चाची को उसके बेटे के सामने चोदने की कहानी

तो दोस्तों जैसा की आपने पिछले पार्ट में पढ़ा होगा, की कैसे मैने मेरी चाची और मों के साथ मिल कर थ्रीसम सेक्स का मज़ा उठाया. अब आयेज-

तो ऐसे ही कुछ दिन बीट चुके थे, और करीब 1-2 बार हमने ऐसे सेक्स सेशन भी किए. फिर हुआ ये की एक दिन मैं और कुणाल अपने कमरे में बैठे हुए थे.

कुणाल: राहुल एक बात डिसकस करनी है तेरे साथ.

राहुल: हा बोलो ना भैया.

कुणाल: मुझे पता है तुम सब मुझे अकेला छ्चोढ़ कर वाहा क्या क्या करते हो. लास्ट टाइम मैने सब कुछ च्छूप-च्छूप कर देख लिया.

राहुल (शॉक में): नही भैया, ऐसी कोई बात नही जैसा आप सोच रहे हो.

कुणाल: और मैने तुझे मेरी मों के साथ भी देखा. बिल्कुल नंगे थे सब कमरे में.

राहुल: यार भैया, अब क्या बतौ आपको.

कुणाल: नही राहुल, इसमे कोई टेन्षन वाली बात नही है. इन फॅक्ट मुझे देख कर बहुत अछा लगा. और सच काहु तो मुझे मेरी मों को इतना खुश देख कर और भी ज़्यादा खुशी हो रही थी.

राहुल: सच? तो आप भी आ जाते ना. हमे जाय्न करते. और फिर तो हमारी फॅमिली कंप्लीट हो जाती. घर के सारे सदस्या सेक्स का मज़ा ले पाते.

कुणाल: दरअसल राहुल बात ऐसी है, की मैने काफ़ी बार मास्टरबेट करने का भी ट्राइ किया है. लेकिन मेरा तोड़ा एरेक्षन का प्राब्लम है. तू किसी से कुछ कहना मत

राहुल: क्या हुआ भैया?

कुणाल: मतलब इतनी आसानी से खड़ा नही होता मेरा. लेकिन जब उस दिन मैने मेरी मों को देखा तो एक-दूं से मेरा कड़क हो गया. ऐसा पहले कभी फील नही हुआ. मॅन कर रहा था बस तुझे और मों को देखता राहु.

राहुल: लेकिन भैया आप अभी ये सब क्यूँ बता रहे हो? मैं क्या कर सकता हू आपके लिए?

कुणाल: सिर्फ़ एक काम कर. मुझे ना मेरी मों को देखना है सेक्स करते हुए करीब से, वो भी तेरे साथ. किसी तरह इतनी हेल्प कर दे.

राहुल: भैया चलो मैं कोशिश करता हू. लेकिन चाची मानेगी आपके सामने ऐसा करने के लिए? मुश्किल लग रहा है

कुणाल: यार वरना किसी दिन मैं सोने का नाटक करू, और फिर तू बहाने से मों को छोड़ना मेरे सामने.

राहुल: अछा चलो कुछ सोचता हू भैया. लेकिन इसमे मुझे तो मज़ा आएगा. और आपको देखने में.

फिर मैने एक आइडिया लगाया, और जिस दिन घर में सिर्फ़ चाची, राहुल और मैं थे, उस दिन का मैने वेट किया, और फाइनली वो दिन आ गया. चाची किचन में थी, और उन्होने एक टाइट जीन्स पहनी हुई थी. उपर से एक स्लीव्ले टॉप पहना था, और बाल खुले-खुले थे. फिर मैं उनके पीछे गया और उनको पीछे से हग किया, और उनकी बॉडी की स्मेल करने लगा.

चाची: ओये चॅंप, यहा नही. कुणाल देख लेगा.राहुल: चाची प्लीज़. एक क्विकी, बहुत मॅन कर रहा है

चाची: अभी काम है ना राहुल. बाद में आती हू ना. वैसे भी तेरी मम्मी आने में होगी, और बाकी तो सीधे शाम में आएँगे.

राहुल: प्लीज़ चाची अभी. (मैने चाची की बम्स पे और कमर पे हाथ घूमना शुरू किया)

चाची: अछा चॅंप, एक काम कर. मेरे रूम में जेया, और वेट कर. मैं आती हू, और कुणाल को भी देखती हू वो क्या कर रहा है.

