चुदाई और ड्राइविंग क्लास

हेलो दोस्तों, कैसे है आप सब? मैं राहुल अपनी आयेज की स्टोरी के साथ पेश हू. जैसा की मैने पहले की स्टोरी में बताया आंटी के बारे में, की वो बहुत ही सेक्सी लेडी है. तो उनका फिगर होगा 34-32-34. देखने में एक-दूं कामुक है, देखते ही छोड़ने का मॅन करने लगे. जब वो सारी पहनती है, लाजवाब लगती है.

अब मैं स्टोरी पे आता हू. शादी से आने के बाद लगभग 12 बजे आंटी का मेसेज आया, की टेरेस पर आओ. मैं तुरंत टेरेस पर गया. आंटी पहले से ही टेरेस पर थी. मैं वाहा पहुँचा, और इससे पहले कुछ बोल पाता, आंटी ने अपने होंठ मेरे होंठो पे रख दिए, और चूसने लगी. मैं भी उनके होंठ चूसने लगा.

किस करते-करते मैने अपने हाथ उनके बूब्स पे रख दिए. बूब्स दबाते हुए मुझे महसूस हुआ की आंटी ब्रा नही पहनी थी. फिर क्या, मैं ज़ोर-ज़ोर से उनके बड़े-बड़े बूब्स दबा रहा था, और किस कर

रहा था. 20 मिनिट ये करने के बाद मैने अपना हाथ उनकी छूट पे रखा, और ये क्या आंटी नीचे भी बिल्कुल नंगी थी.

जैसे ही मैने उनकी छूट पे हाथ रखा, वो मेरे लिप्स छ्चोढ़ कर मुझे कस्स के चिपक गयी. मैने उनकी छूट को सहलाना स्टार्ट किया, और वो वैसे ही चिपकी रही, और आवाज़ निकालने लगी.

आंटी: आ राहुल, मेरी जान, छोड़ो ना जल्दी से.

मैं: आंटी आप कितनी चुदसी हो?

आंटी: जितना तुम छोड़ पाओ.

इतना बोलते ही आंटी नीचे बैठ गयी, और मेरे लंड को लोवर के उपर से ही मूह में लेके चूसने लगी. मेरा लंड छूट छोड़ने को बिल्कुल रेडी था.

मैं: आंटी मुझे आपको आपके रूम में छोड़ना है.

आंटी: राहुल मेरे रूम में तो तुम्हारे अंकल होंगे. हम ड्रॉयिंग रूम में चुदाई करते है.

फिर क्या, हम धीरे-धीरे नीचे गये, और ड्रॉयिंग रूम में पहुँच गये. जैसे ही ड्रॉयिंग रूम में पहुचा, आंटी ने मेरा लंड पकड़ा, और होंठो को चूसने लगी. होंठ चूसने के साथ-साथ वो लंड भी हिला रही थी. 5 मिनिट ये करने के बाद-

मैं: आंटी लंड चूसो ना.

आंटी: हा मेरे राजा, क्यूँ नही.

फिर आंटी नीचे बैठी, मेरा लोवर निकाला, और लंड के टोपे पे अपनी टंग घूमने लगी. अफ क्या फीलिंग थी. 2 मिनिट टंग घूमने के बाद आंटी पूरा लंड मूह में लेके चूसने लगी. 5 मिनिट लंड चूसने के बाद मैने आंटी को उठाया, और उनको बिल्कुल नंगा कर दिया. फिर टेबल पे झुका दिया.

टेबल पे झुकने के बाद उनकी छूट बिल्कुल उपर आ गयी. फिर मेरा मॅन नही माना तो मैने उनकी छूट पे किस किया. जैसे ही मैने अपनी टंग उनकी छूट पे रखी, वो मेरा सिर पकड़ के अपनी छूट में दबाने लगी. 5 मिनिट छूट चाटने के बाद-

आंटी: राहुल, अब नही रुका जेया रहा है. प्लीज़ लंड अंदर डाल दो.

उन्होने जैसे ही बोला, उसी पोज़िशन में मैं लंड उनकी छूट पे रख कर घूमने लगा. आंटी अब बिल्कुल रेडी थी. मैं लंड रग़ाद ही रहा था की उन्होने अपनी गांद को उपर करके लंड अंदर ले लिया. अभी लंड की टोपी ही छूट में गयी होगी-

आंटी: राजा अब नही रहा जेया रहा है, छोड़ो ना तेज़-तेज़.

