चाचा-भतीजी की सेक्सी चुदाई की कहानी

मेरा नाम राहुल है. उमर 29 साल है. मैं मुंबई में जॉब करता हू. रंग गोरा, हाइट 5’5″ है. मेरे पापा के 4 भाई है जो की गाओं में रहते है. ये बात 8 साल पहली की है, जब मैं गाओं में ही रहता था.

मेरे चचेरे भाई की एक लड़की थी प्रिया नाम की, जिसकी उमर 19 साल थी. उसका रंग एक-दूं गोरा, और फिगर 30-28-32 था. दिखने में बिल्कुल उर्वशी रौटेला जैसी हॉट थी.

वो हर जगह मेरी ही बात करती रहती थी, जिसकी वजह से मुझे उससे मॅन ही मॅन प्यार हो गया. मेरी बेचैनी दिन पर दिन बढ़ती गयी. फिर एक दिन मैने तान लिया, की आज उससे पूच ही लूँगा की क्या वो मुझसे प्यार करती थी या नही.

कुछ दिन बाद वो मौका आ गया. वो हमारे घर आई थी. मम्मी खाना बना रही थी. घर में कोई नही था. उससे मैने बहुत घुमा-फिरा कर बात करी की अगर ऐसा-वैसा कुछ था तो वो मुझे बता दे.

उसने कुछ नही कहा, बस सर हिला दिया. फिर 2 दिन बाद मैं उससे मिला, और जवाब पूछा तो उसने हा कर दी. फिर हमारा मिलना, और बात करना 2 महीनो तक चलता रहा. एक दिन मेरे घर पर कोई नही था. वो मेरे घर पर मुझसे मिलने आई.

उसने ऑरेंज सूट-सलवार पहनी थी, और हम दोनो बेड पर बैठ कर बातें कर रहे थे की तभी मेरी नज़र उसके रसीले पिंक होंठो पर पड़ी. मैने धीरे से एक हाथ से पीछे से उसका सिर पकड़ा, और एक हाथ से उसकी जाँघ अपने पैरों के उपर डाल दी. फिर मैं उसके होंठो को किस करने लगा. पहले तो वो मुझे डोर कर रही थी. फिर उसने कुछ नही कहा, और उसकी आखें बंद थी.

धीरे-धीरे मैं उसकी गांद से लेकर जाँघ को भी एक हाथ से सहलाने लगा. इससे उसका शरीर गरम हो गया था. मैने उस समय तक किसी लड़की को नंगा अपने सामने नही देखा था. करीब 10 मिनिट बाद मैने उसकी गर्दन पे किस करना चालू कर दिया, और धीरे-धीरे उसके गले से दोनो चूचों के बीच तक किस करता रहा.

फिर मैं उठा और उसका सूट खोला. वो शरमाने लगी. फिर उसके गोरे बदन को चूमते हुए मैने उसकी ब्लॅक ब्रा खोल कर उसकी चूचियों को आज़ाद कर दिया. उसकी चूचियाँ समोसा टाइप थी, और निपल छ्होटे थे.

उसको फिर मैने गोद में बिताया और चूचियाँ चूसने लगा. उसकी गांद मेरे अब मेरे लंड पर थी. वो खामोश आँखें बंद कर बैठी थी. करीब 10 मिनिट के बाद मैने उसकी सलवार का नाडा खोला, और उसको खड़ा किया. वो शर्मा रही थी.

उसकी गोरी जांघों को देख कर मैं तो मदहोश हो गया. उसने पिंक कलर की पनटी पहनी थी. मैने पनटी खोलनी चाही, तो वो पलट गयी शरम से. अब मेरे सामने उसकी गांद आ गयी. उसकी मोटी गांद जैसे पनटी से बाहर आने को तरस रही हो ऐसी लग रही थी पीछे से. फिर मैने उसकी कक़ची उतार दी. वो गांद और छूट पर हाथ लगा कर च्छुपाने लगी.

फिर मैने उसे उठाया और बिस्तर में लिटा दिया. मैने उसकी टांगे फैलाई तो उसकी छूट के दर्शन हुए, जो की फूली हुई थी, और 3-4 दिन पहले शेव करी थी. छ्होटी-छ्होटी काली झाँते मेरे सामने थी, जो जन्नत थी. फिर मैने अपना लोवर उतरा.

