बॉस और उसकी बीवी के साथ थ्रीसम चुदाई की स्टोरी

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मेरा बॉस मेरे काम से इंप्रेस था, और मेरा उसके घर आना-जाना शुरू हो गया. फिर एक दिन उसकी बीवी ने मुझे घर बुलाया, और मेरा काम देखने की बात की. उसने कहा की वो मेरा टेस्ट लेना चाहती थी, जिसके लिए मैने हामी भर दी. अब आयेज-

माँ ने कहा: तुमने तो बहुत ही अची बॉडी मेनटेन की है. क्या ये हाइगियेनिक है?

तो मैने कहा: माँ मैं अपना पूरा ध्यान रखता हू, और पूरी हाइजीन मेनटेन करता हू.

तब माँ ने कहा: मुझे

तुम्हारी पूरी बॉडी दिखाओ. घबराव मत, घर पर अभी कोई नही है. मेरी बेटी तो बाहर रहती है, और वो कंवली भी चली गयी है.

माँ ने मुझे कपड़े उतारने को कहा, तो मैने अपनी शर्ट और पंत उतार दिए. अब मैं सिर्फ़ एक अंडरवेर में खड़ा था. माँ मेरी पूरा बॉडी को देखने लगी, और मेरे पास आ कर मेरी बॅक और छाती पर अपना हाथ फेरने लगी.

फिर मुझे कहा: बहुत ही अछा पर्फ्यूम लगाया है तुमने.

मैने कहा: मैं रोज़ ऐसे ही मेनटेन होके रहता हू.

माँ को पता था की मैं मॅरीड नही हू. फिर माँ ने मेरे अंडरवेर के उपर से हाथ फेरना चालू किया. मेरा लंड टाइट होने लगा माँ को देख कर. माँ बहुत ही सेक्सी मूड में थी. कुछ ही देर में माँ ने मेरा अंडरवेर खींच कर निकाल दिया. मेरा लंड 7 इंच का था, और काफ़ी मोटा भी.

माँ ये देख कर बोली: तुम्हारा लंड तो बहुत ही बड़ा और मस्त है.

मैं तोड़ा शर्मा गया.

फिर माँ ने कहा: आज देखते है इसमे कितना स्ट्रेंत है.

ये कह कर मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ी, और चूसने लग गयी. काफ़ी दीनो के बाद कोई औरत मेरा लंड चूस रही थी. मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था. माँ मेरा पूरा लंड अपने मूह में लेकर चूसने लगी. करीब 20 मिनिट तक ऐसा चलता रहा. मैं पूरा मूड में आ चुका था.

तभी माँ ने कहा: अब तुम्हारा टाइम शुरू. मुझे आज तुम शांत करो, ये तुम्हारी ज़िम्मेदारी है.

मैने कहा: अरे योउ शुवर माँ?

सो माँ बोली: ये मेरा ऑर्डर है.

तो मैने माँ के टॉप और जीन्स निकाल दिए और माँ को बेड के उपर लेके उनकी पूरी बॉडी को चाटने लगा, बूब्स को दबाने लगा. फिर पनटी को तोड़ा साइड करके उनकी छूट को लीक करने लगा. माँ की छूट एक-दूं सॉफ थी, और उसमे से बहुत ही अची खुश्बू निकल रही थी.

फिर माँ ने कहा: मुझे रफ्ली सेक्स करना पसंद है.

मुझे भी यही चाहिए था, सो मैने लंड माँ की छूट पर रग़ाद-रग़ाद कर छूट के अंदर घुसाया और छोड़ना स्टार्ट कर दिया. करीब 10 मिनिट तक मैने माँ को बेड पर छोड़ा. फिर माँ की पनटी और ब्रा दोनो को उतार दिया, और माँ को बेडरूम से घसीट कर पास में पड़ी हुई एक सोफा पर घोड़ी बनाया.

अब मैं उनकी छूट को छोड़ने लगा पूरा डॉगी-स्टाइल में. माँ को मज़ा आ रहा था, और वो मेरा साथ देने लगी और बोली-

माँ: फक मे हार्ड राजेश. हार्डर, हार्डर.

