बुआ और ताउजी

अब ताऊजी बौ के दोनो पैरो के बिच में आ चुके थे। बुआ ने ताऊजी से थोड़ा सपीद सलोव करने के लिये बोला।
ताऊजी ने बोला कि क्या हुअ। दरद कर रहा है।

बुआ ने बोला कि हा।

तुजि ने बोला थोड़ा सा समय लगेगा फ़िर सब ठीक हो जयेगा।

ताऊजी बुआ के चुचि पर से अपने हनथो को हतने के बाद बुआ के कमर को पकद कर एक जोर का झतका मरा। बुआ आआअहहह्हह्ह नाआआहीईईइ औऊऊचाआआअ कर के चिला उठि।
ताऊजी ने दोनो हनथो से बुआ के चुचिओ को फिर से मसलना सुरु कर दिया।

अपने कमर को हिलते हुए बुआ के चूत में अपने लण्ड को अन्दर और अन्दर ले जने के लिये अपने कमर को जोर जोर से झतके मारने लगे। बुआ ने पुछा कि और कितना बहर है।
ताऊजी ने बोला कि थोड़ा सा और रह गया है। दल दु कया।

बुआ ने अपने पैर को फ़ैलते हुए बोला कि हा दल दिजिये।

ताऊजी ने बोला क्या अब मजा आ रहा है।

बुआ बोलि- हा अब मजा आ रहा है। दल दिजिये पुरा।

ताऊजी ने एक जोर का झतका मरा और बुआ के मुँह से आआऊऊ माआआउऊऊओह्ह्ह हह्हह कि अवज निकल उठि।

अब ताऊजी ने बुआ के होथ पर अपना होथ रख कर चुसना सुरु कर दिया।
बुआ भी उनका भरपुर साथ दे रहि थि।
तौ जि ने अपने कमर के सपीद को बधा दिया।
बुआ भी अब अपने कमर को उठा उठा कर ताऊजी का साथ देने लगि।
इस तरह ये सिलसिला लगभग अधे घनते तक चलि।
अब ताऊजी और बुआ धीरे धीरे सानत पदने लगे।
तब मैं समझ गया कि ताऊजी वस सुम्मिनग। थोदे देर तक ताऊजी बुआ के ऊपर लेते रहे।
दस मिनट तक लेते रहने के बाद ताऊजी बुआ के ऊपर से हत गये। और बुआ वैसे ही लेति रहि।

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ताऊजी बोले अब जकर मन में सानति मिलि है।

बुआ सुन के मुसकुरने लगि।

ताऊजी ने बुआ के चुचो को दबते हुए उनको बुआ के बलौज के अन्दर दल दिया। और ब्लाउज के हुक को बनद कर दिया। इसके बाद बुआ के कपड़े को उनके चूत को धकते हुए उसे बिल्कुल ही धक दिया।

तब बुआ बोलि कि जरा सा अपने लण्ड को फिर से निकलिये देखु कितना बदा और मोता है।

ताऊजी ने जब निका ला तो मैंने देखा कि उनका लण्ड फिर से तैयर हो चुका था। इस बार वो और भी भयनक लग रहा था।

ताऊजी ने पुछा फिर से लोगि क्या अपने अन्दर।
बुआ ने मुसकुरते हुए बोला नहीं अब अभी नहीं रात में ठीक है। ताऊजी बोले ठीक है।

अब मुझे जब लगा कि अब मैं अन्दर जा सकता हूँ तो मैंने दरवजे पर से अवज दिया।

ताऊजी उठकर आकर दरवाजा खोला। बुआ अब भी लेति हुइ थि। थोदे देर के बाद बुआ उठ कर निचे चलि गयि।

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