हेलो फ्रेंड्स, मैं दोबारा पेश करता हू अपनी न्यू स्टोरी. आप लोगो ने मेरी स्टोरी को खूब पसंद किया “कज़िन सिस्टर को घर बुला कर छोड़ा” को बड़ा प्यार दिया. उसके लिए बहोट बहोट थॅन्स. मुझे काफ़ी मैल भी आई है.
अब सीधे स्टोरी पे आते है.
अक्सर पूजा को मैं घर पे बुला कर चोदा करता था. काई बार पूरे पूरे दिन वो मेरे साथ रहती थी. तो कभी 2-3 घंटे के लिए ऑफीस जाने से पहले मेरे साथ सेक्स कर के जाती थी.
फिर एक दिन पूजा और मैं बात कर रहे थे-
मे: तेरी दीदी पूनम कैसी है?
पूजा: ठीक है.
मे: उसकी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है?
तो वो गुस्सा हो गयी और कहने लगी की दीदी लगती है तेरी, उसके बारे में ऐसे सोचता है??
मे: तू भी तो बेहन लगती है.
पूजा: मुझे नही पता उसकी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है. अगर तेरे में दूं है तो खुद पुच ले और उसके साथ जो करना है कर ले.
मे: ठीक है.
फिर मैं पूजा को दोबारा छोड़ने लग गया.
ऐसे ही काफ़ी दिन बीट गये. फिर इस बार होली में मैं पूजा के घर होली खेलने गया हुआ था. और वाहा इस बार उसकी दी भी आई हुई थी अपने ससुराल से मयके में होली खेलने.
जिस बारे में मुझे कोई नालेज नही थी. मैं वाहा गया तो पूनम दीदी को देखता ही रह गया.
पूनम के बारे में तोरा बता देता हू. उसकी आगे 35 यियर्ज़ होगी. उसकी शादी को 11-12 साल हो गये है और उसका एक बेटा है जो की अभी 10 साल का है. पूनम दिखने में काफ़ी गोरी है और उसके बूब्स 34 से जाड़ा ही होंगे. और उसकी गांद का कहना. वो भी अलग कहर ढा रहे थे.
पूनम ने उस दिन वाइट कलर की टाइट कुरती और लेग्गिंस पहनी थी. जिसमे उसका पूरा जिस्म उभर के बाहर आ रहा था. मैं तो देखते ही उसकी चुचि और गांद का दीवाना हो गया था. मॅन कर रहा था अभी उनकी चुचियो को मूह मे ले कर चूस्ता ही राहु. और उसकी गांद अपनी जीब और दाँत से चाट कर कांत कर खा जौ.
फिर पूनम मुझसे मिली और ही हेलो किया. हम दोनो ने हग भी किया फिर उसने मुझसे पुचछा.
पूनम : कैसा है? बड़े दीनो बाद तुझे देख रही हू. तू तो भोथ बड़ा हो गया है.
मे: मैं ठीक हू दीदी. आप ब्ताओ कैसे हो? जीजू कैसे है? और कहा है वो?
पूनम : मैं ठीक हू. तेरे जीजू भी ठीक है और वो मुझे यहा छ्होर कर एक महीने के लिए बाहर ऑफीस के काम से गये है.
उसके बाद हम सबने ने मिल कर खूब होली खेली और पूनम के साथ मैं कुछ जाड़ा ही रग़ाद रग़ाद के होली खेल रहा था. जिस वजह से पूजा बहोट जाड़ा ही गुस्सा हो रही थी.
2-3 घंटे हुँने खूब मज़े किए. और मैने पूनम को खूब रंग लगाया और कभी कभी उसके चुचियो को भी हल्के से दबा देता. जिससे उसको कोई फ़र्क भी नि पड़ा. सयद होली थी इसलिए उसने कुछ कहा नही होगा.
होली खेलने के बाद हम सबने नहा धो कर खाना खाया. उस दिन नों वेग बना था तो सबने आचे से खाना खाया.
खाना खाने के बाद हम तीनो बात करने लग गये. फिर पूनम ने पूछा-
पूनम : तेरे घर वेल कैसे है? उनको भी यहा ले आता.