राहुल: वो तो सो गया चाची. कह रहा था कल रात सो नही पाया. तो अभी सो रहा है.

चाची: हाए, तबीयत तो ठीक है ना उसकी?

राहुल: एस चाची, हे इस गुड.

चाची (मेरी तरफ पलट-ते हुए): अछा चॅंप. ये बता आज अपनी चाची पे इतना प्यार कैसे आ रहा है (मेरी पॅंट्स के उपर से ही मेरी लुल्ली पे हाथ रखते हुए)?

राहुल: वो चाची एक बात पूछनी थी. हम सभी तो मज़े करते है. फिर कुणाल भैया को क्यूँ नही बुलाते?

चाची: वो जल्दी ही डिसट्रॅक्ट हो जाता है पढ़ाई से. और मुझे ये भी नही पता उसे ये सब पता चलेगा तो क्या सोचेगा वो. मैं उसके पढ़ाई से कोई रिस्क नही ले सकती.

राहुल: चाची एक डरे डू आपको?

चाची: अब इतने डरे कर चुकी हू, तू क्या अलग दे देगा?

राहुल: प्लीज़ चाची. एक डरे. मज़ा आएगा, और ये कुछ नया अलग होगा.

चाची: अछा बेटा बता. क्या करना है?

राहुल: आक्च्युयली चाची, आपको ना कुणाल के ठीक सामने सेक्स करना है. वो भी मेरे साथ.

चाची: यार अभी तो बताया तुझे. और ये क्या डरे हुआ?

राहुल: चाची सोचो ना कितना एग्ज़ाइटिंग होगा ना. मैं अपनी चाची को उनके ही बेटे के सामने सेक्स करूँगा. मेरा तो सोच कर ही खड़ा हो रहा है चाची.

चाची: आज कल तेरा कुछ ज़्यादा ही खड़ा होने लगा है, हा चॅंप.

राहुल: चलो ना चाची, प्लीज़.

चाची: अछा चल. वरना तू तो मानेगा नही. सिर्फ़ क्विकी हा.

क्या तू भी ना, दिन में कैसे तुम आज कल के लड़कों का खड़ा होने लगता है, समझ नही आता (हम रूम की तरफ बढ़ते हुए).

राहुल: वो चाची हर घर में आपकी तरह खूबसूरत चाची और मम्मी नही होती ना. मैं तो काफ़ी लकी हू.

चाची: मसके मारना तो कोई तुझसे सीखे. अछा धीरे-धीरे करना, कही कुणाल जाग ना जाए.

राहुल: वैसे चाची वो जाग भी गया तो क्या हुआ? हम उसे भी शामिल तो कर ही सकते है ना.

चाची: हा कर तो सकते है. आफ्टर ऑल मैं तो चाहती हू की वो तेरी तरह थोड़ी मस्ती करे, खेल कूद में इंटेरेस्ट लगाए. सिर्फ़ पढ़ाई ही सारी ज़िंदगी थोड़ी है.

रूम में एंटर हुए और कुणाल सोया हुआ था बेड पर बिल्कुल सेंटर में. चाची डोर के पास ही खड़ी हो गयी. फिर उन्होने अपना हाथ अपनी जीन्स पे ले जेया कर खोलनी शुरू की. लेकिन मैने ये देखते ही उन्हे रोक दिया.

राहुल: चाची यहा करने का क्या मतलब होगा? कुणाल के ठीक सामने करे. जब वो सो रहा हो तो कितना एग्ज़ाइटिंग होगा ना.

चाची: और सामने कैसे करेंगे बेटा?

मैने चाची का हाथ पकड़ा, और बेड पे किनारे पे आके हम खड़े हुए. फिर मैं बड़े आराम से बेड के उपर चढ़ गया, और कुणाल के फेस को अपने पैरों के बीच रखते हुए खड़ा हो गया और चाची को यहा आने का इशारा किया.

चाची पहले तो माना करने लगी. लेकिन मेरी नॉटिने देख कर वो मॅन ही मॅन तोड़ा मुस्कुराने लगी थी, की मैने कैसा तरीका ढूँढा था. खैर फिर बड़े आराम से ध्यान रखते हुए की कुणाल की नींद ना खुले, उस तरह मेरी तरफ पीठ करके मेरे ठीक सामने खड़ी हो गयी.