कुछ टाइम बाद मैने स्पीड थोड़ी बधाई और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. पहली बार एक 43 साल की औरत को मैं छोड़ रहा था. पुर घर में ज़बरदस्त आवाज़े आ रही थी. माँ पूरा चिल्ला-चिल्ला के मज़े ले रही थी. मैं माँ को बहुत सारी पोज़िशन्स चेंज करके अलग-अलग जगह पर पुर घर में छोड़ रहा था.

इस बीच माँ 4 बार झाड़ चुकी थी. फिर भी वो काफ़ी एग्ज़ाइटेड थी चुदाई को लेकर. मैने माँ को पूछा की सिर क्या ज़्यादा छोड़ते नही है.

सो माँ बोली: मुझे थोड़ी कम आगे के लड़कों के साथ चुदाई करने की फॅंटेसी है. सिर तो मुझे महीने में 3 तो 4 टाइम्स छोड़ते है, और बाकी टाइम वो मेरी फ्रेंड्स के घर जेया कर उनको छोड़ते है. हम दोनो बाइसेक्षुयल है. मुझे लेज़्बीयन और सिर को गे चुदाई भी पसंद है.

मैं ये सुन कर डांग रह गया, और चुदाई में ध्यान दिया. फिर माँ को खूब छोड़ा. लगभग 50 मिनिट की चुदाई हो चुकी थी माँ की.

मैने माँ को कहा: अब आपकी गांद की चुदाई करनी है मुझे.

तो माँ बोली: मुझे किचन में लेकर चलो. उधर आयिल लगा कर छोड़ना मुझे.

फिर मैं माँ को लेकर किचन में गया. बहुत ही बड़ा एरिया था. मैने तोड़ा लूब्रिकॅंट लिया, और माँ की गांद में डाला. फिर तोड़ा मेरे लंड पर लगाया, और लंड माँ की गांद में घुसने लगा. माँ को तोड़ा दर्द हुआ, और फिर मज़ा आने लगा. करीब 25 मिनिट तक गांद की जाम कर चुदाई हुई माँ की.

अब मेरा निकालने वाला था तो माँ बोली: मेरे बूब्स के उपर छ्चोढ़ दो.

मैने अपना सारा स्पर्म माँ के बूब्स पर छ्चोढ़ दिया. फिर कुछ देर रेस्ट करने के बाद माँ और मैने बात लिया, और पार्टी जाय्न करने के लिए निकल पड़े.

माँ ने मुझे रास्ते में कहा: तुम सच में बहुत ही अची चुदाई करते हो. मेरा तो आज पूरा दिन बन गया. तुम आज रात हमारे घर पर रुक जाना. आज रात हम तीनो मज़े करेंगे.

मैने पूछा: क्या सिर बुरा नही मानेंगे?

तो माँ ने बताया: तुम्हारे सिर और मेरी बात हो पहले से हो गयी थी, और सिर ने मुझे तुम्हारी पसंद के बारे में जानने के लिए आज तुमको हमारे घर पर भेजा था. तुम्हे गे सेक्स में कोई प्राब्लम तो नही है?

तो मैने कहा: नो इश्यू माँ.

वो हासणे लगी और कहा: आज हम तीनो मिल कर थ्रीसम करेंगे.

माँ और मैं पार्टी ख़तम करके करीब शाम 6 बजे तक घर लौट आए.

फिर माँ ने कहा: चलो तोड़ा रेस्ट कर लेते है, तुम्हारे सिर के आने के बाद एंजाय करेंगे.

फिर हम दोनो ने तोड़ा रेस्ट किया, और करीब 9 बजे रात में सिर अपने घर लौटे. तब माँ ने मुझे जगाया और कहा-

माँ: जाओ फ्रेश हो जाओ.

मैं फ्रेश हो कर आया और देखा की सिर और माँ दोनो डाइनिंग टेबल पर मेरा इंतेज़ार कर रहे थे. मैने सिर को हेलो कहा.

सिर ने कहा: कैसा रहा आज का दिन?

माँ बोली: एक-दूं मस्त. तुमने जैसा बताया था राजेश उससे भी और ज़्यादा अछा निकला.

फिर हम सब हासणे लगे और तोड़ा-तोड़ा डिन्नर किया.

माँ बोली: आ जाओ, बेडरूम में हम तीनो एंजाय करेंगे.

