लेज़्बीयन सेक्स करके लड़कियाँ हुई संतुष्ट

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम काजल है. मैं 26 साल की हू, और शादी-शुदा हू. मेरा एक बेटा भी है. हाइट मेरी 5’6″ है, और रंग मेरा गोरा है. फिगर मेरा 36-30-38 है. अब मैं सीधे अपनी कहानी पर आती हू.

मैं एक मिड्ल क्लास और ऑर्तोडॉक्स फॅमिली से हू. मेरी फॅमिली में बहुत रोक-टोक की जाती थी, और किसी भी तरह की कोई आज़ादी नही थी. कॉलेज तक मुझे सेक्स के बारे में कोई जानकारी नही थी. मुझे लगता था की किस करने से बच्चा हो जाता है.

फिर जब मैं कॉलेज फर्स्ट एअर में हुई, तो मुझे सोनम मिली. सोनम बहुत ही मॉडर्न थी, और उसकी फॅमिली में कोई रोक-टोक नही होती थी. वो दिल की बहुत अची थी, और जल्दी ही हम दोनो बेस्ट फ्रेंड्स बन गये. सोनम ने मुझे बहुत सारी नयी चीज़े सिखाई, जिसमे फिंगरिंग, कॉलेज बंक करना, ड्रिंक करना शामिल था.

अब मैने फिंगरिंग करके खुद को हल्का करना शुरू कर दिया था. मुझे पता ही नही चला की कब मेरा कॉलेज ख़तम हो गया, और मैं एक कंपनी में जॉब करने लगी. जॉब पर लगने के बाद मेरा सोनम से मिलना जुलना बंद हो गया. उसके बाद मेरी और कोई बेस्ट फ्रेंड बनी ही नही.

उधर सोनम की शादी हो गयी, और हमारी अब कभी-कभी बात होती थी, जिसमे हम दोनो पुराने वक़्त को याद करके खुश होते थे. फिर मेरी भी शादी हो गयी. मेरे पति बहुत आचे थे, लेकिन मुझे कभी उनके साथ वो सुख नही मिला, जो लड़कियाँ कहती थी की असली सेक्स करने से मिलता है. ऐसे ही मेरा एक बच्चा भी हो गया, लेकिन मैं संतुष्ट नही थी. मुझे ये समझ नही आ रहा था की मैं क्या करू.

फिर एक दिन मेरी सोनम से बात हो रही थी. वो भी अपनी लाइफ से बहुत बोर हो चुकी थी. इसलिए हम दोनो ने मिलने और घूमने का प्लान बताया. मैने अपने पति को बता दिया, और उससे मिलने चली गयी. मैने ब्लू जीन्स और वाइट त-शर्ट पहनी हुई थी. मैं गाड़ी लेके आधे घंटे में उसी कॉलेज के बाहर पहुँच गयी जहा हम पहली बार मिले थे.

फिर सोनम सामने से अपनी गाड़ी में आई, और आके गाड़ी मेरी गाड़ी के बराबर लगा दी. फिर वो बोली-

सोनम: बेबी किसका इंतेज़ार कर रही हो?

मैं: है कोई स्पेशल.

सोनम: कभी हमारे साथ भी चल पदो.

मैं (हेस्ट हुए): मैं तो तैयार हू, तुम लेके ही नही जाते.

और हम दोनो हस्स पड़े. फिर हमने मेरी गाड़ी पार्किंग में लगा दी, और मैं उसकी गाड़ी में उसके साथ बैठ गयी. गाड़ी में बैठते ही हम दोनो ने हग किया, और वो बोली-

सोनम: कितनी बदल जाती है ना ज़िंदगी. कहा रोज़ मिलना, और कहा इतने वक़्त बाद मिल रहे है.

मैं: हा यार, ज़िंदगी पहले कितनी अची थी.

सोनम: चल आज पुराने वक़्त को याद करते है.

फिर हम सबसे पहले माल गये, और वाहा घूमने लगे. मैं आपको बताना भूल गयी, की सोनम ने एक ओनेपीएसए ड्रेस पहनी थी ब्राउन कलर की. वो गोरी थी, लेकिन मेरे जितनी नही. उसका शरीर मेरे से भारी था. फिगर उसका तकरीबन 38-32-38 होगा. वैसे वो बहुत सेक्सी लगती थी.

