भाई ने बेहन को अलग-अलग पोज़िशन में चोदा

दोस्तों मेरा नाम अयान है, और मैं 24 साल का हू. जैसा के आप सब पहले पार्ट में पढ़ चुके होंगे, मेरी हाइट 5’9″ है. मेरी बेहन रूबी जो की एक-दूं खूबसूरत है, और जिसको देखते ही छोड़ने का मॅन करता है. बूब्स आवरेज है उसके, लेकिन सेक्सी दिखती है.

जैसा की आपने पहले पार्ट में पढ़ा होगा, की कैसे मैने रूबी को नींद में बूब्स दबा कर उसकी छूट को रब किया, उसको मूड में लाने के लिए. ज़्यादा देर ना करते हुए आयेज की कहानी बताता हू.

रूबी मुझे बेबी की तरह दूध पीला रही थी. मैं उसके बूब्स को बहुत ज़ोर-ज़ोर से चूस रहा था, और वो मेरा सर सहला रही थी. वो हल्की-हल्की सिसकियाँ ले रही थी-

रूबी: आ आह आ उम्म उम्म्म श भैया चूसो, भैया दूध पीने में मज़ा आ रहा है आपको?

मैं: हा मेरी मुम्मा, मैं दूड्दू पी रहा हू. बहुत मज़ा आ रहा है.

ये कह कर मैं और ज़ोर से उसके बूब्स के निपल्स को सक करने लगा.

रूबी: ओह भैया, आह आह भैया आह आराम से भैया. दर्द हो रहा है उम्म्म्म ह.

ये सब सिसकियाँ लेते हुए आवाज़े निकाल रही थी. बहुत मज़ा आ रहा था रूबी को भी, और मुझे भी. मैं जैसे-जैसे चूस रहा था, रूबी की आवाज़े और सिसकियाँ बदती जेया रही थी.

इसकी वजह से मैने रूबी को बोला: चल दूसरे रूम में चलते है. यहा सब सो रहे है. कोई देख लेगा तो प्राब्लम हो जाएगी.

ये सुन कर रूबी ‘ठीक है भैया’ बोल कर मेरे साथ मेरे चाचा-चाची के बेडरूम में चली गयी. डोर लॉक करते ही मैं रूबी से लिपट गया, और उसको लिप्स लॉक करके किस करने लगा.

वो भी साथ देने लगी, और बहुत देर तक किस करने के बाद मैने रूबी का टॉप उतरा. फिर रूबी को बेड पर लिटा कर फिरसे बूब्स चूसने लगा. इस बार मैं दोनो हाथो से दोनो बूब्स को पकड़ कर चूस रहा था. पागलों की तरह मैं बूब्स को काट रहा था.

रूबी: श भैया, मत करो. दर्द हो रहा है आ उफ़फ्फ़ आह.

वो ऐसी आवाज़े निकाल रही थी. कुछ देर बाद मैने रूबी को मेरे कपड़े उतारने को बोला. उसने मेरी त-शर्ट और पंत उतरी, और फिर अंडरवेर उतार कर उसने पहली बार मेरा लंड हाथ में पकड़ा था. क्या बतौ, बहुत अछा फील हो रहा था.

रूबी: वाउ भैया, कितना अछा है आपका.

मैं: तुझे पसंद आया?

रूबी: हा बहुत.

मैं: चल अब इसको चूस मूह में ले कर.

रूबी: क्या! इसको चूसना पड़ेगा?

मैं: हा चूस, बहुत मज़ा आएगा तुझे.

रूबी ने ठीक है कह कर लंड को हाथ से पकड़ कर पहले लिप्स से टच किया. रूबी के सॉफ्ट लिप्स मेरे लंड को टच होते ही बहुत सुकून महसूस हो रहा था. वो पहले लंड को उपर-उपर से चूम रही थी.

कुछ देर बाद मूह में लेकर अची तरह से चूसना शुरू कर चुकी थी, और आधा लंड मूह में ले रही थी.

मैने बोला: आइस क्रीम की तरह चूस लंड को. पूरा अंदर ले.

ये सुन कर रूबी ने बोला: ठीक है भैया. आप बेड पर लेट जाओ.

मैं लेट गया. फिर रूबी मेरे पैरों के बीच आई, और मेरे लंड को मूह में उपर से नीचे तक चूस रही थी. स्लोली-स्लोली करते हुए वो तेज़ करने लगी. उसको भी मज़ा आने लगा था. वो लंड को मूह में लेके उम्म उम्म उम्म की आवाज़ निकाल रही थी.

मैं: आह आह आह रूबी आह चूस, चूस आचे से चूस मेरी रॅंड.

