आंटी को बुड्ढे ने स्विम्मिंग पूल मे चोदा

ही, गाइस मई आज एक न्यू स्टोरी ले कर आया हो, इस मई आप को बताओ गा केसे एक बुद्धी अंकल ने मेरी जवान आंटी को छोड़ा.

मेरी आंटी का नामे ज़ोया है, आंटी की आगे 36 है, रंग एक दम सफीड. और आंटी का फिगर 36-28-36.

मेरे मम्मी पापा गाओं मई रहती हैं, इस लेए मई स्टडी के लेए अंकल और आंटी के पास सिटी मई रहता हो. अंकल का अपना ट्रांसपोर्ट का बिज़्नेस है जिसस के वजा से अंकल ज़ेयादा आउट ऑफ सिटी ही रहती हैं.

आंटी हमेशा शलवार कमीज़ पहनती है, और जब घर से बहिर जाती हैं तो वो बुर्क़ा पहनती हैं.

सोसाइटी का हर आदमी आंटी के हुस्सान का देवना है, लेकिन आंटी किसी से बात नही करती.

एक दिन मई आंटी के मोबाइल पर फ़ेसबुक चला रहा था, तो मैं ने आंटी की फ्रेंड्स सजेशन खोली तो उसमे काफ़ी लोगो ने आंटी को फ्राइड रिक्वेस्ट बहजी होई थे, जिसस मई ज़ेयादा रिक्वेस्ट लार्को और अंकल की थे.

मैं उन रिक्वेस्ट को देख रहा था, के उसमे एक रिक्वेस्ट राजेश अंकल के भी थे, राजेश अंकल मेरी स्कूल के मलिक थाइ, और हमरी घर से तोरा डोर उन का घर था. राजेश अंकल की आगे 55 के क़रीब होगआई, रंग एक दाम कला और काफ़ी मोटी थाइ.

राजेश अंकल बिल्कुल पारहन लिखना नही जानती थाइ, लेकिन फिर भी काफ़ी अची बिज़्नेस मान थाइ, और शेर मई काफ़ी स्कूल्स के मलिक थाइ.

मैं ने उन की रिक्वेस्ट देख कर कहा.

कला: वओ! आंटी आप को तो राजेश अंकल ने भी रिक्वेस्ट बहजी होई हैं.

आंटी: कों राजेश अंकल? वो तेरी स्कूल वाली?

कला: जी आंटी. काफ़ी अमीर आदमी हैं.

आंटी: तो मई काइया करो?

कला: आंटी मैं ने उन की रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर दी, दाखी तो सही करती काइया हैं? बरी शरीफ आदमी बनी फिरती हैं.

आंटी: ये तू ने काइया केया. उंफ्र्ीएंड कर उनको, मई किसी आदमी की रिक्वेस्ट आक्सेप्ट नही करती, और ना ही मैं ने उनसे कोई बात करनी है.

कला: बस आंटी सिर्फ़ इन से थोरी बात कर लो, मैं दाखना चाहता हो, ये कितनी शरीफ हैं.

आंटी: तेरा एक्सपेरिमेंट मुज को फंस्वा ने दे.

कला: नही कुछ नही होगा, जब आप का दिल चाहे आप उनको उंफ्र्ीएंड कर देना.

आंटी: ठीक है.

फिर मई अपनी काम मई बुज़ी होगआया. सुबा स्कूल से वापसी पर मैं ने आंटी का मोबाइल चेक काइया. तो उसमे आंटी और राजेश अंकल दोनो की छत थे. थोरी से फॉर्मल छत थे उसके बाद राजेश अंकल ने आंटी की काफ़ी तरएफाइन की होई थे. जिस पर आंटी ने उनको शर्मनी वाली एमोजी बहजा होवा था.

मैं ने छत देख कर आंटी से बोला.

कला: वओ आंटी आप की और राजेश अंकल की काफ़ी छत होई है.

आंटी: बस तेरी लेए मैं ने उनसे इतनी बात की, आब तू ने देख लेया वो केसे मुझ से फ्लर्ट कर रही हैं?

कला: बस आप ऐसी ही उनसे थोरी बोहट बताईं करती रही, पता तो चली वो कितनी शरीफ हैं.