माल घूमने के बाद हम वॉशरूम में चले गये. हम पुराने वक़्त में माल में जाके वॉशरूम में च्छूप के आवाज़े निकालते थे, जिससे बाकी लॅडीस दर्र जाती थी. आज भी प्लान कुछ वैसा ही करने का था.

फिर हम दोनो वॉशरूम में बने टाय्लेट कॅबिन में चले गये, और किसी लेडी के अंदर आने का इंतेज़ार करने लगे. फिर जैसी ही एक लेडी आई, हम दोनो ज़ोर-ज़ोर से चीखने लगे. इससे वो दर्र कर भाग गयी, और हम दोनो हस्स-हस्स कर लॉट-पोत होने लगे. हेस्ट-हेस्ट हम दोनो एक-दूसरे को बार-बार हग कर रहे थे.

फिर पता नही क्यूँ मुझे अचानक से फीलिंग आई की मैं सोनम को किस करू. मैने ज़रा भी इंतेज़ार नही किया, और अपने होंठ सोनम के होंठो से चिपका दिए. अचानक से हुए इस हमले ने सोनम को हैरान कर दिया. लेकिन उसने मुझे डोर नही हटाया.

मैं उसके होंठ चूज़ जेया रही थी. कुछ सेकेंड्स में उसने भी मेरा साथ देना शुरू कर दिया, और हमारी किस वाइल्ड हो गयी. हम दोनो पागलों की तरह एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे, और जीभ से जीभ रग़ाद रहे थे.

फिर मैने उसके होंठ छ्चोढे और उसकी गर्दन पर किस करने लगी. मैं उसकी क्लीवेज को चूमने चाटने लगी. वो भी मेरे सर को अपनी बाहों में लेके अपनी आगोश में दबाने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर मैने उसकी ड्रेस उसके शोल्डर्स से नीचे की, और उसके बूब्स बाहर निकाल लिए. उसके बाद मैं उसके बूब्स को दबाते हुए निपल्स चूसने लगी. वो आ आ कर रही थी. फिर उसने मुझे पीछे किया, और मेरी त-शर्ट और ब्रा निकाल दी. उसके बाद उसने मेरे बूब्स को दबाया और चूसा.

हम दोनो ही एक-दूसरे में खो चुके थे. फिर मैं घुटनो पर बैठी, और उसकी ड्रेस उपर करके उसकी पनटी निकाल दी. अब मेरी आँखों के सामने उसकी क्लीन शेव छूट थी. छूट देखते ही मैं उसकी छूट को चूसने लगी, और उसमे उंगली अंदर-बाहर करने लगी. वो तो जैसे सातवे आसमान पर पहुँच गयी.

कुछ देर में ही उसने पानी छ्चोढ़ दिया, जो मैं सारा पी गयी. अब मेरी बारी थी. मैने अपनी जीन्स और पनटी उतरी, और दीवार पर हाथ लगा कर गांद बाहर निकाल कर खड़ी हो गयी. अब सोनम मेरी छूट को चूस रही थी. मुझे इतना मज़ा आ रहा था, जितना पहले कभी नही आया था. वो बड़े आचे से छूट चूस रही थी.

कुछ देर बाद मेरा भी पानी निकल गया. अब हम दोनो वही पर बैठ गये. हम दोनो जानते थे की हुमको एक-दूसरे से प्यार हो गया था. और हमे इससे कोई प्राब्लम भी नही थी. फिर हमने अपने कपड़े पहने और चुप-छाप बेसमेंट में गाड़ी की तरफ चल पड़े. गाड़ी में बैठते ही सोनम बोली-

सोनम: फिरसे करे?

मैं ये सुन कर खुश हो गयी, और मैने हा बोला. फिर हमने दोबारा से कार में ही सेक्स किया.

उस दिन के बाद से महीने में 2-3 बार हम दोनो सेक्स करते है. अब हम दोनो ज़िंदगी का पूरा आनंद ले रहे है.

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