चुदाई के बदले बनाया बॉडीगार्ड

ही दोस्तों, तो चलते है मेरी गे सेक्स कहानी पर.

तो जैसे ही मैं ट्रेन से उतरी, मैं सबसे पहले हॉस्टिल में गयी. देखा तो सब लड़के कॉलेज जेया चुके थे. मेरा रूम अब चेंज हो चुका था. पापा ने मेरे लिए सेपरेट रूम ज़्यादा पैसे देकर अरेंज किया था. मैने अपने बॅग्स रूम में रखे, और फिर कॉलेज चली गयी.

आज कॉलेज का दिन अलग था. इससे पहले तो रोज़ मेरे साथ रोहित होता था, पर अब वो कॉलेज छ्चोढ़ चुका था. हमारे बारे में पुर कॉलेज को पता चल गया था.

सब मुझे उसकी रखैल करके चिढ़ने लगे थे. कोई लड़के तो जान-बूझ कर धक्के के नाटक से मेरी गांद दबाते तो कभी बूब्स. जैसे-तैसे पहला दिन गुज़र गया. फिर मैं हॉस्टिल के लिए निकली. जैसे मैं हॉस्टिल में आई, सब लड़के जैसे मेरी चुदाई करने पर तुले थे.

मैं जैसे-तैसे रूम में आई, और डोर बंद कर लिया. मुझे लगा था वो दरवाज़ा ही तोड़ देंगे, पर ऐसा कुछ नही हुआ, और वो चले गये. मुझे तोड़ा सुकून हुआ. फिर मैने अपने कपड़े उतारे, और नहाने जाने लगी.

इतने में रूम का डोर ओपन हुआ, और विकी अंदर आ गया. मैं उसको देख कर दर्र गयी. उसने दरवाज़ा बंद कर लिया, और अपनी शर्ट-पंत उठा कर मेरे पास आने लगा. मैं समझ गयी थी मैं चूड़ने वाली थी.

मैने भी उसको कॉन्फिडेन्स दिखाया और बोली: देखो तुम्हे जो चाहिए मैं दूँगी. बुत उसके बदले मुझे भी कुछ चाहिए.

उसने अपनी पंत उठा कर उसमे से 1000 की नोट निकली, और मेरे पास आ कर मेरे मूह में दबा दी.

मैने वो पैसे वापस उसके हाथ में दिए और बोली: देखो मुझे बस 2 चीज़ें चाहिए.

उसने पूछा: क्या?

मैं बोली: मुझे हॉस्टिल और कॉलेज में इन छूतियों से प्रोटेक्षन चाहिए. ताकि मैं अपनी पढ़ाई आचे से कर साकु. बदले में तुम्हारा जब मॅन करे रात को मेस के बाद मेरे रूम में आ सकते हो सोने. बुत सिर्फ़ रात को.

तो वो तोड़ा सोचने लगा. मैने अपनी टवल उठाई, और नंगी हो कर उसको एक स्माइल देते हुए बातरूम के डोर पर खड़ी रह के बोली-

मैं: अगर डील मंज़ूर है तो अपनी अंडरवेर उतार के बेड पर लेट जाओ, नही तो बाहर चले जाओ.

मैं सबसे पहले बातरूम गयी, और चुदाई के लिए अपनी गांद आचे से सॉफ की. उसके बाद खुद को भी सॉफ किया, और टवल लपेट कर बाहर आ गयी. मैने देखा तो विकी नही दिखा.

मैं यहाँ-वहाँ देखने लगी. इतने में विकी ने मुझे पकड़ लिया, और वापस बातरूम में घुसा दिया. मैं अंजान थी उसकी इस हरकत से तो एक-दूं चिल्ला पड़ी “आह विकी”.

अब मैं वहीं फर्श पर नंगी गीली लेती थी. विकी झट से मेरे उपर आ गया और मेरे हाथ पकड़ कर मेरे लिप्स को और मेरी नेक को ज़ोर-ज़ोर से काटने लगा, चूमने लगा. वो गुस्से में लग रहा था.

मेरे मूह से निकला: ह अहह विकी आराम से अम्म्म. मैं तुम्हारी हू विकी, आराम से. आह अहह पागल हो गये हो क्या यार उफ़फ्फ़ उम्म्म.

मैं ऐसे ही किए जेया रही थी, और विकी मेरी बॉडी को लिप्स से लेकर पावं तक चूम रहा था, काट रहा था. 10 मिनिट की चुम्मा-छाती के बाद वो रुक गया, और खड़ा हो गया. उसके बाद उसने मुझे भी हाथ देकर खड़ा किया, और वापस दीवार से सत्ता दिया.

उसने मेरा हाथ उसके लॉड पर रख दिया. मैं उसका इशारा समझ गयी. फिर नीचे बैठ के गग्ग्गूऊ गप्प गप्प्प्प स्लूर्प्प स्लूर्प्प करते हुए उसका लंड चूसने लगी. अचानक उसने ज़ोर बढ़ा दिया, और वो मेरे मूह को गांद समझ कर छोड़ने लगा.