आंटी: बस तरी वजा से ही उनसे बात कर रही हो.

फिर कुछ दिन तक मई आंटी के मोबाइल पर आंटी की और राजेश अंकल की छत पर्हता रहा. आब आहिस्ता आहिस्ता राजेश अंकल और आंटी काफ़ी टाइम तक बाते करनी लगी. आंटी को भी राजेश अंकल से बात कर के काफ़ी अछा लगता था.

एक दिन राजेश अंकल ने आंटी से उन की पिक्चर माँग.ई तो आंटी ने पहली नकारी के बाद मई अपनी पिक्चर बहज दी. जिसस पर राजेश अंकल ने आंटी की खूब तारीफ की, और आंटी को मिलनी के लेए बोला. पर आंटी ने उनको माना कर डेया और आंटी ने मुज को बोला.

आंटी: तरी वजा से राजेश साब कुछ ज़ेयादा ही फ्री हो रही हैं.

कला: केसी?

आंटी: आब मुज को मिलनी का बोल रही हैं.

कला: तो आप चली जाओ, किसी रेस्टोरेंट मई राजेश साब के साथ खाना खा कर आओ.

आंटी: नही ये साब ठीक नही लग रहा मुझी.

कला: इस मई कोई घालत बात नही. आप ने बस उन के साथ खाना खाना है.

आंटी: बात तो तरी ठीक है. किसी रेस्टोरेंट मई मिल लेती हू.

फिर आंटी ने राजेश अंकल को मेसेज कर डेया वो रेडी हैं. नेक्स्ट दे आंटी ने एक लाइट बुले कलर की सहलवार कमीज़ पहनी जिसस मई आंटी काफ़ी खूबसोरात लग रही थे.

फिर राजेश अंकल के साथ उन की गारी मई चली गयी, 2 घंटी बाद आंटी वापिस आई तो वो काफ़ी कुश लग रही थे.

कला: कसी रही आप की डटे?

आंटी: शरमाती होये, डटे पर नही गयी थे, बस उनसे मिलनी गयी थे.

कला: केसी हैं राजेश अंकल?

आंटी: एक दाम पागल. मेरी तारीफाइन ही करती रही और वो चाहती थाइ के मैं भी कोई शॉर्ट ड्रेस पहना करो, लेकिन बरी मुश्किल से उनको समझाया.

फिर ऐसी ही वन वीक और गुज़र गया, इस वीक मई आंटी के पति घर पर ही थाइ, इस लेए आंटी और राजेश अंकल की ज़ेयादा बात नही हो सकी, वन वीक के बाद आंटी के पति तौर पर वन मंत के लेए चली गये, तो आंटी आब बिल्कुल आज़ाद होगआई थे.

शाम मई मैं ने आंटी के मोबाइल पर राजेश अंकल के छत परही तो उसमे राजेश अंकल बार बार आंटी से डोबरा मिलनी को बोल रही थाइ, और लास्ट मई आंटी दोबारा से अंकल से मिलनी पर मान गयी थे.

आगली शाम आंटी ने एक वाइल कलर का सूट पहना और वो काफ़ी खूबसोरात लग रही थे, थोरी दायर के बाद राजेश अंकल आए और आंटी राजेश अंकल के साथ चली गयी, कोई लग बाग 3 घंटी के बाद आंटी की वापसी होई, तो आंटी आज तो बोहट ज़ेयादा कुश थे. आज अंकल ने आंटी को काफ़ी शॉपिंग भी कर्वी थे.

मई टीवी देख रहा था, 15 मिनिट्स के बाद आंटी आई तो मई आंटी को देख कर शोक होगआया, आंटी ने एक वाइट लेगैंग्स और उस की साथ स्लीव्ले वाइट शर्ट पहनी होई थे. जिसस मई से आंटी के बूब्स और गांद की सॉफ शेप नज़र आ रही थे.

कला: वओ आंटी! योउ लुकिंग सो ब्यूटिफुल.

आंटी: थॅंक्स.

कला: आंटी इतनी बरी तब्दीली कसी आ गयी आप मैं?

