मम्मी सेक्स स्टोरी कंटिन्यूस…
मैं और मम्मी ग़मे को समझने के लिए एक-एक करके सारे टेबल घूम रहे थे. हुमको कोई ग़मे समझ नही आ रहा था. लेकिन हुमको रुलेट ग़मे तोड़ा ईज़ी और इंट्रेस्टिंग लगा. वैसे हम तो बस हमारे फ्री चिप्स उसे करने ही गये थे. हम एक टेबल के पास बैठ गये. हम दोनो के हाथ में ग्लास था. मम्मी की खूबसूरती को कोई इग्नोर नही कर सकता था, और उपर से उनके हाथ में ग्लास उनको और बेहतर दिखा रहा था. हमने 5-6 रौंद तक कोई बेट नही लगाया.
हम जहाँ बैठे थे वहाँ एक आदमी था. उसकी उमर होगी कुछ 40-42 के करीब. वो काफ़ी पैसे वाला लगा रहा था. उसकी बार-बार नज़र मम्मी की और जेया रही थी. सच कहता हू दोस्तों, मैने आज तक मम्मी का उस दिन जैसा लुक नही देखा था. मम्मी का ब्लाउस बहुत प्रेटी था. उसके बूब्स उसमे बेहद अट्रॅक्टिव लग रहे थे. वो उस आदमी से ग़मे के बारे में पूछने लगी.
मम्मी: ही.. मी नामे इस भावना. ई हॅव कम हियर फॉर थे फर्स्ट टाइम. कॅन योउ टेल में अबौट तीस ग़मे?
आदितन: शुवर, इट’स मी प्लेषर. बीटीयौ ई’म आदितन (उसने मम्मी और मेरे साथ हॅंड शेक किया, मैने भी अपना इंट्रो दिया).
आदितन ने हमे ग़मे के बारे में बेसिक इन्फर्मेशन दिया.
मम्मी ने फिर कहा: अभी हम तो बस यहाँ थोड़े से चिप्स लेकर आए है.
मैं: तो क्या आपको और पैसों के साथ खेलना है क्या?
मम्मी: अर्रे नही. मैं तो जस्ट ऐसे ही बोल रही हू. चल ना अब एक स्माल चिप्स से शुरुआत करते है.
उसके बाद मम्मी ने एक नंबर पर बेट लगाया, वो हम हार गये. उसके बाद नेक्स्ट रौंद में हम जीते भी. लेकिन हमारा चिप्स बहुत स्माल था, तो रिटर्न में चिप्स भी उस हिसाब से आए. मम्मी को मेरा लक मानु या मेरा टाइम अछा चल रहा था. मम्मी ने कुछ 8-10 बेट लगाई. उसमे से 6-7 बेट में हम जीत गये.
आदितन: मेडम आज आपका लक चल रहा है. तोड़ा बड़ा बेट लगाए ना.
मम्मी (स्माइल के साथ): हम तो बस यहाँ टाइम पास कर रहे है. अगर बड़ा बेट लगाने के चक्कर में सारे चिप्स चले गये, तो हम तो सीधा होटेल निकल जाएँगे. वैसे भी मुझे गॅंबलिंग पसंद नही है.
आदितन: वो भी है. चलो मेरे पास लेडी लक बैठा है, तो मैं भी आपके साथ तोड़ा खेल लेता हू.
अब आदितन भी हम जिस नंबर पर बेट लगते, उसी नंबर पर बेट लगा रहा था. मम्मी का सच में वो लकी दिन था. हम 15-20 ग़मे होते होते 80क जीत चुके थे, और आदितन तो लखो में जीत रहा था.
आदितन: थॅंक योउ सो मच माँ. आप सच में मेरे लिए लकी हो.
उसने देखा की हमारा ड्रिंक ख़तम हो चुका था, तो उसने हमारे लिए ड्रिंक ऑर्डर किया. आदितन ने हमे बताया की वो आंड्रा प्रदेश का था, और वो सॉफ्टवेर इंजिनियर था. हुँने ऐसे ही बहुत सारी बातें की.
