दोस्तों मेरी लेज़्बीयन सेक्स स्टोरी बताने जेया रहा हू. घर में हम 3 लोग है- मों, दाद, आंड मे. दाद मॉर्निंग 6 बजे ड्यूटी जाते है और शाम 7 बजे घर आते है. मों हाउसवाइफ है. मैं कॉलेज जाता हू पुक 1स्ट्रीट में हू. हमारा घर 2 भक का है और मेरा सेपरेट रूम है.
मेरी मम्मी का नाम सीमा है, और वो 50 यियर्ज़ की भरे बदन की महिला है. मम्मी हमेशा सारी ही पहनती है. उसका साइज़ मुझे पता नही है, लेकिन बूब्स आंड आस बहुत बढ़िया है, और गांद बहुत उभरी हुई है.
ये कहानी मेरे मम्मी और मेरी बड़ी मा की बेटी, मतलब मेरी कज़िन सिस्टर के साथ की लेज़्बीयन सेक्स कहानी है. मेरी दीदी के नाम शिल्पा है, और वो 22 साल की है, और वो इंजिनियरिंग कर रही है. उसकी भी हॉलिडेज़ चल रही थी, और मेरी भी. तो हम घर में ही मज़ाक मस्ती करते थे. कभी-कभी मैं, मम्मी, और दीदी मूवीस देखने थियेटर भी जाते थे.
दीदी को हमारे घर आके 10-12 दिन हो चुके थे, और दाद किसी काम से दूसरी सिटी गये थे 15 दिन के लिए. तब से दीदी मम्मी के रूम पर शिफ्ट हो गयी नाइट में सोने के लिए. तब तक दीदी मेरे रूम में मेरे साथ सोती थी.
एक दिन मैं मॉर्निंग में फ्रेश हो कर छाई पी रहा था टीवी देखते हुए. तब दीदी और मम्मी किचन में थी. दीदी ने मम्मी से पूछा-
दीदी: चाची कैसे है आप? अब कैसा फील हो रहा है?
मों: ह्म, तोड़ा सा आराम मिला है, और 2-3 बार कर दिया तो आराम मिलेगा.
मुझे कुछ समझ नही आ रहा था दीदी ने क्या किया मम्मी को, और मम्मी क्या करने को बोल रही है.
दीदी: ह्म चाची, आज मैं आपका पूरा बदन मालिश करती हू. तब आपको बहुत आराम मिल जाएगा. कल मैने आपके सिर्फ़ सर (हेड) की मालिश की हू.
मों: ह्म ठीक है.
मुझे पता चला की मम्मी को हेडएक होता रहता था, इसलिए दीदी ने मालिश की थी. ऐसे ही नाइट हो चुकी थी. हम सब डिन्नर करने के बाद अपने-अपने रूम में सोने चले गये. 10-15 मिनिट बाद मम्मी के रूम खोलने के साउंड आई, तो मैने सोचा बाहर कों आया होगा. तब दीदी की आवाज़ आई.
दीदी: चाची आयिल की बॉटल कहाँ है?
मों: टीवी के पास है, देखो.
तब डोर लगने की साउंड आई. मैने सोचा चलो मैं भी देखता हू चुपके से दीदी कैसी मालिश करती है मम्मी की. ये सोच कर मैं मेरे रूम से मम्मी के रूम की तरफ चला. मम्मी के रूम का दरवाज़ा हाफ क्लोज़ था, क्यूंकी उनके रूम का दरवाज़ा अंदर से लॉक नही होता था.
मैं फिर मम्मी के रूम के डोर के पास खड़ा हो गया. घर की सभी लाइट्स ऑफ थी. मम्मी के रूम में एक छ्होटा बल्ब जल रहा था. मम्मी चेर पर बैठी थी, और दीदी हाथ में आयिल लगा कर मम्मी की हेड मसाज कर रही थी.
तब दीदी ने एक निघट्य पहनी थी सिर्फ़. 10 मिनिट हेड की मालिश के बाद दीदी मम्मी के शोल्डर्स पर आ गयी और मम्मी को बोली-
दीदी: चाची ये सारी और ब्लाउस निकाला के आराम से बैठो, तो मैं ठीक से आपकी मालिश कर देती हू.