मे: वो ठीक है. अभी वो भी देल्ही से बाहर है.
फिर कॅषुयल नॉर्मल बात होने लगी और हुँने नंबर एक्सचेंज किया.
शाम को मैं घर वापिस आने लगा तो उन्हे बोला की आना दीदी कभी हुमारे घर. तो पूनम ने कहा ठीक है पूजा के साथ आती हू कभी.
अगले दिन सूभ पूजा मेरे घर आई अकेले ऑफीस जाने से पहले.
उसने मुझे खूब गालिया दी. की होली में भोथ रग़ाद रग़ाद के रंग लगाया जेया रहा था. मेरी तरफ तो देख ही नही रहा था. कुछ भी बोले जेया रही थी.
फिर मैने उसे शांत करने के लिए उसके होंठ पे आपने होंठ डाल दिए और उस स्मूच कर ने लगा. वो धीरे धीरे शांत होने लगी. फिर हम दोनो ने सेक्स किया और वो शांत हो कर ऑफीस के लिए निकल गयी.
अचानक दोपहर को मुझे पूनम का म्स्ग आया-
पूनम : ही.
मे: हेलो.
पूनम: कैसा है?
मे: जैसा कल देखा था. वैसा ही हू.
पूनम : क्या कर रहा है?
मे: ऑफीस का काम कर रहा हू. और आप क्या कर रहे हो?
पूनम : घर पे बैठे बैठे बोर हो रही है.
मे: कोई मोविए देख लो. बोरियत मिट जाएगी.
पूनम : मोविए देखने का मॅन नही कर रहा.
फिर हुमारी 2-3 घंटे तक ऐसे ही बात चिट होती रही.
फिर रात को जब मैं ऑफीस से घर आया तो फिर पूनम का म्स्ग आया की कल फ्री है. मैने कहा काम क्या है बताओ. उसके बाद डिसाइड करते है की फ्री होना है या नही.
पूनम: चल कल मोविए देखने चलते है.
मे: ठीक है. पूजा से पुच्छ लो.
पूनम : पूजा भी जाने के लिए रेडी है.
मैं कहा ठीक है चलो.
फिर हम अगले दिन पास के माल में मोविए देखने गये थे. कॉर्नर की सीट थी तो मैं बीच में बैठा था रिघ्त में पूजा थी और लेफ्ट में पूनम.
मैं मोविए के बीच में पूजा के टशहिर्त में हाथ डाल कर उसकी चुचियो को सहलाता रहता. और लेफ्ट में पूनम कॉमेडी सीन देख मेरा हाथ पकड़ के ज़ोर ज़ोर से हासणे लगती. मोविए ख़तम हुई हुँने आइस क्रीम वग़ैरा खाई फिर घर आ गये.
कुछ दिन बाद पूनम का म्स्ग आया की मैं और पूजा कल तेरे गहर पे आ रहे है.
मैने कहा ठीक है.
मेरे तो मॅन में लड्डो फुट रहे थे. क्यूकी घर में कोई नि था. और मुझे लग रहा था की आज मेरा पूनम को छोड़ने का सपना ज़रूर पूरा होगा.
अगले दिन पूजा और पूनम मेरे घर आ गये. उस टाइम 11 बाज रहे थे.
पूनम ने कहा घर पे कोई है नही.
मैने कहा आपको ब्टाया तो था की सब बाहर गये है 1 महीने बाद आएँगे. मैने हम तीनो के लिए छाई बनाई. पूजा छाई प कर ऑफीस के लिए निकल और कहने के गयी की शाम को पूनम को लेने आएगी
मैने भी मॅन में सोचने लग गया की आज तो मौका मिल ही जाएगा.पूजा के जाने के बाद हम दोनो इधर उधर की बात करने लग गये और एक दूसरे को काफ़ी क्लोज़ हो गये थे.
