भाभी की संपुराण संतुष्टि वाली चुदाई की कहानी

हेलो दोस्तों मैं रोहित अपनी पिछली स्टोरी का 2न्ड पार्ट लेके हू. पहले पार्ट को आपने बहुत प्यार दिया. भाभी को मैने पिछले पार्ट में खूब छोड़ा है. इसे ज़रूर पढ़े और मुझे फीडबॅक दे.

किसी को मुझसे कोई अड्वाइज़ या फिर रियल रिलेशन्षिप आंड सेक्स चाहिए, तो आप मुझे मैल करे. गूगले छत भी कर सकते हो. आपकी छत और रियल सेक्स सब कुछ सेक्यूर रहेगा. आप ये कहानी देसी कहानी पर पद रहे हो.

ज़ोया को मेरा लंड बहुत पसंद आ गया था. मैने उसके बाल पकड़े, और मूह में लंड देता रहा. उसके मूह में 5 इंच लंड ही जेया रहा था. ज़ोया के मूह से उउउ उउउ की आवाज़ आ रही थी, और आँखों से आँसू निकालने लगे.

ज़ोया अपनी ज़ुबान अंदर से लंड पर घुमा रही थी. करीब 10 मिनिट ऐसे ही मैने उसके मूह को छोड़ा. उसके बाद उसने मूह से लंड निकाला और बोली-

ज़ोया: उहह रोहित, बहुत हार्ड है लंड. मज़ा आ गया. मेरी जान निकाल दी इसने तो. और छोड़ो बेबी मुझे.

मैं: मेरी जान. तुम लेती रहो, मूह में जितना मॅन हो उतना लो.

मैने फिरसे उसका मूह पकड़ कर, एक बार में पूरा लंड मूह में दे दिया, और तेज़-तेज़ स्पीड में छोड़ने लगा. ज़ोया के मूह से उसका थूक बाहर निकालने लगा. 10 मिनिट चूसने के बाद मैने लंड मूह से निकाल दिया. वो ज़ोर-ज़ोर से साँसे लेने लगी और बोली-

ज़ोया: ऑश रोहित बाबू, बहुत हार्ड सेक्स करते हो तुम. मेरे गले तक लंड घुसा दिया.

मैं उसकी आँखों में देख कर स्माइल करने लगा. वो भी स्माइल देने लगी.

मैने कहा: मेरी रानी ज़ोया, मेरी इन बॉल्स को भी चूसो ना.

उसने वापस से लंड पकड़ कर, मेरी बॉल्स को मूह में भर लिया, और चाटने लगी. मेरी आँखें बंद हो गयी. वो बड़े प्यार से मेरी बॉल्स चूसने लगी. दोनो बॉल्स उसने थूक से गीली कर दी.

फिर मैने ज़ोया को उठाया, और बेड पर फेंक दिया. वो हासणे लगी. मैं भी उसके उपर आ गया, और ज़ोया के बूब्स को दबाते हुए उसकी छूट पर गया. मैने उसकी पनटी निकाल दी. अब मेरे सामने ज़ोया की हल्के बालों वाली छूट थी. छूट एक-दूं कुवारि लड़की जैसी थी. मैने अपना मूह छूट पर रखा, और अपनी ज़ुबान छूट की लाइन पर घूमने लगा. ज़ोया सिसक गयी और बोली-

ज़ोया: उम्म्म, रोहित मज़ा आ गया यार. क्या मस्त करते हो तुम.

मैं अपनी ज़ुबान छूट पर घूमने लगा, और ज़ोया की छूट में जीभ डाल कर छोड़ने लगा. वो एक्शिटेड होके मेरे मूह को छूट में दबाने लगी. ज़ोया अपने पैर बेड पर इधर-उधर घूमने लगी. वो बेड पर तड़प रही थी. मैने ज़ोया की 15 मिनिट और छाती. उसने मेरा मूह ज़ोर से छूट में दबा दिया. ज़ोया सिसकते हुए बोली-

ज़ोया: उहह सस्सह आहह रोहित. मेरा निकालने वाला ही, और ज़ोर से छातो बेबी. मैं मॅर गयी आज तो.