मतलब आप सोचो की कोई सोया है, और 2 लोग उसको पैर बीच में रखते हुए दोनो साइड पैर रख कर खड़े थे. वो भी उसके मूह के ठीक उपर. फिर चाची ने तोड़ा खुद को बॅलेन्स करते हुए अपनी स्लीव्ले टॉप थोड़ी सी उपर की, और जीन्स का बटन खोल दिया.

फिर उन्होने अंजाने में जीन्स की चैन ओपन की जिसकी आवाज़ क्लियर्ली सुनाई दी पुर कमरे में. और फिर वो तोड़ा सहम गयी, और देखा की कुणाल सोया ही था. लेकिन मैं जानता था की कुणाल बस नाटक कर रहा था.

फिर चाची ने अपने हाथ जीन्स के पीछे की तरफ ले गयी, और तोड़ा झुक कर उन्होने जीन्स को नीचे किया अपने घुटनो तक. उन्होने आज क्रीम कलर की पनटी पहनी हुई थी, जो पीछे से उनकी गांद के बीच में थोड़ी घुस चुकी थी.

फिर उन्होने अपनी पनटी उतरी घुटनो तक, और बिना वक़्त गवाए अपनी 2 उंगलियों में थूक लगाई, और हाथ पीछे ला कर अपनी गांद के बीच से ले जेया कर अपनी छूट पे रब किया.

फिर चाची झुक कर ही पलट कर मुझे देखने लगी, और इशारा किया की मैं अपनी लुल्ली अंदर डालु. उसके बाद मैने भी अपनी शॉर्ट्स में से मेरी लुल्ली जो टाइट हो चुकी थी, वो निकली, और एक हाथ से चाची की कमर पे हाथ रख के, दूसरे हाथ में लुल्ली पकड़ के, चाची की छूट में डालनी शुरू की.

आब्वियस्ली चाची का इतना कुछ ज़्यादा रिक्षन नही था. लेकिन मैने उनकी छूट में लंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया था. लेकिन हर बार के मुक़ाबले आज उनकी छूट थोड़ी ड्राइ थी अंदर से.

हमेशा हम फोरप्ले करते थे, जिसकी वजह से उनकी छूट एग्ज़ाइटेड और गीली होती थी. लेकिन…, खैर मैने तो लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया. मैने कोशिश की की कुणाल को देख साकु. लेकिन ये करते हुए अपने नीचे देखना ज़रा मुश्किल था.

कुणाल लेकिन एग्ज़ाइटेड तो हो चुका होगा ये देख कर जो उसकी फॅंटेसी थी. खैर मैने कुछ 4-5 मिनिट चाची की छूट में लंड अंदर-बाहर किया, जिसमे 5-6 बार तो वो बाहर निकल आया था. फिर चाची मेरी लुल्ली को पकड़ती और अपनी छूट पे सेट करती. फिर मैं छोड़ना शुरू करता.

उसके बाद जैसे ही मेरा निकालने वाला था, तो मैने स्पीड स्लो की और झुक कर उनको बोला-

मैं: मेरा होने वाला है.

तो चाची ने कुछ बोल कर आवाज़ ना करने का सोचा, और अपने दोनो हाथ पीछे ले कर आई. फिर मेरी गांद के साइड्स पे रख के मुझे अपनी तरफ खींचने लगी. जैसे कह रही हो की अंदर ही छ्चोढ़ दे.

मैने तो वही समझा और मैने कुछ शॉट्स मारने के बाद अंदर ही अपना माल छ्चोढ़ दिया. उसके बाद लंड अंदर ही रख के कुछ 1 मिनिट तक हम नॉर्मल हुए. फिर मैने अपनी शॉर्ट्स पहन ली, और चाची अपनी पनटी और जीन्स उपर करके हम दोनो बेड की साइड से उतार गये.

मैने चुपके से कुणाल के चेहरे को देखा तो मुझे ऐसा फील हो रहा था की वो मॅन ही मॅन में खुश हो रहा था. खैर फिर मैने चाची को तोड़ा झुकने को कहा की मुझे उनके कान में कुछ कहना था. वो जैसे ही झुकी, तो मैने एक हाथ उनकी कमर पे रखा, और उनके कानो के पास अपना मूह लेकर उनको कहा.

राहुल: चाची, आपको क्या लगता है, कुणाल की लुल्ली कैसी होगी? उसको वेट ड्रीम्स आते होंगे?