मम्मी ने मुझे 70क चिप्स दिए, और कहा की इसको अपने पॉकेट में रख दो. अब बस ये थोड़े चिप्स से खेलना है. उसके बाद भी हम बहुत पैसा जीते, लेकिन आख़िर में सारा हार गये.
मैं: बेबी अआप्को और खेलना हो तो अब भी हमारे पास बहुत से चिप्स है.
मम्मी: नो डार्लिंग. (मेरे कान के पास आ कर) बेबी तुमने मेरे पीछे बहुत खर्चा किया है. ये तेरे पास रख, तुझे काम आएगा.
उस मोमेंट पर मुझे लगा की मेरा और मम्मी का रिलेशन्षिप कुछ भी हो, लेकिन आख़िर कार मैं उसका बेटा ही था. हम दोनो एक साथ कितने रिश्ते निभा रहे थे हमे खुद नही पता था. मैं और मम्मी उस टेबल से उठ कर जेया रहे थे, तो आदितन ने हम को रोका.
आदितन: हे गाइस, आप कहाँ जेया रहे हो?
मैं: अब हम बाहर जेया रहे है.
आदितन: अर्रे गाइस, आपकी वजह से मैं बहुत पैसा जीटा हू. तो आपको ट्रीट देना तो बनता है.
मम्मी: अर्रे क्या आप भी. ऐसा कुछ नही है. आंड थॅंक योउ सो मच. आप नही होते तो हम ग़मे के बारे में इतना समझ नही पाते.
आदितन: माँ… प्लीज़ आप दोनो थोड़े टाइम रुक जाओ. प्लीज़.
मम्मी ने मुझे कहा: अब थोड़े टाइम और बैठ लेते है.
मैं मम्मी से कहा: मैं वॉशरूम जा रहा हू. आप बैठो मैं आता हू.
मैं वापस आया तो दोनो कुछ बात कर रहे थे. मैं उनके जस्ट पीछे खड़ा था . आदितन मम्मी की खूबसूरती की बहुत तारीफ कर रहा था. लेकिन मम्मी उसमे कोई इंटेरेस्ट नही दिखा रही थी.
मम्मी: अब मेरा फ्रेंड आएगा तो हम निकलते है.
आदितन का ये सुन कर चेहरा उतार गया. शायद उसको मम्मी की कंपनी अची लग रही थी. उसके बाद मैं और मम्मी टॅक्सी से होटेल आ रहे थे. दोनो के 2 पेग हो गये थे, तो दोनो को हल्का नशा हो गया था. मैं तो मम्मी की ह्टनेस देख कर कब का उनको प्यार करना चाह रहा था. मैने टॅक्सी में मम्मी को किस करने लगा.
मम्मी: बेबी तोड़ा वेट करो. बस होटेल आने वाला है.
होटेल आने तक रात के 2:30 बाज गये थे. हम जैसे ही रूम में गये, मम्मी और मैं बहुत सॉफ्ट्ली किस करने लगे. हम एक-दूसरे के साथ रोमॅंटिक बिहेव कर रहे थे. किस करते टाइम मेरे दोनो हाथ मम्मी की कमर पर थे, और मम्मी के मेरे गले में. हम दोनो की आँखें बंद थी.
जब हमारी किस टूटी, तब धीरे से मैने आँख खोली. मम्मी ने भी जस्ट एक सेक बाद आँख खोली. उन्होने एक क्यूट स्माइल दी, और थोड़ी शरमाने लगी. मम्मी का वो फेस मैं कभी नही भूल सकता. वो स्माइल मेरी लाइफ की सबसे बड़ी दौलत थी. उसके आयेज मेरे जीवन में कुछ है नही. मैने मम्मी को हग किया, और उनके माथे पर किस किया.
मैं: ई लोवे योउ.
मम्मी: लोवे योउ टू बेबी.