फर्स्ट टाइम होने की वजह से मेरा लंड बैठा था. मेरा लंड 4.7 इंच का है. उसने हल्के से अपनी आखें खोली, और मेरे लंड को देखने लगी. फिर मैं उसके उपर जाके 69 की पोज़िशन में आ गया. मैने अपनी गांद उसके मूह पर रख दी, और अब मेरा लंड उसके फूल जैसे होंठो पर टच हो रहा था.

फिर मैने उसकी छूट के पंख खोले और अंदर जीभ से छोड़ने लगा. आओ मचलने लगी और आवाज़ निकालने लगी ह्म ह्म की. मैने एक हाथ से अपना लंड उसके मूह के अंदर डाल दिया, और धक्के मारने लगा. उसने मेरी कमर पकड़ी, और मेरी गांद को मूह में दबा के मेरे लंड को चूसने लगी. मेरे लंड के टोपे की चाँदी भी हॅट गयी चूसने में.

मैं उसकी छूट के दाने को अपनी जीभ से रगड़ने लगा. उसकी टांगे उठ गयी, और वो पुर जोश में आने लगी. अब वो अकड़ने लगी. मेरे पुर शरीर को उसने अपने पैरों और हाथ से कस्स के पकड़ लिया, और पानी छ्चोढ़ दिया. वो अब एक बार झाड़ गयी थी. अब मेरा लंड खड़ा हो गया था.

फिर मैने अपना पोज़ बदला. मैं खड़ा हुआ, वॅसलीन लाया, और उसकी छूट में अची तरह घुसा के उंगली करने लगा. इसकी वजह से उसकी छूट थोड़ी डीली हो गयी. फिर मैं उसके उपर छूट में लंड लगा के लेट गया, और उसके चूचे मसालने लगा जो की बहुत टाइट हो गये थे, फूल कर एक-दूं खड़े. उसका चेहरा भी लाल हो गया था.

उसे मैं फिर किस करने लगा, और धीरे से एक झटका लंड से उसकी छूट में मारा. इससे उसके मूह से आहह की आवाज़ आई. मैं उसे ज़ोर से किस करने लगा, जिसकी वजह से वो कुछ बोल नही पाई. उसकी आँखों से आँसू निकल गये. मेरे लंड का टोपा अब उसके अंदर चला गया था.

फिर मैने एक ज़ोर का झटका मारा. उसने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया. उसकी छूट में मेरा लंड पूरा घुस गया, और वो एम एम की आवाज़े निकालने लगी. उसकी छूट बहुत टाइट थी. ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने मेरा लंड दबा दिया था ज़ोर से. फिर मैने उसे बोला-

मैं: थोड़ी देर बाद दर्द ठीक हो जाएगा.

फिर मैं धीरे-धीरे लंड अंदर-बाहर करने लगा. 2 मिनिट बाद वो शांत हो गयी और आहह आ आ एम्म्म की आवाज़ निकालने लगी. मैने फिर थोड़ी छोड़ने की स्पीड बढ़ा दी. अब वो भी मज़े लेने लगी-

प्रिया: आ छोड़ो चाचा आ.

फिर मैने अपना लंड निकाला, और उसकी कमर को पकड़ा, और उसे पलटा दिया. उसकी गांद को उपर किया, और उसे डॉगी पोज़ में ले आया. फिर मैने उसकी कमर में हाथ रखा, और लंड छूट मैं घुसाया. उसके बाद उसकी गांद अपने लंड पर ज़ोर-ज़ोर से मारने लगा.

प्रिया: आ आ, फाड़ दो आ.

करीब 15 मिनिट तक छोड़ने के बाद मैने अपना लंड निकाला, और अपना लंड प्रिया के मूह में डाल दिया. वो चूसने लगी, और चूसने में सारा माल मेरा उसके मूह के अंदर चला गया. उसने मूह से मेरा माल निकाल दिया. उसको लगा पेशाब था वो.

उसके होंठो पर और गालों पर मेरा माल लगा था. फिर मैने उसको किस किया, और उससे पूछा-

मैं: तुम पहले किसी से चुड चुकी हो क्या?

उसने कहा: नही.

फिर मैने कहा: खून तो नही निकला.

तो उसने बताया की उंगली करने की वजह से सील पहले टूट गयी थी. अब मेरी नज़र उसकी गोल-गोल गांद में गयी

अगर आप सब को ये कहानी पसंद आई हो, और प्रिया की गांद कैसे मारी पढ़ना चाहते हो, तो कॉमेंट में पार्ट-2 लिखे.

यह कहानी भी पड़े  ट्यूशन टीचर की जम की चुदाई - अन्तर्वासना सेक्स


error: Content is protected !!