फिर मैने पूरा लंड एक ही झटके में अंदर डाल दिया.

आंटी: आहह, पूरा चला गया एक बार में ही.

मैं: हा मेरी रानी, पूरा का पूरा.

आंटी: तो छोड़ो ना.

फिर मैने उनके हेर पड़के और तेज़-तेज़ छोड़ने लगा. वो आ ह छोड़ो, और तेज़-तेज़, और तेज़ कर रही थी. फिर 5 मिनिट छोड़ने के बाद हम दोनो का पानी निकल गया. हम नंगे ही लेते थे, की तभी आंटी बोली-

आंटी: राहुल मुझे कार सीखनी है.

फिर क्या, मैने तुरंत ही हा कर दी और बोला: कल ईव्निंग 6 बजे रेडी रहना.

उस रात हमने 4 बार चुदाई की और आंटी को भी बहुत मज़ा आया. फिर मैं मॉर्निंग 5 बजे उठा और देखा तो आंटी सो रही थी. मैने उनके बूब्स पीना स्टार्ट किया. 5 मिनिट बूब्स पीने के बाद आंटी की नींद खुल गयी. थोड़े-थोड़े बूब्स पीते-पीते ही मैने अपना लंड अंदर डाल दिया, और 10 मिनिट चुदाई के बाद मेरा पानी निकल गया आंटी की छूट में ही. फिर 5 बजे मैं निकल आया.

नेक्स्ट दे मैने 5 बजे आंटी को मेसेज किया, की रेडी हो जाओ और अंदर कुछ मत पहन के आना. आंटी ने ओक का मेसेज किया. फिर हम 6 बजे निकल गये. सिटी के बाहर एक सुनसान रोड है जहा बहुत ही कम लोग आते जाते है. हम उधर गये. 20 मिनिट बाद हम पहुँच गये, जहा कार सीखनी थी. फिर मैने आंटी से 30 मिनिट कार चलवाई. आंटी को काफ़ी प्राब्लम हो रही थी. अब बिल्कुल डार्क हो चुका था. मैं नॉर्मली कार रोक के खड़ा था की आंटी बोली-

आंटी: तुमने मुझे ये क्यूँ बोला की अंदर कुछ पहन के मत आना?

मैं: बताता हू डार्लिंग.

फिर मैं कार से उतरा और ड्राइविंग सीट की साइड आ गया. मैने आंटी को बोला नीचे आने को. फिर मैं ड्राइविंग सीट पे बैठा, और आंटी को गोद में बैठने को बोला.

आंटी: नही-नही कोई देखा लेगा.

काफ़ी बोलने के बाद वो रेडी हुई. फिर क्या था, वो मेरी गोद में थी. मेरा लंड भी टाइट होने लगा था. अब आंटी को मेरा लंड महसूस हो रहा था. आंटी मेरे लंड पे छूट लगाना चाह रही थी. फिर आंटी ने धीरे-धीरे करके लंड को छूट पे अड्जस्ट कर लिया. मैं कार बहुत ही स्लो चला रहा था.

मैं: आंटी लंड बाहर निकालो ना.

आंटी: हा मेरे राजा, इसीलिए तो अंदर से नंगी आई हू.

फिर आंटी ने मेरा लंड बाहर निकाला, और हिलने लगी.

मैं: रानी अब हिलाओ, मस्त छूट पे लगाओ.

आंटी: हा मेरे राजा, क्यूँ नही.

बस इतने में आंटी ने लंड को छूट पे लगा दिया. लंड पे छूट लगते ही आंटी की आवाज़ निकल गयी आहह की. अब आंटी खुद ही लंड पे बैठ गयी और पूरा लंड अंदर ले लिया. फिर क्या, आंटी की सिसकारियाँ और आंटी का खुद चूड़ना. मज़ा आ रहा था.

आंटी: राहुल मैं तो तक गयी, छोड़ो ना.

फिर क्या, मैने एक हाथ उनके बूब्स पे रखा, और तेज़-तेज़ दबाने लगा. मैं नीचे से तेज़-तेज़ छोड़ने लगा. 10 मिनिट बाद मेरा निकल गया, और आंटी का भी निकल गया. क्यूंकी हम अपने टाउन से काफ़ी बाहर निकल गये थे, 10 मिनिट चलने के मैने आंटी का हाथ पकड़ा, और लंड पे रख दिया.

