भांजी को चोदने के लिए मामा का प्लान

लास्ट पार्ट में मैने कायरा को अपनी शिद्दत बताई की मैं उसकी मों को पाने के लिए किस कदर बेकरार था. हमारी वही बात चल रही थी, की वाहा दीदी आ गयी. अब आयेज.

उतने में सामने अनु दी किचन से बाहर निकल रही थी, और मैने कायरा को ये सोचता हुआ देख वही छ्चोढ़ दिया. क्यूंकी मुझे लगा की कायरा यू शायद फेस तो फेस ओपन ना हो, पर ओं छत ज़रूर ओपन होगी. क्यूंकी जो चीज़ अक्सर हम बोल नही सकते, वो वर्ड्स/फीलिंग्स हम आसानी से टाइप करके बता सकते है.

तो फिर मैने दी से कुछ देर बात की और फिर उसे कायरा के सामने ही हग करके मैं वाहा से चला आया. दी को हग करते टाइम मैने कायरा को ऐसा दिखाया जैसे अभी उसकी मों को पकड़ लूँगा उसके सामने. फिर मैं रात को उसकी स्टोरी ड्राइव पे आने का वेट करने लगा. फिर रात को उसकी स्टोरी वाहा पे आई, जिसमे कुछ इस तरह था-

“मेरी प्यारी डाइयरी, आज तो ग़ज़ब ही हो गया. जिस लेडी को मैं लोवे करती हू, उसे मेरे अलावा कोई और भी लोवे करता है. पापा की तो मों वाइफ है, सो उनको आउट ऑफ बॉक्स रखते है. पर डाइयरी, तुम मानोंगी नही, मेरे अंकल, माँ अजी, मतलब की मों को उनका सागा भाई लोवे करता है. और ये मुझे लोवे से ज़्यादा ये फील हुआ की वो मों को छोड़ना चाहते है.

जब वो मों के बॉडी की, उनके लिप्स की, बूब्स की, हिप्स की तारीफ कर रहे थे, तब मैने उनकी आँखों में मों को पाने की चाहत और उन्हे बेड पे लिटा के छोड़ने की तलब देखी. किसी और को ये सर्प्राइज़्ड लगता, और शुरू में मैं भी सर्प्राइज़्ड हो गयी थी. पर फिर मैने सोचा की मों के साथ उनकी बेटी ही सेक्स करना चाहती है, तो जब उनका भाई भी करना चाहे तो क्या नयी बात है.

अब देखना ये है, की कों मों को सबसे पहले सेट करता है. मैं या अंकल? तो अब अंकल को मों से मुझे जितना हो सके उतना डोर रखना होगा. और मुझे मों के करीब रहना होगा. तभी वो मेरे से सेट हो पाएगी.”

ये पढ़ कर मैं सोचने लगा की ये तो दाव उल्टा पद गया. पर फिर मैने दिमाग़ लड़ाया, और कायरा को व्हातसपप पे मेसेज किया-

मे: ही, क्या कर रही हो?

कायरा: कुछ नही अंकल, स्टडी कर रही हू.

मे: और बाकी सब ठीक? (और मैं उससे यहा-वाहा की बात करने लगा)

कायरा: अंकल, अगर आपको कुछ काम है तो डाइरेक्ट्ली बोलो. मुझे अब नींद आ रही है.

मे: ठीक है, तो मैं डाइरेक्ट पॉइंट पे आता हू. हम दोनो को तेरी मों पसंद है, ये तू भी जानती है और मैं भी. और हम दोनो उसे पाना चाहते है. तुम चाहती हो ना?

कायरा ने कुछ रिप्लाइ नही दिया.

मे: मैं समझ गया, तुम्हारी खामोशी का मतलब.

कायरा: एस अंकल.

मे: तो फिर इसके लिए हमे एक-दूसरे की हेल्प करनी होगी. तुम शायद मुझे अपना कॉंपिटेशन समझती होगी, पर एक चीज़ समझ लो, की हम अगर साथ मिल कर काम करे तो हमारी मंज़िल आसान है. क्यूंकी हम दोनो के पास एक टाइम लिमिट है.

कायरा: कैसी टाइम लिमिट?

