आख़िर कॉलेज के जूनियर ने मुझे चोद ही दिया

हेलो फ्रेंड मई रश्मि फिरसे अपनी एक स्टोरी बताने जेया रही हू. की कैसे मैने अपने कॉलेज बाय्फ्रेंड को चीट करके कॉलेज के जूनियर से चुदाई करवाई.

देर ना करते हुए स्टोरी पे आते है.

मेरी आगे उस वक़्त 25 साल की थी और मई ब.टेक फाइनल स्टूडेंट की स्टूडेंट थी. और साथ ही कॉलेज के सबसे ख़तरनाक लड़के की गर्लफ्रेंड थी. वो लड़ाई झगडो मे काफ़ी आयेज था. लेकिन सेक्स के मामले मे एकदम फूसस था. काई बार तो उसका लंड मेरी चिकनी छूट मे जाते ही झाड़ जाता था. वो कभी 2 मिंट से ज़्यादा नही रुका.

वो सराब भी बहुत पीटा था. मई उससे सेट्टिंग करके पचता रही थी. लेकिन करती भी क्या, उसके गुस्से की वजा से ना उसे छोड़ पाई और ना किसी और ने दर के मारे मुझे प्रपोज़ किया. मैने कॉलेज और अपनी जवानी के 3 साल ऐसे ही गुज़ार दिए. कभी अपनी उंगली का सहारा लेती कभी पेन का.

लेकिन अब बर्दाश के बाहर था मेरी जवानी मेरे सरीर से बाहर आने को बेताब थी. मेरी गोल चिकनी गांद और चुचिया बहुत टाइट हो चुकी थी, लेकिन इनको मसालने वाला नही मिल रहा था.

खैर सबके दिन आते हैं मेरे भी आए कॉलेज के लास्ट और फाइनल एअर मे. कॉलेज मे अड्मिशन्स चालू थे तो जूनियर का आना जाना चालू हो गया. थोड़ी बहुत हम फाइनल एअर वेल रेजिंग भी करते थे.

इन न्यू स्टूडेंट मे एक लड़का था जिसका नाम रेहान था. वो हुमेशा मुझे घूरता रहता था. वैसे सच काहु तो वो था भी बहुत दमदार लड़का था, 6 फीट हिगत गोरा.

पहली बार रेहान से मेरी बात जब हुई जब कॉलेज फ्रेशर पार्टी ऑर्गनाइज़्ड हुई. रेहान और मई हम दोनो को एक सॉंग्स पर डॅन्स करना था. जिसकी प्रॅक्टीस के लिए हम रोज़ मिलते थे, बाते होती हसी मज़ाक भी होता था.

लेकिन प्रॅक्टीस के वक़्त जब वो मेरे बदन को छूटा था. तो ऐसा लगता वो मेरी गोल गांद पे अपने हाथ कुछ ज़्यादा फिरता था. खैर प्रॅक्टीस साँझ के मई भी इग्नोर कर देती थी.

फ्रेशर पार्टी ख़तम होने के बाद रेहान मे हम सीनियर का ग्रूप जाय्न कर लिया था. डर्सल वो मेरे साथ रहना चाहता था इसलिए उसने सीनियर का ग्रूप जाय्न कर लिया था.

टाइम बीतने लगा, अब मेरी रेहान से व्हाथसूप पे भी बात हो जाती थी. क्योकि मुझे भी उससे बात करना अच्छा लगता था.

एक रात मई और रेहान व्हाथसूप पे छत कर रहे थे. तो मैने पूछा रेहान तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नही है? वो बोला मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है. लेकिन जिसे मई बनाना चाहता हू वो किसी और की गफ़ है.

मई बोली कहे तो मई बात करू उससे की रेहान जैसा लड़का नही मिलेगा इसको? वो बोला आप चाहो तो मेरी सेट्टिंग हो सकती है उससे. मई बोली ठीक है उसका नाम और मोबाइल नंबर बताओ, मई बात करती हू उससे.

वो बोला ठीक है लिखो नंबर, और उसने मेरा नंबर बोला बोला. मैने कहा ये तो मेरा नंबर है.. वो बोला तुम ही तो हो जिससे मई सेट्टिंग करना चाहता हू. मैने काहु तुम पागल हो, राजा (मेरा ब्फ) मार डालेगा मुझे और तुम्हे भी! रेहान बोला मई नही डरता राजा से, बस तुम साथ दो.

मैने बात को हसके टालते हुए कहा तू पागल है, चल सो जेया अब बहुत देर हो गयी है और मैने फोन कट कर दिया.