मुझे उल्टी सी हो रही थी. मेरे मूह से बस ज्गप्प्प ग्ग्गूऊव गप्प गप्प्प गप्प्प सिर ही आवाज़े आने लगी. तभी उसके लंड से एक पिचकारी निकली, और मेरा मूह भर गया.

मैं वो पीने वाली थी. इतने में रोहित ने मुझे खड़ा किया, और वैसे ही वापस लीप किस करने लगा. उसकी इस हरकत से मैं पागल हो गयी, और उम्म्म उम्म्म्म अम्म्म्म अम्म्म करते हुए हम किस करने लगे.

5 मिनिट के बाद उसने मुझे फिर से पलटा दिया, और शवर ओं करके खुद नीचे बैठ गया. उसने मेरी गांद फैलाई, और अपनी जीभ मेरी गांद में डाल कर चाटने लगा.

मैं आह आह उम्म्म उम्म्म कर रही थी, और उसका मूह गांद में दबा रही थी. 2 मिनिट बाद वो उठा, और अपना खड़ा लंड मेरी गांद पर सेट किया. फिर एक झटका मार के टोपा अंदर घुसा दिया.

उसका लंड अंदर जाते ही मैं ह अहह करके चिल्लाई, और उसने एक और झटका दिया, और अपना लंड मेरी गांद में डाल दिया. उसका लंड ज़्यादा बड़ा नही था, पर मोटा था, जिससे मेरी गांद फटत रही थी. मुझे दर्द हो रहा था. मैं आह ह विकी आराम से ह आह उम्म्म उम्म कर रही थी.

तभी उसने मेरी गर्दन घुमाई और मेरे लिप्स पर किस करते हुए मेरी गांद पर मारने लगा. एक हाथ से वो मेरा लेफ्ट वाला बूब्स दबाने लगा.

मुझे अब मज़ा आ रहा था. मैं भी अम्म्म अम्म्म उम्म्म उम्म्म विकी आह आह विकी आराम से अम्म्म अम्म्म ऐसे ही करते हुए मोन कर रही थी.
10 मिनिट उसने मुझे वहीं खड़े-खड़े छोड़ा और फिर बातरूम में ही घोड़ी बना दिया. उसके बाद वो मेरी गांद छोड़ने लगा. इस बार वो ज़्यादा वाइल्ड हो रहा था. मेरे सर पे पैर रख कर मेरी गांद छोड़ रहा था.

मैं चिल्लाना चाहती थी, पर नही चिल्ला पा रही थी. बस आह आह अम्म्म अम्म्म्म यहीं कर रही थी. अचानक उसने अपना पैर हटाया, और मेरे बाल खींच कर मुझे पीछे खींचा, और मुझे किस करते हुए फिर से ज़ोर-ज़ोर से गांद मारने लगा.

5 मिनिट बाद वो अचानक से आह आह करते हुए मेरी गांद में ही झाड़ गया. 5 मिनिट तक हम ऐसे ही हानफते हुए पड़े रहे. उसके बाद वो उठा, और मैं भी.

मैने उससे कहा: तुम बाहर जाओ, मैं आस क्लीन करके आती हू.

तो उसे कहा: नही तुम आस क्लीन करो, मैं देखना चाहता हू तुम्हे.

मैने हेस्ट हुए कहा: पागल हो गये हो क्या तुम? विकी जाओ ना.

तभी वो मेरे पास आया और मुझे कमोड पर बिता दिया. फिर खुद ही अपनी उंगली मेरी गांद में डाल दी. मेरी गांद से उसका कम बहने लगा. उसके बाद उसने मेरी आस में फिंगरिंग की 2 मिनिट. फिर मिनी शवर मेरी गांद में डाल कर मेरी गांद में पानी भर दिया, और मैं ज़ोर लगा कर उसको बाहर निकालने लगी.

10 मिनिट तक वो यही करता रहा. उसके बाद हमने एक रोमॅंटिक शवर लिया किस्सिंग और रोमॅन्स करते हुए, और फिर बाहर आ गये.

तब विकी ने मुझे पूछा की क्या हुआ था हमारे बीच जिससे रोहित कॉलेज छ्चोढ़ गया, और मैं ऐसी हो गयी. मैने उसको सारी बात बताई. उसके बाद वो उठा, मेरे कदमो में आया, और अपने कान पकड़ कर बोलने लगा- .

विकी: सॉरी निकू, मेरे से पहले एक बार ग़लती हो गयी. पर अब नही होगी. मैं प्रॉमिस करता हू हम हमेशा आचे दोस्त रहेंगे और मैं तुम्हे कभी तकलीफ़ नही दूँगा, ना ही होने दूँगा.

उसके बाद हमने फिर एक रौंद किया, और ऐसे ही अगले 3 साल तक विकी और मैं साथ रहे. बाद में वो अपने काम में बिज़ी हो गया, और मैं अपने में.

तो ऐसे मुझे मिला था मेरा बॉडीगार्ड. जिसके वजह से कॉलेज ख़तम होने तक किसी लड़के की हिम्मत नही हुई मुझे च्चेड़ने की, और मैने आचे से पढ़ाई भी की और पास हो कर अपने घर चली गयी.

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