मे: तुम्हारे दाद. अगर वो वापस आ गये तो तुम्हारा काम नही हो पाएगा, ना ही मेरा. और उनके आने के बाद शायद हम दोनो की नीड भी तुम्हारी मों को उतनी ना रहे. तुम ये समझ सकती हो. सो जो भी करना है, जल्दी ही करना होगा.

कायरा: ह्म.

मे: देखो कायरा, रिवर में जब बोट में हो, तो हम उसके पॅडल्स अगर सेम डाइरेक्षन में घुमाएँगे तो ही बोट आयेज जाएगी. और एक बात तुम समझ लो मैं कोई तुम्हारा कॉंपिटेशन नही हू. मुझे तुम चाहो तो अपना कंपॅनियन बना सकती हो. सो मेरा मानना है की हम दोनो को पार्ट्नरशिप करनी चाहिए, जिससे हमारी मंज़िल हमे जल्द ही मिले. रिघ्त?

कायरा: ह्म.

मे: और मेरे पास एक अड्वॅंटेज है, जो शायद तुम्हारे पास ना हो.

कायरा: और वो क्या?

मे: वो ये की, मैं एक लड़का हू. रिलेशन्षिप चाहे कोई भी हो, पर एक बॉय एक गर्ल को उस नज़र से देखे या टच करे, तो गर्ल को उसका इंटेन्षन पता चल ही जाता है. पर लड़की अपनी मों को टच करे, तो उसका कुछ और ही मतलब निकलता है. इंडियन मदर के लिए तो ये लड़की वाली चीज़ और भी ज़्यादा मुश्किल है.

कायरा: एस, ये तो है.

मे: इसलिए अगर हम दोनो साथ में काम करे, तो काम बन सकता है. क्या कहती हो?

कायरा: बात तो ठीक है, पर मैं सोच के बताती हू.

मे: ओक, सोच लो तुम अपने हिसाब से. और जल्दी रिप्लाइ देना. हो सके तो कल मॉर्निंग तक, कॉज़ टाइम इस थे लग्षुरी, आंड वी डॉन’त हॅव टाइम. गुड नाइट.

कायरा: ओक अंकल, मैं बताती हू बाद में. गुड नाइट.

उसके बाद तुरंत कायरा ने अपनी डाइयरी में ये सब बातें लिखी. और उसने लिखा, “ओह मी गोद, मुझे लगता नही था की अंकल मुझे इस तरह का प्रपोज़ल देंगे. लगता है वो भी मों को मेरी तरह फक करना चाहते है. मैं अपनी मों को किसी के साथ शेर नही करना चाहती हू. पर क्या करू, और कोई ऑप्षन ही नही दिख रहा.”

“जैसा की अंकल ने बताया, हमे ये काम पापा के आने से पहले करना होगा. क्यूंकी फिर तो मों पापा में ही बिज़ी हो जाएगी. और अंकल ने जो दूसरी बात कही, वो भी तो सही है. की अगर मों के पास दो ऑप्षन हो की उसको लंड के साथ खेलना है, या दूसरी छूट के साथ, तो आब्वियस्ली वो लंड ही सेलेक्ट करेगी. सो अंकल के चान्सस मुझसे ज़्यादा है. इसलिए बेटर यही है की मैं अंकल के साथ पार्ट्नरशिप कर लू.”

“यार डाइयरी, मैं अंकल के साथ पार्ट्नरशिप कर तो लू, उसमे कोई दिक्कत नही. पर मुझे दर्र है की कही अंकल फिर मों के साथ साथ मुझे छोड़ने का ड्रीमिंग तो नही करते? क्यूंकी जिस नज़र से वो मेरे बूब्स और बॉडी को देख रहे थे, पक्का उनका इरादा मेरी भी लेने का है. सो अब मैं क्या करू?”

“मुझे सच में मों को फक करना है. उनके बूब्स के साथ खेलना है. उनकी छूट को मेरी छूट से रगड़ना है. उनकी पूरी नंगी बॉडी से अपनी नंगी बॉडी को लिपटना है. उन्हे जी भर कर सहलाना है. पर ये सब अंकल की हेल्प के बिना इतने शॉर्ट टाइम में शायद नही होगा. मेरे अकेले से तो नही होगा.”