लेकिन फोन काटने के बाद मुझे नींद नही आई. मई रेहान के बारे मे सोचती रही. उसका गतिला सरीर मेरे बदल को निचोड़ के रख देगा. ये सोच कर मेरी छूट गीली हो गयी थी और मैने डिसाइड किया की मई अपनी छूट की प्यास रेहान से बुझवौनगी. लेकिन उसको ये जाहिर नही होना चाहिए की मई उससे चूड़ना चाहती हू.

खैर वो दिन भी आया.

उस दिन राजा का बर्तडे था. मैने घर पर झूठ बोला की सहेली का बर्तडे है, रात मे वही रुकूंगी. और घरवालो ने परमिससिओं दे दी. मई बस से मीरूत पहुच गयी. राजा मुझे बस स्टॉप पे लेने आया. फिर हम राजा के फ्लॅट पे पहुचे जहा कॉलेज के सभी लड़के लड़किया थी. खाना ड्रिंक सब चल रहा था, राजा ने अची पार्टी रखी थी.

मई भी साइड मे खड़ी हो के कोल्ड्रींक पी रही थी. तभी पीछे से रेहान आता है और बोलता है क्या सोचा फिर?

मैने देखा और कहा रेहान तुम पागल हो गये हो क्या??

वो बोला जिस दिन फर्स्ट टाइम तुम्हे देखा था उस दिन से पागल हू!

उसकी बाते सुनके मई तोड़ा हस्ती हू तो वो भी रिलॅक्स हो जाता है.

काफ़ी देर यूही पार्टी के बाद मई देखा राजा काफ़ी नशे मे हो गया और उल्टिया करने लगा है. ये सब देख के मुझे गुस्सा आता है और मई उसको बाइ बोल कर वाहा से निकल जाती हू.

थोड़ी देर के बाद पीछे से एक गाड़ी आ कर रुकती है. मैने देखा उसमे रेहान था, वो बोला मेडम कही छोड़ डू? मई गाड़ी मे बैठ जाती हू और रेहान को बोलती हू की मुझे बस स्टॉप छोड़ दो.

रेहान बोला अरे मेडम गुस्सा क्यू होती हो आपके लिए तो मई आया और आप जेया रहे हो. मैने कहा देखा तुमने राजा का बिहेवियर, उसको मेरी भी कदर नही है. रेहान बोला छोड़ो उसको चलो कही चल कर कुछ खाते है, तुमने कुछ नही खाया होगा.

फिर थोड़ी देर यूही घूमने फिरने और खाने के बाद मा रेलेक्ष हो के तोड़ा सोचती हू. की आज अछा मोका है रेहान के साथ रहने का, फुल नाइट मई घर से बोल भी आई हू.

तभी मई रेहान से पूछती हू की रेहान तूम्मरी कितनी गफ़ रह चुकी है अब तक? वो बोला मई गफ़ नही बनता हू. मैने पूछा क्यू?

वो बोला मुझे बस सेक्स करना पसंद है. ये सुन कर मुझे और अछा लगा की यहा कोई लोवे का झंझट ही नही है. तभी वो मेरे हाथ अपने हाथ मे लेकर बोलता है मुझे तुम पसंद हो.

मैने कहा नही यार मेरा ब्फ है. वो बोला तो क्या हुआ हम अपनी ज़रूरत पूरी कर सकते है. मैने कहा नही यार ये ग़लत है (जबकि मेरा मॅन तो कबका चुदाई के लिए बेचैन था.) मैने कहा यार सुनो मई तुम्हारा दिल नही तोड़ना चाहती. बस तुम्हारे लिए मई कुछ नही कर सकती.

वो बोला यार प्लीज़ जस्ट मास्तारबातिओं ही करदो. मैने कहा नही वो बोला प्लीज़ तो मई मान गयी.

उसने गाड़ी की लाइट बंद की और अपनी पंत खोलने लगा. मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़कने लगा. पेट मे मीठा सा दर्द होने लगा. जैसे ही उसने अपनी पंत और अंडर वेर निकाला. उसका लंड एकद्ूम किसी मोटे साप की तरहा मेरे आयेज हिलने लगा. उसका लंड करीब 7 इंच लंबा मोटा था. लंड का टोपा एकद्ूम गोल और फूला हुआ था. जैसे मैने उसे हाथ मे लिया, मेरा सरीर कपने लगा और छूट गीली होनी शुरू हो गयी.

मैने खुद को संभाला और अपने मूह से तोड़ा थूक लगा के उसके लंड को हिलने लगी. वो भी अपना एक हाथ से मेरी कमर को सहलाने लगा. धीरे धीरे मई भी गरम हो गयी. मैने कहा रेहान यहा कोई देख लेगा कही और चलते है. वो बोला मेरे रूम पर चले? मैने कहा ठीक है और फिर हम उसके रूम पर गये.

आयेज की कहानी अगले पार्ट मे.

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