बीवी और उसकी लेज़्बीयन दोस्त के साथ थ्रीसम स्टोरी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम कपिल है. मैं जाईपुर राजस्थान का रहने वाला हू. मेरी उमर 31 साल है, और मैं शादी-शुदा आदमी हू. हाइट मेरी 5’11” है, और लंड मेरा 7 इंच का है. ये कहानी मेरी पत्नी के मुझे धोखे में रखने की है. एक ऐसा धोखा, जिसका मुझे फ़ायदा मिला. तो चलिए शुरू करते है कहानी को.

मेरी बीवी का नाम सपना है. वो 26 साल की है, और बहुत सेक्सी है. रंग गोरा है उसका, और फिगर 34-29-36 है. हमारी शादी 6 महीने पहले हुई थी. जिस रात हमारी सुहग्रात थी, उस रात मैने महसूस किया की वो सेक्स के टाइम ज़्यादा कंफर्टबल नही थी. पहले मुझे लगा की शायद पहली-पहली बार सेक्स की वजह से वो कंफर्टबल नही थी. लेकिन ये सिलसिला आयेज बढ़ता गया.

जब भी हम सेक्स करते थे, वो सपोर्ट तो करती थी. लेकिन वो जो फीलिंग आती है, जिसे हम मदहोश होना कहते है, वो नही थी. मैं उससे डाइरेक्ट्ली पूच भी नही पा रहा था, क्यूंकी हमारी अरेंज मॅरेज थी, और हम अभी इतने क्लोज़ नही आए थे. लेकिन फिर शादी के एक महीने के बाद मुझे सच का पता चला.

मेरी बीवी की एक फ्रेंड है पूजा. पूजा की उमर मेरे बीवी के बराबर ही है. लेकिन वो मेरी बीवी से ज़्यादा खूबसूरत है. उसका रंग बहुत गोरा है, और फिगर 36-30-36 है. पूजा को मैने अपनी शादी में भी देखा था. एक बार तो उसको देख कर मेरा भी मॅन पिघल गया था. मुझे लगा काश पूजा मेरी दुल्हन होती.

तो हुआ यू, की हमारी शादी के एक महीने बाद सपना ने मुझे कहा-

सपना: सुनिए, मेरी फ्रेंड पूजा आ रही है हमारे शहर एग्ज़ॅम देने. वो 2 दिन यही है. तो क्या वो हमारे घर रह सकती है?

सपना की ये बात सुन कर मैं खुश हो गया. मैने उसको एस बोल दिया. फिर अगले दिन पूजा हमारे घर आ गयी. जब वो आई, तो मैं अभी घर पर ही था. उसने जीन्स और त-शर्ट पहनी हुई थी, और क्या बवाल लग रही थी वो. उसको देख कर मैं एक बार फिर फ्लॅट हो गया. फिर पूजा ने हमारे साथ बैठ कर नाश्ता किया, और फिर मैं ऑफीस चला गया.

ऑफीस जाके भी मुझे उसके ही ख़याल आ रहे थे. मैने सोचा क्यूँ ना घर जल्दी चला जौ, ताकि पूजा के साथ और टाइम स्पेंड कर साकु. ये सोच कर मैं ऑफीस से हाफ टाइम में ही निकल गया.

जब मैं घर पहुँचा, तो मैने दरवाज़ा नॉक किया. बेल खराब थी, तो दरवाज़ा नॉक करना पद रहा था. मैने 2-3 बार नॉक किया, लेकिन किसी ने दरवाज़ा नही खोला. मुझे लगा शायद दोनो अंदर वाले रूम में होंगी. फिर मैने अपने बाग से एक्सट्रा चाबी निकली, और दरवाज़ा खोल कर अंदर चला गया.

मैं सीधा बेडरूम की तरफ गया. जैसे ही मैं बेडरूम के पास पहुँचा, मुझे आहें सुनाई देने लगी. दरवाज़ा तोड़ा खुला था, तो मैने बिना आवाज़ किए अंदर देखा. अंदर देखते ही मेरे होश उडद गये. पूजा और सपना दोनो नंगे 69 पोज़िशन में बेड पर लेते हुए थे.

