चोदने के बाद बेटी की सेट्टिंग कराई

बाप-बेटी सेक्स स्टोरी का अगला पार्ट हाज़िर है-

सुबह मेरी नींद खुली तो मैने खुद को बिस्तेर पर अपने बाप के साथ नंगा पाया. मेरे पापा भी पुर नंगे थे. मैं पिछली रात को हुई मेरी पहली चुदाई को याद करने लगी. मेरे चेहरे पर बड़ी स्माइल आ गयी. मम्मी का लंड अब मेरा था. मैं जब चाहु तब अपनी चुदाई करवा सकती थी. मैने देखा तो पापा अब भी गहरी नींद में सो रहे थे.

मैने मेरी छूट को देखा तो उसके उपर हम दोनो का स्पर्म सूखा पड़ा था. मेरी बॉडी के उपर से पापा की स्मेल आ रही थी. मेरी छूट अब खुल चुकी थी. मुझे वो देख कर बहुत अछा लग रहा था. मुझे मेरे पापा पहले से बहुत पसंद थे, पर कभी सोचा नही था की पापा से अपनी सील तुद्वौनगी.

मैं जब खड़ी हुई, तो मेरे से ठीक से चला नही जेया रहा था. मेरी छूट में अभी भी तोड़ा दर्द था. मैने इसके पहले कभी दारू नही पी थी, तो मुझे सर भारी लग रहा था. मैं वहाँ से उठ कर मेरे बेडरूम में आ गयी.

फिर बातरूम में गयी, और शवर के नीचे नहाने लगी. शवर से निकलता ठंडा पानी मुझे फ्रेश फील दे रहा था. मैने पहली बार अपनी छूट के बालों को सॉफ किया. मैं पापा को सर्प्राइज़ देना चाहती थी. उसके बाद मैं गरम पानी से नहाई. उससे मेरी बॉडी की थकान डोर हो गयी, और मेरी छूट के उपर की सूजन भी कम हो गयी.

मैने उस दिन प्लैइन डार्क ग्रीन कलर की सारी पहनी थी. साथ में स्लीव्ले मॅचिंग ब्लाउस पहना था. मेरे गोरे बदन पर वो बहुत ही मस्त दिख रही थी. सारी कॉटन की थी, तो उसमे से मेरी बॉडी का ड्राफ्ट बहुत सही लग रहा था. मैं रेडी हो कर पापा के लिए ब्रेकफास्ट बनाने लगी. पापा भी रेडी होकर किचन में आए और मुझे पीछे से हग कर लिया.

मैं: आप रेडी हो गये?

दाद: हा जान. आज तुम कातिल लग रही हो. मॅन कर रहा है तुम्हे बहुत प्यार करू.

मैं: क्यूँ, कल रात से अभी तक मॅन नही भरा?

दाद: तुम ऐसी चीज़ हो की तुमसे कभी मॅन नही भरेगा.

मैं: अछा? मम्मी के आने के बाद सब कुछ नॉर्मल हो जाएगा. मैं आपके हाथ नही आने वाली (मैं पापा को चिढ़ने लगी).

दाद: तब तक तेरी जाम कर चुदाई करूँगा. तू मुझसे चुड़े बिना रह नही पाएगी.

मैं (उनको मारते हुए): हा वो तो है, बहुत ही मज़ा आया था. आपने तो मेरी चीखें निकाल दी थी (मैने उनके लंड की और देखा, तो वो खड़ा हो गया था).

मैं (उनके लंड को छ्छू कर): आपका हथियार तो अभी से रेडी हो गया है. इसको रात तक रोक के रखो. (उनके कान में धीरे से ) आज आपके लिए सर्प्राइज़ है.

सर्प्राइज़ का नाम सुन कर पापा के चेहरे पर चमक आ गयी. वो मुझे स्मूच करने लगे. मैने उनको हटाया.

मैं: अभी नही. पहले नाश्ता कर लीजिए. आज वीकेंड एंजाय करेंगे.

दाद: हा, आज बाहर लंच और डिन्नर करेंगे. पूरा दिन बाहर रहना है. अभी हम मोविए देखने जाएँगे. बाद में तेरे लिए बहुत सारी शॉपिंग करनी है. और रात को डिन्नर करके घर आएँगे. उसके बाद शराब और तुम शबाब.