मैं: बेबी आज की रात आपके साथ ऐसे ही रहना है. पता नही ऐसे रहने का कभी मौका मिले ना मिले.
मैने अपना कोट निकाल दिया, और मम्मी और मैं बेड पर बैठ गये. मम्मी ने उनका सर मेरे सीने से लगा दिया. मैने भी अपना हाथ उनके कंधे पर रख दिया.
मम्मी: ऐसा आप क्यूँ बोल रहे हो? मैं आपके साथ हमेशा ऐसे रहना चाहती हू.
मैं: आप मुझे आप क्यूँ बुला रहे हो?
मम्मी: मैं आपसे प्यार करती हू. आप भले मेरे बेटे हो. लेकिन मैने आपको मेरा सब कुछ मान लिया है.
मम्मी ने मुझे टाइट हग कर लिया और वो रोने लगी. मैने भी उनको शांत करने लगा. लेकिन वो चुप नही हो रही थी. शायद उनका दिल भर आया था. मैने उनको पानी दिया, और उनकी पीठ को सहलाने लगा.
मैं: बेबी अब आपकी आँख से एक और आँसू निकला तो आपको मेरी कसम.
मम्मी ये सुनते ही तुरंत चुप हो गयी. मैने उनके आँसू पोंछे और गले से लगा लिया. पता नही क्यूँ पर उस दिन मेरी आँख से आँसू निकल गया.
मम्मी: आपने मुझे चुप करा कर खुद रोना शुरू कर दिया.
मैं: क्या करू मैं आपसे बहुत प्यार करता हू. और आपका मेरे लिए प्यार देख कर एमोशनल हो गया.
मम्मी: एक बात काहु जान?
मैं: हा बोलो बेबी.
मम्मी: मैं चाहे जीतने मर्दों के साथ सेक्स करू. लेकिन मेरे दिल में सिर्फ़ आप ही रहोगे. एमोशनली मैं आपकी हू, और किसी की नही हो सकती.
मैं: मुझे आप से कुछ नही चाहिए. मैने तो कोई एक्सपेक्टेशन्स के बिना आपसे प्यार करने लगा था. लेकिन मेरे प्यार में सकचाई थी तो मुझे आप मिल गयी.
मम्मी (स्माइल के साथ): सही में आपका प्यार मुझे आपकी होने पर मजबूर कर दिया. मा बेटे के रिश्ते से अब एक-दूसरे की जान बन गये है. नही तो मैने कभी सोचा नही था की मुझे अपने बेटे से सक्चा प्यार मिलेगा.
मैने रूम की लाइट को हल्का कर दिया. हम लाइट की हल्की रोशनी में बैठे थे. मम्मी मेरी आँखों में देखने लगी. हुँने एक-दूसरे की आँखों में देखते हुए कब हमारे होंठ मिला दिए, हुमको पता ही नही चला.
उस दिन मम्मी पर बस प्यार ही प्यार आ रहा था. मेरा हाथ मम्मी की बॅक को सहलाने लगा. मम्मी अब मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी. और साथ में मेरे गले और चेस्ट पर किस कर रही थी. मैने भी उसको मेरी गोदी में बिता दिया, और उसके रलोब और नेक पर किस करने लगा. उस दिन हमारी जिस्म की आग को प्यार के सागर ने बुझा दिया था. मैं मम्मी की आँखों में पहली बार इतना प्यार देख रहा था.
मम्मी: आप मुझे ऐसे प्यार से ना देखो. मैं आपके इस प्यार के बिना रह नही पौँगी.
मैं: आपके लिए मेरा प्यार कभी कम नही होगा.
मम्मी का पल्लू मैने गिरा दिया. उन्होने खुद से अपनी सारी निकाल दी. वो मेरे पास ब्लॅक ब्लाउस और वाइट पेटिकोट में थी. मैने उनको सर के बाल कर दिया, और उनकी कमर को सहलाते हुए बॅक पर किस कर रहा था.
