ही दोस्तों, मेरा नाम रानी है, और मैं आज आपको मेरी हॉट स्टोरी सुनने वाली हू. ये कुछ ही दिन पहले की बात है. चलो फिर स्टार्ट करते है स्टोरी.
मैं 28 की कुवारि लड़की हू, ग़रीब फॅमिली से बिलॉंग करती हू. मेरे पापा मज़दूरी करते है, और मुझे बहुत मेहनत से पढ़ाया है. घर में छ्होटे भाई-बेहन भी है. इस कारण मेरे घर की हालत खराब थी. मुझसे देखा नही गया, और मैने नौकरी जाय्न कर ली.
मैं काफ़ी हॉट और सेक्सी हू. आप इमॅजिन कर ही सकते हो गाओं की छ्होरी कैसी होती है, एक-दूं हरी-भारी. वैसी ही मैं गोरी-चित्ति दूध जैसी वाइट, उभरे हुए मेरे बूब्स, और बाहर निकली गांद. जो भी देख ले बच्चे से लेके बुड्ढे तक पंत में तंबू बन जाए. मेरा फिगर 32-28-34 था.
तो अब स्टोरी पे चलते है. नौकरी में जाय्न हुए 1 साल हो गया था. ऑफीस में सब की निगाहे मुझ पर ही टिकी हुई थी. पेवं और वॉचमन सा लेकर तर्की मॅज सब बस मुझे पेलना चाहते थे.
मेरा मॅनेजर हमेशा अपने कॅबिन में बुला कर मुझे ग़लत तरीके सा टच करता था. वो मेरी रिपोर्ट में च्चेड़-च्चढ़ करके मुझे ग़लत साबित करके मेरे पे चान्स मारने की कोशिश करता था.
हमारा ऑफीस सॅटर्डे हाफ दे होता था, पर मॅनेजर मुझे ढेर सारा काम दे कर रोक देता था, और किसी बहाने से खुद भी रुक जाता और मुझे परेशन करता हमेशा.
ऐसे ही महीना बीट गया. पापा का काम रुक गया, और घर में पैसों की कमी आ गयी. लोन वाला परेशन करने लगा. ये बात मॅनेजर को पता चली, और मॅनेजर खुश हो गया. सॅटर्डे का दिन था. इस सॅटर्डे भी मुझे ढेर सारा काम दे दिया उसने.
पर मुझे घर जल्दी जाना था किसी वजह से, तो मैं छुट्टी लेने उनके कॅबिन में चली गयी.
मॅनेजर ने छुट्टी नही दी, और मुझ पर चान्स मारना लगा. वो मुझ पर दया करना लगा, की एक लड़की इतनी मेहनत कर रही है अपनी फॅमिली के लिए, कैसे लोन पूरा करेगी? या सब कहते-कहते मॅनेजर कभी मेरे शोल्डर पर हाथ रखता, कभी गांद को टच करता.
मैं मॅनेजर से कहने लगी: प्लीज़ सिर जाने दो. घर में कुछ काम है.
तभी मॅनेजर ने कहा: देख आज अछा मौका है. कब तक ऐसे काम करती रहेगी? तू मुझे खुश कर दे, मैं तेरा लोन पूरा कर दूँगा.
ये कहते हुए वो मेरी गांद में हाथ फेरने लगा. मैं भी गरम होने लगी और लोन की बात सुन का सोच में पद गयी. मैं सोचने लगी, इसी बीच मॅनेजर मेरी गांद दबाने लगा. तभी मैं झट सा डोर हटी और साइड में शांति से खड़ी हो गयी. तभी मॅनेजर नज़दीक आके पूछने लगा-
मॅनेजर: अछा नही लगा क्या? इसके पैसे मिलेंगे. तेरा लोन भर जाएगा. और क्या चाहिए तुझे. सोच आचे से, बार-बार मौका नही मिलता ऐसा.
फिर थोड़ी देर खामोशी के बाद मैने कहा: बाद में आप पलट गये तो?
मॅनेजर या बात सुन कर हासणे लगा और बोला: बस इतनी सी बात?
ये कहते हुए जल्दी से उसने फोन निकाला, और मेरे अकाउंट में पैसे भेज दिए.
मॅनेजर: ले, अब खुश?
ये कहता हुआ वो मेरे करीब आ गया, और हल्का-हल्का मेरे होंठो के पास आने लगा. मैं पीछे जाती रही. फिर क्या था, दीवार आ गयी, और मॅनेजर मेरे सामने था. और कोई ऑप्षन नही था मेरे पास.
