चाची की चूत मे मेरा लंड

नमस्कार दोस्तो मई कोकीन आपके लिए नेक्स्ट पार्ट लेकर आया हू. जिन दोस्तो ने पिछली स्टोरी नही पढ़ी है वो ज़रूर पढ़ ले. ये मेरी चाची के साथ सेक्स की कहानी है.

स्टोरी पर आने से पहले बता देता हू की मेरी चाची एक बहुत ही गजब का माल है. अब स्टोरी पर आते है, जैसा की आप जानते है मई देल्ही मे रहता हू और चाची जी भी मेरे पड़ोस मे ही है. तो उस दिन हमने फोन पर बाते की और फोन सेक्स किया जिससे चाची खुश हुई.

चाची : कोकीन यार तुम तो बड़े ही उस्ताद हो सेक्स करने मे, तुमने फोन सेक्स मे ही मेरी छूट का पानी निकल दिया. रियल मे करोगे तो पता नही कैसे मई तेरे सामने टिक पौँगी.

मई : चाची यरर आप भी ना बहुत आक्ची हो और मुझे पसंद भी हो. आप जैसी माल को पता नही चाचा क्यो नही निचोड़ पाते. मुझे मोका मिलेगा तो आपको मेरे लंड के अलावा किसी और लंड मे मज़ा भी नही आएगा.

चाची : अब बहुत बात कर ली तेरे चाचा आते ही होंगे बाइ बाद मे बात करती हू.

फिर कुछ दिन यूही निकल गये और धीरे धीरे बाते हमारी रोज होने लगी. एक दिन मैने चाची को कॉल किया, चाची ने उठाया-

चाची : हेलो हन कोकीन बताओ ठीक हो तुम?

मई : हन बस ठीक ही हू..

चाची: ठीक ही हू का क्या मतलब हुआ कोकीन क्या बात है बताओ मुझे?

मई : कुछ नही चाची तुमने कुछ भी नही सोचा उस बारे मे.

चाची : अरे उसी का इंतज़ाम कर रही हू.

मई : मतलब क्या इंतज़ाम?

चाची : अरे मेरी भाभी आने वाली है 2-4 दिन मे घर पर, फिर तेरे चाचा को मेरे भाई के साथ बाहर घूमने जाना है तो तौर प्लान किया है. तो घर मे अकेली ना रहूंगी इसके लिए वो रहेगी मेरे साथ.

मई : तो इसमे इंतज़ाम क्या हुआ वो आ जाएगी तो खेल खराब हो जाएगा.

चाची : अरे उसका शादी से पहले कोई ब्फ है, वो यहा कम बाहर ज़्यादा रहेगी, फिर हम दोनो आराम से कर सकते है.

मई : वाहह ये तो गुड न्यूज़ है!

चाची : हन पर टाइम आने दो ना जब मज़ा आएगा.

मई : ओक थॅंक योउ चाची.

फिर 3 दिन बाद..

चाची ने फोन किया लगभग 11 भजे सुबह मे-

मई : हन चाची बोलो?

चाची : मेरे राजा घर पर आजा अब मई अकेली हू और सुन खाने के लिए मैने आलू के पराठे बनाए है.

मई : अभी आया बस.

फिर मई 5 मिनिट बाद पहुँच गया, चाची ने डोर ओपन किया.

चाची : आओ कोकीन.

मई : (चाची को देख कर पागल हो गया, उसने बाल धोए थे और खोल रखे थे और हल्का सा मेकप किया हुआ था. अफ क्या माल लग रही थी पाजामी वाली सूट डीप नेक सूट दल रखा था.) वाहह चाची मेरे लिए किया ये सब?

चाची : हन मेरी जान अब अंदर भी आ जाओ जल्दी से.

मई अंदर जाते ही चाची को हग कर लिया और 5 मिनिट तक गले लगा कर उसके होंठो को चूसने लगा. पर चाची ने हटा दिया बोली पहले पराठे खा लो जान फिर आज . तक मई तेरे पास ही हू आराम से जान.

फिर मैने 3 पराठे खाए और चाची ने भी खाए मेरे साथ और फिर हम दोनो बेड पर चले गये.

चाची : कहाँ से शुरू करोगे?

मई : होंठो से.

चाची : फिर करो ना जल्दी.

और मई चाची के होंठो को चूसने लगा ज़ोर ज़ोर से और एक हाथ मेरा चाची के बूब्स पर था और एक छूट को रब कर रहा था. मेरा हाथ लगते ही छूट गीली होती चली गयी.

फिर मैने 5 मिनिट तक किस करने के बाद चाची को छ्चोड़ कर उसका सूट उतार दिया और ब्रा को खोल कर मई बूब्स को मूह मे लेकर चूसने लगा.

अब चाची मोन करने लगी फिर वो धीरे धीरे गरम होती रही. फिर चाची ने मेरी पंत उतरी और मेरे अंडरवेर के अंदर हाथ डाला और लंड को पकड़ा लंड को हाथ मे लेते ही चाची सकपका गयी.