मम्मी मेरे प्यार से मचल गयी थी. वो अपने दांतो से होंठो को चबा रही थी. मैने उसकी बॅक को किस करते हुए ब्लाउस को खोल दिया. मम्मी ने नीचे ब्लॅक ब्रा पहनी थी. वो ब्लॅक ब्रा और वाइट पेटीकोत में बहुत कातिल लग रही थी. उनकी खूबसूरती अफ क्या कहूँ दोस्तों.
मैं मम्मी को आयेज से किस करते हुए उनकी नेक, ब्रा के उपर से बूब्स, और पेट पर किस कर रहा था. मैने मम्मी के कंधे से स्ट्रॅप खींच कर एक बूब को बाहर निकाल दिया, और उसको चूसने लगा. मम्मी ने पीछे हाथ डाल कर हुक खोल दिया, और ब्रा को पूरा उतार दिया.
मैं मम्मी के खूबसूरत बूब्स को बड़े प्यार से चूस रहा था. मैं छ्होटे बच्चे की तरह निपल चूस रहा था.
मम्मी ने अब मेरी और देख कर एक नॉटी स्माइल दी, और मेरी पंत को खोलने लगी. वो बड़े प्यार से मेरे लंड को सहला रही थी, और चूसने लगी. मम्मी का प्यारा सा चेहरा मेरा लंड चूस्टे हुए बहुत हसीन लग रहा था. क्या नज़ारा था दोस्तों, मैं तो जन्नत में था.
अब मैने मम्मी को खड़ा किया, और उनके पेटिकोट का नाडा खींच दिया. वो सरक कर नीचे गिरा. मम्मी ने जो ब्लॅक पनटी पहनी थी, वो बहुत ही सेक्सी थी. मैने झट से वो भी निकाल दी. लाइट की हल्की रोशनी में उनका जिस्म और सेक्सी लग रहा था. मैं अब मम्मी की छूट को चाटने लगा. वो मेरे बालों पर हाथ घुमा रही थी.
अब मैने उनकी छूट पर लंड रखा और पुश किया, तो लंड छूट में उतार गया. दवीड से चूड़ने के बाद मम्मी की छूट काफ़ी खुल गयी थी. मेरा लंड बड़ी आसानी से अंदर-बाहर हो रहा था. मम्मी की छूट सूजी हुई थी, तो उनको दर्द हो रहा था. मैं उनकी धीमे-धीमे चुदाई कर रहा था.
मम्मी अब झाड़ रही थी, और मैं भी उनकी छूट की गर्माहट को महसूस करते हुए उनकी छूट में झाड़ गया. मैं मम्मी की छूट में ऐसे ही लंड रख कर उनके उपर सो गया . हम दोनो पूरी रात ऐसे ही नंगे सोते रहे.
नेक्स्ट दे हम 10 बजे उठे, और बेड पर एक रौंद चुदाई की. हमने साथ में शवर लिया. हमने बातरूम में एक और बार चुदाई करी. उसके बाद हमारी 3 बजे की फ्लाइट थी, तो हम लंच करके होटेल से निकल गये. रात को 11 बजे हम घर आ गये.
मैने पूरी रात सो नही पाया, क्यूंकी मैं मम्मी के साथ बिताए हर एक पल को मिस कर रहा था. मेरी आँखों से आँसू निकल रहे थे. मुझे एक सेकेंड के लिए उनसे डोर नही होना था. साथ में रहना और साथी बन कर रहने में फराक होता है.
उसके बाद घर पर गेस्ट का आना जाना रहा, और 10 दिन बाद भाभी को प्यारा सा बेटा हुआ. मैं चाचा बन गया, और मम्मी दादी बन गयी. मैं जॉब में बिज़ी हो गया, और मम्मी बच्चे और भाभी की देख-भाल करने में बिज़ी हो गयी.
अब भाभी घर पर थी, तो मुझे और मम्मी को चुदाई का मौका ही नही मिल रहा था. हम अब घर मैं बहुत कॅषुयल रहने लगे. दोस्तों आपको मेरी सेक्स स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ कॉमेंट करके बताना.