बीवी और बेहन का लेज़्बीयन सेक्स

ही फ्रेंड्स, मैं आपका मूडछंगेरबोय एक नयी सेक्स स्टोरी लेकर आया हू जो मेरे एक रीडर की है. ये कहानी उसके साथ हुई सॅकी आप-बीती पर आधारित है. ये कहानी सेक्स, लस्ट और अड्वेंचर से भरपूर है. मैं आपका ज़्यादा समय ना लेते हुए सीधा कहानी पर ले चलता हू.

मेरा नाम सुरेंदर है. मेरी उमर 37 साल है, और मैं बिहार के एक छ्होटे से टाउन में सरकारी जॉब करता हू. मेरी फॅमिली में वैसे तो सब लोग है, पर मैं अपनी जॉब की वजह से फॅमिली से डोर दूसरे टाउन में रहता हू. मैं, मेरी वाइफ नीमा, और मेरा बेटा हम सरकारी क्वॉर्टर में रहते है.

एक दिन मैं किसी काम से दोपहर को अपने क्वॉर्टर पर गया, तो मुझे घर पर टाला दिखा. मैने सोचा नीमा कहीं बाहर गयी होगी, तो टाला लगा दिया होगा. मैं दूसरी चाबी से टाला खोलने ही वाला था, की मुझे अंदर से चहल-पहल की आवाज़ आने लगी.

मैने सोचा घर पर टाला है तो अंदर कों हो सकता है. कोई चोर-उचक्के तो नही घुस गये? मैने सोचा पीछे के रास्ते से घुसे होंगे, तो मैं घर के पीछे जाने लगा. लेकिन मुझे हमारे बेडरूम की खिड़की के पास बातें करने की आवाज़ आने लगी. वो आवाज़ मेरी छ्होटी बेहन कविता और मेरी बीवी नीमा की थी. कविता कुछ दिन के लिए मेरे यहाँ रहने आई थी. मुझे डाल में कुछ काला लगा तो मैं कान लगा कर सुनने लगा.

कविता: भाभी आप कैसी बात कर रही है? भैया को पता चल गया तो हम दोनो को मार देंगे.

नीमा: अर्रे तेरे भैया को मैं इतने साल से उल्लू बना कर मज़े कर रही हू. उनको आज तक मेरे उपर शक नही हुआ. और तुम चिंता क्यूँ कर रही हो? ये बात हम भाभी-ननद के बीच में रहेगी.

कविता: फिर भी भाभी किसी को पता चल गया तो?

नीमा: तुझे मेरे उपर भरोसा है ना?

कविता: भरोसा तो है, पर भाभी…

मैने सोचा ये दोनो भाभी-ननद मिल कर क्या कर रहे थे? और मेरी बीवी नीमा मुझे इतने सालों से कैसा उल्लू बना रही थी? वो देखने के लिए मैं बेचैन होने लगा. मुझे कुछ रास्ता नही दिख रहा था. इतने में मेरी नज़र घर के पीछे आँगन में पड़ी सीडी पर गयी. मैं वो सीडी बिना आवाज़ किए दीवार पर लगा दिया.

अब मैं वेंटिलेशन से रूम के अंदर देखने लगा. फिर मैने जो नज़ारा देखा, वो देख कर मेरे होश उडद गये. मैं देख रहा था की मेरी बीवी नीमा मेरी छ्होटी बेहन कविता को किस करने की कोशिश कर रही थी. मैं आपको बता देता हू, की मेरी वाइफ नीमा की उमर 34 साल है. वो बहुत सुंदर और काफ़ी गोरी है.

नीमा हमेशा सारी पहनती है, क्यूंकी हमारे यहाँ की सब औरतें शादी के बाद सारी पहनती है. उसका फिगर गड्राया हुआ है. नीमा को देख कर कोई भी मर्द उसको पाने के सपने देखने लगे ऐसा माल है. उसके बूब्स और गांद का उभर देख कर हर कोई उसको छोड़ना चाहे.

हमारा एक 8 साल का बेटा है, पर नीमा को देख कर कोई बोल नही सकता की ये एक बच्चे की मा होगी. वो अभी भी कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों को टक्कर दे सकती है.

मेरी छ्होटी बेहन कविता की उमर 29 साल है. उसकी शादी को 5 साल हो गये है, और उसकी 3 साल की बेटी है. कविता मेरी तरह गेहुए रंग की है. उसकी आँखें बड़ी और नशीली है. कविता का फिगर स्लिम और सेक्सी है.

मैं वेंटिलेशन के लिए सेमेंट की छ्होटी वेंट से पूरा रूम देख सकता था. मैने देखा की मेरी बीवी मेरी बेहन के लिप्स चूस रही थी. और साथ में अपने एक हाथ से उसके बूब्स दबा रही थी. मेरी बीवी ने पिंक सारी पहनी हुई थी. वो बहुत मस्त दिख रही थी. और मेरी बेहन ने ब्लू सारी पहनी थी.