चाची: ये मैं कैसे बता सकती हू बेटा?

राहुल: चाची चेक करो ना एक बार. मॅन कर रहा है भैया का देखने का.

चाची: लेकिन वो उठ जाएगा ना राहुल. और तू देख कर क्या करेगा?

राहुल: बस चाची मुझे तो आपका रिक्षन देखना है, की एक मम्मी को अपने बेटे की लुल्ली देख कर कैसा फील होता है. जैसे कुछ टाइम पहले मेरी मम्मी को फील हुआ होगा, जब मैं आप सब के साथ जाय्न हुआ था.

चाची: सच काहु तो मुझे थोड़ी जेलासी फील होती है. लेकिन पता नही क्यूँ मुझे लगता है कुणाल को ये सब समझने में और करने में वक़्त लगेगा.

राहुल: चाची मैं भी तो नया-नया था. देखो अब सीख चुका हुई ना.

हम बात ही कर रहे थे, की इतने में चाची की नज़र कुणाल की ट्रॅक्स के उपर गयी. दरअसल उसने ग्रे कलर की ट्रॅक पंत पहनी हुई थी, और शायद उसने अंदर चड्डी नही पहनी थी. जिसकी वजह से उसका एरेक्षन सॉफ नज़र आ रहा था, और हल्का-हल्का पानी भी निकला हुआ था. वो हम देख पा रहे थे.

राहुल: चाची क्या भैया का खड़ा है? और वो नींद में सस्यू कर दिए?

चाची: सस्यू होता तो इतना सा थोड़ी होता. ये तो बस 4-5 बूँद जितना है.

राहुल: लेकिन सोते वक़्त ऐसा होता है? सिर्फ़ इतना सा सस्यू तो कभी नही निकलता.

फिर चाची तोड़ा झुक कर कुणाल की पंत के पास अपना चेहरा ले गयी, और मैने देखा की वो कुणाल के ट्रॅक को जहा गीला था, वाहा वो स्मेल करने लगी. और एक हाथ से अपने बालों को कानो के पीछे रखते हुए वो सोचने लगी की ये क्या था. फिर वो उठी और मेरे कानो में कहा-

चाची: ये तो कम की स्मेल है.

राहुल: वाउ चाची, मतलब कुणाल भैया भी सेक्स के बारे में सोचते है?

चाची: अब तो इसकी लुल्ली देखने का मॅन मेरा भी कर रहा है.

राहुल: चाची उतोऊ भैया को? आप करोगे सेक्स?

चाची: हॅट पागल. ऐसा कोई पूछता है एक मा से?

इतने में कुणाल ने आँखें खोली आक्टिंग करते हुए. और चाची के सामने तोड़ा नाटक करते हुए बोला-

कुणाल: मम्मी, राहुल आप दोनो यहा? श नो, आज नींद में सस्यू निकल गया क्या मेरा?

चाची और मैं तोड़ा मुस्कुराए और चाची पहले तो बेड पर कुणाल के पास बैठी, और उसको एक नॉर्मल मा बेटे वाला हग किया.

चाची: नही बेटा, सस्यू नही है ये. तुझे वेट ड्रीम हुआ है.

कुणाल: वेट ड्रीम मतलब?

राहुल: क्या भैया आप सपने में क्या देख रहे थे वो बताओ?

चाची मेरी तरफ तोड़ा इशारो में मुझे आँख दिखाने लगी, की ये क्या पूच लिया मैने.

कुणाल: वो पता नही कुछ अजीब सा सपना था.

चाची: कोई बात नही बेटा. बताओ क्या देखा?

कुणाल: आक्च्युयली मम्मी थोड़ी शरम आ रही है बताने में

राहुल: भैया आप बता सकते हो. कोई बात नही

चाची: हा बेटा बता ना. शरमाने वाली कैसी बात है?

कुणाल: दरअसल मम्मी वो मैने कुछ देखा की मेरे ठीक सामने कोई एक बड़ी उमर की लेडी कपड़ो के बिना डॅन्स कर रही हो. और वो मुझे हर जगह टच कर रही थी.

राहुल: वाउ भैया, दिखने में कैसी थी वो लड़की?

चाची: ओये बेशरम. मैं अभी बैठी हू यहा.

तो यहा तक की कहानी आपको कैसी लगी नीचे कॉमेंट्स द्वारा और नीचे दिए गये मैल ई’द पर मैल करके ज़रूर बताए.

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