हेलो गाइस ये मेरी इस साइट पर पहली स्टोरी है. पता नही कैसे मैं आज ये स्टोरी लिख रही हू. प्र यहाँ बोहट सारी यूज़र्स को परहनी के बाद मुझे ल्गा के ँझे भी अपना सेक्स एक्सपीरियेन्स शेर करना चाहिए.
मेरा नाम उमेरा है और मैं एक गाओं की रहने वाली हू. स्टोरी उस टाइम की है जब मैं बोहट मासूम थी लेकिन इतनी भी मासूम नही थी. मेरा फिगर 32 30 32 का था और आगे 19 यियर्ज़ थी. और मैने तब पोर्नस वाघेरा नही देखी थी लेकिन मई क्लिट रब करना सीख गयी थी.
मैं तब मास्टरबेट करती थी लेकिन बोहट कम. शुरू से ही परह मे बोहट अची थी तो जब यूनिवर्सिटी का टाइम आया तो मेरे पेरेंट्स को चाहती ना चाहती मुझे डोर सिटी मे परहनी भेजना पारहा. जब मैने अपना अड्मिशन करवा लिया और होस्तले के लिए अप्लाइ करा. लेकिन बोहट कोशिश पर भी मुझे रूम नहीं मिला.
मुझे कुछ साँझ नही आ रहा था. मैं प्राइवेट हॉस्टिल भी नही जेया सकती थी क्यू के मैने सुन रखा था उधर का महॉल ठीक नही होता. मैने वॉर्डन से बोहट रिक्वेस्ट की तो वॉर्डन ने कहा तुम इधर पास ही मे किसी घ्र मे आस आ पेयिंग गेस्ट रह लो. और जब ही कोई रूम मे जगह होगी एडर शिफ्ट हो जाना.
मे तो वॉर्डन: लेकिन मैं यहाँ किसी को नही जानती घर कैसे ढूंडू?
वॉर्डन ने पेपर प्र मुझे एक अड्रेस लिख कर दिया और बोला-
वॉर्डन : यह एक बिल्डिंग है इधर रूम्स अवेलबल हैं. चाहो तो अकेली ऐक रूम भी लाइ सकती हो और अगर नही तो किसी के साथ शेर भी कर सकती हो.
मे : थॅंक योउ.
मई वो अड्रेस लाइ कर उस बिल्डिंग को ढूंदनी के लिए निकल पड़ी. बिल्डिंग पर पोहच् कर मैं ने सेक्यूरिटी गुआर्द से बिल्डिंग ओन्वेर का ऑफीस पौच्ा. तो वो मुझे ऑफीस तक लाइ गया, मैने डोर नॉक किया और आंद्र गयी और ओन्वेर को सब ब्टाया के मुझे रूम च्चाए.
तो उसने मुझे डीटेल्स बताई की हर रूम मे 2 सिंगल बेड्स 2 कबोर्ड्स है. एक ओपन किचन और एक बातरूम है. अगर अप अकेली रूम लॉगी तो 10000 पेर मंत और अगर किसी साथ शेर करो गी तो 5000 पेर मंत. जो के बोहट ज़डा था, मैं ने ओन्वेर की रिक्वेस्ट की के मैं स्टूडेंट हू तोरा लेस कर दो मई इतना अफोर्ड नही कर सकती. तो ओन्वेर ने एक स्मर्क पास की और मेरी चेस्ट की तरफ देखने ल्गा. मई घबरा गयी और अपना दुपटा ठीक करा तो ओन्वेर ने कहा-
ओन्वेर: ठीक है मेडम अप फुल रूम का 8क डेडॉ और शेरिंग का 4क.
तो मैं ने सोचा रात भी होनी वाली है ओक बोल देती हू. मैं ने शेरिंग वाला ऑप्षन चूज़ किया और फॉर्म फिल कर के पैसे ओन्वेर को दे दिए. ओन्वेर ने मुझे रूम नंबर बताया और के डेडी.