आंटी: राजेश साब चाहती थाइ के मैं ये ड्रेस पहनो, मई तो काफ़ी माना कर रही थे लेकिन उन ने कहा के सिर्फ़ घर मई ही पह्न लेना. इस लेए मैं मान गयी.

कला: तो आप ने राजेश अंकल को अपनी पिक्चर बहजी?

आंटी: नही. उनको क्यू बहजो?

कला: जिन के कहनी पर पहना है, उनको तो देखा दो.

आंटी: नही मेरा ऐसा कोई इरादा नही.

फिर आंटी अपनी कमरी मई चली गयी. 2 दिन के बाद आंटी मेरी पास आई और बोली.

आंटी: वो राजेश साब बोल रही हैं, के उन के फार्महाउस पर स्विम्मिंग पूल मई नःने चलीं.

कला: फिर आप ने काइया बोला?

आंटी: मैं ने बोला सिर्फ़ एक शर्ट पर. के मेरे साथ तुम भी चलो गये.

कला: मई वाहा काइया करो गा?

आंटी: बस वैसी ही, तुम भी साथ चलो गये.

कला: ओक

फिर मैं ने आगलय दिन आंटी का फोन चेक काइया. तो उसमें राजेश अंकल और आंटी की लरआई होई वी थे. राजेश अंकल को स्विम्मिंग पूल मई बिकिनी पहन कर नहानी का बोल रही थाइ.

लेकिन अनीत बोल रही थे “के वो सिर्फ़ शलवार कमीज़ मई नही गयी”. फिर लास्ट मई आंटी उस ड्रेस मई राज़ी होई जो राजेश अंकल ने आंटी को लास्ट मई ले कर डेया था, लेगैंग्स और स्लीव्ले शर्ट.

मैं बरा एग्ज़ाइटेड था, दाखना चाहता था, के आब राजेश अंकल आंटी के साथ काइया करती हैं.

नेक्स्ट आफ्टरनून आंटी ने वोही ड्रेस पहना और, और उसके अप्पर बुर्क़ा पहन कर रेडी होगआई, फिर थोरी दायर मई राजेश अंकल आ गये, हम दोनो राजेश अंकल के गारी मई बैठ गये.

कोई 2 घंटी की ड्राइव के बाद हम सिटी से बहिर राजेश अंकल के फार्महाउस पर पोंची.

राजेश अंकल ने अपनी चोकीदार को उधेर छुट्टी दे दी, आब सिर्फ़ फार्महाउस पर हम टीन लोग ही रह गये थाइ.

राजेश अंकल बोली “चलो ज़ोया आब ये बुर्क़ा भी उतार दो काइया आइसिस के साथ नहोगआई”.

आंटी ने बुर्क़ा उतार डेया, राजेश अंकल आंटी का हुस्सान देख कर पागल होगआय.

फिर हम सब पानी मई चली गये, पानी मई ड्रेस बीज्न की वजा से आंटी का हुस्सान सॉफ नज़र आनी लगे. पानी मई बीज्न की वजा से आंटी की ब्लॅक ब्रा और और ब्लॅक पनटी नज़र आनी लगी.

राजेश अंकल ने आब पानी मई नहानी के बहानी आंटी को टच कर सुरू कर डेया, कभी राजेश अंकल आंटी को कमर से पाकार्ती कभी आंटी की तंघी पाकार्ती, इस तरहा से वो आंटी को बार बार टच कर रही थे.

पहली तो आंटी काफ़ी अनकंफर्टबल लग रही थे, लेकिन बाद मई वो भी एंजाय करनी लगी.

30 मिंतुएस के बाद राजेश अंकल मुज से बोली.

अंकल: जाओ ज़रा मोबाइल ले आओ और कुछ पिक्चर्स ही ले लो.

मैं अंदर से मोबाइल ले कर आया, राजेश अंकल की पिक्चर लेनी लगा, फिर राजेश अंकल ने आंटी को अपनी साथ तस्वीर लेनी को बोला तो आंटी ने माना काइया. लेकिन राजेश अंकल ने आंटी को अपनी गोद मई ज़बरदस्ती उठा लेया, और मुज से पिक्चर लेनी को बोल.