मैने अपनी ज़ुबान ज़ोर-ज़ोर से छूट में घूमने लगा. 2 मिनिट बाद उसकी बॉडी कड़क हो गयी, और एक-दूं से ढीली पद गयी. ज़ोया की छूट ने पानी मेरे मूह में फेंक दिया. ज़ोया ने मेरा मूह 5 मिनिट तक छूट में दबाए रखा. मैं भी उसकी छूट चाट-चाट के उसका सारा पानी पी गया. ज़ोया हानफते हुए बोली-

ज़ोया: आह मेरे राजा. आज पहली बार मैने सेक्स का असली मज़ा लिया. तुमने सेक्स से पहले ही मुझे निढाल कर दिया है. अभी तो पूरा सेक्स बाकी है. आयेज क्या क्या करोगे पता नही. काश तुम मेरे पति होते. रोज़ मज़े लेती तुमसे.

मैं ज़ोया के पास आया, और उसके लिप्स को चूसने लगा. एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा. वो फिरसे 10 मिनिट बाद गरम हो गयी. अब वो चूड़ने के लिए रेडी थी. मैने कहा-

मैं: बेबी चुदाई स्टार्ट करे.

ज़ोया: एस बेबी. आचे से छोड़ना मुझे तुम. अपनी पत्नी समझ के, रंडी समझ के छोड़ना. मुझे चुदाई चाहिए मेरे राजा.

उसके बाद मैं अपना 7 इंच का लंड उसकी छूट के पास लाया, और छूट पर रगड़ने लगा. मेरा लंड फुल टाइट था, और उसकी छूट गरम. लंड रगड़ते टाइम वो बोली-

ज़ोया: ऑश, रोहित डाल दो ना. मत तड़पाव यार. पेल दो और फाड़ दो मेरे छूट.

फिर मैने ज़ोया की छूट में लंड सेट किया, और एक ज़ोरदार धक्का दिया. तो लंड आधा छूट को फाड़ता हुआ अंदर चला गया. ज़ोया की छूट बहुत टाइट थी. लंड जाते ही वो ज़ोर से चीखी.

ज़ोया: आह उहह श. प्लीज़ निकालो रोहित. मेरे छूट में दर्द हो रहा है. या अल्लाह मेरी छूट फटत गयी.

मैने कहा: बेबी सच में निकाल डू बोलो?

वो मुझे सिर्फ़ देखती रही. उसके फेस से पता चल रहा था, की वो माना करना चाह रही थी, और आचे से चूड़ना भी चाहती थी. मैने फिर उसके बूब्स पकड़ के ज़ोर से धक्का दिया, तो पूरा 7 इंच लंड अंदर घुसा दिया. ज़ोया की छूट से ब्लड निकालने लगा, और उसकी चीख भी. फिर वो ज़ोर से बोली-

ज़ोया: उहह श एयेए अल्लाह मॅर गयी. रोहित मार दिया तुमने तो. मेरे छूट फटत गयी. प्लीज़ धीरे करो ना रोहित.

ज़ोया के आँसू निकालने लगे. मैं उसके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा, और नीचे से धक्के देने लगा. मेरे हर धक्के से वो बेड पर पूरी हिल जाती, और उसकी ज़ोरदार सिसकी निकल जाती. 10 मिनिट ऐसे छोड़ने के बाद बोली-

ज़ोया: आह रोहित उहह एस. छोड़ो बेबी आ, छोड़ो, मार दो मुझे आज. रोहित मुझे छोड़ो, मेरी छूट फाड़ दो. मेरा पैसा वसूल कर दो.

मैं: क्या मेरी जान. मज़ा आ रहा है ना मेरा लंड लेके?

ज़ोया: एस, आह, करते रहो. रोहित बेबी मेरे राजा.

वो नीचे से कमर हिला के मेरा साथ दे रही थी. 10 मिनिट छोड़ने के बाद उसने छूट से पानी छ्चोध्वदिया. लंड छूट की चुदाई करता और उसका पानी निकाल रहा था.

ज़ोया चूड़ते हुए बस लंबी-लंबी सिसकारियाँ ले रही थी. उसका पूरा शरीर पसीने से भीग गया. मैने उसके निपल काट के लाल कर दिए.

मेरे दाँत के निशान बूब्स पर थे, और नीचे से पूरा लंड निकालता और एक बार में पूरा अंदर घुसा देता. मेरे हर झटके से वो पूरा हिल जाती थी, और चीख निकल जाती उसकी.

ज़ोया: बहुत दर्द देते हो तुम रोहित. मेरे आज तक ऐसे चुदाई कभी नही हुई. मेरा निकालने वाला है. आह एस छोड़ो छोड़ो, फक आ बेबी.