मई लगेज लाइ कर अपनी रूम मे आ गयी, उधर एक लरका किचन मे खाना बना रहा था. मई उसको देख कर शॉक हो गयी की मेरा रूमेट ऐक लरका है. उसने भी मजे देखा और देख कर हेलो बोला, लेकिन मैं ने इग्नोर कर दिया.
मैं ने दिल मे सोचा की मैं यहाँ परहनी आई हू सिर्फ़ पारहुगी और कोई दोस्त नही बनौँगी. मई वॉशरूम गयी और मौन हाथ धो कर आई और अपनी बॅग्स अपनी कपबोर्ड मे रखी. वो लरका मुझे ही देख रहा था. मैं किचन मे गयी ऊड्र एक छोटा सा फ्रिड्ज रखा था. मैं ने उस मैं से पानी लिया और पी कर ग्लास वापिस रखा.
हे : मुझे ल्गता है आप बहरी हैं.
मे : हन हूँ आपको कोई तकलीफ़ है?!
हे : आप कुछ खावगी नही? भूक नही लगी?
मे : मैं कल खुद के खानी के लिए लाइ ओंगी!
हे: आज तो अप मेरी मेहमान हो, आ जाओ कोई बात नही दोनो मिल कर खाती हैं.
मुझे भूक भी काफ़ी लगी थी पूरी दिन से कुछ नही था खाया. सो मैं उस के साथ बेत कर खाना शुरू हो गयी. खानी के डरॅन उस ने मुझे बताया के उसका नाम रूहान है और वो एलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग कर रहा है मेरी ही यूनिवर्सिटी से. और उसका एस यूनिवर्सिटी मे दूसरा साल है.
खाना ख़तम कर के मई ने बर्तन धोए और अपनी बेड प्र जेया के सो गयी. काफ़ी तक गयी थी तो जल्दी ही सो गयी. नींद मे मुझे ऐसा ल्गा जेसे तूफान आ रहा है.
मैं ने आँख खोली तो देखा रूहन मुझे जगा रहा है की यूनिवर्सिटी का टाइम हो गया है और मैं सो रही हू. वो मेरे बाजू को पाकर कर ज़ोर ज़ोर से हिला रहा था. मई जल्दी से उठ के दूर हो गयी और उस्नी भी टच करनी पर फॉरन सॉरी बोल दिया.
मे: इट’स ओके, आंड थॅंक योउ जगनी के लिए, मैं कल से अलार्म लगा लूँगी आप ज़हमत मत करना.
हे : ओक.
मैं फ्रेश हुई और एक जीन्स पर शॉर्ट कुरती पहनी दुपटा लिया और बाग लाइ कर जानी लगी.
रूहन: अरे ब्रेकफास्ट तो कर लो.
मे : नही मई उनी से कर लूँगी.
हे: अरे कुछ नही होता यार एक मंत मे करा देता हू नेक्स्ट मंत आप ग्रोसरीस का बिल दे देना.. तो मैं मान गयी.
मैं ने ब्रेकफास्ट किया और फिर हम रूम लॉक कर के दोनो ही उनी के लिए निकल गये. मुझे बोहट अजीब ल्ग रहा था नये शहर मे आ कर, प्र जो भी था अड्जस्ट तो करना ही था. पता नही यहा क्या क्या होने वाला था मेरे साथ.
मई तो सिर्फ़ पढ़ने आई थी यहा पर लगता है किस्मत मे कुछ और ही लिखा था. क्यूकी मेरा रूमेट काफ़ी अछा बन रहा था और अब मई भी उसकी बातो को और बिहेवियर को अछा साँझ रही थी.
लेकिन मुझे ये नही पता था की उसकी सोच मेरे लिए क्या है या क्या होगी आयेज चल के. दिखने मे वो भी अछा ही था और अभी तक जितनी बात हुई उससे तो अछा लरका ही लगा मुझे.
बाकी की स्टोरी आपको नेक्स्ट पार्ट मे बतौँगी, आपके रेस्पॉंड का वेट करूँगी. गाइस ये मेरी पहली स्टोरी है इसलिए कोई ग़लती होई हो तो मौफ़ कर देना. आप लोगो के रेस्पॉन्स पे डिपेंड करता है नेक्स्ट पार्ट लिखूँगी या नही.