मैं: नयी बीवी इतनी पसंद आ गयी है क्या? इसके पीछे इतना पागल बन रहे हो.

दाद: तुम वो बाला हो की मैं तेरा बाप होके अपने आप को रोक नही पाया.

मैं: आप भी कुछ कम नही हो. एक बात काहु. मेरी फ्रेंड है ना निशा. उसको आप बहुत पसंद हो. एक दिन कह रही थी की अनु तेरे पापा जैसा हॉट बंदा मिल जाए तो उससे मेरी सील तुद्वा लू. उसको बड़ी आगे वाले पसंद है. उसकी बातों ने ही मुझे आपकी और खींच रखा था.

मैं: उसकी बातो से मैं आपको नोटीस करने लगी. लेकिन साली बिल्कुल सही थी. मैं लकी हू की मुझे आप जैसे ओपन माइंडेड डॅडी मिले है. आपको निशा पसंद है तो उसके साथ आपकी सेट्टिंग करके दूँगी. और मुम्मा को भी पता नही चलेगा.

दाद (हासणे लगे): मैं भी लकी हू की मुझे तेरे जैसी समझदार बेटी मिली है. जैसा तुम कहो मेरी जान. उसकी सील की भी ओपनिंग कर दूँगा. वैसे निशा का फिगर चब्बी है, पर छोड़ने में मज़ा आएगा.

मैं और पापा हासणे लगे. फिर उन्होने मुझे हग किया, और फिर कुछ 5 मिनिट तक एक-दूसरे के लिप्स चूज़. हमने ब्रेकफास्ट किया, और फिर हम कार से मोविए देखने जेया रहे थे. कॉरिडर में सब लोग हम दोनो को ही देख रहे थे. मॉर्निंग शो था तो इतनी भीड़ नही थी. पापा ने कॉर्नर सीट बुक की थी. जब अंधेरा हुआ तो पापा ने मुझे दबोच लिया, और मुझे स्मूच करने लगे.

मैं: बेबी घर पर करते है ना. यहा पब्लिक प्लेस पर क्यूँ कर रहे हो?

दाद: पब्लिक प्लेस में करने में एक अलग ही फील मिलता है. लाइफ में थ्रिल तो होना चाहिए ना.

पापा अब मेरे लिप्स भी चूस रहे थे. साथ में मेरे बूब्स मसल रहे थे. मैं बहुत ही हॉर्नी हो गयी. मैं पंत के उपर से पापा का लंड मसल रही थी. उन्होने लंड बाहर निकाल दिया. मैं उसको हिलने लगी. उनका लंड बिल्कुल खड़ा हो गया था. वहाँ कुछ लड़के भी थे जो हमे देख रहे थे.

मैं: बेबी आपका मॅन हो गया हो तो घर जेया कर करते है. यहाँ हमे सब देख रहे है.

दाद: बेबी इसमे तो मज़ा है.

मैं: प्लीज़ डार्लिंग घर चलते है. यहा मुझे दर्र लग रहा है.

दाद: कुछ नही होगा, मैं हू ना. अब मेरा लंड चूस कर उसको ठंडा करो. नही तो यही नंगी करके छोड़ दूँगा.

मैं समझ गयी की पापा आउट ऑफ कंट्रोल हो गये थे. और वैसे भी पापा साथ में थे तो मुझे किसी का दर्र नही था. मैं नीचे झुक गयी. पापा का लंड चूसने लगी. अंधेरा था तो किसी को क्लियर नही दिख रहा था, पर हम क्या कर रहे थे, उसका अंदाज़ा तो लग गया था.

मैं मस्ती में आ गयी, और लॉलिपोप की तरह लंड चूसने लगी. पापा की आ निकल रही थी. वो अपना मूह दबा कर अपनी सिसकारी रोक रहे थे. इससे मुझे और मज़ा आ रहा था. पब्लिक प्लेस पर ये सब करना पागलपन है. और उस टाइम हम दोनो पे हवस चढ़ गयी थी. मैने कुछ 15-20 मिनिट तक लंड चूसा, और पापा का स्पर्म चाट गयी. जब इंटर्वल हुआ तो हम वॉशरूम गये. पापा 2 लड़कों के साथ हेस्ट हुए बात करते हुए आ रहे थे.