तब मा बिना सोचे चेर से उठ गयी, और सारी उतार दी, और ब्लाउस भी. अब मम्मी के बूब्स को वाइट कलर की ब्रा कवर किए थी. मम्मी अब सिर्फ़ ब्रा और पेटिकोट में बैठी थी.
तब दीदी स्लोली मम्मी की शोल्डर मालिश करने लगी. ऐसे ही मालिश करते-करते दीदी अपने हाथ गार्डेन से पीठ तक ले जेया रही थी, और पुर हाथ को शोल्डर से मालिश करने लगी थी. मम्मी को आराम मिल रहा था, इसलिए मम्मी आँखें बंद करके बैठी थी चेर पर. दीदी खड़ी हो कर मालिश कर रही थी.
अब दीदी स्लोली उनके हाथ मम्मी के शहोल्दर से बूब्स की तरफ ले-जाने लगी, और कभी-कभी ब्रा के अंदर भी ले-जाने लगी. मम्मी कुछ नही बोली, और मालिश का मज़ा ले रही थी. मम्मी कुछ नही बोली ये देख के दीदी अपना हाथ मम्मी की ब्रा के अंदर बूब्स पर घुमा रही थी और, कभी-कभी बूब्स दबा रही थी.
दीदी: चाची क्या हुआ? आप तो कुछ नही बोल रही है. कैसी लग रही है मेरी मालिश?
मों: बहुत बढ़िया शिल्पा. तेरे हाथ में कुछ अलग ही है, मुझे तो बहुत अछा लग रहा है.
दीदी मम्मी की ब्रा के अंदर से बूब्स दबाते हुए बोली: चाची आप ब्रा खोल के आराम से बेड पर लेट जाओ. मैं बूब्स और पेट मालिश भी कर देती हू.
तब मम्मी को ब्रा खोलने को दिल नही था, लेकिन मालिश का मज़ा तो ज़्यादा ही मिल रहा था, इसीलिए मम्मी ने वाइट ब्रा निकाल दी, और बेड पर जाके लेट गयी. अफ मम्मी के बूब्स मैं बड़े होने के बाद पहली बार गंदी नज़र से देख रहा था. बहुत मोटे बूब्स थे, और निपल्स भी बड़े थी.
अब दीदी मम्मी के बूब्स पर आयिल लगा के मालिश करने लगी, और हाथ को बूब्स से हो कर पेट तक मालिश कर रही थी. नेवेल में भी आयिल डाला दीदी ने और नेवेल में फिंगर डाल के मसल रही थी. अब मम्मी को मज़ा और मिल रहा था, और वो आँखें बंद करके लेती थी.
दीदी उनके बूब्स मसालने लगी. अब मम्मी के मूह से हल्की सिसकारिया निकालने लगी, एयेए आआ आआ शिल्पा ऐसे ही करो, सस्स. ऐसे साउंड कर रही थी मम्मी. अब दीदी भी मम्मी का बदन देख के कंट्रोल खो रही थी, और मालिश कर रही थी. दीदी को पता चल चुका था की मम्मी अब मूड में थी.
दीदी: चाची आपके बूब्स बहुत हार्ड है, और फिट भी (बात करते हुए मालिश कर रही थी).
मम्मी: सच में?
दीदी: ह्म चाची, बहुत हार्ड है देखो मैं कैसे दबा रही हू.
मम्मी को दिखाते हुए दीदी मम्मी के बूब्स को ज़ोर से दबाने लगी. मम्मी आआ एयाया शिल्पा सस्सस्स सस्सस्स आराम से करो एयाया ऐसे कर रही थी. दीदी ऐसे ही पेट पर मालिश करती, कभी-कभी नेवेल भी.
फिर दीदी ने मम्मी से कहा: चलो चाची अब उल्टी लेट जाओ. मैं आपकी पीठ मालिश करती हू.
तब मम्मी उल्टी लेट गयी.
इसके आयेज इस लेज़्बीयन सेक्स स्टोरी में क्या हुआ, आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.