बीवी की भांजी को दिया असली चुदाई का सुख

हेलो दोस्तों, मैं आपका दोस्त ज़ीशण हाज़िर हू फिर से चुदाई की दास्तान लेकर. मुझे आप लोगों के काफ़ी मैल मिले. इतना रेस्पॉन्स देने के लिए थॅंक योउ. लेकिन कुछ लोग फेक एमाइल से मसाज करते है, तो उनसे रिक्वेस्ट है की फेक लोग मैल ना करे. चलिए अब आते है अपनी कहानी पे.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की कैसे जब मैं घर पहुँचा तो वहाँ शालिनी की जगह मुझे दीपा मिली, और मैं उसी को छोड़ने लगा. वो भी मुझसे चूड़ने के लिए जैसे तड़प ही रही थी. अब इस पार्ट में बताता हू की कैसे छूट की आग के आयेज दीपा ने अपनी गांद भी मुझे दे दी.

मैं हैरान था जिस तरह से दीपा मेरे लोड पे उपर-नीचे हो कर उसे अपनी छूट में ले रही थी. ऐसा लग था था मानो उसकी छूट आज मेरे लोड को पूरा अंदर खा जाएगी. फिर मुझे भी वियाग्रा की वजह से तां ज़्यादा चाड़ने लगी. मैने पीछे से उसके बूब्स को ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया, और उसके डार्क हार्ड ब्राउन निपल नोचने लगा. मैने उसके बूब्स को इतना मसला, की उसमे से गाढ़ा-गाढ़ा लिक्विड आने लगा. वो दर्द से आहें भरते हुए बोली-

दीपा: मौसा जी, आराम से. मैं तो अब आपकी ही रंडी हू, जी भर के छोड़ना. इस बच्चे के बाद आप अपना बच्चा भी डाल देना मेरे पेट में आहह हम्म.

मैं: साली कुटिया, पहले एक बार तो अपनी छूट का भोंसड़ा करवा ले. मेरा तो बाद में डलवाना बच्चा.

फिर मैने दीपा को सोफे के बाल घुटने पे बिताया, और अपना तनटनाता हुआ कड़क लोड्‍ा सीधा पीछे से छूट में डाल दिया, जो उसे अंदर तक महसूस हुआ. इसका पता मुझे उसकी चीख से लग गया. वो झटपटा गयी, लेकिन मैने भी चुदाई की मशीन चालू की तो रुकने का नाम ही नही लिया.

20 मिनिट ऐसे ही छोड़ा मैने उसे. इस दौरान उसने दो बार अपना पानी निकाल दिया, जिससे पुर हॉल में पॅच-पॅच की आवाज़ गूंजने लगी. फिर उसका पेट दर्द करने लगा तो मैने पोज़िशन चेंज की, और उसे सीधा लिटाया. फिर बिना उसके पेट पे ज़ोर डाले मैं उसकी छूट मारने लगा.

उसको कितना मज़ा आ रहा था, ये उसकी स्क्सकारियों और मेरी पीठ पे चुभ रहे नाख़ून से पता चल रहा था. फिर मेरा निकालने वाला था, तो मैने लोड्‍ा उसकी छूट से निकाला, और सीधा निशाना उसके बूब्स पे लगाया. मेरा सारा माल उसके बूब्स पे फैल गया, जो उसकी ह्टनेस और बढ़ा रहा था.

दीपा को फिर मैने अपना लोड्‍ा मूह में दे दिया, जिसे उसने लॉलिपोप की तरह चूसना चाटना शुरू कर दिया. मुझे उसके लोड्‍ा चूसने से इतनी ज़्यादा तां चढ़ि की मैं उसके मूह में ही पूरा खाली हो गया, और मेरा सारा माल वो गतक गयी प्यासी रंडी की तरह.

अब मैने उसकी गांद पकड़ी. क्या गांद हो रखी थी उसकी! बड़ी-बड़ी गोल-मटोल. फिर मैने उसकी गांद के च्छेद पे उंगली रखी तो पहले तो वो सहम गयी. फिर सेक्सी सी स्माइल देते हुए बोली-

दीपा: मौसा जी चाहे पूरा गांद में डाल लो, लेकिन ध्यान रखना मैं प्रेग्नेंट हू.

इतना बोल कर वो अपने चुतताड खोल कर घोड़ी बन गयी. मैने भी अपने लोड पे थूक लगाया, और तोड़ा थूक उसकी गांद के च्छेद पे लगाया. फिर धीरे से लोड्‍ा घुसने लगा. लेकिन 4-5 बार ट्राइ करने पे भी मेरा लोड्‍ा जब नही घुसा, तो मैं बोला-

मैं: दीपा अंदर आराम से नही घुस रहा. तोड़ा ज़ोर लगाना पड़ेगा.