मैं ने एक पिक्चर ली, फिर इस तरहा राजेश अंकल मुख़्टालीफ़ पोज़ मई आंटी के साथ पिक्चर लेती रही, फिर मुज से बोली जाओ आब ये मोबाइल रख आओ.

मैं मोबाइल रखनी चला गया. उधेर राजेश अंकल ने आंटी को पीची से पाकारा और आंटी के बूब्स दबनी लगे.

आंटी: ये आप काइया कर रही हैं?

अंकल: आज तुम्हारा हुस्सान देख कर खुद पर कंट्रोल नही आ रहा.

आंटी: प्ल्ज़ ऐसा ना करो, मई आप पर सिर्फ़ भरोसा कर के इधेर आई हो. ऐसा ना करो.

अंकल: तुम मुज को एक किस दे दो, मई तुम से डोर हो जौंगा.

आंटी: प्ल्ज़ ऐसा ना कराईं, कला भी इधेर ही है.

अंकल: इस लेए तो बोल रहा हो सिर्फ़ एक किस दे दो.

आंटी: प्ल्ज़ आप डोर हो जाओ वो आ जाएगा. मई आप को बाद मे दे दूँगी.

राजेश अंकल आंटी की बात सुन कर डोर होगआय, और हँसती हुए बोली “आज तो मज़ा आ जाएगा”.

आंटी राजेश अंकल की बात सुन कर शर्मा गयी.

राजेश अंकल ने मुज को पैइसी डेए, के जाओ वो बहिर से खाना ले आओ. होटेल उधेर से 20 मिनिट्स की दूरी पर था. मई वाहा से गारी ले कर निकल गया.

आब सिर्फ़ आंटी और राझहेस अंकल ही रह गये थाइ, अंकल स्विम्मिंग पूल से बहिर आई और पानी पीनी लगी, तो राजेश अंकल बोली.

अंकल: ज़ोया आ भी जाओ आब किस दे दो.

आंटी ने अंकल को मुँह चिरया और बोली “सॉरी”.

राजेश अंकल भी पूल से बहिर आ गये, और आंटी के पीची गये, लेकिन आंटी बाघी लगी, राजेश अंकल आंटी के पीची बाघ रही थाइ, और बोल रही.

अंकल: ज़ोरा खुद ही रुक जाओ, वरना मैं ने तुम को पाकर लेया तो तुम्हार लेए अछा नही होगा.

आंटी पर राजेश अंकल की बात का कोई आसार नही होवा और वो बघति रही. 15 मिनिट्स तक राजेश अंकल आंटी के पीची बघट्य रही, लेकिन आंटी राजेश अंकल के हाथ नही आई.

फिर आंटी ने स्विम्मिंग पूल मई घुस्स गयी, और राजेश अंकल स्विम्मिंग पूल से बहिर थाइ, आंटी राजेश अंकल को मुँह चीरा रही थे, के पाकर कर देखाओ.

अचानक से राजेश अंकल ने छलाँग मेरी, और पानी के नेआची से तीरती होये आंटी को पाकर लेया. आंटी एक दम शोक होगआई, के ये किधेर से आ गये. इससे पहली की आंटी कुछ करती, राजेश अंकल ने आंटी की शर्ट फार कर फाँक दी.

आंटी शुक होगआई, के राजेश अंकल ने उन के साथ काइया काइया है. फिर आंटी ने जल्दी से अपनी बाज़ो को अपनी बूब्स पर रखा, के इतनी मई राजेश अंकल ने आंटी की लेगैंग्स भी फार दी, और उस को भी खींच कर उतार दी.

आब आंटी राजेश अंकल के संनी सिर्फ़ एक ब्लॅक ब्रा और एक पनटी मई थे, राजेश अंकल आंटी को हवस भारी नज़रो से देख रही थाइ.

आंटी फुल दार गयी थे, उनको साँझ नही आ रहा था, के राजेश अंकल ने उन के साथ काइया काइया?

आंटी: आप ने ये काइया कर डेया? आप को ज़रा शरम नही आई मेरी साथ ये सब करती होये!!?



तो बे कंटिन्यूड…

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