फिर मैं उनके और उनके हज़्बेंड के बार में पुच्छने ल्गा की तुम दोनो की लाइफ कैसी चल रही है. तो उसके कुछ देर बाद दबे से आवाज़ में उसने कहा सही चल रहा है. इससे मुझे पता चल गया की कुछ गड़बड़ है.
फिर मैं उनको बोला-
मे: आपके रिप्लाइ से तो नही लग रहा की सब कुछ सही चल रहा है.
पूनम : छ्होर ना यह सब बाते.
मे: बताओ ना क्या हुआ?
तोड़ा फोर्स करने पे उन्होने बताया की-
पूनम: पहले प्रॉमिस कर की हुमारे बीच जो बात चल होगी वो किसी को नही ब्ताएगा.
मे: ई प्रॉमिस. किसी को नही ब्टौँगा. अब बताओ भी क्या हुआ है?
पूनम : यार तेरे जीजा जी भी अब मुझे बिल्कुल भी टाइम नही दे पाते है. हर वक़्त अपने काम में घुसे रहते है.
मे: इसमे क्या ग़लत बात है. फ्यूचर सेफ करने के लिए तो हर कोई अपने काम में घुसा ही रहता है.
पूनम: नही यार ये बात नही है. अब मैं तुझे कैसे समझोउ.
मे: आप मुझे खुल कर बोल सकते हो. मैं किसी से भी कुछ नही बोलूँगा.
पूनम: वो मुझे अब बिल्कुल भी टाइम नही देते है. ना रात को ना दिन में. ऑफीस से आते है खाना खाते है और सो जाते है.
मे: मैं कुछ समझा नही.
साँझ तो मैं गया ही था की क्या बात है. बुत मैं उसके मूह से खुल के सब कुछ सुनना चाहता था.
पूनम: यार अब बेबी होने के बाद से वो मेरे साथ सही से सेक्स नही करते. और जल्दी झाड़ जाते.
मे: अगर आपको कोई परेशानी ना हो तो मैं इसमे आपकी कोई मदद करू?
पूनम: तुम कैसे मेरी मदद करोगे. वैसे भी हम रिश्ते में भाई बेहन है. चाह कर भी तुमसे मैं मदद नि ले सकती.
मे: मैने उसका हाथ पकड़ा और उसे कहा की भाई बेहन बाहर वालो के लिए है दीदी. अगर आप चाहो तो इस 4 दीवारी के अनादर हम पति पत्नी वाला खेल भी खेल स्केट है.
पूनम : किसी को पता चल गया तो हम दोनो की बहोट बदनामी हो जाएगी.
अब मुझे पता चल गया की वो राज़ी हो गयी है. बिना कुछ कहे उसको मैने अपनी तरफ खीचा और और होंठो को चूसना स्टार्ट कर दिया. तोड़ा विरोध करने के बाद वो भी पूरे मॅन से मेरा साथ दे रही थी.
15 मिन्स स्मूच के बाद मैने बोला किसी को भी कुछ पता नही चलेगा. फिर वो खुश हो गयी और फिर हम स्मूच करने लगे. कभी मैं उसके अप्पर लिप्स चूस्ता तो कभी अपने तौँगे को उसके मूह में डाल उसके तौँगे को सहलाता.
कभी वो अपने तौँगे को मेरे मूह में डाल देती और बड़े मज़े से मैं उसके तौँगे को चूस्ता रहता. और धीरे धीरे उसके बूब्स को कपड़ो के उपर से सहलाता तो कभी चुचो को दबाता रहता
ऐसे ही 15-20 मिन्स किस्सिंग और लीप लॉकिंग के बाद मैने उसके कपड़े उतार दिया. अब वो स्र्फ ब्रा और पनटी में थी. मैं ब्रा के उपर से उसके एक चुचि को दबाता और एक चुचि को चूस्ता रहता
कुछ देर बाद बाद उसकी चुचियो को उसकी ब्रा से आज़ाद कर दिया. क्या ब्टौ दोस्तो क्या चुचि थी. 36 के गोल मटोल चुचि और बिल्कुल पंख की तरह सॉफ्ट और उसके ब्राउन निपल्स.