मैं पहली बार मेरे घर की औरतों को ऐसा कुछ करते देख रहा था. मैने कभी सोचा भी नही था, की मेरी संस्कारी बीवी कभी ऐसा कदम रख सकती थी.

कविता (नीमा को धक्का मारते हुए): अर्रे भाभी, आप ये क्या कर रही हो?

नीमा: तुम्हे चरमसुख देने की कोशिश कर रही हू. क्यूँ तुम्हे मज़ा नही आ रहा?

कविता: मज़ा आने की बात नही है. अगर किसी को पता चला तो हमारी बदनामी होगी. और भैया को पता चला तो वो हम दोनो को घर से निकाल देंगे.

नीमा: तुम अपने भैया से इतना क्यूँ दर्र रही हो? उसको तो मैं आचे से जानती हू, उनको कभी पता नही चलेगा. और ये सब छ्चोढो. देखो कविता तुम अभी यंग हो. और तुम्हारी बहुत कुछ ऐसी इक्चा होगी, जो नंदोई जी पूरा नही करते होगे. तुम्हे मेरे साथ मज़ा नही आ रहा क्या? कुछ नया-पन्न नही लगा?

कविता: भाभी सच कहूँ तो ऐसा मज़ा तो आपके नंदोई ने भी नही दिया. क्या था ये? मैं तो कुछ अलग ही फील कर रही थी.

नीमा: ये तो बस शुरुआत है. देखते जाओ आपकी भाभी आपको और क्या-क्या फील करवाती है.

मेरी बेहन कविता भी नीमा की बातों में आने लगी थी, और साथ देने लगी थी. शायद वो भी उसकी हरकत से गरम हो रही थी. दोनो एक-दूसरे के लिप्स को नोच रहे थे. नीमा कविता की गांद को सारी के उपर से सहलाने लगी. अब नीमा उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसके रलोब को काटने लगी.

नीमा की हरकत से कविता सिसकारी लेने लगी थी. वो नीमा के पुर कंट्रोल में आ गयी थी. नीमा कविता को बिस्तर पर लिटा कर उसके उपर चढ़ गयी. मेरी बीवी और बेहन को ऐसा करते देख मेरी एग्ज़ाइट्मेंट बढ़ रही थी.

अब नीमा ने कविता का पल्लू हटा दिया. और उसकी नाभि को चूमने लगी, और जीभ से नाभि को चाट रही थी. कविता ने नीमा को सहलाना शुरू कर दिया था. शायद अब वो नीमा के टच को फील करने लगी थी. नीमा उसके ब्लाउस के हुक खोलने लगी. मैने उस दिन तक मेरी बेहन को ऐसी नज़र से नही देखा था. पर जब नीमा उसके ब्लाउस के हुक खोलने लगी, तब मेरे अंदर से उसको देखने की एक तलब जागी.

नीमा ने उसका ब्लाउस निकाल दिया. कविता को ब्रा में देख कर मेरे अंदर एक अलग ही लेहायर उठ गयी. उसके मीडियम साइज़ बूब्स ब्लॅक ब्रा में बहुत ही सेक्सी लग रहे थे.

नीमा फिर से उसको किस करने लगी, और हल्के हाथ से उसके बूब्स मसल रही थी. अब वो उसकी गर्दन को किस करते हुए उसके बूब्स के उपर किस करने लगी. कविता की सिसकारी निकल रही थी. नीमा ने कविता के पेट पर किस किया, तो वो मदहोश हो कर आहें भर रही थी. अब कविता ने नीमा को पकड़ लिया, और पलट कर उसके उपर चढ़ गयी.

कविता नीमा के लिप्स पर लिप्स रख कर उसको स्मूच करने लगी. नीमा भी उसकी पीठ पर हाथ सहलाते हुए उसको किस में सपोर्ट कर रही थी. मेरी बीवी और बेहन का ऐसा जिस्मानी खेल देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. मॅन कर रहा था की अंदर चला जौ, और दोनो की जाम कर चुदाई करू. उन दोनो ने बहुत लंबी किस करने के बाद एक-दूसरे के सामने देख कर हस्स रही थी.

कविता: भाभी मुझे तो पता ही नही था की औरतों के साथ सेक्स करने में भी मज़ा आता है.

नीमा: अर्रे मेरी प्यारी ननद, अभी तुमने अपनी भाभी का जलवा कहाँ देखा है? आज तुम्हारी ऐसी चुदाई होगी की अपने जीवन में आज का दिन नही भूलॉगी.