वो धीरे-धीरे लंड हिलने लगी. 2 मिनिट के बाद मैने उनको बोला लंड चूसने को. फिर 10 मिनिट लंड चूसने के बाद मेरा पानी निकल गया. हम फिर 5 मिनिट में घर पहुँच गये.

आंटी: राहुल मुझे और चूड़ना है.

प्लीज़ कही और चले? एक बार और घूम के आते है.

मैं: ओक आंटी.

फिर मैने कार घुमाई, और हाइवे पे निकल गया. थोड़ी डोर चलाने के बाद हमे एक होटेल दिखा. मैं गया और रूम फाइनल कर आया. फिर मैने आंटी को बुलाया. हम रूम में गये. जैसे ही हम रूम में गये और गाते लॉक किया, वैसे ही आंटी नीचे बैठ गयी, और लोवर के उपर से ही लंड चूसने लग गयी.

मैं: रुक जाओ रानी तोड़ा, अभी तो हमारे पास टाइम है.

आंटी: नही, तुम्हारे अंकल आ गये होंगे.

मुझे जल्दी से छोड़ो. अब नही रुका जेया रहा है.

इतना बोलते ही आंटी ने लोवर नीचे किया, और लंड चूसने लगी. 5 मिनिट लंड चूसने के बाद हम दोनो बिल्कुल नंगे हो गये, और बेड पे लेट गये. जैसे ही हम लेते, वैसे ही आंटी ने लंड पकड़ा, और छूट पे लगा दिया. फिर क्या, मैने ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना स्टार्ट किया. 5 मिनिट ऐसे छोड़ने के बाद मैने आंटी के दोनो पैर अपने शोल्डर पे रखे, और लंड को अंदर-बाहर करने लगा.

आंटी: अया छोड़ो, और छोड़ो मेरे राजा. मुझे रोज़ तुमसे चूड़ना है आहह आहह.

15 मिनिट छोड़ने के बाद मेरा निकल गया, और आंटी का भी हो गया. फिर हम काफ़ी देर लेते रहे. वाहा हमने 4 बार चुदाई की, और काफ़ी लाते हो गये. हम फिर घर पहुँचे तो आंटी बोली-

आंटी: घर चलो. अपने अंकल को बता देना की हम कार सीखने गये थे. फिर तोड़ा खाने-पीने का मॅन हुआ तो घूमने चले गये.

फिर मैं उनके घर गया, छाई पी, और अंकल से बात की. मैं निकालने ही वाला था की अंकल की कॉल आ गयी और वो बाहर चले गये. फिर क्या, मेरा फिर मूड हो गया. मैं खड़ा हुआ और आंटी को बैठने को बोला. जैसे ही आंटी बैठी, मैने लंड उनके होंठो पे रख दिया.

उन्होने भी एक बार में ही लंड पूरा मूह में ले लिया, और चूसने लगी. 10 मिनिट लंड चूसने के बाद मेरा पानी निकल गया, जो आंटी ने मूह में ही निकलवा लिया. फिर मैने आंटी को उठाया और हग किया. जब मैं जाने लगा-

आंटी: तुम्हारे अंकल तो गये. अब तो 1 अवर बाद ही आएँगे. तुम बूब्स पियो ना.

मैं: ओक जान.

जैसे ही मैने ओक बोला उन्होने अपनी फ्रॉक निकाल दी. फिर मेरा मूह अपने बूब्स पे दबा दिया. मैने 5 मिनिट उनके बूब्स पिए, और फिर ज़मीन पे ही आंटी को लिटा दिया. बूब्स से किस करते हुए उनकी छूट तक आ गया, और उनकी छूट चाटने लगा. जैसे ही मैने अपनी जीभ उनकी छूट में डाली-

आंटी: आ मेरी जान, चूसो. खा जाओ छूट को.

2 मिनिट चूसने के बाद मैने एक उंगली उनकी छूट में डाली, और अंदर-बाहर करने लगा. आंटी ज़ोर-ज़ोर से आवाज़ निकाल रही थी आ आ की. 15 मिनिट बाद आंटी का पानी निकल गया. फिर उन्होने मुझे अपने उपर लिटाया और 20 मिनिट ऐसे से लेते रहे. उसके बाद हम उठे और कपड़े पहने.

फिर मैं निकालने लगा तो आंटी ने मुझे हग किया, और और एक ज़ोरदार किस की. उसके बाद मैं वाहा से आ गया.

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी कॉमेंट बॉक्स में ज़रूर बताए, जिससे मैं आयेज की कहानी लिख साकु.

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