भाभी की चूत ने 2 भाइयों का लंड झेला

मैं अपनी परिवार के बारे में बता डू. मेरा परिवार खुले विचारो का है. सेक्स की बातें नॉर्मली घर में होती ही रहती है. भैया और भाभी की शादी हुए अभी दो महीने ही हुए थे. उनका कमरा उपर कोने में है. नयी-नयी शादी की वजह से वो दोनो रोज़ सेक्स किया करते है.

मेरा कमरा उनके बाजू में ही है. इसलिए देर रात तक भैया और भाभी की चुदाई की आवाज़ मुझे सुनाई देती है. पर मैने ये बात उन्हे नही बताई. और मैं भी अपने कमरे में रात को उन आवाज़ो का मज़ा लेता हू, और अपने लंड की भूख को शांत करता हू.

कभी-कभी भाभी की आवाज़ देर रात को, आधी रात को, या सुबा-सुबा सुन कर मैं अनुमान लगा लेता हू, की कैसे मेरे भैया भाभी को ज़बरदस्त छोड़ते होंगे.

एक रात मैं अपने कमरे में सो रहा था. उस रोज़ घर में कोई नही था, और मैं भी बाहर गया था, और सुबा ही आने वाला था. तो भैया भाभी अकेले ही थे. पर मेरा प्लान कॅन्सल हुआ, तो मैं घर वापस आ गया. मैं बिना किसी के बताए कमरे में सो गया.

आधी रात को भाभी की आवाज़े सुनाई दे रही थी. इस बार बहुत क्लियर और ज़ोर से भाभी चिल्ला रही थी. मुझे लगा भैया दरवाज़ा बंद करना भूल गये. पर भाभी के चीखो से मेरा मॅन उन दोनो के देखने का हुआ.

मैं दबे पावं बाहर आया. बाहर आते ही देखा की नीचे हॉल में ही भैया भाभी को ज़बरदस्त छोड़ रहे है.

भैया ने भाभी को टेबल पर बिताया था, और उनके दोनो पैरों को कंधो पर लेकर भैया चुदाई कर रहे थे. दोनो को मैने पहली बार नंगा देखा था. भाभी नंगी हो कर किसी अप्सरा से कम नही लगती थी. मैं उस दिन समझ गया की क्यूँ भैया भाभी को छोड़े बगैर नही रह सकते.

मेरा लंड खड़ा हो गया, और मैं वही पर अपनी पंत नीचे करके हिलने लगा. भाभी का ध्यान मुझ पर गया. उन्होने मुझे उपर मास्टरबेट करते देख लिया. पर भाभी ने भैया को कुछ नही कहा. और मैं कमरे में वापस चला गया.

कुछ देर बाद भैया रूम में आए. भैया ने सिर्फ़ अंडरवेर पहना था. वो मेरे पास आए, और बैठे.

वो बोले: तेरी भाभी को थ्रीसम करना है. बाहर किसी गैर मर्द को मैं घर में लाउ, जो तेरी भाभी को ग़लत तरीके से देखे. उससे अछा मैं उसे तुझसे चड़वौ. तुझपे भरोसा है मुझे. चल ना आज तेरी भाभी को मेरे साथ-साथ तेरे साथ की ज़रूरत है. वैसे भी अभी तू हिला रहा था हमे देख कर.

मैं शर्मा गया और हा कर दी. भैया और मैं उनके कमरे में चले गये. देखा तो भाभी उल्टी हो कर बेड पर लेती हुई थी, और उपर से चदडार ढाकी हुई थी. भैया ने पीछे से दरवाज़ा बंद कर दिया और बोले-

भैया: जेया शुरू होज़ा छ्होटे. शर्मा मत आज रात.

मैं बेड के पास गया, और चादर भाभी के उपर से निकाल कर फेंक दी. भाभी बिल्कुल नंगी मेरे सामने लेती थी. उनका बॅक और बूम मेरी और था. मेरा लंड वापस खड़ा हो गया. मैने एक झकते में अपनी त-शर्ट उतरी, और मैं सिर्फ़ शॉर्ट्स में खड़ा था. फिर मैने भैया की और देखा तो भैया ने आयेज बढ़ कर कुछ करने का इशारा किया.

मैं कुछ सोच ना सका. भाभी के हुस्न को देख कर मैं पागल हो उठा. फिर मैं सीधा भाभी के उपर जेया कर लेट गया. मैने उनकी गर्दन को किस करना शुरू किया. यहा नीचे उनकी गांद को च्छुआ, और कपड़ो के उपर से ही उपर-नीचे करके शॉट्स देने लगा. मैने भाभी की पीठ को चूमा, और नीचे उनकी मोटी गांद को चाटने लगा.

भैया मेरे पास आए, और उन्होने मेरी शॉर्ट्स फाड़ के फेंक दी. मैं और भाभी भैया के सामने नंगे बेड पर बैठे थे. भाभी सीधी लेट गयी. फिर मैं एक तरफ से लेट गया, और भाभी के बूब्स को चूसने लगा. वही भैया दूसरी तरफ से भाभी की छूट चाटने लगे.

भाभी दोनो भाइयों के बीच मज़े से सेक्स का आनंद ले रही थी. कुछ देर बाद भैया भाभी के बूब्स को काटने लगे. फिर मैं नीचे छूट चाटने लगे. कुछ देर बाद भैया ने मुझे इशारा किया. मैं झट से भाभी के दोनो पैरों के बीच आया. भैया ने भाभी की गांद के नीचे तकिया लगाया.