वो वही लड़के थे जो हमे देख रहे थे. उसके बाद वो दोनो लड़के मुझे घूर-घूर कर देखने लगे. उसमे से एक ने मुझे आँख मारी. मैं बहुत दर्र गयी थी. उसके बाद पापा मेरे लिए कोल्ड ड्रिंक लेकर आए.

मैं: आप उनसे क्या बात कर रहे थे? और उनमे से एक ने मुझे आँख मारी.

दाद ( हेस्ट हुए): वो मुझे पूच रहे थे अंकल आपने ऐसा मस्त माल कैसे पटाया. मैने कहा मेरे दोस्त की बेटी है. वो बाहर घूमने गये है तो मैं यहा इसको लेकर घूम रहा हू.

मैं: क्या आप भी. मैने कहा था पब्लिक प्लेस में रिस्क है. अब वो दोनो मेरे बारे में क्या-क्या सोच रहे होंगे. मुझे दरर्र लग रहा है. चलो घर चलते है.

दाद: अर्रे बेबी कुछ नही होगा. कभी अपने बाय्फ्रेंड के साथ बाहर जाएगी, तो ऐसी परेशानियाँ आती रहेंगी. शादी के बाद एक ही लंड से चूड़ना है. अभी जो मज़ा करना है कर लो.

मैं: पापा आपने शादी के बाद मम्मी के अलावा किसी से चुदाई नही की?

दाद: बेबी मॅन तो बहुत करता है. आदमी कभी एक छूट से खुश नही रहता. और ऐसा तो औरतों के साथ भी होता है. मैने तो तेरी मम्मी को कितनी बार बोला है की तुम चाहो तो किसी और से सेक्स कर सकती हो.

मैं (हैरानी से): तो मुम्मा का क्या कहना है?

दाद: वो कहती है मैं आपके साथ बहुत खुश हू. पर मुझे लगता है हर औरत को नये मर्द से सेक्स करने की इक्चा होती है. लेकिन उसको बदनामी का दर्र रहता है.

मैं: सच काहु तो मुझे भी सेक्स की बहुत इक्चा होती है. पर मैने इसी दर्र से बाहर किसी से सेक्स नही किया था.

दाद: लेकिन तुम चाहो तो तुम बाहर सेक्स कर सकती हो. मैं तेरे साथ रहूँगा तो तुझे दर्र नही लगेगा. तुम्हे कोई पसंद आए तो मुझे बता देना.

मैं: पर दाद मैं आपसे बहुत खुश हू. मुझे किसी और से नही करना.

दाद: तुम अपनी मुम्मा पर गयी हो. बाहर किसी से ट्राइ नही करोगे तो कैसे पता चलेगा? मैने तेरी मों को कहा था की तुम किसी गैर मर्द से चूड़ना, मैं तुम्हे देखूँगा.

मैं (शॉकिंग फेस): वॉट?

दाद: हा यार. मेरी बहुत इक्चा है कोई मेरी सेक्सी बीवी को मेरे सामने छोड़े, और मैं उसको देखु. चलो उसने वो विश पूरी नही की, तुम पूरी करना प्लीज़.

मैं: जस्ट शूट उप. मुझे ये पसंद नही है (आक्च्युयली पापा की बातों से मुझे कुछ होने लगा था. सोच रही थी की क्या बाप मिला है. अपनी ही बेटी को किसी और से छुड़वाना चाहता है. मैं ये सब सोच कर गरम हो गयी).

दाद: क्या सोच रही हो? क्या तुम्हे उन दोनो लड़कों से थोड़ी मस्ती करनी है?

मैं (उनको आँखें दिखाते हुए गुस्सा कर रही थी): नो वे. मुझे आपके साथ कही बाहर आना ही नही है.

दाद ( मुझे चिढ़ते हुए): ऐसा मौका बार-बार नही मिलेगा. अब ज़्यादा नखरे मत कर.

पापा की बात सुन कर मैं थोड़ी एग्ज़ाइटेड हो गयी. सोचा पापा इतना सपोर्ट कर रहे थे, तो क्यूँ ना एक बार ट्राइ किया जाए. मैने उन दोनो लड़कों को देखा तो वो काफ़ी हॅंडसम और गुड लुकिंग थे. उनकी आगे तकरीबन 23-24 साल की होगी. वो दोनो मेरे जिस्म को देख रहे थे. मैने उसको स्माइल पास की, तो दोनो घायल हो गये. मुझे थोड़ी हस्सी आ गयी.

