भाभी को चोद कर उसका अकेलापन डोर करने की कहानी

हेलो दोस्तों, सभी भाभियाँ और गर्ल्स अपनी छूट में उंगलियाँ और दोस्त हस्तमैथुन करने के लिए तैयार हो जाए. ये एक सॅकी और रियल घटना है. मैं अपनी भाभी के बारे में बता डू. वो एक 27 साल की गोरी-चित्ति और एक सेक्सी फिगर की मालकिन है. उन्हे अगर कोई लड़का एक बार देख ले, तो उनसे नज़र ना हटाए.

मैं एक 22 साल का लड़का हू. बात तब की हे जब मे 12त में पढ़ता था, और 19 साल का था. अचानक मेरे कज़िन भाई (भाभी के हज़्बेंड) की डेत हो गयी. सब बहुत दुखी थे उस वक़्त. कुछ दिन तो भाभी बहुत डिप्रेस्ड रही. फिर जैसे-जैसे टाइम निकला उनका दुख तोड़ा कम होने लगा. मेरी भी छुट्टियाँ चल रही.

हम अब दुख से मूव ओं करने लगे. भाभी अकेली रहती थी. मैने सोचा की भाभी का ये दुख कैसे डोर किया जाए. तो मैने उनसे फ्रेंडशिप करने की सोची. धीरे-ढेरे मैं उनसे बात करने लगा.

वो मुझसे हस्सी-मज़ाक सब करती थी. धीरे-धीरे वो मेरे बहुत क्लोज़ होने लगी. मैं उनके इधर-उधर टच भी कर देता था, और वो कुछ नही कहती थी. एक दिन दोपहर को मैं उनके साथ खेल रहा था, और मुझे भी नींद आने लगी. तो मैं उनके रूम में उनके साथ ही सो गया.

मैं कब उनसे छिपात कर सोने लगा, मुझे पता ही नही चला. मेरा 6.5 इंच का लोड्‍ा नींद में खड़ा होने लगा. मेरा लंड उनकी सॉफ्ट गांद से टच हो रहा था. जब उन्होने नींद में थोड़ी करवट बदली, तो मेरी नींद टूटी.

तब मैने देखा की मेरा खड़ा लंड उनकी गांद में धस्सा हुआ था, और उनकी सलवार गांद में घुस गयी थी. भाभी का कुर्ता भी तोड़ा उठा हुआ था, तो उनका पेट सॉफ और नाभि सॉफ दिख रहे थे.

मेरा मॅन तो करने लगा की मैं भाभी को छोड़ डू. उनकी भी तो नीड्स होंगी. फिर मैने सोचा नही ये सही नही था. मुझे लगा अगर उन्होने किसी और से करा लिया तो? मुझे दर्र लग रहा था की कही और ना चक्कर चल जाए भाभी का. तो मैने ही भाभी को पाटने की सोची.

मुझे एक आइडिया आया क्यूँ ना नींद का बहाना बना के भाभी को लंड दिखाया जाए. तो मैने अपना लोवर नीचे कर दिया, और लंड खड़ा करके उनकी गांद में और घुसा कर सोने लगा, ताकि भाभी की नींद टूट जाए.

और हुआ भी ऐसा ही. भाभी की नींद टूट गयी. मैने अपनी थोड़ी आँखें खोल रखी थी. भाभी ने मूड कर देखा, और कुछ देर निहारती रही. फिर लंड को पकड़ कर लोवर के अंदर कर दिया.

मैं खुश था की भाभी ने देख तो लिया. फिर भाभी के बिहेवियर में चेंज देखने को मिला. वो अब मुझसे और हस्सी-मज़ाक करना लगी. मुझे लगा अब आयेज बढ़ा जाए, नही तो कुछ नही होगा.

एक दिन वो ह्मारे घर बड़ी भाभी के साथ आई थी. उस वक़्त मैं नहाने जेया रहा था. मैं तो दोनो से ही मज़ाक करता था. विधवा भाभी उस टाइम अकेली बैठी थी, तो मैने कह दिया-

मे: आओ भाभी नहाने चले.

तो भाभी ने कह दिया: तुम जाओ, कहा मेरे साथ नहाओगे? मेरे कंधो में दर्द है.

तो मैं उनके पास गया, और तोड़ा कंधे दबाने लगा. वो तोड़ा रिलॅक्स फील कर रही थी. फिर वो अपने घर चली गयी. मैं भी नहा कर उनके यहा घूमने चला गया. भाभी उस वक़्त अपने कमरे में अकेली लेती हुई फोन चला रही थी.

