मैं रिया. ये मेरी पहली चुदाई की रियल स्टोरी है. कृपया करके आप जब पढ़े तब इमॅजिन करते रहे मुझे. अब मेरे फिगर पर आते है जो है 34-28-34. और मेरे फेस का आप इससे आइडिया लगा सकते हो की मुझ पर मेरी आगे के तो लाइन मारते ही है, और बुड्ढे और जवान भी मारते है. अब आप सभी का कीमती समय बर्बाद ना करते हुए अपनी स्टोरी पर आती हू.
मैं देल्ही की रहने वाली हू. बचपन से ही मैं बहुत ज़्यादा संस्कारी हू. लेकिन फिर लाइफ में ऐसा कुछ हुआ की सब कुछ बदल गया. अब मैं आप सब को वो बताने जेया रही हू, जो मेरे साथ हुआ.
ये बात तब की है जब मैं 1स्ट्रीट एअर में थी. तब मुझे हमारी क्लास के रोहन ने प्रपोज़ किया. मैने उसके पुरपोसल का हा में रिप्लाइ दिया 2 दिन बाद. तोड़ा रोहन के बारे में बताती हू आपको.
दिखने में तोड़ा सावला है. उसकी हाइट 5’9″ है, और उसकी बॉडी बहुत कमाल की है. तभी मैने उसे हा कर दिया. फिर हमारी छत पर बातें होने लगी. मैं एक बार छत आप लोगों को बताती हू.
रोहन: ही बेबी, गुड मॉर्निंग.
मे: ही, गुड मॉर्निंग.
रोहन: और क्या कर रहा है मेरा बाबू?
मे: कुछ नही बस सो कर उठी हू आप बताओ.
रोहन: यार मैं भी बैठा ही था. वैसे आज रात को मुझे बहुत अछा सपना आया.
मे: क्या सपना आया?
रोहन: सपना ये था की 1 ब्लंकेट और उसके अंदर अपन दोनो.
मे: तुम भी ना.
रोहन: चलो बाइ, कॉलेज में मिलते है.
मे: ओक बाइ.
और फिर मैं जब कॉलेज में गयी, तब मुझे कॉरिडर में रोहन मिल गया. वो अपने फ्रेंड्स के बीच में था. फिर वो मेरे पास आ गया और उसने मुझे स्माइल की, और मेरे साथ चलने लगा. क्लास आ गयी, और क्लास में कोई नही था. फिर उसने मौके का फ़ायदा उठाया, और मुझे हग किया.
उसने मुझे एक प्यारी सी किस डेडी, और मेरी मोटी गांद पर अपना हाथ फिरा दिया, और बूब्स मसल दिए. उससे आयेज कुछ कर पाते उससे पहले लेक्चर बेल बाज गयी. फिर हम दोनो अलग-अलग निकले. क्लास में सब नॉर्मल चला उस दिन. उसके बाद रिसेस के टाइम में रोहन मिला और बोला-
रोहन: आज टुटीओन पर 10 मिनिट पहले आ जाना.
मैं बोली: ओक.
फिर जब मैं टुटीओन पर गयी, तब वो स्कूटी लेकर आया था, और मुझे बोला की बैठ जाओ. मैं अपने मूह पर दुपट्टा बाँध कर बैठ गयी ताकि कोई पहचान ना ले. फिर मैने उससे पूछा-
मे: कहा जेया रहे है अपन लोग?
वो बोला: जो सुबा अधूरा रह गया था, वो पूरा करने.
मैं नाटक करने लगी और बोली: फिर कभी, आज नही प्लीज़, प्लीज़.
फिर रोहन मान गया और बोला: चलो सेक्स नही करेंगे. लेकिन उपर से तो कर लेने देना 10 मिनिट.
मैं उसके लए भी माना करने लगी. फिर वो गुस्सा हो गया और मैने हा बोल दिया. फिर हम लोग उसके एक दोस्त के फ्लॅट पर गये. वाहा पर कोई भी नही था. उसने जाते ही मुझे हग किया, और किस करने लगा. मैं उसका पूरा साथ दिए जेया रही थी. कभी वो लीप किस करता, और कभी गर्दन पर, और कभी वो बूब्स मसल देता, तो कभी गांद.