दाद: बेबी इतना मत सोचो. ऐसा मौका बार-बार नही दूँगा. अभी टाइम है मज़े करने का. मैं हू तब तक अपनी लाइफ एंजाय कर लो. पता नही तेरा होने वाला हज़्बेंड इतना अंडरस्टॅंडिंग ना हो.

मुझे पापा की बात सही लगी. मैने शर्मा के उनसे हा कहा. पापा भी खुश हो गये. उन्होने दोनो लड़कों से कुछ बात की. उनकी खुशी का कुछ ठिकाना नही था. मैं आपको बता डू की मोविए बहुत बोरिंग थी. तो इंटर्वल के बाद बस 8 लोग बचे थे. उसमे से 2 हम और बाकी के 2 कपल थे. और वो दोनो लड़के बचे थे.

जब मोविए स्टार्ट हुई और अंधेरा हुआ, तब पापा ने मुझे उन दोनो लड़कों के बीच में बिता दिया, और वो हमारी पीछे की सीट पर बैठ गये. मुझे थोड़ी घभरहट सी होने लगी थी. दोनो ने मुझे स्माइल दिए, और मेरे जिस्म से खेलने लगे. वो दोनो बहुत गेंट्ली बिहेव कर रहे थे.

ई थिंक पापा ने उन्हे समझा दिया था, की मैं कॉल गर्ल नही थी. एक ने मेरी कमर पर हाथ रखा और एक मेरे बूब्स दबाने लगा. मैं अपने पापा के सामने दो अंजान लड़कों से रोमॅन्स कर रही थी. जो मेरे बूब्स दबा रहा था, वो मुझे किस करने लगा. वो बहुत आचे से किस कर रहा था.

मैं भी अब गरम हो गयी थी, और उसको सपोर्ट करने लगी.

अब दूसरे ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मुझे किस करने लगा. क्या फील दे रहे थे दोनो. दोनो का टेस्ट मुझे अछा लगा था. उसमे से एक के साथ मुझे किस में बहुत मज़ा आया था. मैं उसको किस करते हुए वाइल्ड बन गयी थी.

दोनो ने सारी के उपर से मेरे बूब्स पकड़ लिए, और हल्के हाथो से दबाने लगे. मैं दोनो से बारी-बारी 15 मिनिट तक किस किया. एक ने मेरा पल्लू गिरा दिया और मेरी नेक पर किस करने लगा. और दूसरा मेरी बॅक पर किस कर रहा था. मेरी सिसकारी निकल रही थी.

मैने पीछे देखा तो पापा मुझे देख रहे थे, और स्माइल कर रहे थे. मैने भी उनको स्माइल की, और उनके सामने दोनो के बीच उनकी रंडी बन कर मज़े लूट रही थी. बहुत ही अमेज़िंग एक्सपीरियेन्स था मेरा.

अब मैं दोनो के लंड को पंत के उपर से मसालने लगी. दोनो समझ गये और उन्होने अपना लंड बाहर निकाल दिया. हल्की रोशनी में मुझे दोनो के लंड दिख रहे थे. उसने से जिसके साथ मुझे बहुत मज़ा आया था उसका लंड पापा से भी बड़ा था.

मैं रंडी की तरह दोनो के लंड चूसने लगी. वो मेरे बाल पकड़ कर लंड चुस्वा रहे थे. मैने कुछ 5-7 मिनिट में दोनो का पानी निकाल दिया, और दोनो का स्पर्म छत गयी. स्पर्म की कुछ बूंदे मेरे फेस पर गिरी. मैने वो सॉफ की, और पापा से बोली की अब चलते है.

फिर मैं और पापा मोविए छ्चोढ़ कर बाहर आ गये. मैं वॉशरूम गयी, और मैने अपने आप को मिरर में देखा, और स्माइल करने लगी. सोचने लगी पापा बहुत क्रेज़ी थे. मैं बहुत लकी थी की मुझे इतने ओपन माइंडेड बाप मिला था. अब उसके आयेज क्या हुआ आपको इस सेक्स स्टोरी के नेक्स्ट पार्ट में बतौँगी.

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