देखे ही मैं उसपे टूट पड़ा और बेरहम की चूस्ता औट कांट्त्ता. वो सिसकिया लेते रहती और कहती आराम से आआअहह तोड़ाआ धिररीई.. आज मैं तेरी ही हुउऊ..
फिर उसके उपर के नंगे जिस्म को अपनी जीभ से कुत्ते की तरह चाटने लगे और उसकी छूट को पनटी की उपर से सहलाता. जिस वजह से उसकी पनटी पूरी गीली हो गयी थी.
पूरे कमरे में स्र्फ उसके जिस्म की खुश्बू ही महक रही थी. उसके बाद मैने नीचे आ कर उसकी नाबी को चाटने लगा और कभी उसके को पेट को चट्टा
15-20 मिन्स उसके नंगे सरीर को चाटने के बाद मैं नीचे आया और पनटी के उपर से ही उसकी छूट को चाटने लगा. किस करने लगा. फिर एक झटके में उसकी पनटी निकल दी मैने.
उसकी छूट बिल्कुल सॉफ थी एक भी बाल नही थे. और उसकी छूट पूरी गीली हो गयी थी और अलग ही मस्त सी खुश्बू रही थी. जो मुझे और पागल कर रही थी
फिर मैने अपनी जीभ से उसकी छूट को टच किया तो वो सहम उठी और आअहही भरने लगी. आअहह सस्स्स्शह मेरीए राज्ज्जाअ आज तूने पूरा मज़ाअ दिला दियाआ ये सब कहने लगी.
मैं कुत्ते की तरह उसकी छूट चाटने लगा और उसकी चूत से निकलता बूँद बूँद पानी को टेस्ट करने लगा. 10 मिन्स चाटने के बाद कहने लगी रजाअ मेरा होने वाला है. मेरा पानी निकालने वाला है
मैने कहा निकल दो. और फिर उसने मेरे मूह में अपना पानी झाड़ दिया और मैं वो सारा पानी चाट कर सॉफ करने लगा. पूनम इतना झड़ी थी उस दिन मानो पहली बार कोई उसके साथ चुदाई कर रहा है
उसके बाद मैं खड़ा हुआ. और उसने मेरा पाजामा और चड्डी एक झटके में खीच के नीचे उतार दिया और मेरे लंड को अपने मुलायम हाथो से सहलाने लगी.
मैं उसे कहा-
मे: दीदी एक बार मूह में लेके चूसो ना.
पूनम: मैने कभी लिया नही है भाई.
मे: इससे पहले कभी छूट चटवाई थी?
पूनम: नही भाई.
मे: मज़ा आया ना चूत चटवा के.
फिर मेरे बहोट बार कहने पे पूनम ने मेरे लंड को मूह में ले लिया और चूसने.
मेरे लंड को बिल्कुल लॉलिपोप की तरह चूस रही थी. जैसे कोई बहोट जाड़ा एक्षपेरिणसेद हो लंड चूसने में. कभी मेरे टट्टो को मूह में ले कर भारती तो कभी लंड के सुपरे में अपनी जीभ फेरती और बड़े मज़े से चुस्ती.
5 मिन्स चूसने के बाद मैं उसके बाल पकड़ कर उसके मूह को छोड़ने लगा. 10 मिन्स मूह छोड़ने के बाद-
मे: दीदी अब छूट में डाल डू?
पूनम: कब से इंतेज़ार कर रही हू. जल्दी डाल दे अपने लंड को मेरी छूट में. और भाई बेहन के इस रिश्ते से मुझे मुक्त कर दे.
मे: ठीक है पूनम अब तू मेरे लंड को अपनी छूट में खा जेया.
फिर मैने उसे लेटया और उंगली डाल कर उसकी चूत को गीला किया.
पूनम: अब जल्दी डालडे रजाअ और नही रहा जाताअ..
फिर मैं देर ना करते हुए उसकी छूट में लंड सेट किया और और तेज़ झटके के साथ लंड को उसकी छूट में पेल दिया. उसकी चीक निकल गयी और उसे बहोट दर्द होने लगा. उसकी आँख से आँसू भी निकल रहे थे. और उसके मूह से गाली निकालने लगी. भेंचोड़ निकल लंड को मेरी छूट से बहोट दर्द हो रहा है.