मेरा लंड लंबा चौड़ा होता गया, मेरे लंड का साइज़ 7 इंच हो गया. फिर चाची ने उसे प्यार से सहलाया और फिर होतो को किस करते करते वो नीचे आई और लंड के टॉप को हल्का सा मूह मे लिया और लोल्ल्यपोप की तरह चूसने लगी. और फिर लंड को पूरा गले मे उतार लिया और चूसने लगी.

लंड को मूह की गरम गरम लार मिलते ही मई तो स्वर्ग जैसा फील करने लगा. चाची ने मेरे टॉप को चूस चूस कर लाल कर दिया और फिर मई चाची के बूब्स को चूस्ते हुए उसकी छूट की तरफ आया. देखा पाजामी बिल्कुल गीली हो रखी थी.

मैने तुरंत पाजामी को फाड़ दिया और उसकी पनटी को भी और जैसे ही छूट के दर्शन हुए बस लगा की जन्नत मिल गयी.

फिर मैने उसकी छूट मे जीभ डाल कर चूसने लगा और वो मेरे लंड को चूसने लगी. हम दोनो बस लंड और छूट को चूसे जेया रहे थे. हमे कुछ पता नही चल रहा था बस स्वर्ग की सैर पर थे हम दोनो. फिर चाची झाड़ गयी पर चाची ने कहा कोकीन अब तो लंड डाल दो बस यूही लंड चुस्वते रहोगे क्या. मेरी छूट तो देखो बिल्कुल मारे जेया रही है तेरे लंड के लिए, जल्दी छोड़ो अपनी चाची को…

मैने चाची को नीचे लेटया और छूट के उपर रख कर उसकी छूट को लंड से रब किया. और धीरे से लंड चाची की छूट मे चला गया और चाची भी टाँगे चौड़ी कर के रेडी हो गयी ताबड़तोड़ चुदाई के लिए.

फिर मैने धीरे धीरे छूट का मज़ा लेते हुए छोड़ना शुरू किया और छूट मे लंड आराम से बाहर अंदर हो रहा था. छूट भी इतनी गीली थी की बस लंड एंजिन पिस्टन की तरह अंदर बाहर हो रहा था. मई छूट को छोड़ने लगा और धीरे धीरे चाची मोन करने लगी. मई भी छूट मे लंड को दल कर बूब्स को चूसे जेया रहा था.

चाची इतनी गरम थी उसने मुझे अपने पैरो मे जाकड़ लिया और खुद नीचे से धक्का लगने लगी और छूट चुड़वति रही. इसी बीच मई झड़ने वाला था पर मैने लंड को निकल लिया पर चाची तो बस झाड़ ही गयी थी.

उसके थोड़े से शांत होते ही मैने फिर से चूत को छोड़ना शुरू किया और 3 4 मिनिट मे चाची फिर से रेडी हो गयी.

अब मई ताबड़तोड़ छूट छोड़ने लगा और अब मई और चाची दोनो एक दूसरे का साथ दे रहे थे. चाची तक चुकी थी और मुझे भी फील हो रही थी पर मई छोड़ता रहा लगतर.

करीब 8- 10 मिनिट्स के बाद मई भी छूट मे झाड़ गया और हम दोनो उपर नीचे लेते रहे और लिप्स को चूस्ते रहे. हमने टाइम देखा तो पता चला हमारी चुदाई का खेल लगभग 12 बजे से 3 बजे तक चला.

फिर कुछ देर बाद चाची फ्रिड्ज से केक लेकर आई और मेरे को खिलाया और खुद खाया. और फिर मैने चाची को केक लंड पर लगा कर खाने के लिए कहा.

चाची तुरंत मान गयी और लंड पर केक लगाया और खाने लगी. और फिर 15 मिनिट तक रुक रुक कर ब्लोवजोब दिया और फिर मई मूह मे झाड़ दिया जिसे चाची पी गयी.

उसके बाद हमने कपड़े पहने फिर चाची ने मुझे कहा 2 या 3 दिन बड़ा फिर से बूलौंगी तो आना ज़रूर, तुम्हारे लिए एक गिफ्ट है. मैने पूछा लेकिन चाची ने बताया नही. बोली बस गिफ्ट देख कर तुम खुश हो जाओगे बस.

अब गिफ्ट क्या था वो नेक्स्ट स्टोरी मे बतौँगा तब तक के लिए बाइ, जिसको मेरी स्टोरी पसंद आई हो तो लीके ज़रूर करे.

जो भाभी, आंटी, मुझसे जुड़ना और चूड़ना चाहती है सीक्रेट्ली उसका मोस्ट वेलकम. प्राइवसी की गॅरेंटी रहेगी.

और हा देल्ही मे रहने वाली मेरी कोई भाभी जो सीक्रेट्ली मेरे साथ सेक्स करना चाहती है. या फोन पर वीडियो कॉल चाहती है, तो मुझे मैल करे.

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