“पर उसके लिए क्या मैं अगर ज़रूरत पड़ी तो अपनी छूट को अंकल को देने के लिए रेडी हू?”

कायरा ने डाइयरी में ये लिखा लास्ट में, और उसके बाद शायद सो गयी. मुझे उसे पढ़ कर लगा की लोहा खुद ही गरम हो रहा था, और मेरा प्लान सही जेया रहा था. वो जिस माहौल में बड़ी हुई थी, उस हिसाब से शायद वो मेच्यूर हो गयी थी. अब कल मुझे उसे डाइरेक्ट्ली बता के उसे ओपन करना था.

कल का दिन नॉर्मल गुज़रा. मैने उसे ही-हेलो का मेसेज किया, पर उसका रिप्लाइ नही आया. फिर लाते नाइट उसका रिप्लाइ आया,

कायरा: ओक अंकल, लेट’स दो तीस टुगेदर. बोलो क्या करना है?

उसका रिप्लाइ पढ़ते ही मैं खुश हो गया, और उसकी डाइयरी ओपन की, तो उसने लास्ट में लिखा था,

“पर उसके लिए क्या मैं अगर ज़रूरत पड़ी तो अपनी छूट को अंकल को देने के लिए रेडी हू?”

“एस, मे रेडी हू. अपनी मों को छोड़ने के लिए मैं अंकल से भी छुड़वा लूँगी. वैसे भी मेरी डाइयरी तुम्हे पता है की मैं वर्जिन तो हू नही. मेरे एक्स ब्फ ने लास्ट में जब मुझे फक किया था, तो उतना मज़ा नही आया था. ई होप का अंकल का पेनिस उससे बड़ा हो, सो मैं ये सेक्स भी एंजाय कर साकु. सो, इसमे देखा जाए तो मेरा ही फ़ायदा है. एक तो मों की छूट मिलेगी, और साथ में लंड भी. ई’म सो एग्ज़ाइटेड.”

कायरा की डाइयरी पढ़ कर जैसे मैं तो हवा में उड़ने लगा. पर मुझे इस मामले को आचे से हॅंडल करना होगा. अगर उसने अपना मॅन बदल दिया, तो फिर प्लान फैल हो जाएगा. और दूसरी तरफ तवा गरम था, तो पराणता भी जल्दी सेकना पड़ना था. सो मैने उसके मेसेज का रिप्लाइ किया.

मे: गुड, अछा लगा ये जान कर. मेरे पास एक प्लान है, जो मैं तुम्हे फोन या मेसेज पे नही बता सकता. इसके लिए हमे मिलना होगा. तुम्हे यहा मेरे रूम पे आज आना होगा.

कायरा: पर कैसे, कॉलेज से कैसे निकलु? मों को पता चल गया तो?

मे: उसका भी सल्यूशन है.

और मैने उसको कॉलेज से निकालने का प्लान बताया.

कायरा: ओक, अंकल. मैं रेडी रहूंगी.

मे: एक बात बताओ. तुम अपनी मों के लिए किस हद तक जेया सकती हो?

कायरा: ऑलमोस्ट किसी भी हद तक.

मे: ह्म, सुन के अछा लगा. क्यूंकी तुमसे यही चाहिए था. इसके बिना प्लान अधूरा है. मुझे इस प्लान में तुम्हारा फुल कोवापरेशन चाहिए होगा. तभी हम दोनो इतने शॉर्ट टाइम में अपने टारगेट को अचीव कर सकेंगे.

कायरा: ओक अंकल. ई’ल्ल दो मी बेस्ट.

मे: और जब मेरे रूम पर आओ, तब मेंटली प्रिपेर होके आना.

कायरा: किस चीज़ के लिए?

मे: तुम अब बच्ची नही रही, समझदार हो. खुद ही समझ जाना. बाइ, मिलते है.

कायरा: ह्म, बाइ.

और मैने बॉल को कायरा के कोर्ट में डाल कर छत को एंड किया.

बाकी नेक्स्ट पार्ट में जल्द ही. इस स्टोरी को लीके और कॉमेंट्स कीजिएगा. आप हमसे लज़्यलीहास@गमाल.कॉम (गमाल/गूगले छत) पे भी कनेक्ट कर सकते है.

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