5 मिनिट ऐसे ही छोड़ने के बाद, वो फिरसे झाड़ गयी. अब मैने उसे उठाया, उसने अपने पैर मेरी कमर से लिपटा दिए, और दोनो हाथ मेरे गले में लगा लिए. मैने ज़ोया को उठाया, और बेड से नीचे आ कर खड़ा हो गया. अब मैं ज़ोया को हवा में उठा-उठा के छोड़ने लगा.

अब मेरा पूरा लंड उसकी टाइट छूट में जेया रहा था. ज़ोया बूब्स और बाल हवा में झूल रहे थे. ज़ोया की चीख निकल रही थी. मेरा हार्ड लंड उसकी छूट फाड़ रहा था. ज़ोया सिसकते हुए बोली-

ज़ोया: रोहित, प्लीज़ धीरे करो ना. बहुत दर्द हो रहा है. छूट दर्द कर रही थी. लंड मेरे बच्चेड़नी में जेया रहा है.

ज़ोया: उहह आह स्लो स्लो बेबी. श गोद बस करो. आह मम्मी आह रोहित रुक जाओ ना.

मैने 15 मिनिट उसे खड़े-खड़े छोड़ा. अब मेरा होने वाला था. मैने उससे कहा.

मैं: आह मेरे जान. मेरा निकालने वाला है. कहा झाड़ू बताओ.

ज़ोया: उम्म्म आह. मेरे मूह में झड़ना प्लीज़, अंदर मत करना बेबी.

आप ये कहानी देसी कहानी पर पढ़ रहे है. मैने 10 धक्के बहुत ज़ोरदार लगाए, जिससे ज़ोया की छूट से उसका पानी और खून निकालने लगा. फिर मैने उसे नीचे बिताया. लंड पर छूट का पानी और खून लगा हुआ था.

ज़ोया के मूह में बाल पकड़ कर, लंड दे दिया, और ज़ोर-ज़ोर से मूह छोड़ने लगा. उसके आँसू निकालने लगे. मेरा निकालने वाला था. मैने उसके मूह अपनी मलाई निकाल दी. वो पूरी मलाई सॉफ कर गयी. 2 मिनिट और मूह में दबाए रखा. उसकी साँसे अटक गयी. उसने मुझे पीछे धक्का दिया, तो लंड बाहर निकाला.

वो बोली: ऑश रोहित उहह, तुमने मेरे जान निकाल दी है. बहुत वाइल्ड सेक्स किया है. ऐसा मैने सोचा भी नही था.

ज़ोया: आयेज से प्लीज़ धीरे करना. मुझे बहुत दर्द हो रहा है. मेरी छूट देखो फटत गयी है.

मैं: मेरी जान, तुम्हे मज़ा आया या नही?

ज़ोया: हा जान. बहुत मज़ा आया और दर्द भी आया. ऐसे चुदाई की है, की 6 महीने चूड़ने की ज़रूरत नही है.

वो उठी, और बातरूम जाने लगी. उससे ठीक से चला नही जेया रहा था. मैने हेस्ट हुए कहा-

मैं: क्या हुआ बेबी, चल क्यूँ नही पा रही हो? पैर में दर्द है क्या?

ज़ोया: तुम तो चुप ही रहो. मेरा हाल बुरा करके, मुझे छेड़ रहे हो, पागल कही के.

मैं हासणे लगा. वो भी गुस्से वाली हस्सी दे कर बातरूम गयी. मैने उसकी लगभग 40-50 मिनिट तक चुदाई की थी. ज़ोया की हालत खराब हो गयी थी. उसे भी मज़ा आया था. उसके बाद वो बातरूम से बाहर आई. उसके बाद मैने शाम 4 बजे तक 3 बार और छोड़ा था. उसकी छूट का बंद बाज गया था. ज़ोया ठीक से चल भी नही पा रही थी. 4 बजे वो अपने घर को निकल गयी. जाते टाइम मुझे कहा-

ज़ोया: आज तक मेरी ऐसी चुदाई कभी नही हुई. मैं तुम्हे कभी भूल नही पौँगी. लोवे योउ रोहित. मुझे बहुत मज़ा आया है. लेकिन छूट दर्द कर रही है.

मैं: बेबी, पाईं किल्लर ले लेना. ठीक हो जाओगे आप. लोवे योउ मेरे जान.

उसके बाद वो चली गयी.

कैसी लगी आपको मेरी ये स्टोरी, मुझे मैल करके ज़रूर बताए. आपके मैल का वेट करूँगा. मेरा मोटा लंड किसी को चाहिए तो मुझे बिना दर्रे बताए. गर्ल्स आंड हाउसवाइफ आप मेरे साथ फुल सेक्यूर्ड फील करोगे.

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