भाई से ही अपनी चूत चुदवा ली

अब कहानी पर आती हूं मैं। बात थोड़े दिन पहले की है। मैं अपनी मोसी के घर पर गई कुछ दिन रहने के लिए। 2 दिन सब कुछ नोर्मल चलता रहा। मुझे भी सब कुछ ठीक लगा। पर एक दिन घर में मोसा के कुछ दोस्त अपनी फैमली के साथ आ गए।

सब उनकी सेवा में लग गए रमन भी उनकी सेवा में लगा रहा । पहली रात सब ऐसे ही यहां-वहां सो गए। मैं जहां सोई रमन भी बेसुध हो कर सो गया। रात को मेरी चूत में हलचल होने लगी। मेरी आंख खुल गई। मैंने चूत की तरफ देखा तो रमन का हाथ मेरी चूत के ऊपर आ गया था।

मैंने सोचा नींद में गलती से रमन का हाथ मेरी चूत पर आ गया होगा। फिर मैं फिर से सोने लगी। तब रमन हड़बडाते हुए बोलने लगा-

रमन: पिंकी आज तेरी चूत फाड़ दूंगा मैं। बहुत दिन हो गए है तुझे चोदे हुऐ, आज तुझे नही जाने दूंगा। मेरे लंड को पकड़ कर देख कैसे तेरी चूत के लिए तड़प रहा है।

मैं उसकी बात सुनती रही। फिर रमन चुप हो गया, और सो गया। पर मुझे नींद नहीं आ रही थी। वैसे भी मेरी चूत लंड को तरस रही थी। काफी देर तक मैं रमन को देखती रही। फिर सोने का नाटक करते हुए मैंने अपना हाथ रमन की पेंट के ऊपर रख दिया।

रमन का लंड उसकी पेंट के अंदर खड़ा हुआ था। और ऐसा लग रहा था, जैसे अभी बाहर निकल कर चुदाई कर देगा। मैं उसके लंड को महसूस करके सो गई। सुबह सब देर से उठे। फिर सब अपने काम में व्यस्त हो गए। मेरे सामने जब भी रमन आता, तो मेरी नज़र उसके लंड पर ही जाती। पूरा दिन फिर से उन सब की सेवा करते हुए निकल गया।

रात को मोसी मुझे बोली: आज तू और रमन उपर के कमरे में आराम से सो जाओ, और सुबह दोनों जल्दी उठ जाना।

मैं अंदर से खुश हो गई। मैं सोने से पहले बाथरूम जा कर अपनी ब्रा-पेंटी खोल आई, और कमरे में जा कर सो गई। बहुत समय बाद रमन भी कमरे में आ गया। उसे लगा मैं गहरी नींद में सो रही थी। तो रमन ने मुझे हिला कर उठाना चाहा। पर मैं नींद में होने का नाटक करती रही। रमन ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया, और अपने कपड़े उतार दिये, और मेरे पास आकर लेट गया।

फिर रमन ने अपने फोन पर एक पोर्न फिल्म चला दी। उसका लंड खड़ा होने लगा। फिल्म देखते हुए रमन ने अपना लंड अंड़रवियर से बाहर निकाल लिया, और हिलाने लगा। फिर कुछ देर बाद रमन ने फिरसे मुझे हिला कर देखा। पर मैं सोने का नाटक करती रही।

फिर रमन ने मेरा हाथ पकड़ कर लंड पर रख दिया, और अब मेरे हाथ में रमन का लंड आ गया।

रमन मेरा हाथ पकड़ कर लंड हिलाने लगा। कुछ देर बाद मैं दूसरी तरफ मुड़ गई, और मेरा हाथ रमन के लंड के उपर से हट गया। रमन फिर मेरी गांड को सहलाने लगा, और मुझे बहुत गुदगुदी हो रही थी।रमन ने फिर मेरे पजामे को नीचे कर दिया। अब मेरी गोरी गांड रमन के सामने आ गई। रमन ने एक दम से अपने होंठ मेरी गोरी गांड पर लगा दिए, और चूमना शुरु कर दिया। रमन के हाथ धीरे-धीरे मेरे पजामे को नीचे करते गए।

मेरा पजामा मेरी जांघों से नीचे हो गया। अब रमन ने मुझे अपनी ओर खींच लिया और मेरे होंठो पर अपने होंठ रख कर मुझे चूमने लगा। फिर मेरे से भी नहीं रहा गया। मैंने भी रमन को अपनी बाहों में भर लिया। रमन मुझे पागलों की तरह चूमने लगा तो मैं रमन के लंड को हाथ से पकड़ कर हिलाने लगी। हम दोनों चुदाई के लिए तड़पने लगे।

