पिछला पार्ट ज़रूर पढ़े – आंटी को बुड्ढे ने स्विम्मिंग पूल मे छोड़ा
अंकल: मैं ने तुम को बोला था आराम से किस दे दो, लेकिन तुम नही मानी इस का ये नतीजा है.
आंटी रोटी होये “आप ने ये काइया कर डेया? आब मई काइया करो? मेरी पास तो कोई और सूट भी नही. आप ने तो मेरी इज़्ज़त का जनाज़ा निकल डेया.
राजेश अंकल हँसती होये, स्विम्मिंग पूल से बहिर आए, और बोली “एक किस दे देती तो ऐसा ना होता”. त्टना बोल कर राजेश अंकल ने अपना मोबाइल पाकारा और आंटी की वीडियो बने लगी.
आंटी अपना फेस कवर करती होये बोली.. “ये आप काइया कर रही हैं”
अंकल: तूहरा हुस्सान जो तुम दूण्या से चुपति थे. आज उस को अपनी मोबाइल मई कवर कर रहा हू.
आंटी: प्लीज़! पहली ही आप ने मेरी साथ इतना बुरा काइया है, आब ऐसा ना करो.
अंकल: फिर किस दे दो, ये बंद कर दूँगा.
आंटी: आब बोहट बरी हो, आप मेरी मजबूरी का फियदा उठा रही हो.
इतनी मई मैं फार्म हाउस के अंदर आया. और आंटी को ब्रा और पनटी मई देख कर हिरण हो गया. आंटी का सहरम से बुरा हाल था.
अंकल: बेटा दखा तुम्हारी आंटी तो बरी मॉडर्न निकली, मैने एक डियर डेया था, ब्रा और पनटी पहनी का और वो मान गयी. तुम को तो बुरा नही लगा?
कला: आग्र आंटी को अछा लग रहा है, तो मुझको कोई फ़र्क़ नही परता.
अंकल: गुड बेटा.
फिर आंटी स्विम्मिंग पूल से बहिर आई. तो राजेश अंकल आंटी को ही दाखी जा रही थाइ. जो ब्रा और पनटी मई क़यामत लग रही थे.
आंटी ने टवल अपनी जिस्म पर लपेटा और, हमारी साथ खाना खाया. खानी खाती होये भी राजेश अंकल बार बार आंटी के नंगी जिस्म को चू रही थाइ और मेज़ी ले रही थाइ.
खाना खा कर मेरी सिर मई दर्द होवा तो मैं ने अंकल से बोला.
कला: अंकल मेरी ताब्यट ठीक नही, मई सो जाता हू, फिर शाम मई घर चली गये.
अंकल: ठीक है तुम मेरी बेड रूम मई सो जाओ, मई और तुम्हारी आंटी तोरा सा और एंजाय कर लाइन.
मैं रूम मई चला गया. दोसरि तरफ़ राजेस अंकल ने आंटी का टवल खेंच कर उतार डेया. और आंटी को अपनी कमर पर डाल कर स्विम्मिंग पूल की जानिब चल डेए.
आंटी राजेश अंकल के कंधी पर एक छोटी से बची लग रही थे. और ज़ोर ज़ोर से अपनी पावं हिला हिला कर उतरी की कोसिस कर रही थे.
राजेश अंकल ने एक ज़ोर का ठप्पेर आंटी की गांद पर मारा और बोली.. “साली तू नखरी बरी करती है, आज तेरी सारी नखरी डोर कर दूँगा”. इतना बोल कर आंटी की पनटी को खेंच कर उतार डेया, और आंटी को स्विम्मिंग पूल मई फाँक डेया.
आंटी ने जब सिर पानी से बहिर निकाला तो दखा के आंटी के पनटी को राजेश अंकल ने अपनी नाक पर लगा रखा है. आंटी शर्म से पानी पानी हो कर बोली.. “प्लीज़ ऐसा ना कराईं मेरी पनटी डैन डैन”.
राजेश अंकल ने आंटी की कोई बात नही सुनी, और अपनी कपारी उतर्नी लगी. राजेश अंकल पूरी नंगी हो गये, राजेश अंकल ने सीनी पार काफ़ी बाल थाइ, और उन का लोड्ा 10 इंच लंबा था. आंटी उन का लोड्ा देख कर दार गयी.