दीपा: लगा लो मौसा जी ज़ोर. लेकिन बस छोड़ो मुझे. मार लो अपनी रंडी की गांद.

फिर मैने अपनी पकड़ मज़बूत करी, और उसको आगे से सोफे में और झुका दिया. उसके बाद अपने कड़क लोड को 2-3 बार आयेज-पीछे किया, और एक ज़ोरदार झटका मारा तो मेरा आधा लोड्‍ा उसकी गांद में समा चुका था. उसकी तो ज़ोरदार चीख निकल गयी. वो मचलने लगी, दर्द से करहने लगी.

दीपा: आअहह मॅर गयी.

मैने उसकी एक ना सुनी, और एक ज़ोरदार झटका और दिया, तो मेरा पूरा लोड्‍ा उसकी गांद में समा गया. मेरे इस प्रहार से वो एक-दूं ढीली पद गयी, और बेहोश सी हो गयी. मैं तोड़ा उसी पोज़िशन में रुका. फिर उसके तोड़ा होश में आने पे लोड्‍ा उसकी गांद में अंदर-बाहर करने लगा.

थोड़ी देर में उसका भी दर्द मज़े में बदल गया. वो भी अपनी गांद पीछे कर-कर के मेरा लोड्‍ा अपनी गांद में ले रही थी. मैने 30 मिनिट उसकी गांद मारी और उसी में ही झाड़ गया. जब मैने लोड्‍ा बाहर निकाला, तो उसपे तोड़ा खून था, और उसकी गांद के यहाँ भी तोड़ा खून निकला हुआ था.

मैं समझ गया की आज इसकी गांद फटत गयी थी. लेकिन उसके चेहरे से सॉफ पता चल रहा था की असली चुदाई का सुकून उसे आज मेरे साथ ही मिला था. फिर हम ऐसे ही नंगे सो गये. जब मैं उठा वापस, तब तक शाम हो गयी थी. दीपा मेरे बगल में नंगी ही सो रही थी.

मैने देखा मेरा माल उसकी गांद में लगा हुआ था, और उसकी छूट और गांद फूली हुई लग रही थी. मेरा ये देख कर फिर से खड़ा हो गया. मैने उसके बूब्स मसालने शुरू कर दिए, जिससे उसकी भी आँख खुल गयी. वो मेरी तरह देख कर मुस्कुरा रही थी. मैने उसके बूब्स पीने शुरू कर दिए. गाढ़ा-गाढ़ा माल निकल रहा था उसके बूब्स से. फिर उसने मेरे लोड को पकड़ के उपर-नीचे करना स्टार्ट कर दिया.

दीपा: अभी तो थोड़ी देर पहले ही इसने मेरी गांद फादी है. और अब ये वापस से लोहे की रोड बन गया. इसी वजह से शालिनी अपने माइके नही जाती ज़्यादा. उससे भी दूरी बर्दाश्त नही होती इस लोड की. और अब मुझसे भी बर्दाश्त नही होती. मॅन करता है इस लोड को अपनी छूट में डाले रखू, और नंगी ही पड़ी राहु आपके नीचे.

मैं: छूट तो तेरी भी कमाल की है मेरी जान. मज़ा आया तेरी छूट मारने में. देख फिर से खड़ा हो गया ये. चल अब घोड़ी बन जेया, और अपने मौसा का लोड्‍ा घुस्वा इसमे.

फिर मैने अपना लोड्‍ा उसकी छूट में एक झटके में ही डाल दिया. छूट अब थोड़ी खुल चुकी थी, तो लोड्‍ा आराम से गया. फिर मैने उसे छोड़ना चालू किया. उसकी सिसकारियाँ मुझे और जोश दे रही थी, और उसकी छूट का पानी छ्छूटने लगा, जो अब दिन से भी ज़्यादा गरम लग रहा था.

फिर मैने उसे अपने उपर आने का इशारा किया, और अपना लोड्‍ा सीधा खड़ा करके उसके नीचे लेट गया. वो एक-दूं सेंटर सेट करके मेरे लोड पे बैठी और उपर-नीचे होने लगी.

आअहह क्या मज़ा था यार. फिर अगले 2 दीनो तक मैने उसे पूरा नंगा रखा, और खूब छोड़ा. गालियाँ दे-दे कर, पॉर्न दिखा कर, उसकी छूट और गांद का च्छेद एक बराबर कर दिया.

तो दोस्तों ये थी मेरी वाइफ की भांजी के साथ चुदाई की कहानी.

यह कहानी भी पड़े  पड़ोस की वर्जिन लड़की की चुदाई की हॉट कहानी

error: Content is protected !!