मॅनेजर ने मुझे दीवार में चिपका दिया. मेरे उभरे बड़े बूब्स उसकी चेस्ट में डब रहे था. मॅनेजर मेरी नाज़ुक सी हरी-भारी कमर पर हाथ रख कर कान में कहना लगा-
मॅनेजर: आज तू मेरी हुई, और मैं आज तुझे कुटिया बनौँगा. क्या माल है. एक साल से तड़प रहा हू इस वक़्त के लिए. आज वो पूरा होगा.
ये कहते ही वो मेरे गुलाबी लिप्स पे टूट पड़ा, और एक हाथ कमर पर, और एक उभरी हुई टाइट गांद पर रख लिया. वो मेरी गांद मसालने लगा, और लिप्स को काटने लगा. देखते ही देखते मैं भी काफ़ी गरम हो गयी, और मैं भी किस में साथ देने लगी. वो मेरे रसीले लिप्स को किसी नींबू के जैसे चूसने लगा. 10 मिनिट तक यही चलता रहा.
ऑफीस में सन्नाटा छाया हुआ था. सॅटर्डे हाफ दे था, और बस हम दो थे. फिर मॅनेजर ने मुझे गोद में उठाया, और अपनी टेबल पर बिता दिया, और मेरी गांद पकड़ कर मुझे सामने खींचा. फिर वो मेरे बूब्स पर टूट पड़ा शर्ट का उपर से ही.
इतने जोश में था मॅनेजर की उसने मेरी शर्ट का बटन तोड़ दिया. मैं अब बस ब्रा में थी. मॅनेजर मेरे बूब्स से खेलने लगा, और पूरी बॉडी चूमने लगा, और उस पर किस करना लगा. धीरे-धीरे वो नीचे जाता रहा, और मेरी पंत के बटन खोल कर निकाल कर फेंक दी.
अब मैं उसके सामने बस ब्रा और पनटी में थी. मॅनेजर पनटी का अंदर हाथ डाल कर उंगली करने लगा, और मेरे लिप्स को चूसने लगा. मैने भी मॅनेजर की त-शर्ट निकाल कर फेंक दी, और मैं मॅनेजर को देखती रह गयी. मॅनेजर 50 की आगे का था, फिर भी सिक्स पॅक्स वाली बॉडी थी उसकी.
क्या बॉडी मेनटेन कर रखी थी उसने. ये देखते ही मैं भी उनके उपर टूट पड़ी. मैं उनकी पूरी चेस्ट को चूमने लगी. फिर क्या था, मॅनेजर को चेर पर बिताया, और उनकी पंत और अंडरवेर को साथ में उतार कर फेंक दिया. उनका लंड देख कर तो कोई भी लड़की पागल हो जाए ऐसा था. 8 इंच का मोटा लंड था, जो देख कर मैं हैरान रह गयी.
मॅनेजर कहने लगा: देख कर दर्र गयी क्या?
फिर मेरा हाथ पकड़ कर अपनी और खींच लिया, और किस करने लगा. मैं घुटनो पे गयी, और मोटे लंड को मूह में लेने लगी. पर इतना मोटा लंड पूरा जेया नही पा रहा था. फिर क्या था, मॅनेजर ने मेरे बाल पकड़े, और ज़ोर-ज़ोर सा पुश करने लगा. वो मेरा मूह छोड़ने लगा.
5 मिनिट बाद मॅनेजर झाड़ गया, और पूरा माल मेरे मूह में भर दिया. मेरा पूरा फेस कम से भर गया. इतना गाढ़ा और टेस्टी कम मैं सारा पी गयी.
फिर क्या था, मॅनेजर मुझे उठाया, और अपने टेबल पर वापस पटक दिया. फिर मेरी ब्रा खोल कर मेरे फुटबॉल्स को आज़ाद कर दिया. मेरे रौंद बूब्स देख कर मॅनेजर उस पर टूट पड़ा.
मॅनेजर: ये इतने रौंद आम मुझे बहुत पसंद है.
ये कहता हुआ चूसने और काटने लगा. वो हल्का-हल्का पनटी नीचे करका मेरी पिंक आंड जुवैसी पुसी को देख कर तो पागल ही हो गया.
फिर वो कहना लगा: तू अभी तक वर्जिन है?
फिर क्या था, मॅनेजर की तो खुशी का ठिकाना नही रहा वर्जिन पुसी देख कर.
आप सभी को ये स्टोरी अची लगी तो इसके दूसरे पार्ट और सस्पेनस का वेट करे. उसमे बतौँगी की मॅनेजर ने कैसे मेरी ली.
थॅंक योउ फॉर रीडिंग.