुत घूर रही. उनका ये चेंज मुझे साँझ नही आया.

सोनाली मामी के दिमाग़ मे कुछ तो चल रहा था जिसे मैं पकड़ नही सका. उनके दिमाग़ मे क्या चल रहा था वो डिसाइड करेगा के हम दोनो का रीलेशन आयेज कैसा होगा.

शादी ख़तम होते ही मैने अपने पेरेंट्स को इनफॉर्म किया. उसके बाद मैं, दीपाली मामी और सोनाली मेरी गाड़ी मे वहाँ से चले गये. गाड़ी मे बैठने के बाद मैं ड्राइव कर रहा था, दीपाली मामी मेरी साइड वाली सीट पर बैठी थी और सोनाली पिच्चे. मैं जब भी रियर मिरर से देखता था तो मुझे सोनाली दिखती थी जो हर बार मुझे देख रही होती थी. जैसे तैसे करके हम दीपाली मामी के घर पहुँच गये.

हुँने वहाँ जाने के बाद बहुत देर तक बातें की और बहुत मस्ती की. डोपेहेर मे मामी ने मुझे बाहर जाने का इशारा किया तो मैं साँझ गया. मैने कोई बहाना बनाया के मुझे कोई काम है और मैं थोड़ी देर बाहर जेया रहा हूँ. सोनाली ने मुझे बहुत रोका लेकिन दीपाली मामी ने कहा था तो मुझे मानना ही पड़ा और मैं वहाँ से चला गया.

मैं बाहर जाकर कुछ टीमेपस्स करने लगा. 15 मीं बाद मुझे दीपाली मामी का कॉल आया और मैने उठा लिया. तो मैने सुना के वो दोनो कुछ बात कर रही थी जो सोनाली को सिर्फ़ दीपाली मामी से करनी थी. मैं वो सुनने लगा.

सोनाली मामी: क्या बात है दीदी आप आज कल बड़ी खूबसूरत लग रही हो

दीपाली मामी: सच मे?

सोनाली: हन… और आपकी फिगर भी बहुत बदल गयी है

दीपाली: बदल गयी मतलब?

सोनाली: मतलब पहले से बहुत निखार गयी है. मैने आज आपको बहुत नोटीस किया. आपके बूब्स और गांद बहुत सेक्सी लग रही है. ज़रा मुझे भी बताओ क्या राज़ है?

दीपाली: श ऐसा कोई राज़ तो नही है… तुझे तो पता है खूबसूरती और फिगर मे बदलाव आता है तो सिर्फ़ प्यार या सेक्स की वजह से

सोनाली: हन… लगता है जीजू आप पर बहुत मेहनत कर रहे है आज कल.

दीपाली: ऐसा कुछ नही है… तुम्हारे जीजू कहा इतने जोशीले है जो मुझपर ध्यान दे

सोनाली: तो फिर?

दीपाली: है कुछ सीक्रेट… बतौँगी तुम्हे कभी. पहले मुझे एक बात बता कल तुमने मुझे नील की फोटो क्यू माँगी थी?

सोनाली: हन वो मैं उससे इतने सालो बाद मिल रही थी ना तो मुझे देखना था के अब कैसा लग रहा है. मैने सुना तो था के उसने जिम जाय्न कर ली थी बस देख नही पाई इसलिए

दीपाली: श तो कैसा लगा?

सोनाली (खुश होकर): दीदी वो कितना सेक्सी लग रहा था आज… अफ मैने तो कभी सोचा भी नही था के उसमे इतना चेंज होगा

दीपाली: लगता है तुझे बड़ा पसंद आ गया वो

सोनाली: हन बहुत ज़्यादा…

दीपाली: और बता तेरी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है?

सोनाली: ठीक ही है… कुछ खास नही

दीपाली: ऐसा क्यू?

सोनाली: हन… आपको तो पता है मेरी सेक्स की भूक कितनी है लेकिन मेरे पति उतने ज़्यादा छोड़ते नही है… महीने मे एक बार ही

दीपाली: हन शादी के कुछ सालो बाद यही होता है

सोनाली: वही तो… शुरुवत के दीनो मे वो इतने रोमॅन्स करते थे के मुझे माना करना पड़ता था. बस दिन रात मुझपर टूट पड़ते थे लेकिन पता नही 2 साल के बाद सब बदल गया

दीपाली: ह्म… सेम हियर. तो फिर तू क्या करती है खुद को शांत करने के लिए?

सोनाली: कभी पॉर्न कभी सेक्स स्टोरीस या फिर किसी को इमॅजिन करके उंगली कर लेती हूँ

दीपाली: अक्चा… मतलब कल तूने जो नील की फोटो माँगी थी तो उसे इमॅजिन करके ज़रूर झाड़ गयी होगी

सोनाली: आपको कैसे पता?

दीपाली: तेरी ही बहें हूँ… तुझे ठीक से जानती हूँ तू कब क्या करेगी

सोनाली: ओह हन. दीदी नील को इमॅजिन करके ना कल रात को बहुत मज़ा आया. योउ नो मैने 2 बार उंगली की. मेरी छूट ने इतना पानी छ्चोड़ा जितना पहले कभी नही छ्चोड़ा था

दीपाली: हन. वो अभी जवान है इसलिए बहुत हॅंडसम दिखता है इसलिए होता है. तो तुम्हे उससे छुड़वाने का मॅन नही होता?

सोनाली: हो रहा है ना… बहुत बार. वो मेरा कोई दोस्त होता ना तो उसे कब का पता लेती. लेकिन वो हम दोनो का भांजा है ना इसलिए साँझ नही आ रहा कैसे पटौ उसे

मामी की बात सुनकर मेरे दिल को तसल्ली मिली के वो भी मुझसे छुड़वाने के लिए तैयार है.

दीपाली: मुझे वो लगा ही

सोनाली: कैसे?

दीपाली: मैने देखा ना आज शादी मे तू कैसे उसे घूर रही थी, उसे हग कर रही थी और कैसे अंदर से फ्लर्ट कर रही थी.

सोनाली: मानना पड़ेगा दीदी आपको… आपकी नज़र हर जगह होती है. लेकिन आज मेरी नज़र ने भी कुछ देख लिया और आपको रंगे हाथो पकड़ लिया

दीपाली: मतलब? कहना क्या चाहती हो?

तभी मुझे लगा के सोनाली मामी ने कुछ देखा था हम दोनो के बीच मे. शायद उन्हे कुछ पता चल गया था.

अगले पार्ट मे पढ़िए सोनाली मामी ने आज ऐसा क्या देखा था.

आपको इस पार्ट मे दीपाली मामी की चुदाई कैसी लगी और आपने उसे कैसे एंजाय किया वो मुझे मैल करके ज़रूर बताना.

लड़कियाँ और मॅरीड लॅडीस भी मुझे फीडबॅक ओर चाटिंग के लिए मैल करे आपकी प्राइवसी का ख़याल रखा.

तो बे कंटिन्यूड…

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