फिर उसने मेरा कुर्ता निकालने को बोला. मैं गरम हो रखी थी तो मैने निकाल दिया. वो मेरे बूब्स चूस्टा रहा, और मेरी छूट में उंगली करता रहा. फिर उसने अपना 6 इंच मोटा लंड बाहर निकाल कर मेरे हाथ पर रख दिया. मैं उसे आयेज-पीछे करने लगी. उसके बाद उसने मुझे बेड की तरफ इशारा किया और मैं चल पड़ी उसके साथ.
बेड पर जाते ही उसने मुझे अपना लंड चूसने को बोला. ये सब मेरे लिए बहुत अजीब था. तब मैं मूह में नही ले रही थी. फिर उसके एमोशनल अत्याचार के कारण मैने मूह में ले लिया. उसने मेरे मूह को छोड़ना स्टार्ट किया, और मुझे अछा भी लग रहा था, और बुरा भी.
फिर मैने उसका लंड बाहर निकाल कर बोला: चलो अब चलते है.
उसने बोला: हा-हा बस 5 मिनिट और.
फिर उसने मुझे सीधा लिटा दिया, और मेरे उपर आ गया, और मेरी सलवार निकाल दी. अब वो मेरी छूट में लोड्ा सेट करने लगा. मैं उसे बहुत बार माना करने लगी, और वो बार-बार बोलने लगा की अंदर नही डालूँगा और बस आक्टिंग करूँगा डालने की.
मैं चुप हो कर लेती रही, और वो मेरी छूट के उपर से लंड घूमता रहा. अब मैं बस गरम होती गयी. फिर उसने लोड्ा ठीक मेरी छूट पर लगाया.
मैने पूछा: ये क्यूँ?
तो वो बोला: बस ऐसे ही.
फिर वो अपना लोड्ा छूट में सेट करके अंदर करने की कोशिश करने लगा.
मैं उस पर चिल्लाने लगी: नही-नही.
वो बोलने लगा: बस तोड़ा सा.
मैं चुप रही, और उसका मोटा लंड एक-दूं से अंदर चला गया. मैं तिलमिला उठी. उसने मुझे ज़ोर से पकड़ रखा था. फिर 2 मिनिट बाद मैं नॉर्मल हुई. लेकिन अभी भी रो रही थी.वो मुझे बोला: अब आराम से करूँगा.
मैं मॅन ही मॅन उसे गाली दे रही थी. लेकिन कही ना कही मैं भी यही चाहती थी. फिर उसने तोड़ा बाहर निकाला, और फिर अंदर डाल दिया. ये सब वो 2 मिनिट तक आराम से कर रहा था. फिर उसने अपना लंड निकाला. उसके लंड पर खून लगा हुआ था, और मेरी छूट पर भी.
उसके बाद उसने मेरे पैर थोड़े मोड़ दिए, और अपना लंड छूट में सेट करके धक्का देने लगा. उसका लंड तोड़ा अंदर जाता, और वो बाहर निकाल लेता. फिर उसने अपनी स्पीड तेज़ कर दी, और मेरी हालत बहुत बुरी हो गयी. मैं बार-बार ह उहह आह करती रही.
20 मिनिट की ठुकाई के बाद उसका होने वाला था. फिर उसने लंड बाहर निकाला, और अपना माल मेरे पेट पर डाल दिया. उसके बाद वो मेरे बगल में लेट गया. मैने थोड़ी देर बाद टाइम देखा तो पता चला की हमे 1 घंटा हो गया था वाहा पर.
फिर मैं लेती रही चुप-छाप. उसके बाद मैं हिम्मत करके बातरूम में गयी, और अपनी छूट को सॉफ कर रही थी. फिर मैं बाहर आ कर कपड़े पहनने लगी. वो कहने लगा की एक बार और प्लीज़. मैने उसको बहुत माना किया तो वो मान गया. फिर हम अपने-अपने घर चले गये. ये थी मेरी पहली चुदाई की कहानी.
ये मेरी रियल सेक्स स्टोरी है. अगर आप इसे पढ़ के खुश हुए है, तो मुझे मेसेज ज़रूर कीजिएगा.
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