फिर माँ ने अपना गाउन उतार फेंका, और वो सिर्फ़ एक बिकिनी में थी उस टाइम. उसके बाद हम सब मिल कर ड्रिंक्स किए, और सिर ने माँ को दो थप्पड़ लगाए. उन्होने माँ को डॉगी पोज़िशन में किया, और अपना लंड निकाल कर माँ को छोड़ना स्टार्ट कर दिया.

मैने आज तक सिर का ऐसा अग्रेस्सीवे अंदाज़ नही देखा था. फिर माँ ने मुझे आयेज बुलाया और मेरी पंत खोली. मेरे अंडरवेर में से लंड को निकाल कर वो चूसने लगी. सिर का लंड भी 6 इंच का था, और स्पीड बढ़ते हुए सिर ने माँ की गांद पर और कुछ थप्पड़ लगाए.

फिर वो बोले: आज तो तेरी ऐसी चुदाई होगी, जो की तू काई दीनो तक याद रखेगी.

माँ बोली: मैं तो यही चाहती थी. छोड़ो मुझे, फक मे हार्ड, और तेज़ी से छोड़ो मुझे.

इधर माँ ने मेरा लंड चूस-चूस कर मेरी हालत खराब कर दी थी. मुझे भी मज़ा आने लगा. फिर कुछ देर बाद मैने माँ को खींच कर सिर से अलग किया, और माँ का बिकिनी सेट निकाल दिया. माँ पुर मूड में आ चुकी थी. मैने माँ की छूट को लीक किया, और मेरा लंड भी माँ की छूट में घुसा दिया.

माँ चिल्लाई और फिर सिर ने माँ के मूह पर अपना लंड घुसाया. अब माँ हम दोनो के बीच में चुड रही थी. करीब 30 मिनिट ज़बरदस्त चुदाई के बाद माँ ने पहला पानी छोढ़ा अपनी छूट से. फिर माँ और सेक्सी हो उठी.

अब उन्होने मुझे कहा: तुम नीचे आ जाओ.

मैं नीचे बेड पर लेट गया. फिर माँ ने मेरे उपर आ कर अपनी छूट में लंड घुसा दिया, और खुद चूड़ने लगी. कुछ देर बाद सिर माँ के पीछे से आए, और अपना लंड माँ की गांद पर रगड़ने लगे. फिर तोड़ा लूब्रिकॅंट लगा कर माँ की गांद में लंड डाल दिया.

एक साथ दो लंड माँ की छूट और गांद में थे, और काफ़ी दर्दनाक चुदाई चलती रही. करीब 15 मिनिट तक चुदाई के बाद माँ ने सेकेंड टाइम पानी छ्चोढना शुरू कर दिया. फिर माँ ने मुझे इशारा किया की वो स्क्विनटिंग करना चाहती थी, सो मैने माँ को बेड पर लिटा दिया, और मेरी दो उंगलियाँ माँ की छूट के अंदर डाल कर कुछ देर हिलने लगा.

कुछ एक-दो मिनिट के बाद माँ ने बहुत सारा स्क्विनटिंग किया. अब माँ ने थोड़ी देर रुकने को कहा. फिर सिर ने मुझे लीप किस किया, और मेरे लंड को अपने मूह में लेके चूसने लगे.

माँ बोली: आज तुम हम दोनो हज़्बेंड वाइफ को छोड़ो.

मैने सिर को डॉगी पोज़िशन में करके उनकी ही गांद में मेरे लंड को घुशाया, और चुदाई करने लगा. मैने सिर को करीब 20 मिनिट तक छोड़ा. फिर माँ ने अलमारी से एक डिल्डो निकाल कर खुद पहन लिया, और फिर वो सिर की गांद को एक मर्द की तरह छोड़ने लगी.

मैं माँ के पीछे उनकी गांद मार रहा था. हम तीनो एक लाइन में चुदाई का मज़ा ले रहे थे. घर का माहौल एक-दूं गरम हो गया था. फिर मैं और सिर माँ के बड़े-बड़े बूब्स पर अपने-अपने स्पर्म निकाल कर शांत हो गये. माँ भी 4 बार झाड़ चुकी थी.

हम सब नहाने के बाद एक ही बेड पर रेस्ट लिए. मेरे इस लंड के कारण सिर और माँ दोनो बहुत ही खुश हुए, और मुझे थॅंक योउ बोला.

तो ये थी मेरी ऑफीस सेक्स कहानी. अपनी फीडबॅक ज़रूर दे.

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