नीमा कविता की सारी निकालने लगी, और कविता भी उसका साथ दे रही थी. ब्लॅक ब्रा पनटी में कविता बहुत सेक्सी लग रही थी. अब नीमा ने भी अपनी सारी निकाल दी. उसने नीचे पिंक ब्रा पनटी पहनी हुई थी. दोनो भाभी-ननद बहुत कातिल लग रही थी. अब नीमा ने कविता को धक्का देकर बेड पर गिरा दिया, और मुस्कुराते हुए उसके उपर चढ़ गयी. दोनो एक-दूसरे के लिप्स हार्ड्ली चूसने लगे.

अब कविता बेड के उपर घोड़ी बन गयी, और नीमा ने उसकी पनटी को घुटनो तक निकाल दिया. कविता की गांद मेरी तरफ थी. अफ क्या सेक्सी गांद थी मेरी बेहन की. दोस्तों वो देख कर तो मेरा मेरी बेहन को देखने का नज़रिया बदल गया. नीमा उसकी गांद फैला दी, और मुझे मेरी बेहन की छूट दिखने लगी. पता नही अब मैं भी पंत के उपर से मेरे लंड को सहला रहा था.

नीमा: श क्या बात है! तुम्हारी छूट तो बहुत खूबसूरत है. छूट देख कर लग रहा है की नंदोई जी तुम्हारी बहुत कम चुदाई करते है.

नीमा ने उसकी गांद के च्छेद पर बहुत सारा थूक निकाला, और 2 उंगली से उसकी छूट को मसालने लगी. कविता भी अब मोन करने लगी थी. उसके मूह से सेक्सी आवाज़ आ रही थी. वो सुन कर ही मेरा अब कविता को छोड़ने का मॅन करने लगा था.

कविता: अफ.. आहह भाभी, क्या कर रहे हो? बहुत मज़ा आ रहा है.

थोड़ी देर उसकी छूट चाटने के बाद नीमा ने कविता की गांद पर एक हल्की थपकी मारी. दोनो मुस्कुराते हुए बेड पर घुटनो के बाल बैठ गयी. नीमा ने अपने शोल्डर से ब्रा का स्ट्रॅप निकाल दिया, और कविता की गर्दन पर किस करते हुए अपने हाथ पीछे लेकर गयी, और कविता की ब्रा खोल दी.

कविता के हाथ भी नीमा के नंगे बूब्स को सहला रहे थे. और वो भी नीमा की नेक पर किस कर रही थी. जब नीमा ने कविता की ब्रा को हटाया, तब मैं उसके नंगे बूब्स देख कर पागल हो गया. क्या सेक्सी बूब्स थे मेरी छ्होटी बेहन के. मीडियम साइज़ बूब्स और उसके ब्राउन निपल बहुत ही मस्त लग रहे थे. उसके बूब्स का शेप देख कर मेरा उसको छ्छूने का मॅन करने लगा. नीमा उसके बूब्स को सहलाते हुए निपल चूस रही थी.

कविता: भाभी आपके बूब्स देख कर मेरा भी उसको चूसने का मॅन कर रहा है.

नीमा: तो रोका किसने है? तुम भी खुल कर मेरे जिस्म का मज़ा लो.

कविता ने नीमा का फेस पकड़ कर किस किया, और उसने भी नीमा के बूब्स को सहलाते हुए चूसना शुरू कर दिया. जब कविता बूब्स चूस रही थी, तब नीमा उसकी पीठ को सहला रही थी. नीमा के बूब्स दूध जैसे गोरे है, और उसके उपर गुलाबी निपल है. कविता नीमा के बूब्स पड़े प्यार से चूस रही थी.

अब कविता उसके बदन को सहलाते हुए बेड पर लेट गयी, और अपनी पनटी निकाल दी. फिर नीमा ने भी अपने जिस्म से ब्रा को हटा कर बेड के नीचे फेंक दिया. कविता पूरी नंगी हो कर बेड पर लेती हुई थी. कविता की क्लीन शेव छूट देख कर मेरे मूह में पानी आ गया. मॅन कर रहा था उसकी टाँगें फैला कर उसको चाटने लागू.

नीमा: कविता अब तुम तैयार हो ना असली मज़ा लेने के लिए?

कविता: हा भाभी, अब मैं बिल्कुल तैयार हू.

इतने में बेडरूम में एक आदमी आ गया और वो मेरी बीवी और बेहन को ह्ाआस भारी निगाहों से देखने लगा . अब वो मेरी बीवी नीमा के पीछे खड़ा हो गया. उसको देख कर मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गयी. अब कों था वो आदमी मैं आपको अगले पार्ट में बतौँगा. आपको सेक्स कहानी कैसी लगी वो कॉमेंट करके बताइए और अपना फीडबॅक मूडछंगेरबोय@गमाल.कॉम पर मैल करे.

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