पूजा सपना की छूट चाट रही थी, और सपना पूजा की. दोनो पूरा मज़ा ले रही थी. तभी पूजा बोली-

पूजा: बड़ा मज़ा आ रहा है सपना. ऐसा लग रहा है साड़ियाँ बीट गयी तुझे प्यार किए हुए.

सपना: मेरा भी यही हाल है. कपिल के साथ मैं सेक्स तो करती हू, लेकिन वो फील नही आती जो तेरे साथ आती है.

अब मैं समझ गया था की मुझे वो अनकंफर्टबल क्यूँ लगती थी हमेशा सेक्स के दौरान. फिर वो दोनो झाड़ गयी, और एक-दूसरे का पानी पी गयी. उसके बाद दोनो बाहों में बाहें डाल कर लेट गयी, और उनकी किस्सिंग चलती रही. मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था. मैं उसी वक़्त अंदर गया, और बोला-

मैं: वाउ! क्या सीन है. शादी वाली रात से मैं सोच रहा हू की सपना मेरे साथ कंफर्टबल क्यूँ नही है. मुझे क्या पता था, की यहा तो सीन ही दूसरा चल रहा था.

मुझे देख कर वो दोनो दर्र गयी, और खुद को चादर से ढकने लग गयी. तभी सपना बोली-

सपना: कपिल ई आम सॉरी. मेरी शादी घर वालो ने धक्के से कर दी थी. मैने उनको बोला भी था की मुझे शादी नही करनी.

मैं: लेकिन मेरी तो लाइफ खराब हो गयी ना.

तभी पूजा बोली: लाइफ नही खराब हुई है तुम्हारी. तुम्हे वो सब कुछ मिलेगा जो तुम डिज़र्व करते हो.

ये बोल कर पूजा बेड से उठी, और नंगी ही मेरे पास आ गयी. फिर वो अपने घुटनो पर बैठी, और मेरी पंत खोल कर मेरा लंड बाहर निकाल लिया. ये सब कुछ बहुत जल्दी-जल्दी हुआ. फिर पूजा ने मेरा लंड मूह में डाल लिया. आ, क्या एहसास था. इतनी खूबसूरत लड़की मेरा लंड चूस रही थी.

सपना ने ऐसा कभी नही किया था. फिर मैने उसके सर पर हाथ रख कर उसका मूह छोड़ना शुरू किया. सपना ये सब देख रही थी. कुछ देर लंड चूसने के बाद पूजा खड़ी हुई. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा, और मुझे सपना के पास लेके गयी. उसने सपना को घोड़ी बनने को कहा, और खुद उसके सामने चली गयी.

फिर वो सपना को किस करने लग गयी, और मुझे लंड उसकी छूट में डालने का इशारा किया. मैं जल्दी से नंगा हो गया, और लंड उसकी छूट में डाल दिया. आह, बहुत गरम लग रही थी उसकी छूट आज. फिर मैं तेज़ी से उसको छोड़ने लग गया. मैने इतने दीनो में सपना को सिर्फ़ मिशनरी में छोड़ा था, आज पहली बार डॉगी कर रहा था. सपना आज पूरा मज़ा ले रही थी, और ह्म ह्म कर रही थी.

शायद आज पूजा के होने की वजह से उसको ये फीलिंग आ रही थी. मैं ज़ोर-ज़ोर से उसको छोड़ रहा था, और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. कुछ देर में उसकी छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया. फिर वो पीछे हॅट गयी, और पूजा मेरे सामने लेट गयी. मैं समझ गया, की अब पूजा भी मेरी बीवी थी.

मैं लपक कर उस पर चढ़ गया, और लंड उसकी छूट में डाल दिया. क्या टाइट छूट थी उसकी. फिर मैं ढाका-धक उसको छोड़ने लग गया. 10 मिनिट में उसका पानी भी निकल गया, लेकिन मेरा अभी नही हुआ था. फिर मैने उसको अपने उपर बिताया, और नीचे से उसको उछाल-उछाल कर छोड़ने लगा.

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