मैने उनके दोनो पैरों को मेरे कंधे पर रखा, और मेरा लंड उनकी छूट पर रखा. भाभी ने भैया का इतनी बार ले लिया था, की अब मेरा पूरा लंड आराम से एक ही झटके में भाभी की छूट में समा गया. मैने ज़ोरो से भाभी को छोड़ना शुरू किया, और भाभी भी मज़े से मुझसे चुड रही थी.

भाभी चीख रही थी, चिल्ला रही थी, तो मुझे और जोश आ गया. भैया ने एक और से अपना लंड पकड़ा और भाभी के मूह में दे दिया. यहा भैया भाभी का मूह और मैं छूट छोड़ने लगे. 10-15 मिनिट लगातार चुदाई के बाद मेरा माल भाभी के पेट पर निकल गया.

जैसे ही मेरा निकला, भैया झट से आ गये, और भाभी को मिशनरी में ला कर छोड़ने लगे. भाभी को दो मिनिट का भी रेस्ट ना मिल सका, पर आज रात भाभी डबल चुदाई के लिए तैयार थी. कुछ देर भैया भाभी को छोड़ते रहे. मैं उनकी चुदाई देख कर एक और बार हॉर्नी हुआ.

फिर हमने भाभी को बेड पर डॉगी बनाया, और फिर एक बार मैने भाभी की कमर को कस्स कर पकड़ा, और उनकी छूट में लंड घुसेध दिया. लगातार तीसरी बार भाभी की छूट में लंड पेला गया. भैया ने सामने से जेया कर भाभी के मूह में लंड घुसाया.

हम दोनो ने इस बार थोड़ी बेरेहमी दिखाई और ज़बरदस्त चुदाई की. ज़ोर-ज़ोर से झटके मैं पीछे से, और भाभी आयेज से देने लगे. भाभी इस बार रो पड़ी. फिर भी भाभी ने हम दोनो को अपने अंदर ले लिया.

फिर 10-15 मिनिट बाद हमने अपना माल भाभी के अंदर ही निकाल दिया. हम तीनो नंगे ही लेट गये. पर रात अभी बाकी थी. आधी रात को भाभी क्लीन करने के लिए बातरूम में गयी. भैया और मेरी नींद खुल गयी. हम दोनो भाभी के नीचे अंदर गये, और दरवाज़ा बंद कर दिया.

भैया ने भाभी को आयेज से किस्सिंग शुरू की, और मैने पीछे से दोनो बूब्स दबाते हुए अपने लंड को भाभी की गांद पर सहलाना शुरू किया. भाभी की गांद पर मेरा लंड और छूट पर भैया का लंड रग़ाद रहा था. भैया ने भाभी के हाथ पकड़े.

इस बार भाभी ने लेने से माना किया, क्यूंकी वो एक रात में दो लुंडो से बहुत चुड चुकी थी. पर हम भाइयों के बीच बेचारी कुछ नही कर पाई. बातरूम के फर्श पर ही भैया ने मुझे बिताया, और भाभी की गांद को मेरे लंड पर सेट करवाया. अब भाभी की गांद मारने की बारी थी.

मैने और भैया ने भाभी की गांद में मेरा लंड पेला. भाभी चीख उठी, और रोने लगी. पर भैया ने एक ना सुनी. भैया अब भाभी के उपर से आयेज से भाभी की छूट पर लंड घुसने लगे.

कुछ देर में मेरा लंड भाभी की गांद में और भैया का लंड भाभी की छूट में चला गया. हम दोनो ने अपने अपने तरीके से इसी पोज़ ने भाभी को पेलना शुरू किया.

भाभी की हालत खराब होती मैं देख पा रहा था. तो मैने भैया तो रुकने का इशारा किया. भैया और मैने आखरी बार करीब एक-दो मिनिट चुदाई की, और हमारा पानी भाभी के उपर निकाल दिया. फिर हम तीनो साथ में नहाए.

भैया और मैने भाभी को नहलाया और तीनो नंगे ही सो गये. सुबा जब मैं उठा, तब भैया ऑफीस जाने को तैयार थे. मैं और भाभी दोनो नंगे सोए थे. भैया ने मुझे अपने कमरे में जाने को कहा. मैं नंगा ही अपने कमरे में चला.

पीछे से भैया आ गये. मैं बहुत शर्मा रहा था. भैया ने बोला-

भैया: कैसे लगे कल के मज़े? कैसी है तेरी भाभी? चल अब जल्दी से शादी कर ले, फिर मैं भी तेरी बीवी के मज़े ले सकता हू.

मैं हस्स दिया. इसके बाद हर हफ्ते मैं और भैया दोनो मिल के भाभी की चुदाई करते है. और इसके बाद भी भाभी के साथ काई सारे एक्सपीरियेन्स है. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो ज़रूर मुझे बताए जवानिकजोश@आउटलुक.कॉम पर स्टोरी नामे के साथ अपनी प्रतिक्रिया दे सकते है. कॉमेंट में बताओ कैसी लगी कहानी, ताकि मैं और आचे एक्सपीरियेन्स शेर करूँगा.

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