मैं उनके पास जेया कर बैठ गया, और उनसे बातें करने लगा. उनका शर्ट तोड़ा उठा हुआ था, और उनका पेट दिख रहा था. वो बहुत सेक्सी लग रही थी, तो मैने सोचा क्यूँ ना ट्राइ किया जाए.

फिर बातों ही बातों में मैने भाभी से पूछा: भाभी आपका पेट मोटा क्यूँ हो रहा है.

तो उन्होने बताया: कॉपेर-त की वजह से है.

तो मैने पूछा: क्या मैं पेट पर हाथ से चू कर देखु?

उन्होने माना नही किया. तो मैं धीरे-धीरे सहलाने लगा. मैं कभी उनकी टुंडी को छूटा, तो कभी बूब्स तक पहुँच रहा था. वो तो एक विधवा थी, उन्हे भी तो मॅन करता होगा, मैं यही सोच रहा था.

अब भाभी को गर्मी चढ़ने लगी थी. तो उन्होने मुझे माना कर दिया. पर मैने हाथ नही हटाया. फिर उन्होने आँखें बंद कर ली. तब मुझे उनकी झांतो के बाल सलवार के नाडे से उपर दिखाई दिए, जो नाभि से तोड़ा नीचे दिखे.

मैने मज़ाक में कह दिया: हाए भाभी, आपके तो बीच के बाल दिख गये.

तो भाभी बोली: धात!

फिर मैने देर ना करते हुए उन दो बालों को हल्का खीचा तो भाभी ने आउच किया और धात कहा. मुझे ग्रीन सिग्नल मिल रहा था. तो मैं हाथ फेरते-फेरते नाडे के नीचे से छूट तक ले गया और सहलाने लगा.

भाभी इस अचानक हुए वार से सहम गयी. इससे पहले वो कुछ करती मैने फिंगर छूट में घुसा दी, और उन्हे लीप किस करने लगा. कुछ टाइम में उन्होने विरोध करना बंद कर दिया, और हमारा किस 15 मिनिट तक चला.

फिर मैने धीरे-धीरे नाडा खोल दिया, और पेट को चूमते-चूमते छूट तक आ गया, और फिर मैने उनकी सलवार निकाल दी, और पनटी खींच कर निकाल दी. मैने देर ने करते हुए उनकी छूट पर होंठ रख दिए.

भाभी आहह ऊहह करने लगी. मैने उनका शर्ट भी उतार दिया, और ब्लाउस खोल कर बूब्स चूसने लगा. भाभी मदहोश होने लगी. वो भी तो काई महीनो से प्यासी थी. फिर भाभी भी साथ देने लगी. मैं उनकी छूट चाटने लगा, और भाभी कुछ देर बाद झड़ने लगी.

मैं खुश था की मेरी रानी आज मेरे नीचे होगी. फिर मैने देर ना करते हुए अपना सख़्त लंड छूट के मुख पर लगाया, और दबाया. छूट टाइट होने की वजह से लंड फिसल रहा था. फिरसे कोशिश की मैने, और हल्के धक्के से लंड का टोपा अंदर चला गया. भाभी कसमसा गयी-

भाभी: ऑश आहह मॅर गयी आउच.

ऐसे शब्द सुन कर मुझे जोश आ गया, और मैने एक तेज़ धक्का मारा. मेरा पूरा 6.5 इंच लंबा और मोटा लंड छूट में समा गया. भाभी की चीख निकल गयी और वो बोली-

भाभी: निकालो इसको, बहुत दर्द कर रहा है.

पर मैने एक ना सुनी, और लीप किस करता गया. फिर मैने धक्के मारने स्टार्ट किए. कुछ धक्को के बाद भाभी भी साथ देने लगी, और उनके मुख से तो आहह ऊहह आहह और तेज़ निकल रहा था. रूम में फ़च फ़च फ़च की आवाज़े गूँज रही थी.

करीब 20 मिनिट बाद ही भाभी झाड़ गयी. पर मेरा अभी नही हुआ था. मैं तो लगा रहा.

भाभी को अब दर्द होने लगा तो मैं तेज़ धक्के मारने लगा. मैं बस झड़ने वाला था, तो मैने भाभी से पूछा-

मे: कहा गीरौ भाभी?

तो उन्होने बोला: अंदर ही, मैं महसूस करना चाहती हू.

फिर मैं झड़ने लगा.

भाभी बोली: इतना मज़ा पहली बार आया है.

पर वो ठीक से चल नही पा रही थी. तब से हमारी चुदाई बरकरार चल रही है. अगली चुदाई के बारे में अगली बार बतौँगा.

अगर कोई सेक्सी आंटी या गर्ल अपना पानी लंड से निकलवाना चाहती है तो बता दे. ये सीक्रेट रहेगा. कहानी कैसी लगी बताना.

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