मैने अपने लंड को उसकी छूट में ही रहने दिया और उसके होंटो को अपने होंठो में दबा कर किस करने लगा. और वो जल बिन मच्चली की तरह तड़पने लगी.
2 मिन्स बाद वो शांत हुई और गांद उठा कर इशारा करने लगी की छोड़ मुझे. मैने फिर आराम आराम से लंड को छूट के बाहर करने लगा. मैने उससे पुचछा तुम्हरी छूट इननी टाइट कैसे है तो पूनम ने बताया की 2 साल बाद किसी का लंड अपनी छूट में ले रही है.
और उसे मज़ा आने लगा. वो मोन करने आआहह ओह म्म्ममम्मह फाड़ डाल आज अपनी दीदी की छूट. मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी. और तेज़ उसको छोड़ने लगा और उसके चुचे बंदर की तरह उछालने लगे..
10 मिन्स की चुदाई के बाद वो झाड़ गयी. फिर मैं उसे कहा डॉगी स्टाइल में आने को कहा.
वो डॉगी स्टाइल में आ गयी. उसकी गांद मेरे आयेज थी. मॅन कर रहा था छूट छ्होर गांद मारना स्टार्ट कर डू. मैने ट्राइ भी किया. बुत पूनम ने माना कर दिया की अभी छूट में लंड पेल बाद में गांद में डालना.
पहले उसके आयेज आ कर लंड को 2 मिन्स चुस्वा कर गीला किया फिर डॉगी स्टाइल में उसकी छूट में लंड डाल दिया. 15 मिन्स डॉगी स्टाइल में छूट मारने के बाद मेरा झड़ने वाला था. मैने पुचछा कहा निकालु.
उसने कहा मैं भी झड़ने वाली. छूट में ही अपना पानी निकल दे मैं अपनी छूट में लेना चाहती हू तेरा पानी. उसके बाद मैने अपनी छोड़ने की स्पीड बढ़ा दी और उसकी छूट में ही झाड़ गया. और वो भी झाड़ गयी.
हम दोनो तक कर एक दूसरे के बगल में लेट गये. मैं उसे कहा मेरा लंड तो छत कर सॉफ कर दे. फिर उसने मेरा लंड पूरा चाट कर सॉफ कर दिया. और 5 मिन्स तक चूसने लगी.
उसके बाद हम नंगे ही एक दूसरे को कड्ड्ल कर के लेते रहे. फिर हम आपस में बात करने लगे तो उसने ब्टाया की वो आज मुझसे चूड़ने ही आई थी. और पूजा और मेरे बार में उसे सब पता है.
पूजा को जब उसने अपनी आप बीती बताई तो पूजा ने भी हम दोनो का राज़ उसके सामने खोल दिया. 30 मिन्स बाद दोबारा पूनम मेरा लंड चूसने लगी. फिर दोबारा हुमारी तबाद तोड़ चुदाई हुई.
5-6 घंटे तक झी भर के उसकी छूट और चुचियो से खूब खेला. फिर शाम को पूजा आ गयी पूनम को लेने.
पूजा : दीदी हो गया काम जिस काम के लिए आई थी. मज़ा आया..?
पूनम : बहोट जाड़ा मज़ा आया.
फिर दोनो को मैने जाते जाते किस्सिंग की. और जाम के दोनो के बूब्स दबाए. फिर पूजा कहले लगी.
पूजा: भाई देर हो रही है. किसी और दिन आ कर दोनो बहएने अपने प्यारे भैया के साथ थ्रीसम करेंगे. अभी जेया रहे है.
फिर दोनो चले गये.
आयेज ब्टौँगा मैने पूनम और पूजा दोनो को एक साथ कब और कैसे कैसे छोड़ा. अभी के लिए बाइ.
मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए दिल से तांकष.
अगर अची लगी तो मुझे एमाइल पे फीडबॅक ज़रूर दे, [email protected]