तो मैंने रमन को बोला: अब और रहा नहीं जाता। अब मेरी चूत में अपना लंड डाल कर मेरी चूत की प्यास बुझा दो।

रमन ने देर ना करते हुए मेरी कमीज को उतार फेंका, और मेरे दोनों बूब्स को चूमने लगा। फिर रमन ने लंड को चूत के मुँह पर रखा, और एक ही बार में पूरा लंड मेरी चूत पर उतार दिया।

रमन बूब्स को चूसते हुए मुझे चोदने लगा। मैं भी रमन का पूरा साथ देने लगी।

रमन कुछ देर चुदाई के बाद बोला: पूजा तू भी बडी रंडी लग रही है। बहुत चुदी हुई चूत है तेरी तो।

मैं भी रमन को बोली पड़ी: तू भी तो एक नम्बर का चुदक्कड़ है। तेरे लंड से ही पता चल रहा है।

हम दोनों बात करते हुए चुदाई का मजा साथ ले रहे थे। मेरी चूत चुदाई के दोरान एक बार पानी छोड़ चुकी थी। पर रमन मुझे चोदे जा रहा था। फिर रमन ने मेरी गांड में ऊँगली डाल दी, तो रमन बोला-

रमन: साली सब जगह से चुदी हुई है तू।

मैं हंसने लगी।‌ रमन ने कुछ देर बाद अपना पानी मेरी चूत के अन्दर ही निकाल दिया, और मेरे उपर गिर गया। हम दोनो नंगे ही सो गए। कुछ देर बाद रमन उठा, हम दोनों बाथरूम गए, और फिर कमरे में आ गए। रमन ने फिर किसी को फोन किया, और उसको बोला-

रमन: कल रात को पार्टी तू देगा। रंडी मैं लेकर आऊंगा। बहुत सेक्सी रंडी है, अभी भी मेरे लंड के नीचे है।

रमन का दोस्त नहीं माना तो रमन ने उसको विडिओ काल से मेरा बदन दिखा दिया।

मैं रमन को बोली: मैं तुम्हारी बहन हूं, कोई रंडी नहीं हूं।

तो रमन ने बोला: साली अब से तू मेरी रंडी ही बनेगी।

और यह बोल कर रमन ने फिरसे मेरी चूत में लंड डाल कर चोदना शुरु कर दिया। रमन अब मुझे एक रंडी समझ कर चोदने लगा। मुझे गंदी गाली-गलौच करने लगा।‌ बहन की लोड़ी, रंडी, कुतिया, मादरचोद जैसी गाली देते हुए वो मुझे चोदने लगा।

रमन मुझे चोदते हुए मेरे मुँह पर थप्पड़ मारने लगा, तो कभी मेरे बूब्स को पकड़ कर जोर से दबाने लगा। मुझे बहुत दर्द हो रहा था, पर रमन को मेरे अंदर भी एक रंडी ही नजर आ रही थी। मेरी चूत लंड की मार से लाल हो गई थी।

मेरा हर अंग लंड की मार से हिल रहा था, पर मजा बहुत आ रहा था। मेरी चूत फिर से गीली हो गई अब हमारी चुदाई की फच-फच की आवाज कमरे में गूंजने लगी।

तो मैं रमन को बोली: रमन थोड़ा आराम से करो, कोई सुन लेगा।

तब रमन ने मेरी चुदाई की गति को कम किया। काफी देर बाद मैंने रमन को उपर से हटा दिया। अब रमन बैड पर लेट गया, और मैं रमन के लंड के उपर आ गई।

अब मैंने लंड को पकड़ कर अपनी चूत के अंदर डाल लिया, और खुद लंड पर कूदने लगी। रमन मेरे दोनों बूब्स को पकड़ कर दबाने लगा। मैं एक रांड की तरह उसके लंड पर उपर-नीचे होने लगी, और बीच-बीच में रमन को चूमने भी लगी।

रमन भी मुझे उठा-उठा कर चोद रहा था‌। उसके लंड का पानी निकलने लगा, तो मैं रमन के लंड के उपर से नीचे आ गई, और लंड को मुँह में भर कर चूसने लगी। मैं रमन के लंड का पूरा पानी पी गई, और अच्छे से लंड को साफ कर दी। फिर लंड के पास गिरे हुए पानी को चाट कर पी गई।

हम दोनों चुदाई से थक गए थे, तो वैसे ही सो गए। सुबह का अलार्म लगा कर एक दूसरे की बाहों में सो गए। अगली कहानी में बताऊंगी कैसे रमन और उसके दोस्त ने एक साथ मेरी चूत और गांड को चोदा। अपने विचार जरूर बताऐं।

यह कहानी भी पड़े  जेठानी के भाई से चुदी प्यासी औरत


error: Content is protected !!