राजेश अंकल ने अपना कला लोड्ा अपनी एक हाथ मई पाकारा और पूल मई उतार कर आंटी को पाकर लेया. अब राजेश अंकल का सीना आंटी की कमर पर लग रहा था, और उन का कला लोड्ा आंटी की गांद को लग रहा था.
राजेश अंकल ने अपनी दोनो मज़बूत हाथो से आंटी के बूब्स पाकर लेए. और आंटी को बॅक से किस करनी लगी. आंटी ने अपनी अंखाईं बंद कर ली, और वो बस राजेश अंकल से चट्नी की कोसिस करनी लगी.
राजेश अंकल ने आंटी की ब्रा को उतार डेया और आंटी को घुमा कर आंटी के गुलाबी होंटो पर अपनी काले होंठ रख कर किस करनी लगी. राजेस अंकल ने आंटी के सिर को पीची से पाकर लेया, और आंटी के मुँह मई अपनी ज़बान डाल दी.
आब राजेश अंकल और आंटी दोनो एक दोसरी को किस कर रही थाइ, फिर राजेश अंकल ने आंटी को छोरा और, और पानी से बहिर ले आए, आब आंटी गर्म हो चुकी थे, इस लेए वो कोई विरोद नही कर रही थे.
राजेश अंकल ने आंटी को स्विम्मिंग पूल से बहिर ला कर घास मई लेटया, और आंटी के उप्पर चार कर आंटी के दोनो बूब्स को अपने हटो से मसलनी लगी, आंटी के मुँह से सिसकियाँ निकल रही थे, राजेस अंकल जनवरो की तरहा से आंटी के दोनो बूब्स को मसल रही थाइ.
फिर राजसेश अंकल ने आंटी के रिघ्त बूब्स को अपने मुँह मई लेया और अपनी मुँह मई ले कर चूसनी लगी, राजेश अंकल आंटी का रिघ्त बूब्स को चूस रही थाइ, और लेफ्ट बूब्स के निप्पल को अपने हंतो से दबा रही थाइ.
5 मिनिट्स तक आंटी के बूब्स से कहलनी के बाद राजेश अंकल आंटी के उप्पर से उठी, और आंटी के दोनो पावं को अपने कंधो पर रखा , जिसस से आंटी की छूट राजेश अंकल के संनी आगाई.
राजेश अंकल अपना हाथ आंटी की छूट पर पहरणी लगी, फिर राजेश अंकल ने अपना कला लोड्ा पाकारा और उस को आंटी की छूट पर रख कर एक हल्का सा झटका मारा, जिसस से राजेश अंकल के लोड्ा का टोपा आंटी की छूट मई चला गया, और आंटी के मुँह से हल्की से चीख निकली.
आंटी बोली “प्ल्ज़ आराम से करना” अंकल ने आंटी की कोई बात नही सुनी, और एक ज़ोर का झटका मारा जिसस से राजेश अंकल का कला लोड्ा आंटी की नाज़ुक से छूट को चीरता होवा आंटी की छूट मई चला गया, और आंटी की मुँह से एक ज़ोर की चीख निकली. आआआआआआआआआआआअ आआआ और आंटी राजेश अंकल को रोकनी लगी.
मगर राजेश अंकल के अंदर का जनवेर जाग गया था. वो रुके नही, और ज़ोर ज़ोर से आंटी को छोड़नी लगे. अब आंटी की छीकिंग आआआआआअ आआआआहह आआआः आआआअहह गूँज रही थे.
थोरी दायर बाद आंटी की चीखिंग सिसकिओं मई बदल गयी. अहहहहहा. ऐसे ही 30 मिनूत्स तक राजेश अंकल आंटी को छोड़ती रही. फिर एक ज़ोर का झटका मारा और राजेश अंकल ने अपना सारा पानी आंटी की छूट मई डाल डेया. और आंटी के अप्पर से साइड मई हो कर लाते गये.
तो बे कंटिन्यूड…