ऐसे ही कुछ देर चूसने के बाद रूबी मेरी बॉल्स को भी सक करती रही. फिर मैने रूबी को बोला-

मैं: रूबी अब तू बेड पर लेट जेया, और पैर खोल दे.

रूबी: ठीक है.

मैं उसके पैरों की बीच जेया कर उसकी छूट पर उंगली रब कर रहा था. वो सिसकियाँ ले रही थी आ आह आह आह की आवाज़ में. फिर मैने उसके पैर खोल कर उसकी छूट को चाटना स्टार्ट किया.

छूट को मूह लगते ही रूबी ने एक-दूं से ‘आह भैया’ कह कर आवाज़ निकली. मैं उसकी छूट के बीच अपनी ज़ुबान डाल कर चाट रहा था, और रूबी ज़ोर-ज़ोर से आवाज़े निकाल रही थी.

रूबी: आह आ अफ भैया बहुत मज़ा आ रहा है. चूसो आह आह.

और मेरे सर को पकड़ कर अपनी छूट में दबा रही थी. मैं उसकी छूट के दाने को ज़ोर-ज़ोर से चूस रहा था, और वो पागलों की तरह मज़े ले रही थी-

रूबी: आह आह भैया, ऐसे ही करो.

10 मिंटुतेस छूट चाटने के बाद अब बारी थी मेरी प्यारी बेहन को छोड़ने की.

रूबी को मैने बोला: अब तेरी छूट को छोड़ूँगा.

तो वो बोली: जल्दी करो भैया, बहुत मज़ा आ रहा है.

ये सुनते ही मैने रूबी को बेड पर लिटा दिया, और उसके पैर खोल दिए. उसकी छूट पर अपना लंड लगा कर मैं रगड़ने लगा. रूबी मस्त मज़े ले रही थी.

रूबी: आहह आह आह भैया.

फिर मैने रूबी की चूत पर अपना लंड लगा कर हल्का सा लंड अंदर डाला, जिससे रूबी को दर्द हो रहा था, और रूबी रोना शुरू हो गयी थी.

वो बोली: नही भैया, निकालो. बहुत दर्द हो रहा है प्लीज़.

लेकिन मैने नही सुना, और वैसे ही लंड को अंदर डाल दिया. इससे आधा लंड अंदर घुस गया, और रूबी की दर्द से चीक निकल गयी-

रूबी: भैया नही.

ये कह कर वो रोने लगी. मैने उसके लिप्स को लॉक कर दिया, और उसके बूब्स को दबाने लगा. कुछ देर तक वैसे ही रहा. फिर धीरे से लंड को और अंदर करता गया.

इस बार पूरा लंड मेरी बेहन की छूट में गया था, और कुछ देर तक रूबी रोटी रही. फिर मैने बूब्स दबा कर स्लोली-स्लोली उसको छोड़ना शुरू किया.

इससे उसको भी मज़ा आना शुरू हुआ, और मैं उसकी छूट में लंड अंदर-बाहर करके छोड़ता जेया रहा था. अब रूबी भी फुल मज़े ले रही थी, और बोल रही थी-

रूबी: आहह भैया छोड़ो, और तेज़ छोड़ो, और तेज़ छोड़ो ह आ.

कुछ देर बाद हमने पोज़िशन चेंज की, और मैने उसको मेरे लंड पर राइड करने को बोला. फिर उसने मेरे लंड पर उछाल-उछाल कर अपनी छूट चुडवाई, और पच-पच की आवाज़ पुर कमरे में आ रही थी.

रूबी की आवाज़े और सिसकारियाँ सुन कर बहुत मज़ा आ रहा था. हमने फिरसे पोज़िशन चेंज की, और मैं रूबी के उपर चढ़ कर उसको छोड़ रहा था. उसकी आ आह की आवाज़ मुझे मदहोश कर रही थी.

बहुत देर तक चूड़ने से वो 3 बार झाड़ चुकी थी. कुछ देर बाद मैं भी झड़ने वाला था. फिर मैने छोड़ने की स्पीड तेज़ की, और रूबी की छूट को पच-पच करके छोड़ने लगा. कुछ देर बाद लंड बाहर निकाल कर रूबी को हिलने को बोला.

उसने चूस-चूस कर हिलाया, और मैं झाड़ गया उसके फेस पर. कुछ देर बाद हमने कपड़े पहने, और पहले वाले रूम में जेया कर सो गये.

तो ये थी मेरी बेहन की चुदाई की कहानी. कैसी लगी कहानी बताना आप सब. उसके बाद की कहानी भी 3र्ड पार्ट में बतौँगा.

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